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छत्तीसगढ़

कांग्रेसी बोले – रायपुर का नाम बदलकर कर दें चाकूपुर:सरकार के 1 साल के खिलाफ मुंह पर काली पट्टी बांधकर कांग्रेस का मौन प्रदर्शन

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रायपुर,एजेंसी। सरकार के 1 साल पूरे होने का विरोध कांग्रेसियों ने मुंह पर काली पट्टी बांधकर किया। रायपुर के अंबेडकर चौक में कांग्रेस नेताओं ने मौन रहकर प्रदर्शन किया।

कांग्रेसियों ने सरकार के विरोध में 1 साल की विफलताओं के पोस्टर लेकर प्रदर्शन में पहुंचे और सरकार की नीतियों और कामकाज पर सवाल उठाए। ये प्रदर्शन शहर जिला कांग्रेस कमेटी ने आयोजित किया, जिसमें जिलाध्यक्ष गिरीश दुबे, महापौर एजाज ढेबर, निगम सभापति प्रमोद दुबे समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।

अंबेडकर मूर्ति के पास चल रहे इस प्रदर्शन के दौरान जिला अध्यक्ष गिरीश दुबे ने कहा कि 1 साल में छत्तीसगढ़ बदहाल हो चुका है। सरकार जनता की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है। इसलिए काली पट्टी बांधकर मौन प्रदर्शन किया जा रहा है।

कांग्रेस नेताओं का कहना है कि राज्य सरकार अपने एक साल के कार्यकाल में जनता से किए वादे पूरे करने में नाकाम रही है। बेरोजगारी, महंगाई और किसानों के मुद्दों को लेकर कांग्रेस ने सरकार को निशाने पर लिया। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि 1 साल में सरकार की कोई उपलब्धि नहीं है बल्कि कांग्रेस सरकार की जनहितैषी योजनाओं को बंद कर दिया गया।

सरकार के खिलाफ पोस्टर लगाकर कांग्रेसियों ने किया विरोध

सरकार के खिलाफ पोस्टर लगाकर कांग्रेसियों ने किया विरोध

प्रमोद दुबे बोले रायपुर अब चाकूपुर के नाम से जाना जाता है

कांग्रेस नेता प्रमोद दुबे ने कहा कि 1 साल पूरे होने पर सरकार के पोस्टर ही कई जगह काले रंग में लगे हैं। जो प्रदेश की स्थिति को बयां करते है। दुबे ने कहा कि राजधानी में लगातार हो रही चाकूबाजी की घटनाओं की वजह से रायपुर को अब चाकूपुर कहा जा रहा है। लोग अपने पते में भी चाकूपुर लिखने लगे हैं।

दुबे ने कहा कि इस सरकार में महिलाएं सुरक्षित नहीं है। महंगाई और बेरोजगारी से जनता परेशान है। जो वादे करके बीजेपी सरकार में आई है उन्हे पूरा नहीं किया जा रहा है। इस सरकार में उनके आसपास के ही चंद लोग खुश है और जनता बदहाल है।

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छत्तीसगढ़

पूर्व पीएम अटल सुशासन और राष्ट्र निर्माण के प्रति समर्पित थे: जांगड़े

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जांजगीर। प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती पर जिले में भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके व्यक्तित्व व कृतित्व को याद किया। जिले में दिनभर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने जांजगीर के अटल चौक पर उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। अटल स्मृति वर्ष के तहत सांस्कृतिक कार्यक्रमों और संगोष्ठियों का आयोजन किया गया। जिले के विभिन्न चौक-चौराहों पर उनके जीवन पर आधारित डॉक्यूमेंट्री और प्रदर्शनी भी लगाई गई। भाजपा जिलाध्यक्ष अंबेश जांगड़े ने कहा कि अटल जी का विराट व्यक्तित्व और उनके द्वारा किए गए योगदान देशवासियों के लिए हमेशा प्रेरणास्रोत रहेंगे। उन्होंने कहा कि अटल जी सुशासन और राष्ट्र निर्माण के प्रति समर्पित थे। उनका व्यक्तित्व अत्यंत विराट था, जो एक बार मिलने पर किसी को भी प्रभावित कर देता था। अंबेश जांगड़े ने कहा कि अटल जी महान कवि, कुशल संगठक और देश के बेहतरीन नेताओं में से एक थे। कार्यक्रम में सांसद कमलेश जांगड़े, पूर्व नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, रेखा गढ़वाल, कमला पाटले मौजूद रहे।

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छत्तीसगढ़

जांजगीर-चांपा के किसानों ने प्रशासन से की अपील:रबी धान, सिंचाई, धान-खरीदी को लेकर उठाए कई मुद्दे, सहकारी बैंकों के भुगतान को लेकर जताई नाराजगी

