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छत्तीसगढ़

16 अक्टूबर तक ED की रिमांड पर रिटायर्ड IAS आलोक-टुटेजा:नान घोटाला केस में सरेंडर, कोर्ट के चक्कर काट रहे थे, दिल्ली में होगी पूछताछ

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रायपुर,एजेंसी। छत्तीसगढ़ के नान घोटाला केस के आरोपी रिटायर्ड IAS आलोक शुक्ला और अनिल टुटेजा ने ED कोर्ट में सरेंडर किया। कोर्ट ने दोनों को 4 सप्ताह (28 दिन) की ED की कस्टोडियल डिमांड पर भेजा है। दोनों से 16 अक्टूबर तक ED के हेड ऑफिस दिल्ली में पूछताछ की जाएगी। दोनों आरोपी सरेंडर करने के लिए 5 दिनों से ED कोर्ट के चक्कर लगा रहे थे।

आलोक शुक्ला सोमवार को तीसरी बार सरेंडर करने कोर्ट पहुंचे थे। ED के अधिकारियों की मौजूदगी में कोर्ट में अभी सरेंडर करने की प्रक्रिया की गई। कोर्ट के बाहर CRPF जवानों की तैनाती रही। दोनों आरोपियों को लेकर ED की टीम रायपुर एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना होगी।

नान घोटाला केस के आरोपी रिटायर्ड IAS आलोक शुक्ला ने सरेंडर किया।

नान घोटाला केस के आरोपी रिटायर्ड IAS आलोक शुक्ला ने सरेंडर किया।

कोर्ट से निकलते हुए नान घोटाला केस के आरोपी रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा।

कोर्ट से निकलते हुए नान घोटाला केस के आरोपी रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा।

सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर के बाद रायपुर की ED कोर्ट में सुनवाई हुई है। घोटाले के आरोपी रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा भी कोर्ट पहुंचे थे। ED ने कोर्ट में प्रोडक्शन वारंट का आवेदन लगाया था।

इसके पहले आलोक शुक्ला 18 सितंबर को भी कोर्ट पहुंचे थे, लेकिन कोर्ट ने सरेंडर कराने से इनकार कर दिया था। कोर्ट ने कहा था कि अभी सुप्रीम कोर्ट का ऑर्डर अपलोड नहीं हुआ है। सरेंडर नहीं करा सकते हैं। इसके बाद 19 सितंबर को शुक्ला फिर कोर्ट पहुंचे थे, लेकिन ED के वकील केस डायरी लेकर नहीं पहुंचे थे।

सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा था ?

दरअसल, नान घोटाला केस में रिटायर्ड IAS आलोक शुक्ला को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई थी, लेकिन ED ने हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। ED ने कोर्ट में बताया कि आरोपियों ने 2015 में दर्ज नान घोटाला मामले और जांच को प्रभावित करने की कोशिश की थी। हमारी जांच अभी पूरी नहीं हुई है।

जस्टिस सुंदरेश और जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा की बेंच ने सुनवाई के बाद हाईकोर्ट से आलोक शुक्ला और अनिल टुटेजा को मिली अग्रिम जमानत को रद्द कर दी। कोर्ट ने ED की कस्टडी के लिए आदेश जारी किया। कोर्ट ने कहा कि 4 हफ्ते तक ED की हिरासत में रहना होगा। इसके बाद ही उन्हें जमानत मिल सकेगी।

सुप्रीम कोर्ट बोला- 3 महीने में जांच पूरी करे ED

इसके साथ ही जस्टिस सुंदरेश और जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा की बेंच ने ED और EOW को जांच पूरी करने के लिए तय समय सीमा दी है। बेंच ने ED को तीन महीने और EOW को 2 महीने में जांच पूरी करने के निर्देश दिए हैं। कोर्ट ने कहा कि पेंडिंग मामलों का निपटारा समय पर होना चाहिए।

19 सितंबर को आलोक शुक्ला कोर्ट में सरेंडर करने पहुंचे थे, लेकिन कोर्ट ने सरेंडर नहीं कराया था।

19 सितंबर को आलोक शुक्ला कोर्ट में सरेंडर करने पहुंचे थे, लेकिन कोर्ट ने सरेंडर नहीं कराया था।

क्या है नान घोटाला

नागरिक आपूर्ति निगम में चावल, नमक सहित खाद्य पदार्थों के परिवहन और भंडारण में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की शिकायतें सामने आई थीं। इन शिकायतों के आधार पर ACB और EOW ने 12 फरवरी 2015 को नान मुख्यालय और 28 अन्य स्थानों पर एक साथ छापेमारी की।

कार्रवाई के दौरान नान के रायपुर स्थित मुख्यालय से पौने 2 करोड़ रुपए से ज्यादा नगदी बरामद हुई। सभी जगहों पर छापों के बाद ACB ने कुल 3.50 करोड़ रुपए जब्त किए। इस दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जब्त किए गए।

