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मनमोहन सिंह की अंतिम यात्रा कल सुबह 9.30 बजे:पार्थिव शरीर कांग्रेस मुख्यालय लाया जाएगा, मोदी-शाह ने घर पहुंचकर श्रद्धांजलि दी

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नई दिल्ली,एजेंसी। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का गुरुवार रात निधन हो गया। वे 92 साल के थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने उनके आवास पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इधर, केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में पूर्व पीएम को श्रद्धांजलि दी गई और शोक प्रस्ताव पारित किया गया।

मनमोहन लंबे समय से बीमार थे। घर पर बेहोश होने के बाद उन्हें रात 8:06 बजे दिल्ली AIIMS लाया गया था। हॉस्पिटल बुलेटिन के मुताबिक, रात 9:51 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली।

उनकी अंतिम यात्रा शनिवार 28 दिसंबर को सुबह 9:30 बजे दिल्ली स्थित AICC (ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी) मुख्यालय से शुरू होगी। यह जानकारी कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने दी।

उन्होंने बताया- शनिवार सुबह 8 बजे डॉ. सिंह का पार्थिव शरीर उनके आवास से AICC मुख्यालय लाया जाएगा, जहां सुबह 8:30 बजे से 9:30 बजे तक लोग और कांग्रेस कार्यकर्ता उन्हें श्रद्धांजलि दे सकेंगे।

देश के पहले सिख पीएम, सबसे लंबे समय इस पद पर रहने वाला चौथे नेता मनमोहन सिंह, 2004 में देश के 14वें प्रधानमंत्री बने थे। उन्होंने मई 2014 तक इस पद पर दो कार्यकाल पूरे किए थे। वे देश के पहले सिख और सबसे लंबे समय तक रहने वाले चौथे प्रधानमंत्री थे।

मनमोहन सिंह के निधन के चलते केंद्र सरकार ने 7 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। साथ ही शुक्रवार को होने वाले सभी कार्यक्रम कैंसिल कर दिए गए हैं।

राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे बेलगावी से देर रात दिल्ली पहुंचने के बाद सीधे मनमोहन सिंह के आवास गए थे। राहुल ने X पर लिखा- मैंने अपना मार्गदर्शक और गुरु खो दिया।

इस बीच, कर्नाटक के बेलगावी में चल रही कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) मीटिंग रद्द कर दी गई। कांग्रेस स्थापना दिवस से जुड़े आयोजन भी कैंसिल हो गए हैं। पार्टी के इवेंट 3 जनवरी के बाद शुरू होंगे।

मनमोहन का पार्थिव शरीर कल कांग्रेस मुख्यालय में रखा जाएगा, जहां आम लोग उन्हें श्रद्धांजलि देंगे। जानकारी के मुताबिक, मनमोहन का अंतिम संस्कार कल होगा। उनकी बेटियां आज शाम तक अमेरिका से भारत आ जाएंगी। अंतिम संस्कार किस जगह होगा, इसका फैसला प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) करेगा।

मनमोहन सिंह के निधन पर फिल्म इंडस्ट्री में शोक

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर है। सनी देओल, संजय दत्त, चिरंजीवी समेत कई सेलेब्स ने उन्हें श्रद्धांजलि दी, वहीं स्वरा भास्कर ने मनमोहन सिंह से जुड़ा कॉलेज का किस्सा शेयर किया है। जब उन्होंने अपने ही खिलाफ प्रदर्शन करने वाले स्टूडेंट्स को सस्पेंड होने से बचाया था।

अंतिम यात्रा कल सुबह 9.30 बजे शुरू होगी

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की अंतिम यात्रा शनिवार 28 दिसंबर को सुबह 9:30 बजे दिल्ली स्थित AICC (ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी) मुख्यालय से शुरू होगी। यह जानकारी कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने दी।

उन्होंने बताया- शनिवार सुबह 8 बजे डॉ. सिंह का पार्थिव शरीर उनके आवास से AICC मुख्यालय लाया जाएगा, जहां सुबह 8:30 बजे से 9:30 बजे तक लोग और कांग्रेस कार्यकर्ता उन्हें श्रद्धांजलि दे सकेंगे।

कांग्रेस मुख्यालय पर आज शाम मनमोहन का श्रद्धांजलि दी जाएगी

कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बताया कि पार्टी मुख्यालय पर शाम 5.30 बजे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी जाएगी। इसमें कांग्रेस वर्किंग कमेटी मेंबर्स, विशेष रूप से आमंत्रित सदस्य भी शामिल होंगे।

