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कोरबा

बालको ने अल्ट्राटेक सीमेंट के साथ किया एमओयू

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बालकोनगर। भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने श्री अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड के साथ समझौता (एमओयू) किया है। इसके अंतर्गत बालको अल्ट्राटेक सीमेंट को 75,000 मीट्रिक टन फ्लाई ऐश की आपूर्ति करेगा, जिसका उपयोग कम कार्बन वाले सीमेंट के उत्पादन में किया जाएगा। कंपनी भारत के कुछ प्रमुख सीमेंट उत्पादकों को उच्च गुणवत्ता वाली फ्लाई ऐश का पसंदीदा आपूर्तिकर्ता बन गया है। इससे सीमेंट उद्योग में फ्लाई ऐश के सस्टेनेबल उपयोग के लिए महत्वपूर्ण सहयोग तथा सर्कुलर इकोनॉमी में बढ़ोत्तरी होगी।

फ्लाई ऐश थर्मल पावर उत्पादन का उप-उत्पाद है जो बालको के एल्यूमिनियम प्लांट की बिजली की जरूरतों को पूरा करने से उत्पादित होता है। इसमें विभिन्न उद्योगों में पुन: उपयोग की महत्वपूर्ण क्षमता है। सीमेंट उद्योग में अपने अंतर्निहित सीमेंटीय गुणों के कारण कच्चे माल के तौर पर इसकी मांग है। इसके उपयोग से पानी की खपत में कमी, बेहतर कार्य क्षमता, बेहतर यांत्रिक गुण और टिकाऊपन आदि शामिल है। इसके साथ औद्योगिक उप-उत्पाद होने के कारण फ्लाई ऐश के उपयोग से सीमेंट लागत तथा ऊर्जा बचत हुई है। सीमेंट निर्माण में फ्लाई ऐश का उपयोग करने से लगभग 700-800 किलोग्राम कार्बन उत्सर्जन, 4.2 मिलियन गीगा जूल ऊर्जा और प्रति टन 341 लीटर पानी बचाया जा सकता है।

फ्लाई ऐश का उपयोग सीमेंट के अलावा ईंट निर्माण, सड़क निर्माण, इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट और कृषि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में किया जाता है। भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बड़े पैमाने पर परियोजनाओं का कार्यान्वयन हुआ जिससे फ्लाई ऐश के उपयोग में वृद्धि हुई है। बालको के बिजली संयंत्र में उच्च गुणवत्ता वाले कोयला इस्तेमाल से कम सल्फर तथा उच्च गुणवत्ता वाली राखड़ होता है जो सीमेंट उत्पादन, ईंट एवं सड़क निर्माण के लिए आदर्श उत्पाद है। वित्तीय वर्ष 2024 में बालको ने विभिन्न उद्योगों की जरूरतों को पूरा करते हुए 4 मिलियन मीट्रिक टन से अधिक फ्लाई ऐश की आपूर्ति की है। इस पहल से 150 प्रतिशत राखड़ का उपयोग सुनिश्चित हुआ है। हमारे रिसोर्स एफिशिएंसी और एनवायरमेंटल सस्टेनेबिलिटी को अधिकतम करने की प्रतिबद्धता के अनुरूप है।

बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक राजेश कुमार ने कहा कि हम उप-उत्पादों के प्रभावी उपयोग को सुनिश्चित करके सर्कुलर इकोनॉमी पहल को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। ऐसे इंडस्ट्री एमओयू से कई लाभ हुए हैं जिसमें सीमेंट निर्माण के गुणवत्ता में बढ़ोत्तरी, लागत में कमी और सस्टेनेबिलिटी लाभ के साथ ही प्रभावी अपशिष्ट प्रबंधन में भी सहायता मिली है। हमारे वेस्ट टू वेल्थ पहल का उद्देश्य वैल्यू चैन को विकसित करना है जो हमारे उप-उत्पादों को अन्य उद्योगों के लिए मूल्यवान संसाधनों में परिवर्तित करते हैं। यह समझौता हमारे रिसोर्स एफिशिएंसी और एनवायरमेंटल सस्टेनेबिलिटी को अधिकतम करने की प्रतिबद्धता के अनुरूप है।

अल्ट्राटेक सीमेंट के प्रवीण कुमार, वरिष्ठ महाप्रबंधक (आरएम और ईंधन पूर्वी क्लस्टर) ने एमओयू पर खुशी जाहिर करते हुए इससे होने वाले पारस्परिक लाभों के महत्व को बताया। उन्होंने कहा कि बालको के साथ एमओयू सस्टेनेबल प्रैक्टिस के प्रति हमारी प्रतिबद्धता के अनुरूप है। सीमेंट उत्पादन में फ्लाई ऐश का उपयोग न केवल उत्पाद की गुणवत्ता को बढ़ाता है बल्कि हमारे सस्टेनेबिलिटी प्रयासों के प्रति कंपनी की कटिबद्धता को भी दर्शाता है।

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कोरबा

हनुमान जयंती पर बताती में विशाल भंडारे का आयोजन

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मातनहेल परिवार का आयोजन, 12 अप्रैल को हनुमान प्रकटोत्सव

