देश
कच्छ में सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट:साइज में 17 देशों से बड़ा, 167 देशों को रोशन करने की क्षमता; AI बेस्ड पूरा सिस्टम
Published
2 weeks agoon
By
Divya Akash
कच्छ एजेंसी। 42 डिग्री की गर्मी, 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलती हवा और मीलों तक फैला सुनसान रेगिस्तान। गुजरात के कच्छ में जहां जिंदगी की कल्पना भी मुश्किल है, वहां राज्य के आखिरी गांव यानी खावड़ा में अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट लगा रही है।
ये प्लांट 538 वर्ग किलोमीटर में फैला है। यहां हजारों इंजीनियर्स और वर्कर्स दिन-रात काम कर रहे हैं, ताकि इस बंजर जमीन को भारत के एनर्जी फ्यूचर का सेंटर बनाया जा सके। इसे हाइब्रिड रिन्यूएबल एनर्जी पार्क भी कहते हैं, क्योंकि ये सोलर और विंड दोनों एनर्जी का इस्तेमाल करके बिजली बनाता है।
इसकी शुरुआत 2023 में हुई। दो साल में प्लांट में 5000 मेगावाट यानी 5 गीगावाट का काम पूरा कर लिया गया है। अगले 5 साल में कंपनी का 30 गीगावाट की क्षमता पाने का टारगेट है। तब इससे बनने वाली बिजली 1.74 करोड़ घरों को रोशन करने के लिए काफी होगी।
प्लांट का पूरा सिस्टम AI बेस्ड है। सोलर पैनल की सफाई का काम रोबोट करते हैं। इस प्रोजेक्ट को करीब से देखने और समझने के लिए हम कच्छ में ग्राउंड जीरो पर पहुंचे।
You may like
देश
….तो बढ़ाए जाएंगे काम के घंटे, महिलाएं भी करेंगी नाइट शिफ्ट, होने लगा विरोध
Published
4 minutes agoon
June 8, 2025By
Divya Akash
नई दिल्ली,एजेंसी। आंध्र प्रदेश सरकार जल्द ही श्रम कानूनों में बड़ा बदलाव करने जा रही है। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की अगुवाई में कैबिनेट ने एक प्रस्ताव को मंजूरी दी है, जिसके तहत काम के घंटे 9 से बढ़ाकर 10 घंटे किए जाएंगे। सरकार का कहना है कि यह बदलाव ‘ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस’ नीति के तहत निवेशकों को आकर्षित करने के लिए किया जा रहा है।
हालांकि, ट्रेड यूनियनों ने इस फैसले को कर्मचारियों के शोषण की दिशा में कदम बताया है। उनका आरोप है कि इससे श्रमिकों को “गुलाम जैसा” बना दिया जाएगा और यह बदलाव उद्योगपतियों को खुश करने के लिए किया जा रहा है।
ओवरटाइम और नाइट शिफ्ट नियमों में भी बदलाव
ओवरटाइम सीमा: अब 75 घंटे से बढ़ाकर 144 घंटे कर दी गई है। इसका मतलब यह है कि अब श्रमिकों को अतिरिक्त वेतन 144 घंटे ओवरटाइम के बाद ही मिलेगा
महिला कर्मचारियों की नाइट शिफ्ट: अब अनुमति होगी लेकिन बदले में एक अतिरिक्त पेड लीव प्रबंधन के विवेक पर दी जाएगी।
शिफ्ट ओवरलैप नियम: अब फैक्ट्री प्रबंधन खुद तय करेगा।
ट्रेड यूनियन का विरोध तेज
CPM के राज्य सचिव वी. श्रीनिवास राव ने इस फैसले की तीखी आलोचना की और सरकार से इसे तुरंत वापस लेने की मांग की। यूनियनों ने राज्यव्यापी आंदोलन की चेतावनी भी दी है। उन्हें आशंका है कि नए नियमों के तहत 12 घंटे तक काम लेना भी संभव हो जाएगा।
सरकार का पक्ष
राज्य के सूचना मंत्री के. पार्थसारथी ने कहा कि ये बदलाव आंध्र प्रदेश को औद्योगिक निवेश के लिए आकर्षक गंतव्य बनाएंगे और इससे आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी।

