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छत्तीसगढ़

भारतीय मीडिया फाउंडेशन छत्तीसगढ़ की संगठन विस्तार हेतु प्रथम बैठक संपन्न

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एकता पर दिया गया बल

गौरेला पेंड्रा मरवाही। जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही में पत्रकारों का महासंगठन भारतीय मीडिया फाउंडेशन छत्तीसगढ़, राष्ट्रीय संगठन प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया सेल की प्रथम बैठक एवं परिचय सम्मेलन संपन्न हुआ। होटल पटियाला हाउस में जिला स्तरीय संगठन विस्तार कार्यक्रम एवम परिचय सम्मेलन में पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष अनिल साहू और प्रदेश संगठन सचिव गणेश दास महंत, सहित लौंग दास महंत एवम सुनील दास महंत सहित सदस्यों की उपस्थिति में सम्मेलन संपन्न हुआ। सम्मेलन को सभी पत्रकार एवम समाजसेवी साथियों ने अपने- अपने परिचय आदान- प्रदान कर प्रारंभ किया। साथ ही भारतीय मीडिया फाउंडेशन मीडिया कर्मी एवं समाज सेवी राष्ट्रीय संगठन के संबंध मे विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। मीडिया कर्मी के अधिकारों एवं उनके समाज में उपयोगिता एवं उनके कार्यक्षेत्र के संबंध में जानकारी दी गई। पत्रकार बिना मानदेय हर परिस्थिति से जूझते हुए समाज में चल रही गतिविधियों एवं व्याप्त समस्याओं का संकलन कर उसे अपने खबरों के माध्यम से समाज एवं शासन-प्रशासन के सामने लाता है। कभी- कभी असामाजिक गतिविधि को उजागर करने पर उसे झूठे तरीके से कानूनी दांवपेंच में फंसा दिया जाता है, जो समाज के चौथे स्तंभ माने जाने वाले कलमकारों के अधिकार एवं स्वतंत्रता का दमन करने जैसा कृत्य है। ऐसे में पत्रकार या पत्रकार संगठन चाहे कोई भी हो, सभी पत्रकारों को एकजुटता का परिचय देते हुए पीडि़त पत्रकार का हर- संभव साथ देना चाहिए। प्रदेश संगठन सचिव गणेश दास महंत ने कहा कि वर्तमान हालात में पत्रकारों का एक दूसरे के प्रति विपरीत सोच व कार्य करने के तौर- तरीकों से ही गैर सामाजिक कार्य करने वाले वर्गों का मनोबल बढ़ता है। ऐसे में वे अपने विरुद्ध खबरों के प्रकाशन करने वाले पत्रकार के खिलाफ पुलिस में झूठी रिपोर्ट दर्ज करा देते हैं और इस प्रकार एक पत्रकार को उस खबर की कीमत चुकानी पड़ती है। अत: एक लकड़ी बनकर रहना पसंद न करें बल्कि लकड़ी का ग_ा बनें क्योंकि एक को हर कोई कमजोर समझता है, लेकिन इक_ा रहने पर एकता की ताकत दिखती है। इसलिए पत्रकारों को हमेशा एक होकर रहना चाहिए और संगठित होकर कैसे रहा जाये ताकि भविष्य में किसी मीडिया कर्मी पे कोई आपत्ति- विपत्ति परिस्थिति निर्मित हो, तो उसका निराकरण कैसे किया जाये इस सभी पहलुओं में विशेष चर्चा हुई। इस कार्यक्रम के मुख्य व्यवस्थापक एवम मंच संचालक जिला अध्यक्ष किरण तिवारी जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही ,सहित लगभग सैकड़ों लोगों की उपस्थिति रही, जिसमें भुवनेश्वर सिंह,चंद्र प्रकाश नायक ,प्रदीप कुमार महंत , संदीप महंत, सत्येंद्र महंत, प्रतिभा पैकरा,सुषमा पैकरा, मीनाक्षी पैकरा, परमेश्वरी श्याम, ममता पैकरा,श्याम अजय कुमारी, अर्चना मार्को, प्रीति सिंह मार्को, रेनुका सिंह , लक्षन भानू,अरविंद सिंह ,राजेश मरकाम, मयंक सिंह, तपेश्वर सिंह, भूपेंद्र सिंह, रामेश्वर सिंह, धन सिंह, रवि सिंह, सहारत सिंह, नरेश सिंह ,रवि कुमार पैकरा, सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।

