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छत्तीसगढ़

बघेल-सिंहदेव को मिली नई जिम्मेदारियां

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दोनों नेता कांग्रेस की नेशनल टीम का हिस्सा

लोकसभा चुनाव में होगा अनुभव का इस्तेमाल

रायपुर, एजेंसी। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार जाने के बाद दिग्गज नेताओं का क्या होगा, यह चर्चा हर जगह हो रही है। कांग्रेस आलाकमान ने हाल ही में कुछ ऐसे आदेश जारी किए, जिससे यह इशारा मिलता है कि इनके अनुभव का इस्तेमाल आने वाले लोकसभा चुनाव में पार्टी करने जा रही है। हालिया जारी आदेशों में पार्टी ने सिंहदेव-बघेल को जिम्मेदारी सौंपी है। शुक्रवार को जारी हुए ताजा आदेश में छत्तीसगढ़ के पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव को कांग्रेस ने राष्ट्रीय घोषणा पत्र समिति का संयोजक नियुक्त किया है। सिंहदेव सीधे तौर पर उस प्लानिंग का हिस्सा होंगे, जिसमें कांग्रेस लोकसभा चुनाव को लेकर अपना घोषणा पत्र तैयार करेगी। इससे पहले एक और आदेश जारी किया गया था, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भी पार्टी ने अपनी नेशनल टीम में शामिल किया है। उन्हें राष्ट्रीय गठबंधन समिति का सदस्य बनाया है। इस समिति में भूपेश के अलावा राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत, सलमान खुर्शीद, मोहन प्रकाश, मुकुल वासनिक भी शामिल हैं।

बड़े नेताओं के बीच सिंहदेव को अहमियत

घोषणा पत्र की समिति में सिंहदेव को संयोजक बनाया गया है। इसमें प्रियंका गांधी वाड्रा, शशि थरूर, जयराम रमेश, आनंद शर्मा जैसे बड़े नेता शामिल हैं। ये समिति में सदस्य बनाए गए हैं।

पिछली सरकार लाने में घोषणापत्र अहम

दरअसल, 2018 तक 15 साल तक सत्ता में रही भाजपा को हटाने के लिए कांग्रेस पूरी ताकत लगाई थी। ऐसे में घोषणा पत्र तैयार करने की जिम्मेदारी सिंहदेव को ही दी गई। माना जाता है कि कांग्रेस के 2018 के चुनाव को जीतने के पीछे अहम रोल घोषणा पत्र का भी था। अब लोकसभा चुनाव में घोषणा पत्र तैयार करने में सिंहदेव के अनुभव का फायदा कांग्रेस उठाना चाहती है।

भूपेश बघेल की बढ़ सकती है जिम्मेदारी

भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का एकमात्र ऐसा चेहरा हैं, जो एग्रेशन के लिए जाना जाता है। कहा जा रहा है कि, इस समय प्रदेश की राजनीति में उसी एग्रेशन की जरूरत होगी। 2018 में जब वे सत्ता में आए थे, तो परिवर्तन यात्रा के दौरान उनका तीखा तेवर लोगों ने पसंद किया था। अपने पांच साल के कार्यकाल में वे देश में कांग्रेस के ओबीसी चेहरे के रूप में अपनी जगह बना चुके हैं। ऐसे में कांग्रेस लोकसभा चुनाव के बाद जिम्मेदारी से मुक्त रखना नहीं चाहेगी। वे कोशिश करेंगे कि उन्हें प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिले, लेकिन ओबीसी वर्ग से नेता प्रतिपक्ष बनाकर कांग्रेस ने इसका रास्ता कठिन कर दिया है। हो सकता है कि उन्हें लोकसभा लड़ाने पर भी विचार किया जाए। उन्हें कांग्रेस लोकसभा का चुनाव लड़ा सकती है या उत्तर भारत के किसी राज्य का प्रभारी बना सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि भूपेश पिछड़ा वर्ग से आते हैं और उत्तर भारत में पिछड़ों की खासी संख्या है। भूपेश प्रियंका गांधी की गुड लिस्ट में हैं और वे उत्तर प्रदेश की प्रभारी भी हैं।

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कोरबा

विभिन्न मांगों को लेकर 24 दिसंबर को सीजीएम कार्यालय गेवरा में तालाबंदी करेंगे भूविस्थापित

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रीना अजय जायसवाल करेंगे नेतृत्व: कल तैयारी बैठक
कोरबा/गेवरा। 24 दिसंबर को कांग्रेस नेता एवं जिला पंचायत कोरबा के उपाध्यक्ष श्रीमती रीना अजय जायसवाल के नेतृत्व में भू विस्थापित बेरोजगार युवक सीजीएम कार्यालय एसईसीएल गेवरा में तालाबंदी करेंगे। एसईसीएल गेवरा खदान प्रभावित ग्राम भिलाई बाजार, बरभांठा, मुडिय़ानार, सलोरा, पंडरीपानी, नरईबोध, उमेंदी भांठा, केसला आदि ग्रामों में धारा 4 का प्रकाशन कर अधिग्रहण किया जाना है। आगामी दिनों में हजारों एकड़ जमीन से कोयला उत्खनन होगा। वर्तमान में बड़ी-बड़ी कंपनिया गेवरा खदान में नियोजित हैद्व जिसमें हजारों की संख्या में अन्य राज्य और अन्य जिलों से मजदूरों को मंगाकर काम कराया जा रहा है और स्थानीय भू विस्थापित युवक रोजगार मांगने के लिए दर-दर की ठोंकरे खा रहे हैं। भू विस्थापितों ने बताया इन ग्रामों से 100 युवकों को भी रोजगार इन कंपनियों ने नहीं दी है और क्षेत्र में एसईसीएल के खिलाफ जमकर आक्रोश है।
रीना अजय जायसवाल करेंगी नेतृत्व
24 दिसंबर को तालाबंदी करने की योजना भू विस्थापित युवकों ने बनायी है, जिसका नेतृत्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती रीना अजय जायसवाल करेंगी।
कल तैयारी बैठक