देश
रेलवे में बड़ा बदलाव: स्लीपर के डिब्बों में भी यात्रियों को मिलेगी AC की ये सर्विस
Published
17 minutes agoon
June 8, 2025By
Divya Akash
नई दिल्ली,एजेंसी। भारतीय रेलवे ने आम यात्रियों के लिए एक और राहत भरा कदम उठाया है। अब स्लीपर कोच में सफर करने वालों को भी वो सुविधा मिलेगी, जो अब तक सिर्फ एसी डिब्बों तक ही सीमित थी। रेलवे ने फैसला लिया है कि जिन मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में ऑन बोर्ड हाउसकीपिंग सर्विस (OBHS) उपलब्ध है, वहां अब स्लीपर कोच के टॉयलेट और वॉश बेसिन एरिया में लिक्विड हैंड वॉश डिस्पेंसर लगाए जाएंगे।
अब तक एसी कोच तक सीमित थी सुविधा
अब तक यह सुविधा केवल एसी कोच तक ही सीमित थी, लेकिन रेलवे की इस नई पहल के तहत स्लीपर क्लास यात्रियों को भी बेहतर स्वच्छता का अनुभव मिलेगा। वॉशबेसिन के पास हाथ धोने की साफ व्यवस्था से न केवल सफर hygienic होगा, बल्कि यात्रियों की सेहत का भी ध्यान रखा जा सकेगा।
रेलवे बोर्ड का सख्त निर्देश
रेलवे बोर्ड ने सभी ज़ोनल रेलों को पत्र भेजकर निर्देश दिया है कि OBHS सुविधा से युक्त सभी ट्रेनों में यह बदलाव किया जाए। ट्रेन के रवाना होने से पहले इन डिस्पेंसरों को भरा जाएगा और यदि सफर के दौरान ये खत्म हो जाएं तो उन्हें दोबारा भरवाने की जिम्मेदारी हाउसकीपिंग स्टाफ की होगी।
लाखों यात्रियों को मिलेगा फायदा
हर दिन लाखों लोग स्लीपर क्लास में लंबी दूरी की यात्रा करते हैं। ऐसे में यह बदलाव उनके सफर को न केवल स्वच्छ, बल्कि और भी आरामदायक बनाएगा। यह फैसला खासकर उन ट्रेनों के लिए राहत भरा है जहां यात्रियों की संख्या ज्यादा होती है और हाइजीन को बनाए रखना चुनौतीपूर्ण हो जाता है।
स्वच्छ भारत मिशन से जुड़ता एक और कदम
रेलवे की यह पहल प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छ भारत अभियान से भी जुड़ती है। अब सिर्फ राजधानी, वंदे भारत या शताब्दी जैसी प्रीमियम ट्रेनों में ही नहीं, बल्कि आम मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में भी साफ-सफाई को लेकर नया मानक तैयार हो रहा है।