RSS ने कहा- देश मनमोहन के योगदान को याद रखेगा

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत और महासचिव दत्तात्रेय होसबाले ने मनमोहन सिंह के निधन पर शोक जताया। संयुक्त बयान में उन्होंने कहा कि वे सामान्य परिवार से थे और देश के सर्वोच्च पद पर पहुंचे। वे विख्यात अर्थशास्त्री थे। उनके योगदान को देश हमेशा याद रखेगा। ईश्वर उनकी आत्मा को सद्गति दें।

ओवैसी बोले- मनमोहन ने मुसलमानों को उठाने का काम किया

AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मैं अपनी पार्टी की तरफ से मनमोहन सिंह के परिवार को इस मुश्किल घड़ी में संबल प्रदान करता हूं। मनमोहन सिंह साहब विभाजन के वक्त रिफ्यूजी थे। ईमानदारी और मेहनत से वे तरक्की करते गए। 2004 में वे प्रधानमंत्री बने। वे पहले पीएम थे, जिन्होंने अल्पसंख्यकों खासकर मुस्लिमों को ऊपर उठाने का काम किया।

कोविंद बोले- मनमोहन भारतीय अर्थव्यवस्था के आधुनिक निर्माता थे

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि मनमोहन सिंह का जाना महान देश और मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से क्षति है। मैं उनको बरसों से जानता था। राष्ट्रपति भवन में मेरी उनसे मुलाकात होती थी। वे सौम्यता के प्रतीक थे। वे इंडियन इकोनॉमी के आधुनिक निर्माता थे।

सोनिया, राहुल और प्रियंका ने मनमोहन को श्रद्धांजलि दी

कांग्रेस की राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, सांसद प्रियंका गांधी, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल और अन्य कांग्रेसी नेता मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देने उनके आवास पहुंचे।

मनमोहन के पार्थिव शरीर को तिरंगे से लपेटा

सेना के अफसरों ने मनमोहन सिंह के पार्थिव शरीर को तिरंगा से लपेटा।

मोदी ने कहा- देशवासियों की तरफ से मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं

दलगत राजनीति से ऊपर उठकर उन्होंने हर दल के व्यक्ति से संपर्क रखा, सहज उपलब्ध रहे। यहां दिल्ली आने के बाद भी मेरी उनसे बात मुलाकात होती थी। मुझे उनसे हुईं मुलाकातें और चर्चाएं हमेशा याद रहेंगी। इस कठिन घड़ी में उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं प्रकट करता हूं। सभी देशवासियों की तरफ से श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।

मोदी बोले- सौम्यता उनके संसदीय जीवन की पहचान बनी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मनमोहन सिंह ने वित्तीय संकट से घिरे देश को एक नई अर्थव्यवस्था के मार्ग पर प्रशस्त किया। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। जनता के प्रति देश के विकास के प्रति उनका कमिटमेंट उसे हमेशा बहुत सम्मान से देखा जाएगा। डॉ. मनमोहन सिंह जी का जीवन, उनकी ईमानदारी और सादगी का प्रतिबिंब था। उनकी विनम्रता सौम्यता उनके संसदीय जीवन की पहचान बनी।

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भारत के 52वें चीफ जस्टिस बनेंगे जस्टिस बीआर गवई:देश के दूसरे दलित चीफ जस्टिस, 7 महीने का कार्यकाल; 14 मई से संभालेंगे काम

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नई दिल्ली, एजेंसी। भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना ने अपने उत्तराधिकारी के रूप में जस्टिस बीआर गवई के नाम की आधिकारिक सिफारिश की है। उनके नाम को मंजूरी के लिए केंद्रीय कानून मंत्रालय को भेज दिया गया है। इसके साथ ही जस्टिस भूषण रामकृष्ण गवई का भारत का 52वां मुख्य न्यायाधीश बनना तय हो गया है।

परंपरा है कि मौजूदा CJI अपने उत्तराधिकारी के नाम की सिफारिश तभी करते हैं, जब उन्हें कानून मंत्रालय से ऐसा करने का आग्रह किया जाता है। मौजूदा CJI संजीव खन्ना का कार्यकाल 13 मई को खत्म हो रहा है।