कोरबा (दिव्य आकाश)। कोरबा ब्लाक के सुदूर वनांचल क्षेत्र बताती में धूमधाम से हनुमान जयंती मनाया जाएगा। 12 अप्रैल को हनुमान प्रकटोत्सव पूरे जिले भर में धूमधाम से मनाया जाएगा। इसी कड़ी में मातनहेल परिवार द्वारा ग्राम बताती के बताती बगीचा परिसर में स्थित हनुमान मंदिर प्रांगढ़ में हनुमान जयंती भव्य रूप से मनायी जाएगी और सुबह 11 बजे से विशाल भंडारे का आयोजन किया गया है। राजबीर प्रसाद अग्रवाल, राजकुमार अग्रवाल एवं भगवानदास ने इस धार्मिक आयोजन में शामिल होने सभी से अपील की है।

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कोरबा

कोयला मंत्री का कोरबा प्रवास: काला झंडा दिखाने से पहले भू-विस्थापित नजरबंद

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कोरबा/गेवरा। कोयला मंत्री के सामने भू विस्थापित एवं रोजगार विरोधी नीतियों को बनाने वाले अधिकारियों को काले झंडे दिखाने से पहले पुलिस ने रोक लिया और गेवरा स्थित सीनियर रिक्रियेशन क्लब में प्रदर्शनकारियों को नजरबंद कर दिया गया है।


सीनियर रिक्रेशन क्लब में सभी प्रदर्शन करने वालों को रोक कर रखा गया है पुलिस प्रशासन ने कोयला मंत्री से मिलकर बात रखने का आश्वाशन दिया है।
छत्तीसगढ़ किसान सभा और भूविस्थापित रोजगार एकता संघ के नेतृत्व में कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी के गेवरा आगमन पर एसईसीएल के सीएमडी,बोर्ड मेंबरों के दौरे का जबरदस्त विरोध करने की तैयारी कर रहे सभी प्रदर्शनकारियों को सीनियर रिक्रेशन क्लब में रखा गया है।


पुलिस प्रशासन ने मांगों को रखने और ज्ञापन सौंपने के लिए समय प्रदान करने का आश्वासन दिया है।
किसान सभा के नेता प्रशांत झा, भू विस्थापित संघ के नेता रेशम यादव,दामोदर श्याम,जय कौशिक,सुमेन्द्र सिंह,रघु यादव समेत बड़ी संख्या में भू विस्थापितों को पुलिस ने रोक दिया और प्रदर्शनकारी कोयला मंत्री एवं अधिकारियों को काला झंडा नहीं दिखा पाए।

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कोरबा

कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी गेवरा खदान के व्यू प्वाइंट तक पहुंचे, कोयला उत्खनन पर जोर

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0 कोरबा पहुंचने पर सीएमडी सहित अधिकारियों ने किया स्वागत
कोरबा/ गेवरा। केन्द्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी एसईसीएल की गेवरा खदान पहुंचे और व्यू प्वाइंट से खनन गतिविधियों का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों से खनन गतिविधियों की जानकारी ली और अधिक से अधिक उत्खनन और परिवहन पर जोर देने अधिकारियों को निर्देशित किया।


इसके पूर्व गेवरा पहुंचने पर सीएमडी हरीश दुहन सहित एसईसीएल के अधिकारियों ने श्री रेड्डी का स्वागत किया। इस अवसर पर भाजपा नेताओं ने भी श्री रेड्डी का भव्य स्वागत किया।
कामगारों से किया सीधा संवाद


गेवरा खदान पहुंचने के बाद कोयला मंत्री सबसे पहले कामगारों से मिले और उनसे सीधा संवाद किया और समस्याओं के बारे में जानकारी ली। व्यू प्वाइंट पहुंचने पर वे कामगारों को सम्मानित भी किया। उसके बाद शोवेल-शावेल आपरेटरों से मिले और उनके साथ केबिन में बैठकर मशीन का संचालन देखा और समझा।
सस्टेनेबल माइनिंग पर जोर


कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी ने सर्फेस माइनर का आपरेशन देखा और सस्टेनेबल माइनिंग पर जोर दिया। उन्होंने कोयला उत्खनन, लोडिंग एवं परिवहन बढ़ाने के निर्देश दिए। ज्ञातव्य हो कि बीते वित्तीय सत्र में एसईसीएल ने अपना लक्ष्य हासिल नहीं कर पाया और एसईसीएल गेवरा खदान के विस्तार के लिए भू अधिग्रहण की प्रक्रिया में तेजी ना आने के कारण एसईसीएल गेवरा खदान में प्रोडक्शन प्रभावित हुआ है और भू विस्थापितों का आक्रोश प्रबंधन को झेलना पड़ रहा है। कोयला मंत्री के आगमन के पूर्व सीएमडी हरीश दुहन मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से भी मिले और भू अधिग्रहण प्रक्रिया को आगे बढ़ाने सहयोग कर चर्चा भी की।


लक्ष्य हासिल न होने के कारण कोयला मंत्री ने इसे संज्ञान में लिया और स्वयं खदान का निरीक्षण करने और अधिकारियों-कामगारों में जोश भरने दीपका पहुंचे और गेवरा खदान के व्यू प्वाइंट में पहुंचकर प्रोडक्शन बढ़ाने पर जोर दिया।

एसईसीएल के सुरक्षा अधिकारियों ने कोयला मंत्री किशन रेड्डी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया

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