जांच पूरी होने के बाद ACB ने नान के मैनेजर समेत 16 लोगों के खिलाफ चालान पेश किया। करीब 5 हजार पेज के चालान में 213 गवाह बनाए गए थे। दो IAS अधिकारी आलोक शुक्ला और अनिल टुटेजा के खिलाफ केंद्र सरकार से अनुमति मिलने के बाद पूरक चालान पेश किया गया।

आलोक शुक्ला खाद्य विभाग के प्रमुख सचिव थे

IAS अफसर आलोक शुक्ला पेशे से डॉक्टर रह चुके हैं। फरवरी 2015 में नागरिक खाद्य आपूर्ति निगम में आर्थिक अनियमितताओं का मामला उजागर हुआ। इस मामले में आलोक शुक्ला और IAS अनिल टुटेजा भी आरोपी बनाए गए। उस समय शुक्ला खाद्य विभाग के प्रमुख सचिव थे और टुटेजा नान के MD थे।

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छत्तीसगढ़

बालोद में पीएम मोदी के नाम जलाए गए ज्योति कलश:मां गंगा मईया मंदिर में भक्त ने ऑनलाइन किया भुगतान, नाम रखा गोपनीय

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बालोद,एजेंसी। छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध धार्मिक स्थल मां गंगा मईया मंदिर झलमला (बालोद) में शारदीय नवरात्रि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से मनोकामना ज्योति कलश प्रज्ज्वलित किया गया है। खास बात यह रही कि कलश प्रज्ज्वलित कराने वाले श्रद्धालु ने अपना नाम गुप्त रखा है। मंदिर ट्रस्ट में ऑनलाइन भुगतान किया है।

मंदिर ट्रस्ट ने ज्योति कलश दाताओं की सूची में प्रधानमंत्री का नाम प्रधानमंत्री नरेन्द्र दामोदर दास मोदी नई दिल्ली दर्ज किया है।

नवनिर्मित भवन में रखा गया A-71 क्रमांक का कलश

मंदिर ट्रस्ट के प्रबंधक सोहनलाल टावरी ने बताया कि, नवनिर्मित ज्योत कक्ष में क्रमांक A-71 का यह विशेष कलश स्थापित किया गया है। इस साल कुल 1255 ज्योति कलश प्रज्ज्वलित किए गए हैं, जिनमें प्रधानमंत्री मोदी के नाम का कलश भी शामिल है।

देश की उन्नति के लिए की गई विशेष आराधना

मंदिर के ट्रस्टी पालक ठाकुर ने बताया कि, दानदाता ने नाम गुप्त रखने का आग्रह किया है। श्रद्धालुओं का विश्वास है कि मां गंगा मईया की कृपा से प्रधानमंत्री मोदी और देश की उन्नति के लिए यह विशेष ज्योत सकारात्मक ऊर्जा का संचार करेगी।

अब जानिए मां गंगा मईया मंदिर के बारे में

बालोद जिले के झलमला गांव में स्थित मां गंगा मईया मंदिर छत्तीसगढ़ का प्रमुख धार्मिक आस्था केंद्र है। दुर्ग–बालोद मार्ग पर स्थिति इस मंदिर में श्रद्धालु दूर-दूर से दर्शन के लिए पहुंचते हैं।

स्थानीय मान्यताओं के अनुसार, कई दशक पहले एक मछुआरे के जाल में देवी की प्रतिमा निकली थी। पहले तो उसने उसे साधारण पत्थर समझकर पानी में डाल दिया। लेकिन बार-बार वही प्रतिमा जाल में आने लगी। इसके बाद गांव के लोगों को देवी ने सपने में दर्शन देकर यहाँ मंदिर बनाने का संकेत दिया। तभी से इस स्थल पर गंगा मईया का भव्य मंदिर स्थापित हुआ।

मंदिर का समय-समय पर जीर्णोद्धार हुआ है। आज यह मंदिर आस्था का ऐसा केंद्र है, जहाँ रोजाना हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं। विशेषकर शारदीय और चैत्र नवरात्रि में यहाँ भक्तों का तांता लगता है। नंगे पांव आने वाले भक्त मनोकामना ज्योति कलश जलाते हैं और माता से आशीर्वाद की कामना करते हैं।

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छत्तीसगढ़

सुकमा में नक्सलियों की ‘ऑर्डिनेंस फैक्ट्री’ जवानों ने की ध्वस्त:नक्सली यहीं बनाते थे हथियार, विस्फोटक सामग्री भी की गई बरामद

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जगदलपुर,एजेंसी। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में जवानों ने नक्सलियों के ऑर्डिनेंस फैक्ट्री को ध्वस्त किया है। यहीं नक्सली हथियार बनाते थे। फोर्स ने भारी संख्या में हथियार और विस्फोटक सामान समेत कई मशीनें भी बरामद की है। जिला बल सुकमा और कोबरा 203 के जवानों ले की कार्रवाई है।

दरअसल, 26 सितंबर को मेट्टागुड़ा कैंप से जिला बल और 203 कोबरा वाहिनी की संयुक्त पार्टी नक्सल विरोधी अभियान के लिए ईरापल्ली, कोईमेंटा के आस-पास जंगल पहाड़ी की ओर रवाना हुई थी। अभियान के दौरान 26 सितंबर को लगभग 11 बजे ग्राम कोईमेंटा के जंगल पहाड़ियों में नक्सलियों की फैक्ट्री बरामद की।

