रायपुर,एजेंसी।। रिटायर्ड आईएएस अनिल टुटेजा और उनके बेटे यश टुटेजा को ईडी ने हिरासत में लिया है। दोनों से ईडी शराब घोटाला मामले में पूछताछ कर सकती है। पूर्व आईएएस अफसर टुटेजा अपने बेटे के साथ आबकारी मामले में बयान दर्ज करवाने के लिए एसीबी/ईओडब्ल्यू दफ्तर पहुंचे थे।
एसीबी/ईओडब्ल्यू में पूछताछ पूरी होने के बाद ईडी के अधिकारी कार में बैठाकर दोनों को पचपेड़ी नाका स्थित सब जोनल ऑफिस लेकर आए हैं। ईडीने हाल ही में शराब घोटाले मामले में फ्रेश ECIR दर्ज की है। जिसमें अनिल और यश टुटेजा का भी नाम शामिल है।
ईओडब्ल्यू दफ्तर के बाहर चूहा बिल्ली का खेल
जानकरी के मुताबिक ईओडब्ल्यू में रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा और उनके बेटे यश टुटेजा को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। दोनों के बयान होने के बाद जैसे ही अनिल टुटेजा बाहर निकले ईडी के अधिकारी उन्हें हिरासत में लेने के लिए खड़े थे। लेकिन प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों को देखकर अनिल टुटेजा ईओडब्ल्यूऑफिस के अंदर चले गए।
बाद में ईडी के अधिकारी ही ईओडब्ल्यू के आफिस में गए अधिकारियों से बातचीत कर ईओडब्ल्यू ऑफिस से ही गाड़ी में बैठाकर ईडी के सब जोनल ऑफिस ले आए। मिली जानकारी के मुताबिक अधिकारी पिता पित्र से पूछताछ कर रहे है। इससे पहले छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में आबकारी विभाग के पूर्व अधिकारी और अरुणपति त्रिपाठी को 25 अप्रैल तक ईओडब्ल्यू की रिमांड पर रखा गया है।
अनिल टुटेजा और बेटा यश पर FIR
शराब मामले में ईडी के प्रतिवेदन पर ईओडब्ल्यू ने 70 लोगों पर नामजद एफआईआर दर्ज की है। इनमें कांग्रेस सरकार में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा और उनके बेटे यश टुटेजा को भी आरोपी बनाया गया है।
एपी त्रिपाठी का विदेश में बैंक अकाउंट
गुरुवार को कोर्ट में सुनवाई के दौरान ईओडब्ल्यू के वकील ने अरुणपति त्रिपाठी की रिमांड मांगते हुए कहा कि, शराब घोटाला मामले में जांच के दौरान एपी त्रिपाठी, उनकी पत्नी और परिवार के लोगों के विदेश में बैक अकाउंट होने की जानकारी मिली है। जिसकी जांच करनी है।
वकील ने कोर्ट में बताया कि त्रिपाठी ने छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड के एमडी रहते हुए शराब की सेलिंग करने वाले ट्रैकिंग सिस्टम को कमजोर कर उसका फायदा उठाने के लिए बहुत से लेटर NIC (National Informatics Centre) को भेजे।
पूर्व आबकारी मंत्री लखमा से भी होगी पूछताछ
ईओडब्ल्यू में जिन लोगों के नाम एफआईआर में हैं, उन्हें पूछताछ के लिए बुला रही है। पहले चरण में अधिकारियों को बुलाया जा रहा है। इसके बाद शराब कारोबारी और आखिर में नेताओं को बुलाया जाएगा। पूर्व मंत्री कवासी लखमा को भी पूछताछ के लिए बुलाने की तैयारी है।