Connect with us

देश

नौसेना ने जंगी जहाजों को अलर्ट पर रखा:अरब सागर में एंटी शिप और एंटी एयरक्राफ्ट फायरिंग की प्रैक्टिस; गुजरात के नजदीक कोस्ट गार्ड तैनात

Published

on

नई दिल्ली,एजेंसी। पहलगाम आतंकी हमले को 8 दिन बीत चुके हैं। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) मामले की जांच कर रही है। NIA चीफ सदानंद दाते गुरुवार दोपहर पहलगाम पहुंचे। इसके बाद वे घटनास्थल जाएंगे। जहां आतंकियों ने 26 पर्यटकों की हत्या कर दी थी।

NIA की टीम इलाके की 3डी मैपिंग करेगी ताकि क्राइम स्पॉट को बेहतर ढंग से समझा जा सके। आतंकी कहां से आए थे और किस रास्ते से गए। इसकी जानकारी मिल सकेगी।

आतंकियों ने हमला करने से पहले चार स्थानों पर रेकी की थी। इसमें बायसरन के अलावा अरु वैली, बेताब वैली और एम्यूजमेंट पार्क (लोकल पार्क) शामिल है।

न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, इंडियन नेवी ने वॉरशिप को अलर्ट पर रखा है। पिछले दिनों अरब सागर में एंटी शिप और एंटी एयरक्राफ्ट फायरिंग की प्रैक्टिस की गई। गुजरात के नजदीक कोस्ट गार्ड की भी तैनाती की गई है।

उधर पाकिस्तान ने इंटरनेशनल बॉर्डर पर चौकियों पर अपने झंडे फिर लगा दिए हैं। एक दिन पहले पाक ने चौकियों से झंडे हटा दिए थे। इस बीच पाकिस्तान ने अमेरिका से मदद मांगी है।

प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अमेरिका से अपील की है कि वह भारत पर जिम्मेदारी से पेश आने और बयानबाजी कम करने का दबाव बनाए।

अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से शरीफ ने यह भी कहा कि भारत के उकसाने वाले रवैया से क्षेत्रीय हालात बिगड़ सकते हैं। रुबियो ने बुधवार रात शहबाज शरीफ और भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से फोन पर बात की। उन्होंने पहलगाम हमले की निंदा की और कहा- आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका भारत के साथ है।

इंडियन नेवी ने वॉरशिप को अलर्ट पर रखा, कोस्ट गार्ड की तैनाती

न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, इंडियन नेवी ने अरब सागर में प्रैक्टिस की। वॉरशिप को किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए अलर्ट पर रखा गया है। पिछले कुछ दिनों में अरब सागर में एंटी शिप और एंटी एयरक्राफ्ट फायरिंग की प्रैक्टिस की गई। गुजरात के नजदीक अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा के पास कोस्ट गार्ड को तैनात किया गया है।

बायसरन में हमले से पहले आतंकियों ने चार इलाकों में रेकी की थी

सूत्रों के मुताबिक, आतंकियों ने चार इलाकों बायसरन घाटी, अरु वैली, बेताब वैली और एम्यूजमेंट पार्क की रेकी थी। फिर बाद में बायसरन घाटी में जाकर हमला किया।

तालिबान सरकार ने कहा- भारत और पाक बातचीत से हल निकालें

अफगानिस्तान की तालिबान सरकार में कार्यवाहक विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी ने कहा, हम क्षेत्रीय संघर्ष का समर्थन नहीं करते और मानते हैं कि भारत और पाकिस्तान को सभी मुद्दों पर बातचीत के माध्यम से हल निकालना चाहिए।

NIA चीफ जम्मू-कश्मीर के पहलगाम पहुंचे

NIA चीफ जम्मू-कश्मीर के पहलगाम पहुंचे। सूत्रों के मुताबिक वह घटनास्थल जाएंगे। जहां 22 अप्रैल को आतंकियों ने 26 लोगों की हत्या कर दी थी।

शिवखोड़ी मंदिर में तीर्थयात्रियों की संख्या में गिरावट

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के कारण रियासी जिले में शिवखोड़ी मंदिर में तीर्थयात्रियों की संख्या में भारी गिरावट आई है। इसका असर लोकल बिजनेस, टट्टू संचालक और टूरिज्म पर पड़ रहा है।

Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

कोरबा

गर्मी की छुट्टी में भी अध्ययन बंद ना हो

Published

on


भीषण गर्मी को देखते हुए राज्य शासन ने नियत समय से पहले स्कूल से बच्चों को अवकाश दे दिया। अब गर्मी के अवकाश में बच्चे मस्ती करेंगे, घूमेंगे-फिरेंगे और मोबाईल में समय बीताएंगे। अवकाश का मतलब पढ़ाई से छुट्टी नहीं होता, बल्कि घर में रहकर कुछ घंटे के लिए पढ़ाई का भी होता है। विद्यालय में आज पढ़ाई का बोझ कुछ ज्यादा ही होता है, जिसके कारण 10 माह स्कूल की पढ़ाई, घर का होमवर्क, ऊपर से अभिभावकों के दबाव के कारण दो-तीन घंटे तक ट्यूशन की पढ़ाई…ऊफ! सिर्फ 10 महीने तक पढ़ाई ही पढ़ाई… यहां तक के लिए बच्चों के पास खेलने का समय भी नहीं निकल पाता। इतना स्ट्रैस… विद्यार्थी जीवन के लिए ठीक नहीं। बच्चे पढ़ाई को उत्सव के रूप में लें… ना कि स्टै्रस। विद्यार्थी जीवन का मजा तभी है, जब पढ़ाई के लिए कड़े संघर्षों के साथ-साथ पर्याप्त खेलने का भी वक्त मिले। बच्चे गर्मी की छुट्टी में पूरा समय खेलने में बीता देते हैं और पुस्तक से कोसों दूर चले जाते हैं, यह भी ठीक नहीं।
गर्मी की छुट्टी में मस्ती करें, खेलें, रिश्तेदारों के घर घूमें-फिरें लेकिन वक्त का तकाजा है कि पुस्तक से दूर कभी ना हों। विद्यालयीन पुस्तकों का अध्ययन कुछ घंटे जरूर करें और गर्मी की छुट्टी में समान्य ज्ञान, कौशल विकास, व्यक्तित्व विकास, सामाजिक विकास, प्रतियोगी परीक्षाओं की पुस्तकें अवश्य पढ़ें। मस्तिष्क को तरोजाता करने के लिए मनोरंजक पुस्तकों का अध्ययन करना बेहतर होगा। पुस्तक हमारे सच्चे मित्र होती हैं और सच्चे मित्र का सानिध्य निरंतर जीवन में मिलता रहे, तो जीवन सरल होता है और समस्याओं का समाधान भी मिलता है। पुस्तक हमें सबकुछ सीखाती हैं। जीवन जीने की कला, जीवन में अनुशासन, बड़ों और छोटों के साथ व्यवहार करना, जीवन में सामाजिक कार्यों का महत्व, सेवा का महत्व, परिवार का महत्व… और ना जाने जीवन में क्या-क्या सीखा जाती हैं पुस्तकें। पुस्तकों का साथ… मायने … जीवन में सुख-समृद्धि-सफलता। इति

Continue Reading

देश

सिंधु जल समझौता रद्द: भारत की बड़ी रणनीतिक पहल, गृह मंत्री अमित शाह की उच्चस्तरीय बैठक

Published

on

नई दिल्ली ,एजेंसी। भारत सरकार ने 23 अप्रैल को सिंधु जल समझौते को रद्द कर दिया है। यह निर्णय कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के ठीक बाद लिया गया, जिसमें 26 भारतीयों की जान गई थी। अब गृह मंत्री अमित शाह इस फैसले के बाद की कार्ययोजना और लाभों को लेकर वरिष्ठ मंत्रियों के साथ एक अहम बैठक करेंगे।

बैठक में क्या होगा एजेंडा?
इस बैठक में सिंधु जल समझौते को लेकर:
➤ मंत्रियों को ब्रीफिंग दी जाएगी कि कैसे समझौते के तहत भारत का पानी पाकिस्तान को दिया जा रहा था।
➤ पानी रोकने के उपायों जैसे कि नहरों का निर्माण, जल भंडारण, डिसिल्टिंग, फ्लश आउट जैसी रणनीतियों पर चर्चा होगी।
➤ पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली जैसे राज्यों को होने वाले लाभों पर विस्तृत योजना रखी जाएगी।

भारत के किसानों को कैसे होगा फायदा?
समझौते को रद्द करने के बाद:
➤ भारत अब पाकिस्तान को दिया जाने वाला पानी खुद इस्तेमाल कर पाएगा।
➤ इससे सिंचाई सुविधाओं का विस्तार, सूखे क्षेत्रों में पानी पहुंचाना, और कृषि उत्पादन में वृद्धि संभव होगी।
➤ यह फैसला विशेष रूप से पंजाब और हरियाणा के किसानों के हित में बताया जा रहा है।