इस फैक्ट्री में नक्सली हथियार बनाते थे। वहीं फोर्स ने नक्सलियों की इस फैक्ट्री को ध्वस्त कर दिया। यहां से अलग-अलग तरह की मशीनें भी बरामद की गई है। नक्सलियों के मंसूबों को जवानों ने नाकाम कर दिया।

ये सामान हुआ बरामद

1.वर्टिकल मिलिंग मशीन –1 नग

2. बेंच वाइस – 3 नग

3. BGL लॉन्चर (बड़ा) – 02 नग

4. BGL सेल (खाली) – 12 नग

5. BGL हेड्स – 94 नग

6. हैंड ग्राइंडर मशीन – 1 नग

7. लकड़ी के राइफल बट – 6 नग

8. भरमार का ट्रिगर मैकेनिज्म – 1 नग

9. भरमार ट्रिगर मैकेनिज्म (पिस्टल ग्रिप सहित) – 01 नग

10. सोलर बैटरी – 4 नग

11. बोरवेल ड्रिलिंग बिट (10 फीट) – 1 नग

12. गैस कटर हेड्स – 2 नग

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कोरबा

लव-जिहाद के आरोप के बीच फायरिंग,मुख्य आरोपी गिरफ्तार:कोरबा कोर्ट में मैरिज के लिए देने वाले थे आवेदन, उससे पहले हमला, अब तक पांच अरेस्ट

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कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में एक व्यवसायी के मकान पर फायरिंग के मामले में तीसरे मुख्य आरोपी शक्ति सिंह और एक अन्य युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।

इस घटना के बाद पुलिस ने पहले ही उत्तर प्रदेश निवासी शूटर दुर्गेश पांडे और कोरबा निवासी आशीष जांगड़े व हर्ष सिंह को गिरफ्तार कर लिया था। उनकी निशानदेही पर वारदात में इस्तेमाल किया गया हथियार और वाहन बरामद कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जानकारी के मुताबिक यह विवाद कथित लव जिहाद से जुड़ा है।

युवक ने कहा कि कोरबा कोर्ट में शादी के लिए देने वाले थे। उससे पहले फायरिंग हुई है। इसी विवाद के चलते उत्तर प्रदेश से शूटर बुलवाकर वारदात को अंजाम दिया गया। यह मामला कटघोरा थाना क्षेत्र के कसनियां गांव का है।

यह घटना बुधवार देर रात कटघोरा थाना अंतर्गत कासनिया में सामने आई थी। सिकंदर मेमन अपने परिवार के साथ घर में थे। रात करीब 9:45 बजे उन्हें गोली चलने की आवाज सुनाई दी। जब वे बाहर निकले, तो बाइक सवार युवक ने उन्हें देखकर दूसरी बार गोली चला दी, जिसके बाद परिवार के सदस्य तुरंत घर के अंदर चले गए।

भागते वक्त लोगों ने आरोपी को पकड़ा

घटना को अंजाम देने के बाद बाइक सवार बदमाश भाग रहा था, लेकिन थोड़ी दूर जाने के बाद वह बाइक सहित सड़क पर गिर गया। उसने अपनी पहचान छिपाने के लिए कपड़े भी बदल लिए थे। लेकिन इलाके के लोगों ने उसे पकड़ लिया।

पुलिस ने इस मामले में उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के शूटर दुर्गेश पांडे और कोरबा शहर के हर्ष सिंह और आशीष जांगड़े को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनकी निशानदेही पर घटना में इस्तेमाल की गई बाइक और देसी कट्टा भी बरामद कर लिया है।

युवक बोला- पहले से मिल रही थी धमकियां

तौसीफ मेमन ने बताया कि उनका हिंदू लड़की से शादी को लेकर जो मामला चल रहा है, उसे लेकर वे पहले हाईकोर्ट गए थे। कोर्ट ने उन्हें स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत विवाह करने का सुझाव दिया था। इसके बाद उन्होंने अपर कलेक्टर कार्यालय में शादी के लिए आवेदन भी दिया था, लेकिन 18 सितंबर को वह आवेदन खारिज कर दिया गया।

तौसीफ ने कहा हम गुरुवार को जिला अदालत (डिस्ट्रिक्ट कोर्ट) में दोबारा आवेदन देने जा रहे थे, लेकिन उससे पहले ही हमारे घर पर फायरिंग हो गई।

उन्होंने यह भी बताया कि इससे पहले भी उन्हें फोन और वॉट्सऐप के जरिए धमकियां मिल रही थीं। धमकी देने वाला खुद को विश्व हिंदू परिषद से जुड़ा बता रहा था। तौसीफ ने अपने और अपने परिवार की सुरक्षा की मांग की है।

कोरबा एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि अब तक इस मामले में 5 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। पुलिस मुख्य आरोपी से पूछताछ कर रही है।

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