बिलासपुर, एजेंसी। छत्तीसगढ़ में रंगों के त्योहार होली के लिए बाजार पूरी तरह सज चुके हैं। मार्केट में खरीददारों की भीड़ जुटने लगी है। मार्केट में तीर-कमान, टैंक और छोटा भीम वाली पिचकारी के बीच मोदी का मुखौटा भी लोगों को खूब पसंद आ रहा है। बाजार में इस बार होली पर स्वदेशी उत्पादों की डिमांड है। फूल और सब्जियों से बने गुलाल को लोग ज्यादा पसंद कर रहे हैं। वहीं चाइनीज पिचकारी दुकानों पर नहीं दिखाई दे रही हैं। उनका कहना है कि केमिकल युक्त रंगों से हर्बल उत्पाद ज्यादा बेहतर हैं। युवक-युवतियों में होली ड्रेस की डिमांड ज्यादा है। इस बार की होली काफी खास है। बाजारों में स्वदेशी सामान ही बिक रहे हैं। राम मंदिर बनने के बाद बच्चे और युवा धार्मिक तरीके से होली पर्व मनाने की तैयारी में है। वहीं, लोकसभा चुनाव के चलते मोदी मुखौटे की ज्यादा खरीदारी हो रही है।
शहर में जगह-जगह सजी दुकानें
देवकीनंदन चौक से सदरबाजार, गोलबाजार, लालबहादुर शास्त्री स्कूल, शनिचरी बाजार, जूना बिलासपुर, सरकंडा, पुराना बस स्टैंड, कंपनी गार्डन, देवकी नंदन चौक, बृहस्पति बाजार रोड, तेलीपारा रोड, बुधवारी बाजार, मुंगेली नाका रोड, तिफरा सहित अन्य दूसरे इलाकों में होली की पिचकारियां, रंग-गुलाल अन्य सामानों की दुकानें सज गई है। सड़क किनारे पिचकारियां और अन्य सामानों के स्टॉल देखे जा सकते है। रंग-गुलाल और पिचकारियों के साथ ही होली में विशेष रूप से मुखौटे बाजार में उपलब्ध हैं।
10 रुपए से लेकर 2 हजार तक की पिचकारी
व्यापारियों ने बताया कि मार्केट में 10 रुपए से लेकर दो हजार रुपए तक की पिचकारी है। दुकानों में इस बार होली ड्रेस की भी डिमांड बढ़ गई है। मुखौटा, रंग-बिरंगे बाल के साथ ही हर्बल रंग और गुलालों की खूब बिक्री हो रही है।
पूजा में करें इन सामग्री का उपयोग
24 मार्च को होलिका के बाद 25 मार्च को होली खेली जाएगी। होलिका दहन के दौरान एक लोटा जल, कुमकुम, हार-फूल, चावल, लाल धागा, मिठाई, गुलाल, नारियल व अन्य पूजन सामग्री का उपयोग किया जाना उचित होता है। साथ ही नई फसल की बालियां, गोबर से बनी शुभ चीजें भी रखें। सभी पूजन सामग्रियां होलिका में अर्पित करना चाहिए।