24 दिसंबर को होने वाली तालाबंदी में भू विस्थापित कल रणनीति तैयार करेंगे। इस बैठक में आधा दर्जन गांव के युवक एवं ग्रामीण शामिल होंगे और अजय जायसवाल के नेतृत्व में रणनीति तैयार की जाएगी।
इस तालाबंदी आंदोलन को कई संगठनों ने अपना समर्थन दिया है और तालाबंदी आंदोलन को सफल बनाने युवकों ने कमर कस ली है। एसईसीएल प्रबंधन की आंख खुलते तक भू विस्थापित युवक आंदोलन करते रहेंगे।

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छत्तीसगढ़

बछड़े को कुचला तो गायों ने दौड़ाकर कार को रोका:रायगढ़ में 200 मीटर तक घसीटने पर बछड़े का पैर टूटा, CCTV में कैद

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रायगढ़,एजेंसी। रायगढ़ जिले में कार सवार सलीम अंसारी ने बछड़े को कुचल दिया। करीब 200 मीटर तक घसीटते ले गया। इस दौरान बछड़े की मां और बाकी गायें कार के पीछे दौड़ी और सामने जाकर घेर लिया। वारदात CCTV कैमरे में कैद हो गई है। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है।

जानकारी के मुताबिक, शनिवार दोपहर स्टेशन चौक के पास एक बछड़ा खड़ा था, तभी कार क्रमांक CG-08 के 0677 ने उसे टक्कर मार दी। बछड़े का पैर टूट गया है। कई जगहों पर चोटें आई है। हादसे का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।

स्टेशन चौक रोड से सुभाष चौक के करीब तक गाय के झुंड ने कार चालक को दौड़ाकर रोका।

स्टेशन चौक रोड से सुभाष चौक के करीब तक गाय के झुंड ने कार चालक को दौड़ाकर रोका।

सलीम अंसारी चला रहा था कार

बताया जा रहा है कि कार सलीम अंसारी नाम का युवक चला रहा था। इस दौरान उसने कार नहीं रोकी, बल्कि उसे घसीटते हुए सुभाष चौक की ओर ले जाने लगा। यह देख अन्य गायें कार के चारों ओर भागने लगीं, जिसके कारण उसे कार रोकनी पड़ी।

विश्व हिंदू परिषद और गौ सेवकों ने आसपास के लोगों के साथ मिलकर इलाज किया।

विश्व हिंदू परिषद और गौ सेवकों ने आसपास के लोगों के साथ मिलकर इलाज किया।

घायल बछड़े का किया गया इलाज

इस दौरान लोगों ने गाड़ी को एक तरफ से उठाकर किसी तरह बछड़े को बाहर निकाला। उसके पेट में चोटें आई हैं और एक पैर टूट गया है। विश्व हिंदू परिषद और गौ सेवकों ने आसपास के लोगों के साथ मिलकर हनुमान मंदिर के पास बछड़े का इलाज किया।

लोगों ने गाड़ी को एक तरफ से उठाकर किसी तरह बछड़े को बाहर निकाला।

लोगों ने गाड़ी को एक तरफ से उठाकर किसी तरह बछड़े को बाहर निकाला।

थाना में की गई शिकायत

गौ-सेवकों ने बछडे़ की देखभाल और उसके इलाज के लिए उसे भगवती गौशाला में छोड़ दिया है, जहां उनके पीछे-पीछे बछड़े की मां के साथ बाकी गायें भी पहुंच गए। मामले में विश्व हिंदू परिषद ने कार ड्राइवर के खिलाफ कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई है।

मामले में अपराध कायम हुआ

सीएसपी अभिनव उपाध्याय ने बताया कि, गाय के बछड़े के घायल होने के बाद इसकी शिकायत कोतवाली थाने में की गई है, जिसमें आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। जांच के बाद जो भी वैधानिक कार्रवाई होगी, वो की जाएगी।

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छत्तीसगढ़

हेल्थ सेक्रेटरी बनाए गए कटारिया…बंसल बने CM सेक्रेटरी

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रायपुर,एजेंसी। प्रतिनियुक्ति से लौटे IAS अमित कटारिया को स्वास्थ्य विभाग का स्वास्थ्य सचिव बनाया गया है। वहीं IAS मुकेश बंसल को मुख्यमंत्री के सचिव का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने छुट्टी के दिन यानी रविवार को मंत्रालय से आदेश जारी किया है।

दरअसल, कटारिया को लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और चिकित्सा शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। कटारिया वही IAS है, जो PM मोदी से काला चश्मा लगाकर मिले थे, जिसके बाद जमकर बवाल हुआ था। उन्हें नोटिस भी थमाया गया था। इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी नेता को ‘गेट आउट’ भी कहा था।

देखिए आदेश…

अमित कटारिया को मिली जिम्मेदारी

अमित कटारिया को अस्थाई तौर पर लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और चिकित्सा शिक्षा विभाग में सचिव के तौर पर पदस्थ किया गया है। उनके पदभार ग्रहण करने के साथ ही IAS मनोज कुमार पिंगुआ लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और चिकित्सा शिक्षा विभाग में अपर मुख्य सचिव के अतिरिक्त पदभार से मुक्त हो जाएंगे।

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