पाली | सहायक ग्रेड-3 के पद पर पदोन्नति पाने वाले गवर्नमेंट मिडिल स्कूल उरांवपारा पोलमी में प्यून कांता कुमार बघेल का स्कूल स्टॉफ व शाला प्रबंधन समिति के पदाधिकारियों ने सम्मानित किया। समारोह में पोलमी संकुल के नोडल प्राचार्य ओपी तिवारी, संकुल समन्वय मोहन लाल कश्यप, स्कूल प्रबंधन समिति के उपाध्यक्ष रतिराम तिर्की व हेडमास्टर सुशील तिवारी ने कांता कुमार की प्रतिभा को सराहा। छात्रों व शिक्षकों ने मिलकर उपहार भेंट किए। कार्यक्रम में दामोदर सिंह मरकाम, ताम्रध्वज साहू एलएन कौशिक, तिलसाय साहू, लता श्रीवास समेत अन्य उपस्थित थे।
कोरबा। स्टार ग्रुप के संचालक गत 13 अक्टूबर 2025 को सुबह 4 बजे बगैर किसी को बताए घर से बाहर कहीं चले गए, वे अपना मोबाइल भी घर पर ही छोड़कर चले गए हैं। हुलिया – सफेद बाल, सफेद शर्ट और काला पैंट पहने हुए हैं। नेहरु नगर कोरबा (छत्तीसगढ़)। आखिरी बार उसलापुर स्टेशन के बाहर उसी दिन 13.10.25 को सुबह 8:30 में देखे गए हैं । किसी भी सज्जन को पता चले तो कृपया इस नंबर पर तत्काल जानकारी दें और हमारे घर को आबाद करने में सहयोग करें। आपका सहयोग किसी के परिवार को मिला देगा। मो. नं. 9907957489 दीपक (पुत्र)। परिवारजनों की विनम्र अपील घरवाले काफी परेशान हैं। आप जहां कहीं भी हंै कृपा कर अपने घर लौट आएं। सभी आपको बहुत -बहुत याद कर के रो रहे हैं।
कोरबा। राजेन्द्र प्रसाद निवासी सेवानिवृत्त सीएसईबी अधिकारी राजाराम तारेकर का आज सुबह निधन हो गया। वे अपने पीछे भरापूरा परिवार छोड़कर चले गए। सेवानिवृत्ति के बाद वे अपने पुत्रों के साथ इलेक्ट्रिकल दुकान का संचालन भी कर रहे थे।
एसईसीएल के दमन के खिलाफ 23 अक्टूबर को गेवरा खदान बंद का एलान
प्रत्येक छोटे खातेदारों को रोजगार देना होगा: किसान सभा
कोरबा। गेवरा और कुसमुंडा क्षेत्र के भूविस्थापितों ने दीवाली के समय भी एसईसीएल गेवरा क्षेत्र के भिलाई बाजार के पास और कुसमुंडा मुख्यालय पर धरना जारी रखा है। वे अधिग्रहित भूमि के एवज में लंबित रोजगार,प्रत्येक छोटे खातेदार को रोजगार देने और प्रत्येक विस्थापितों को बसावट की मांग कर रहे हैं। जिन लोगों ने अपनी जमीन देकर देश-दुनिया को रोशन करने का काम किया और कोरबा जिले को ऊर्जाधानी के रूप में पहचान दिलाई, आज वही परिवार रोजगार के लिए भटक रहे हैं। इस लिए भू विस्थापितों ने एसईसीएल के मुख्यालयों पर दीप जलाकर विरोध प्रकट किया और एसईसीएल के दमन और तानाशाही के खिलाफ 23 अक्टूबर को गेवरा खदान बंद करने का एलान किया है।
इस दीवाली पर भू विस्थापितों ने मुख्यालय गेट पर दीप जलाकर शोषण के खिलाफ अपने संघर्ष को तेज करने का संकल्प लिया। कुसमुंडा मुख्यालय के सामने दीप जलाने वालों में प्रमुख रूप से दामोदर श्याम,रेशम यादव, होरी, कृष्णा और गेवरा मुख्यालय में दीपक साहू,रमेश दास,गुलाब दास, प्रशांत झा,बिमल दास ,पवन,प्रकाश,हीरा सिंह,सतीश,कैलाश,देवलाल चंद्रा,रदेशयम,पवन के साथ बड़ी संख्या में भूविस्थापित किसान उपस्थित थे। एसईसीएल गेवरा प्रबंधन द्वारा नव सूत्रीय मांगों को अनसुना करते हुए,भारी विरोध के बावजूद पुलिस और प्रशासन की मदद से बंदूक के नोक पर जबरन खदान विस्तार का काम शुरू किया है जिसके विरोध में 23 अक्टूबर को गेवरा खदान बंद की घोषणा छत्तीसगढ़ किसान सभा ने की है और प्रत्येक छोटे खातेदारों को एकजुट होकर आंदोलन में शामिल होने की अपील की है।
किसान सभा के जिला सचिव दीपक साहू ने कहा कि प्रत्येक छोटे खातेदार को रोजगार देने और प्रत्येक विस्थापितों को बसावट के साथ कई नव सूत्रीय मांग की गई है उन पर कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला है इसके उलट, ग्रामीणों पर दबाव बनाने और उन्हें डराने-धमकाने का काम किया जा रहा है, प्रशासन का सहारा लेकर बंदूक की नोंक पर खदान विस्तार का काम किया जा रहा है जिसका किसान सभा विरोध करती है।
गेवरा खदान से प्रभावित भूविस्थापित मांग करते हैं कि प्रशासन तुरंत इस जबरन खोदाई को रोके और उनकी मांगों पर तत्काल सकारात्मक निर्णय ले।