कोरबा
40 साल पिता पुत्र विधायक रहे लेकिन हरदीबाजार – दीपका बायपास का निर्माण नहीं करा पाए
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Divya Akashकटघोरा विधान सभा क्षेत्र का हाल-ए-तस्वीर
कोरबा/कटघोरा । कटघोरा विधानसभा क्षेत्र में बीते 5 साल में विकास की तस्वीर साफ होने के बजाय बदहाल हो रही है। पिता की विरासत से विधायक बने पुरूषोत्तम कंवर पिछली बार कांग्रेस की लहर में विधायक बन गए और लोगों को उम्मीद थी कि युवा एनर्जी से कटघोरा विधानसभा क्षेत्र की तस्वीर बदलेगी और खदान प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों का जीवन स्तर सुधरेगा लेकिन बीते 5 साल में क्षेत्र में और बदहाली का आलम देखने को मिला है। पिता पुत्र ने इस क्षेत्र में 40 साल राज किया, लेकिन जनता की आवाज विधान सभा तक नहीं पहुुंची और कटघोरा विधानसभा क्षेत्र अपनी बदहाल स्थिति पर आंसू बहा रहा है। बीते 5 साल में विधायक के तौर पर पुरूषोत्तम कंवर ने एसईसीएल प्रभावित लोगों की सुध तक नहीं ली। यहां तक कि कई वर्षों से भू-विस्थापित आंदोलन कर रहे हैं, उनके आंदोलन को आज तक पिता पूर्व विधायक बोधराम कंवर एवं वर्तमान विधायक पुरूषोत्तम कंवर ने समर्थन देना तो दूर, उनके आंदोलन में कभी शिरकत तक नहीं की और आज भू-विस्थापित अपने बल पर आंदोलन को जारी रखा है। आचार संहिता लगने के बाद अभी आंदोलन को शिथिल रखा गया है और आचार संहिता खत्म होने के बाद फिर से आंदोलन चालू होगा।
घर के बजाय तंबू में कट रहा भू-विस्थापितों का जीवन
कटघोरा विधानसभा क्षेत्र में खदानों की भरमार है। एशिया की सबसे बड़ी खदान गेवरा प्रोजेक्ट, दीपका, कुसमुण्डा, सुराकछार, ढेलवाडीह, बांकीमोंगरा, लक्ष्मण प्रोजेक्ट जैसी बड़ी-बड़ी खदानें इसी क्षेत्र में आती हैं और पूरे प्रदेश में कटघोरा विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों की असीम संभावनाएं हैं, लेकिन जनप्रतिनिधियों की निष्क्रियता से यहां की समस्या विकराल होती जा रही है और भू-विस्थापितों का आंदोलन घटने के बजाय आए दिन तेज हो रहा है। श्री कंवर ने आज तक न तो शासन-प्रशासन से पहल की और न ही केन्द्र में विपक्ष की सरकार होने के बावजूद कभी आंदोलन किया, बल्कि आंदोलनकारियों को कई बार पुलिस और सीआईएसएफ-बीएसएफ के जवानों ने कुचलने की कोशिश की और कई बार तम्बुओं को उखाड़ फेंका, लेकिन पुरूषोत्तम कंवर ने कभी इसका विरोध नहीं किया और न ही आंदोलनकारियों का साथ दिया।
पुरूषोत्तम कंवर को भू-विस्थापितों का विरोध
बीते 5 साल में भू-विस्थापितों का न जाने कितने बार आंदोलन हुआ, त्रिपक्षीय वार्ता हुई लेकिन पुरूषोत्तम कंवर ने इनके आंदोलन की तरफ से कभी शामिल नहीं हुए। अब जब प्रचार करने जा रहे हैं तो कई भू-विस्थापित ग्रामों में विरोध का सामना करना पड़ रहा है और कई जगह विरोध को देखते हुए श्री कंवर उस गांव तक पहुंचने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। भू-विस्थापित एवं किसान सभा के अध्यक्ष तथा सीपीआई से कटघोरा विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी जवाहर कंवर ने बताया कि कांग्रेस नेता एवं कटघोरा विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी एवं विधायक पुरूषोत्तम कंवर ने 5 साल क्षेत्र की सुध नहीं ली और फिर से 5 साल बाद चुनाव में पुरूषोत्तम कंवर को ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ रहा है।
जयसिंह का साथ मिला भू-विस्थापितों को