देश
फैन के हड्डियां-दांत तोड़े, सबूत के बावजूद साउथ-स्टार दर्शन बाहर:एक साल से अटका मर्डर केस, विक्टिम फैमिली बोली- कानून से भरोसा उठ गया
Published
30 minutes agoon
June 8, 2025By
Divya Akash
बेंगलुरु,एजेंसी। शरीर पर चोट के 15 निशान, टूटे दांत और तीन जगह फ्रैक्चर। 9 जून, 2024 को बेंगलुरु में रेणुकास्वामी की डेडबॉडी मिली, तब कुत्ते उसे नोंच रहे थे। 33 साल के रेणुकास्वामी चित्रदुर्ग के रहने वाले थे। पुलिस ने जांच शुरू की, सबूत जुटाए तो मर्डर में 17 लोगों के नाम पता चले। सबसे बड़ा नाम था कन्नड़ सुपरस्टार दर्शन का।
पुलिस ने दावा किया कि रेणुकास्वामी दर्शन का फैन था और उनकी दोस्त पवित्रा को गंदे मैसेज भेजता था। इसी गुस्से में दर्शन ने रेणुकास्वामी को अगवाकर उसका मर्डर करवा दिया। मारने से पहले उसे बुरी तरह टॉर्चर किया। दर्शन के खिलाफ सबूत भी थे, लेकिन कर्नाटक हाईकोर्ट ने 13 दिसंबर, 2024 को उन्हें और बाकी आरोपियों को जमानत दे दी।
रेणुकास्वामी मर्डर केस को आज एक साल पूरा हो गया, लेकिन कोर्ट में इसकी सुनवाई पूरी नहीं हो पाई है। रेणुकास्वामी के पिता काशीनाथ शिवनगौड़ा कांपती हुई आवाज में कहते हैं, ‘बेटे को गुजरे एक साल हो गए। हर दिन उसकी तस्वीर देखता हूं और सोचता हूं कि आखिरी वक्त में वो कितनी तकलीफ में रहा होगा।’
‘जिस तरह उसे मारा गया, वो किसी के बेटे के साथ नहीं होना चाहिए। मेरे बेटे के कातिल आज खुले घूम रहे हैं। मेरा कानून से भरोसा उठ गया है।’
4 पॉइंट्स में जानिए केस कहां अटका है…
1. बेंगलुरु पुलिस ने रेणुकास्वामी मर्डर केस पर सितंबर 2024 में 3,991 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की। इसमें एक्टर दर्शन, उसकी कथित गर्लफ्रेंड पवित्रा गौड़ा के साथ 15 आरोपियों के खिलाफ हत्या, अपहरण के आरोप लगे। नवंबर 2024 में दूसरी चार्जशीट पेश की गई, जिसमें हत्या वाली जगह पर आरोपियों की मौजूदगी के सबूत का जिक्र है। इसके बावजूद अदालत में सुनवाई की प्रोसेस आगे नहीं बढ़ पाई।
2. केस में मुख्य आरोपी दर्शन की याचिका पर सितंबर 2024 में कर्नाटक हाईकोर्ट ने चार्जशीट की जानकारी पब्लिश करने पर रोक लगा दी। इस आदेश की वजह से केस से जुड़े अपडेट सामने नहीं आ पाए। इससे केस की ट्रांसपेरेंसी पर सवाल उठ रहे हैं।
3. दर्शन और बाकी आरोपियों को दिसंबर 2024 में जमानत मिल गई। इसके बाद दर्शन ने विदेश जाने की इजाजत के लिए कोर्ट में याचिका दायर की। इस पर रेणुकास्वामी के पिता ने कहा कि कातिलों के खिलाफ सबूत हैं, तो उन्हें जमानत कैसे मिली। इससे न्यायिक प्रक्रिया की गंभीरता पर शक होता है।
4. कर्नाटक सरकार ने रेणुकास्वामी हत्याकांड में तेजी से सुनवाई के लिए फास्ट-ट्रैक कोर्ट बनाने पर विचार करने की बात कही थी। हालांकि, अब तक इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
8 जून 2024 को क्या हुआ था