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कोरबा

बालको के शीतकालीन शिविर से छात्रों के आगामी बोर्ड परीक्षा की तैयारी हुई आसान

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बालकोनगर। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने प्रोजेक्ट कनेक्ट के तहत कक्षा 6वीं और 12वीं के छात्रों के लिए शीतकालीन शिविर का आयोजन किया। विद्या भवन सोसायटी के साझेदारी तथा जिला शिक्षा विभाग के सहयोग से सप्ताहिक शिविर संपन्न हुआ। हर साल की तरह इस बार भी शिविर के माध्यम से कक्षा 10वीं और 12वीं के आगामी बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी और भविष्य में करियर चुनाव के लिए तैयार किया गया। शिविर में 11 स्कूलों के 250 छात्रों ने भाग लिया।

कक्षा 10वीं के लिए विज्ञान, अंग्रेजी और गणित तथा 12वीं के लिए भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, अंग्रेजी और लेखाशास्त्र विषय में 6 सदस्यों की टीम द्वारा प्रतिदिन एक घंटे का सत्र आयोजित किया गया। इसमें प्रश्न पत्र पैटर्न से परिचय, वर्कशीट और मॉडल पेपर का उपयोग करके विभिन्न विषयों का अभ्यास, संदेह निवारण, समय प्रबंधन, प्रेरणा और जरूरतमंद छात्रों पर व्यक्तिगत ध्यान देना शामिल था। इसके साथ ही विशेषज्ञों द्वारा 6वीं से 12वीं के छात्रों को करियर परामर्श तथा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के बारे में बताया गया। भविष्य में उन्हें विषय अनुसार स्ट्रीम एवं करियर चुनने के विकल्प की जानकारी दी गई।

शीतकालीन शिविर बच्चों को सीखने के लिए प्रोत्साहित करता है। छात्रों में रचनात्मकता को बढ़ावा देने के लिए पहेलियाँ, कहानी सुनाना और मॉडल बनाने जैसी आकर्षक कार्यक्रम शामिल की गईं। विभिन्न शैक्षणिक सत्र के साथ छात्रों ने इनडोर और आउटडोर खेल, क्विज़ और समूह प्रतियोगिता में भाग लिया। 21वीं सदी के कौशल पर ध्यान केंद्रित करते हुए सहयोग, रचनात्मकता और संचार को बढ़ावा देने के लिए वीडियो और डिजिटल उपकरणों का उपयोग भी बताया गया।

शिविर के माध्यम से छात्रों के भीतर संगठनात्मक कौशल को बढ़ावा दिया गया जो यह सुनिश्चित करती हैं कि वे टीम के वातावरण में बेहतर ढंग से कार्य करें। छात्रों के बीच शिविर द्वारा प्रदान की जाने वाली शैक्षिक सहायता उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। नियमित मूल्यांकन और व्यक्तिगत प्रतिक्रिया से सभी ने गणित में बेहतर कौशल का प्रदर्शन किया।

बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक राजेश कुमार ने कहा कि शिक्षा हमारे सामुदायिक विकास का प्रमुख स्तंभ है। कंपनी की प्रोजेक्ट कनेक्ट से बच्चों में आत्मविश्वास और समस्या-समाधान क्षमताओं में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई। हमारा लक्ष्य स्थानीय युवाओं के बीच शिक्षा को उनके जीवन का आधार बनाना तथा व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देना जिससे उन्हें रोजगार योग्य कौशल सीखने के अवसर प्राप्त हों। देश के उत्तरोत्तर विकास में सभी की भागीदारी महत्वपूर्ण है। हमारे विभिन्न सामुदायिक विकास कार्यक्रम इसी दृष्टिकोण से जुड़े हुए हैं।