क्या था सिंधु जल समझौता?
➤ यह समझौता 1960 में भारत और पाकिस्तान के बीच विश्व बैंक की मध्यस्थता में हुआ था।
➤ समझौते के तहत भारत को ब्यास, रावी और सतलुज, जबकि पाकिस्तान को झेलम, चिनाब और सिंधु नदियों पर प्राथमिक अधिकार मिला था।
➤ हालांकि, भारत को अपने हिस्से की नदियों का अधिकतम उपयोग करने की छूट थी, लेकिन तकनीकी और राजनीतिक बाधाओं के चलते ऐसा नहीं हो सका।

समझौता रद्द होने पर पाकिस्तान की बौखलाहट
समझौता रद्द होते ही पाकिस्तान ने कूटनीतिक बयानबाज़ी शुरू कर दी है:
➤ पाक विदेश मंत्री इशाक डार ने कहा कि वे अपने अधिकारों की रक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाएंगे।
➤ पाकिस्तान के विदेश कार्यालय में उच्च स्तरीय बैठक हुई जिसमें सिंधु जल समझौते को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया गया।
➤ बिलावल भुट्टो ने बयान दिया कि “या तो सिंधु नदी में पानी बहेगा या खून”, जो स्पष्ट रूप से एक गंभीर चेतावनी या गीदड़भभकी मानी जा रही है।

भारत का आत्मनिर्भर जलनीति की ओर कदम
सिंधु जल समझौते को रद्द करना भारत का एक रणनीतिक और आत्मनिर्भरता की दिशा में अहम फैसला है। इससे जहां भारत की कृषि और जल संसाधनों को मजबूती मिलेगी, वहीं पाकिस्तान पर राजनीतिक और पर्यावरणीय दबाव भी बढ़ेगा। अब यह देखना अहम होगा कि भारत इस निर्णय को जमीनी स्तर पर कितनी प्रभावी ढंग से लागू कर पाता है।

Continue Reading

देश

पहलगाम के दोषियों को कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी:मधुबनी में PM मोदी बोले- आंतकियों को मिट्टी में मिलाने का समय आ गया

Published

on

मधुबनी ,एजेंसी। पहलगाम अटैक के बाद गुरुवार को बिहार के मधुबनी पहुंचे पीएम मोदी ने कहा कि ‘पहलगाम के दोषियों को मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है। आतंकियों को कल्पना से भी बड़ी सजा मिलकर रहेगी।’

‘आतंकी हमले में किसी ने अपना बेटा खोया, किसी ने भाई, किसी ने जीवन साथी खोया। इनमें से कोई बांग्ला बोलता था, कोई कन्नड़, कोई गुजराती था, कोई बिहार का लाल था। आज सभी की मृत्यु पर कारगिल से कन्याकुमारी तक हमारा आक्रोश एक जैसा है।’

पीएम मोदी ने कहा, ’22 अप्रैल को जम्मू- कश्मीर के पहलगाम में मासूम लोगों को जिस तरह से मारा है। उससे पूरा देश व्यथित है। उनके दुख में पूरा देश साथ खड़ा है। जिनका अभी इलाज चल रहा है, वे जल्द स्वस्थ हों इसके लिए भी सरकार प्रयास कर रही है।स्पष्ट कहना चाहता हूं, हमला करने वालों को और उनकी मदद करने वालों को कल्पना से भी बड़ी सभा मिलकर रहेगी।’

पंचायती राज कार्यक्रम में शामिल हुए पीएम ने मृतकों को मंच से श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि ‘अपनी बात शुरू करने से पहले मैं आप सबसे एक प्रार्थना करना चाहता हूं। आप जहां हैं, वहीं अपने स्थान पर बैठे रहकर ही 22 तारीख को जिन परिवारजनों को हमने खोया है। उनको श्रद्धांजलि देंगे। इसके बाद मैं अपनी बात शुरू करूंगा।’

बिहार की धरती से दुनिया को कहता हूं- भारत आतंकियों को सजा देगा

पहलगाम आतंकी हमले पर पीएम मोदी ने कहा, ‘हम उन्हें धरती के अंतिम छोर तक खदेड़ेंगे। आतंकवाद से भारत की आत्मा कभी नहीं टूटेगी। आतंकवाद को सजा मिलेगी। न्याय सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। पूरा देश इस संकल्प में एक है। मानवता में विश्वास रखने वाला हर व्यक्ति हमारे साथ है। मैं विभिन्न देशों के लोगों और उनके नेताओं को धन्यवाद देता हूं जो हमारे साथ खड़े हैं।’

Continue Reading

Trending