रेणुकास्वामी बेंगलुरु हाईवे पर अपोलो फार्मेसी स्टोर पर काम करते थे। 8 जून की सुबह वे रोज की तरह काम पर गए थे, लेकिन रात तक घर नहीं लौटे। उनका फोन स्विच ऑफ आ रहा था। इससे परिवार परेशान हो गया। पिता ने पुलिस को बेटे के लापता होने की जानकारी दी।
पुलिस ने तलाश शुरू की। रेणुकास्वामी के ऑफिस से लेकर रास्तों के CCTV फुटेज खंगाले गए। 14 घंटे बाद 9 जून को रेणुकास्वामी की डेडबॉडी करीब 200 किमी दूर बेंगलुरु में मिली।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला कि रेणुकास्वामी के शरीर पर 15 चोटें लगी थीं। तीन तरफ की हड्डियां टूटी हुई थीं और पेट में खून का रिसाव हुआ था। चार दांत टूटे थे। शरीर में खून जम गया था। बॉडी पर सिगरेट से जलाने के निशान मिले।
फार्मेसी के पास मिली आखिरी लोकेशन
8 जून को रेणुकास्वामी फार्मेसी से दोस्तों के साथ बाहर निकले थे। इसकी CCTV फुटेज भी है। उन्होंने बालाजी बार के पास बाइक खड़ी की और चार लोगों के साथ ऑटो में बैठकर 2 किमी दूर एक पेट्रोल पंप पर गए। इसके बाद से उनका पता नहीं चला।
शुरुआती जांच में CCTV फुटेज और चश्मदीदों के बयानों से खुलासा हुआ कि हत्या के पीछे किसी एक आदमी का हाथ नहीं, बल्कि कई लोग शामिल हैं। पुलिस जांच में ये खुलासा हुआ कि रेणुकास्वामी दर्शन के फैन थे।
उन्होंने दर्शन की दोस्त पवित्रा को इंस्टाग्राम अकाउंट से गंदे मैसेज भेजे थे। इसी गुस्से में दर्शन ने रेणुकास्वामी का मर्डर करवा दिया। हालांकि रेणुकास्वामी का परिवार पुलिस की इस थ्योरी को झूठा बताता है। फैमिली का कहना है कि ये सब एक्टर दर्शन को बचाने के लिए गढ़ी झूठी कहानियां हैं।
पिता बोले- पुलिस और सिस्टम दर्शन को बचा रहा
कर्नाटक के चित्रदुर्ग में लक्ष्मी वेंकटेश्वर लेआउट मोहल्ले में दोमंजिला मकान ‘सिद्धम साधना’ में रेणुकास्वामी का परिवार रहता है। घर पर फिलहाल रेणुका के पिता काशीनाथ शिवनगौड़ा और मां रत्नप्रभा रहते हैं। पत्नी सहाना ने 16 अक्टूबर 2024 को एक बच्चे को जन्म दिया। रेणुकास्वामी की हत्या के समय सहाना 5 महीने की गर्भवती थी, इस वक्त वे मायके में रह रही हैं।
रेणुकास्वामी मर्डर केस में एक साल बाद भी कोई फैसला न आने से उनके पिता काशीनाथ शिवनगौड़ा निराश हैं। वो कानूनी प्रक्रिया पर नाराजगी जताते हुए कहते हैं, ‘हमारा बेटा चला गया, लेकिन अब तक इंसाफ नहीं मिला। पुलिस ने पहले दर्शन को गिरफ्तार किया, फिर कुछ महीनों बाद उसे जमानत मिल गई। ये कैसा न्याय है।’


रायपुर : कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने वैज्ञानिक एवं उन्नत तकनीकों को अपनाने किया प्रेरित

….तो बढ़ाए जाएंगे काम के घंटे, महिलाएं भी करेंगी नाइट शिफ्ट, होने लगा विरोध

22 घंटे बाद मिला एनीकेट में डूबे युवक का शव

कटघोरा विधायक पुरूषोत्तम कंवर के गुर्गों द्वारा दिव्य आकाश कर्मियों पर हमला की कोशिश

कुसमुंडा खदान में डंपर पलट कर लगी आग, सरकारी गाड़ी में कोयला और डीजल चोर सवार थे, जलने से दोनों गंभीर

कटघोरा जनपद की 25 करोड़ की जमीन उनके करीबी कांग्रेसियों की 25 लाख में कैसे हो गई?
Trending
- कोरबा2 years ago
कटघोरा विधायक पुरूषोत्तम कंवर के गुर्गों द्वारा दिव्य आकाश कर्मियों पर हमला की कोशिश
- कोरबा1 year ago
कुसमुंडा खदान में डंपर पलट कर लगी आग, सरकारी गाड़ी में कोयला और डीजल चोर सवार थे, जलने से दोनों गंभीर
- कोरबा2 years ago
कटघोरा जनपद की 25 करोड़ की जमीन उनके करीबी कांग्रेसियों की 25 लाख में कैसे हो गई?
- कोरबा1 year ago
श्रीमती स्वाति दुबे का निधन
- कोरबा10 months ago
ग्राम पंचायत पोड़ी के पूर्व सरपंच सचिव पर गबन के आधार पर अधिरोपित राशि 3341972/- रुपये शीघ्र वसूल हो- कय्युम बेग
- कोरबा2 years ago
दर्री में 1320 मेगावाट विद्युत परियोजना के लिए नई सरकार गठन के बाद होगी पर्यावरणीय जनसुनवाई
- कोरबा1 year ago
वरिष्ठ भाजपा नेता दुष्यंत शर्मा कोरबा लोकसभा उम्मीदवार के लिए प्रबल दावेदार
- छत्तीसगढ़1 year ago
बिलासपुर में अपोलो अस्पताल के 4 सीनियर डॉक्टर अरेस्ट