गर्ल्स स्कूल की छात्रा ममता श्रीवास ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम हमारी शिक्षा को बेहतर बनाती है जिनसे हमे बहुत सीखने को मिला। शिविर से हम निश्चित रूप पढ़ने के लिए सार्थक कदम उठाएंगे। हमने पढ़ाई के साथ नया सीखने का मौका मिला जिसके लिए मैं बालको का धन्यवाद करना चाहती हूं।

वर्ष 2016 में शुरू किए गए परियोजना ‘कनेक्ट’ के अंतर्गत नियमित कक्षाएं आयोजित कर, ड्रॉपआउट छात्रों को पढ़ाने और ग्रीष्मकालीन एवं शीतकालीन शिविर के माध्यम से सामुदायिक क्षेत्र में शिक्षा को नईं उचांईयों पर पहुंचा रहा है। बालको कर्मचारियों तथा स्वयंसेवी शिक्षकों के माध्यम से विज्ञान, अंग्रेजी, गणित और अकाउंटेंसी (सेमा) में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की मदद से छात्रों के ग्रेड में सुधार, शिक्षकों की क्षमता निर्माण और करियर परामर्श के साथ सरकारी स्कूलों में सीखने का शैक्षिक माहौल विकसित करना है। छह सरकारी स्कूलों में परियोजना के माध्यम से सेमा विषयों पर नियमित कक्षाओं से 2150 से अधिक छात्र लाभान्वित हुए हैं।

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कोरबा

दावा – आपत्ति 14 जनवरी तक आमंत्रित

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कोरबा । ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक महिला के पद की पात्र/अपात्र सूची प्रकाशन कर दावा आपत्ति आमंत्रित की गई थी। दावा आपत्ति निराकरण पश्चात् दावा अपत्ति निराकरण सूची एवं अनंतिम मेरिट सूची कार्यालयीन सूचना पटल पर चस्पा तथा कोरबा जिले के शासकीय वेबसाईट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डाट कोरबा डाट जीओव्ही डाट इन मे सर्व संबंधितों के अवलोकनार्थ एवं दावा आपत्ति हेतु अपलोड़ कर दिया गया है। उपरोक्तानुसार अनंतिम मेरिट सूची के समस्त कॉलमों का उम्मीद्वारों द्वारा सूक्ष्म अवलोकन कर दावा आपत्ति कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कोरबा में 14 जनवरी 2025 को शायं 5 बजे तक मय आवश्यक दस्तावेज सहित प्रस्तुत कर सकते हैं।

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कोरबा

ग्राम पंचायत रजगामार की सरपंच को किया गया पद से पृथक

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वित्तीय अनियमितता उजागर होने पर की गई कार्यवाही
पंचायती राज अधिनियम अंतर्गत निर्वाचन के लिये छह वर्ष के लिये किया गया निरर्हित