कोरबा विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी एवं कोरबा विधायक एक ऐसे जन प्रतिनिधि हैं, जो अपने क्षेत्र से बाहर के लोगों की भी समस्या दूर करने के लिए तत्पर रहते हैं। गंगा नगर के पास जब एसईसीएल प्रबंधन गरीबों की झोपड़ी तोड़ रहे थे वह भी बिना मुआवजा तो देर किए बिना स्वास्थ्य खराब होने के बावजूद जयसिंह अग्रवाल भू-विस्थापितों के बीच पहुंचे और एसईसीएल अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। श्री अग्रवाल के तेवर देखकर एसईसीएल अधिकारी वहां से नौ दो ग्यारह हो गए, लेकिन पुरूषोत्तम कंवर ने कभी अपनी जिम्मेदारी का वहन नहीं किया और आज परिणाम सामने है, और आज वे भू-विस्थापित ग्रामों में प्रचार करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं।
भू-विस्थापितों की भी आवाज विधानसभा तक नहीं पहुंची
40 साल के पिता-पुत्र के राज में भू-विस्थापितों की समस्या क्षेत्र के अंदर ही गुंजती रही और उनकी आवाज विधानसभा तक नहीं पहुंची। आखिर विधायक ने अपने ही क्षेत्र के भू-विस्थापितों की समस्या का निदान करने के लिए रूचि क्यों नहीं ली, विधानसभा में आवाज क्यों नहीं गूंजी, इसकी प्रतिक्रिया जानने विधायक को फोन लगाया गया, उनसे संपर्क नहीं हो सका, वैसे भी विधायक बनने के बाद कंवर फोन तक नहीं उठाते।
5 साल सोते रहे विधायक
हरदीबाजार-दीपका बायपास का निर्माण अब तक नहीं
हरदीबाजार से दीपका की दूरी अधिकतम 5 किलो मीटर है, लेकिन हरदीबाजार से दीपका जाने वाली रोड में जाना मुश्किल हो गया है और अब आम लोगों के लिए यह रास्ता लगभग बंद हो गया है और अब 10 मिनट के रास्ते को लोगबाग एक घंटे में तय करने मजबूर हो रहे हैं। बीते 5 साल में क्षेत्र के लोगों ने कई बार पुरूषोत्तम कंवर को इस बात से अवगत कराया लेकिन आज तक हरदीबाजार-दीपका बायपास रोड नहीं बन पाया।
कटघोरा विधानसभा क्षेत्र में गोली चली, अपराध बढ़े लेकिन एमएलए आवाज तक नहीं उठाई
बीते 5 साल में विधायक की निष्क्रियता यहां की जनता ने देखी है। गेवरा खदान में गोली चली, लेकिन विधायक ने विधानसभा में आवाज तक नहीं उठाई। कटघोरा विधानसभा क्षेत्र में कोयले की चोरी, डकैती होती रही, लेकिन विधायक ने विधानसभा में आवाज तक नहीं उठाई। यहां की खदानों में डीजल चोरी होती रही, लेकिन विधायक ने एक बार भी विधानसभा में आवाज नहीं उठाई। आखिर जनता किसके लिए उन्हें जनप्रतिनिधि चुना, इसका जवाब तो देना ही होगा।
विधायक से कई बार मांग की गई, थक कर एसईसीएल की शरण में जाने से जगी
ग्रामीणों ने कई बार हरदीबाजार दीपका बायपास रोड के लिए विधायक पुरूषोत्तम कंवर से गुहार लगाई, थक हार कर एसईसीएल की शरण में गए और 5 साल बाद अब एसईसीएल ने हरदीबाजार – दीपका बायपास के लिए 17.5 करोड़ रूपए की निविदा निकाली। एसईसीएल प्रबंधन की हिटलरशाही से खदान प्रभावित क्षेत्र के लोग नरक की जिंदगी बिता रहे हैं। लेकिन जनप्रतिनिधि की निष्क्रियता से आज भी लोग नरक का जीवन जी रहे हैं। बायपास रोड तो दूर की बात है, हरदीबाजार जो विधायक का निवास स्थान है, वहां की मुख्य सड़क से ड्रैगन की आवाजाही से लोगों की जाने जा रही है, लेकिन विधायक को कोई फर्क नहीं पड़ता।
पिता-पुत्र ले लिए अरबों का मुआवजा लेकिन पीडि़त आज भी भटक रहे
मलगांव, पाली-पड़निया, भठोरा सहित कई ग्राम हाल ही में एसईसीएल द्वारा अधिग्रहित किया गया है। मलगांव क्षेत्र में अधिग्रहित जमीन में बोधराम कंवर, पुरूषोत्तम कंवर सहित परिवार का कई एकड़ जमीन अधिग्रहित हुई, यहां तक की एनएच में भी इनकी जमीन गई और अरबों का मुआवजा बिना परेशानी के मिल गया, लेकिन कंवर समाज के ही गरीब तबके के लोग आज भी नौकरी और मुआवजा के लिए भटक रहे हैं।