CJI खन्ना के बाद वरिष्ठता सूची में जस्टिस गवई का नाम है। इसलिए जस्टिस खन्ना ने उनका नाम आगे बढ़ाया है। हालांकि उनका कार्यकाल सिर्फ 7 महीने का होगा।

सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर दिए प्रोफाइल के मुताबिक जस्टिस गवई 24 मई 2019 को सुप्रीम कोर्ट जज के रूप में प्रमोट हुए थे। उनके रिटायरमेंट की तारीख 23 नवंबर 2025 है।

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वक्फ कानून पर तत्काल रोक से सुप्रीम कोर्ट का इनकार:केंद्र सरकार से पूछा- क्या हिंदू धार्मिक ट्रस्टों में मुस्लिमों को जगह देंगे

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नई दिल्ली, एजेंसी। केंद्र सरकार के वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को दो घंटे सुनवाई हुई। इस कानून के खिलाफ 100 से ज्यादा याचिकाएं लगाई गई हैं। सुप्रीम कोर्ट ने इन पर केंद्र से जवाब मांगा है, लेकिन कोर्ट ने कानून के लागू होने पर तत्काल रोक नहीं लगाई है।

सुप्रीम कोर्ट ने वक्फ कानून के विरोध में देशभर में हो रही हिंसा पर चिंता जताई। इस पर SG ने कहा कि ऐसा नहीं लगना चाहिए कि हिंसा का इस्तेमाल दबाव डालने के लिए किया जा सकता है। कोर्ट ने कहा कि हम इस पर फैसला करेंगे।

सुनवाई के दौरान कपिल सिब्बल ने कहा कि वक्फ कानून के तहत बोर्ड में अब हिंदुओं को भी शामिल किया जाएगा। यह अधिकारों का हनन है। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से पूछा कि क्या वह मुसलमानों को हिंदू धार्मिक ट्रस्टों का हिस्सा बनने की अनुमति देने को तैयार है। हिंदुओं के दान कानून के मुताबिक, कोई भी बाहरी बोर्ड का हिस्सा नहीं हो सकता है।

CJI संजीव खन्ना और जस्टिस पीवी संजय कुमार, जस्टिस केवी विश्वनाथन की बेंच मामले पर सुनवाई कर रही है। केंद्र की ओर से सॉलिसिटर जनरल (SG) तुषार मेहता पैरवी कर रहे हैं। वहीं कानून के खिलाफ कपिल सिब्बल, राजीव धवन, अभिषेक मनु सिंघवी, सीयू सिंह दलीलें रख रहे हैं।’

सुप्रीम कोर्ट अब गुरुवार 2 बजे सुनवाई करेगा। सुनवाई में अपीलकर्ताओं ने वक्फ बोर्ड बनाने, पुरानी वक्फ संपत्तियों के रजिस्ट्रेशन, बोर्ड मेंबर्स में गैर-मुस्लिम और विवादों के निपटारों को लेकर मुख्य दलीलें दीं।

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चीन ने कीमती मेटल्स की सप्लाई रोकी:गाड़ी, हथियार, एयरक्राफ्ट महंगे होंगे; अब ट्रम्प बोले- इलेक्ट्रॉनिक सामान पर भी टैरिफ लगाऊंगा

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वॉशिंगटन डीसी,एजेंसी। चीन ने अमेरिका के साथ बढ़ती ट्रेड वॉर के बीच 7 कीमती धातुओं (रेयर अर्थ मटेरियल) के निर्यात पर रोक लगा दी है।

चीन ने कार, ड्रोन से लेकर रोबोट और मिसाइलों तक असेंबल करने के लिए जरूरी मैग्नेट यानी चुंबकों के शिपमेंट भी चीनी बंदरगाहों पर रोक दिए हैं।

ये मटेरियल ऑटोमोबाइल, सेमीकंडक्टर और एयरोस्पेस बिजनेस के लिए बेहद अहम हैं। इस फैसले से दुनियाभर में मोटरव्हीकल, एयरक्राफ्ट, सेमीकंडक्टर और हथियार बनाने वाली कंपनियों पर असर पड़ेगा। ये महंगे हो जाएंगे।

चीन ने 4 अप्रैल को इन 7 कीमती धातुओं के निर्यात पर रोक लगाने का आदेश जारी किया था। आदेश के मुताबिक ये कीमती धातुएं और उनसे बने खास चुंबक सिर्फ स्पेशल परमिट के साथ ही चीन से बाहर भेजे जा सकते हैं।

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