कोरबा ।15 वें वित्त की राशि एवं मूलभूत की राशि में वित्तीय अनियमितता पाये जाने पर न्यायालय अनुविभागीय अधिकारी (रा.) कोरबा द्वारा 09 जनवरी 2025 को आदेश पारित कर ग्राम पंचायत रजगामार, जनपद पंचायत कोरबा के सरपंच श्रीमती रमूला राठिया पति सुखराम राठिया को सरपंच पद से पृथक करने के साथ पंचायती राज अधिनियम अंतर्गत निर्वाचन के लिये छह वर्ष के लिए निरर्हित कर दिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत रजगामार, जनपद पंचायत कोरबा के सरंपच श्रीमती रमूला राठिया पति सुखराम राठिया एवं सचिव ईश्वर धिरहे के संबंध में व्यापक भ्रष्टाचार की शिकायत कार्यालय जिला पंचायत कोरबा छ०ग० के पत्र कमांक/2817/पंचा० / सचिव स्था0 / 2024 कोरबा, दिनांक 13/03/2024 के द्वारा एसडीएम कार्यालय को प्राप्त हुआ था। प्राप्त शिकायत की जाँच उपरांत ग्राम पंचायत सरपंच श्रीमती मूला राठिया एवं सचिव ईश्वर धिरहे के विरुद्ध कुल 1,56,00,079/- रूपये शब्दों में एक करोड़, छप्पन लाख, उन्यासी रूपये वसूली योग्य राशि निर्धारित की गई। इसे गंभीर वित्तीय अनियमितता एवं कदाचार की श्रेणी, जन कल्याणकारी कार्यों में बाधा तथा शासन की छबि धूमिल होना मानते हुए सरपंच के विरूद्ध छ0ग0पंचायत राज अधिनियम 1993 की धारा 40 के तहत पद से पृथक करने हेतु पत्र प्राप्त होने के आधार पर प्रकरण पंजीबद्ध कर अनावेदिका श्रीमती रमूला राठिया सरपंच ग्राम पंचायत रजगामार को धारा 40 के तहत कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। उनके द्वारा उक्त कारण बताओ नोटिस के जवाब पर अनावेदिका द्वारा जाँच पर संदेह व्यक्त किया गया ।
   इस संबंध में जिला पंचायत के विस्तृत जाँच प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। जिसमें कुल 9 सदस्यीय जनपद स्तरीय दल बनाकर जॉच कराया गया। जॉच दल में उप अभियंता, करारोपण अधिकारी एवं तकनीकी सहायक का दल बनाया गया था। गठित दल द्वारा सरपंच, उप सरपंच, सचिव, पंचगण एवं ग्रामीणों की उपस्थिति में मौका जॉच कर निरीक्षण किया गया। जॉच प्रतिवेदन अनुसार कुल 83,94, 940 /- रूपये का कार्य होना पाया गया, अपितु इस कार्य हेतु किसी प्रकार की तकनीकी एवं प्रशासकीय स्वीकृति नहीं लिया गया एवं कैशबुक व बिल व्हाउचर का संधारण नहीं किया गया। इन 83,94,940/- रूपये के कार्य को छोड़कर शेष 72,05,139 /- रूपये की वसूली हेतु कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। उनके द्वारा नोटिस का संतोषप्रद जवाब प्रस्तुत नहीं किया गया और न ही कार्य होने संबंधित कोई साक्ष्य प्रस्तुत किया गया। अनावेदिका सरपंच को जवाब एवं साक्ष्य प्रस्तुत करने समुचित अवसर प्रदान किया गया, परन्तु अनावेदिका साक्ष्य प्रस्तुत करने में असफल रही। 15 वें वित्त की राशि एवं मूलभूत की राशि ग्राम पंचायत की मूलभूत सुविधाओं को सुदृढ़ करने एवं आवश्यक विकास कार्य कर ग्रामीणों के उत्थान हेतु आबंटित की जाती है। उक्त राशि का सही उपयोग न कर वित्तीय अनियमितता करना ग्राम पंचायत के विकास कार्य में बाधा उत्पन्न करना दर्शाता है।
उपरोक्त सभी तथ्यों के परिशीलन से यह सिद्ध होता है कि सरपंच श्रीमती रमूला राठिया ग्राम पंचायत – रजगामार के द्वारा वित्तीय अनियमितता की गई है, जो कि छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियम 1993 की धारा 40 (1) (क) के तहत अपने कर्तव्यों के निर्वहन में अवचार का दोषी रही है। उपरोक्त तथ्यों के आधार पर न्यायालय अनुविभागीय अधिकारी (रा.) कोरबा द्वारा ग्राम पंचायत रजगामार के सरपंच श्रीमती रमूला राठिया को पंचायती राज अधिनियम 1993 की धारा 40(1) के तहत पद से पृथक किया गया है। तथा अनावेदक श्रीमती रमूला राठिया सरपंच को अधिनियम के अधीन निर्वाचन के लिए भी छह वर्ष की कालावधि के लिए निरर्हित किया गया है।

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