दीपका गौरव पथ में भारी वाहनों की आवाजाही की समस्या आज तक नहीं सुलझा पाए एमएलए
छत्तीसगढ़ शासन ने लोगों की सुविधा के लिए नगर पालिका दीपका के मुख्य मार्ग को नगर पालिका को एजेंसी बनाकर गौरवपथ का निर्माण कराया था। एसईसीएल की हिटलरशाही से भारी वाहन इसी मार्ग से गुजर रहे हैं, लेकिन विधायक ने भारी वाहनों के लिए आज तक न तो एसईसीएल से पहल की और न ही आम जनता की सुविधा के लिए कभी सड़क पर उतरे। एसईसीएल दीपका क्षेत्र के लोगों को सुविधा देने के बजाय आम रास्ता को ही बंद कर दिया, लेकिन आंदोलन उग्र होने की आशंका पर प्रशासन को सामने आना पड़ा और तात्कालीन कलेक्टर ने एसईसीएल अधिकारियों को फटकार लगाई, तब जाकर दीपका चौक से कालोनी जाने वाले रास्ते को खोला, लेकिन यहां के विधायक घर में आराम फरमाते रहे और कभी जनता के साथ खड़ा नहीं हुआ। दीपका में भी पुरूषोत्तम को लीड के लिए संकट खड़ा हो सकता है।
सड़क पर धूल से आवागमन हुआ दुश्वार
यह तस्वीर हरदीबाजार मुख्य सड़क की है। हरदीबाजार से दीपका एवं हरदीबाजार से बलौदा रोड पर रोजाना सैकड़ों भारी वाहन गुजर रहे हैं, लेकिन आज तक विधायक ने हरदीबाजार बायपास के लिए न तो पहल की और न ही यहां के रहवासियों के लिए आवागमन के लिए कोई विकल्प तैयार किया। मुख्य मार्ग पर उड़ती धूल के कारण पैदल एवं दोपहिया वाहन चालकों का आवागमन दुश्वार हो गया है। रोजाना ड्रैगन के कारण दुर्घटनाएं हो रही हैं और लोगों की जान जा रही है, एमएलए बेफिक्र हैं।
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कोरबा
विभिन्न मांगों को लेकर 24 दिसंबर को सीजीएम कार्यालय गेवरा में तालाबंदी करेंगे भूविस्थापित
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14 hours agoon
December 22, 2024By
Divya Akash
रीना अजय जायसवाल करेंगे नेतृत्व: कल तैयारी बैठक
कोरबा/गेवरा। 24 दिसंबर को कांग्रेस नेता एवं जिला पंचायत कोरबा के उपाध्यक्ष श्रीमती रीना अजय जायसवाल के नेतृत्व में भू विस्थापित बेरोजगार युवक सीजीएम कार्यालय एसईसीएल गेवरा में तालाबंदी करेंगे। एसईसीएल गेवरा खदान प्रभावित ग्राम भिलाई बाजार, बरभांठा, मुडिय़ानार, सलोरा, पंडरीपानी, नरईबोध, उमेंदी भांठा, केसला आदि ग्रामों में धारा 4 का प्रकाशन कर अधिग्रहण किया जाना है। आगामी दिनों में हजारों एकड़ जमीन से कोयला उत्खनन होगा। वर्तमान में बड़ी-बड़ी कंपनिया गेवरा खदान में नियोजित हैद्व जिसमें हजारों की संख्या में अन्य राज्य और अन्य जिलों से मजदूरों को मंगाकर काम कराया जा रहा है और स्थानीय भू विस्थापित युवक रोजगार मांगने के लिए दर-दर की ठोंकरे खा रहे हैं। भू विस्थापितों ने बताया इन ग्रामों से 100 युवकों को भी रोजगार इन कंपनियों ने नहीं दी है और क्षेत्र में एसईसीएल के खिलाफ जमकर आक्रोश है।
रीना अजय जायसवाल करेंगी नेतृत्व
24 दिसंबर को तालाबंदी करने की योजना भू विस्थापित युवकों ने बनायी है, जिसका नेतृत्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती रीना अजय जायसवाल करेंगी।
कल तैयारी बैठक
24 दिसंबर को होने वाली तालाबंदी में भू विस्थापित कल रणनीति तैयार करेंगे। इस बैठक में आधा दर्जन गांव के युवक एवं ग्रामीण शामिल होंगे और अजय जायसवाल के नेतृत्व में रणनीति तैयार की जाएगी।
इस तालाबंदी आंदोलन को कई संगठनों ने अपना समर्थन दिया है और तालाबंदी आंदोलन को सफल बनाने युवकों ने कमर कस ली है। एसईसीएल प्रबंधन की आंख खुलते तक भू विस्थापित युवक आंदोलन करते रहेंगे।
कोरबा
श्री सप्तदेव मंदिर में कम्बल वितरण का कार्यक्रम सम्पन्न
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15 hours agoon
December 22, 2024By
Divya Akashकोरबा । व्यापारी सुरक्षा फोरम संस्थान के उडीसा प्रभारी उडीसा अध्यक्ष गोविन्द अग्रवाल का कोरबा आगमन हुआ एवं उनके द्वारा कोरबा के ह्दय स्थल पर निर्मित श्री सप्तदेव मंदिर में आकर समस्त देवी देवताओं के दर्शन कर उनका आर्शीवाद लिया गया। गोविन्द अग्रवाल के ’’ मुख्य आथित्य ’’ में श्री सप्तदेव मंदिर में कम्बल वितरण का कार्यक्रम किया गया एवं इस अवसर पर मंदिर में बडी संख्या में उपस्थित असहायों एवं साधु संतो व साध्वियों को उनके द्वारा कम्बल वितरित किया गया।
इस अवसर पर छ.ग. प्रांतीय अग्रवाल संगठन के चेयरमेन अशोक मोदी, अखिल भारतीय मारवाडी महिला समिति की प्रीति मोदी, श्री सप्तदेव मंदिर महिला मंडल की अध्यक्षा सरला मित्तल उपस्थित थी जिनके गरिमामय उपस्थिति में कम्बल वितरण का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
गोविन्द अग्रवाल ने कोरबा के विशाल एवं भव्य श्री सप्तदेव मंदिर की प्रशंसा करते हुए उपस्थित समस्त भक्तजनों का आभार किया एवं श्री सप्तदेव मंदिर महिला मंडल, अखिल भारतीय मारवाडी महिला समिति एवं अशोक मोदी की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए बताया कि उनके द्वारा किये गये इस प्रकार के सेवा कार्यों से इस भीषण ठण्ड से काफी लोगो को राहत मिलेगी एवं इस प्रकार के कार्यो से लोगो को प्रेरणा भी मिलेगी।
कोरबा
अंतर्राष्ट्रीय य.ूसी.एम.ए.एस. प्रतिस्पर्धा मे जूनियर नरेन्द्र मोदी को मिला रनर अप का खिताब
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15 hours agoon
December 22, 2024By
Divya Akashकोरबा । नई दिल्ली में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय य.ूसी.एम.ए.एस. प्रतिस्पर्धा मे कोरबा के जूनियर नरेन्द्र मोदी ने रनर-अप का पुरस्कार प्राप्त कर कोरबा नगर को गौरान्वित किया है।
विदित हो कि दिल्ली में बच्चों की अंतर्राष्ट्रीय य.ूसी.एम.ए.एस. प्रतिस्पर्धा दिनॉक 15 दिसम्बर 2024 दिन रविवार को आयोजित की गई थी जिसमें लगभग 8000 से अधिक बच्चो ने इस अंतर्राष्ट्रीय यू.ूसी.एम.ए.एस. प्रतिस्पर्धा में भाग लिया। इस प्रतियोगिता में नरेन्द्र मोदी जो कि कोरबा के प्रसिद्व व्यवसायी गौरव मोदी के सुपुत्र है ने भी भाग लिया जिसमे उसने रनर-अप ( द्वितीय) पुरस्कार का खिताब अपने नाम किया।
कोरबा नगर के लिये अत्यंत गौरव एवं गर्व की बात है कि इस अंतर्राष्ट्रीय य.ूसी.एम.ए.एस. प्रतिस्पर्धा मे लगभग 8000 बच्चों के बीच रनर-अप का पुरस्कार प्राप्त कर जूनियर नरेन्द्र मोदी ने कोरबा नगर को गौरान्वित किया।
नरेन्द्र मोदी पढ़ाई के साथ साथ खेलकूद एवं जूडो कराटे में भी रूचि रखते है एवं नरेन्द्र ने उक्त सभी में पुरस्कार प्राप्त कर सदैव कोरबा नगर को गौरान्वित किया है, उनके द्वारा अंतर्राष्ट्रीय य.ूसी.एम.ए.एस. प्रतिस्पर्धा में रनर-अप पुरस्कार प्राप्त कर कोरबा आने पर नगरवासियों ने नरेन्द्र मोदी की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए उसके उज्जवल भविष्य की कामना की है।
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