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जांजगीर-चांपा। जांजगीर-चांपा जिले के किसानों ने अपनी विभिन्न मांगों और समस्याओं को लेकर एक बार फिर प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया है। किसानों ने सिंचाई व्यवस्था, धान खरीदी और आगामी रबी धान फसल की तैयारी से संबंधित अपनी चिंताएं व्यक्त की हैं।

किसानों के अनुसार, पूर्व में माइनरों और शाखा नहरों में सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराने तथा नहरों से रबी धान फसल लेने पर सहमति बनी थी। हालांकि, जमीनी स्तर पर अभी भी कई समस्याएं बनी हुई हैं, जिससे किसानों को संभावित नुकसान की आशंका है।

किसानों ने एबीसी और जेबीसी नहरों पर कार्रवाई की मांग की

किसानों ने जल उपयोगिता समिति की बैठक में एबीसी और जेबीसी नहरों से संबंधित मुद्दों पर त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया है। उनका कहना है कि वर्तमान धान खरीदी और आगामी रबी धान फसल के दौरान किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके लिए तत्काल कदम उठाए जाने चाहिए।

किसानों की प्रमुख मांगों में आगामी रबी फसल के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद और बीज की समय पर व्यवस्था करना शामिल है। साथ ही, खाद की नकद बिक्री में हो रही कालाबाजारी पर सख्त रोक लगाने की भी मांग की गई है। किसानों का आरोप है कि खाद की कमी और ऊंचे दाम उनकी कृषि लागत को बढ़ा रहे हैं।

सिंचाई के लिए पानी छोड़ने की मांग

इसके अतिरिक्त, किसानों ने उन नहरों और माइनरों में भी सिंचाई के लिए पानी छोड़ने की मांग की है, जहां मरम्मत कार्य नहीं हुआ है या जिनके टेंडर अभी तक जारी नहीं किए गए हैं। किसानों का तर्क है कि पानी के बिना रबी धान की फसल लेना संभव नहीं है।

वर्तमान धान खरीदी प्रक्रिया को लेकर भी किसानों ने गंभीर समस्याएं बताई हैं। उनका आरोप है कि कई किसानों का धान रकबा कम कर दिया गया है, जिससे धान खरीदी में बाधा आ रही है। किसानों ने मांग की है कि कटे हुए रकबों को पुनः जोड़कर धान की खरीदी की जाए।

सहकारी बैंकों के भुगतान को लेकर भी किसानों ने नाराजगी व्यक्त की है। किसानों का कहना है कि उन्हें उनकी मांग के अनुरूप भुगतान नहीं किया जा रहा है। साथ ही, पिछले एक-दो वर्षों से सहकारी और निजी दोनों स्तरों पर धान खरीदी में प्रति क्विंटल अतिरिक्त कटौती किए जाने का आरोप भी लगाया गया है।

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कोरबा

दंतैल हाथी झुंड में शामिल होकर सक्ती रेंज पहुंचा:कटघोरा में 52 और कोरबा वन मंडल में 11 हाथी सक्रिय

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कोरबा। कोरबा वन मंडल के करतला रेंज पहुंचा एक दंतैल हाथी अब तीन हाथियों के झुंड में शामिल हो गया है। यह झुंड सक्ती रेंज की ओर बढ़ गया है। वहीं, कटघोरा वन मंडल के केंदई रेंज में घूम रहा एक अन्य दंतैल हाथी गांवों में घुसकर मकानों को नुकसान पहुंचा रहा है, जिससे ग्रामीण दहशत में हैं।

यह दंतैल हाथी कटघोरा और कोरबा में लगातार तीन दिनों में तीन ग्रामीणों की मौत का कारण बनने के बाद करतला रेंज पहुंचा था। पिछले तीन दिनों से यह बड़मार क्षेत्र में झुंड में शामिल होने का प्रयास कर रहा था, लेकिन अन्य हाथी उसे भगा रहे थे। अब यह झुंड का हिस्सा बन गया है।

अलग-अलग क्षेत्रों में हाथी सक्रिय

कोरबा वन मंडल में अब 11 हाथी बचे हैं। इनमें से कुदमुरा रेंज के ग्राम गुरमा में एक मादा हाथी अपने बच्चों के साथ घूम रही है। करतला रेंज के चिकनीपाली जंगल में 8 हाथी मौजूद हैं, जबकि केराकछार क्षेत्र में एक दंतैल हाथी सक्रिय है।

ग्राम संदरी सेंद्रीपाली में इस दंतैल हाथी ने गन्ने की फसल को नुकसान पहुंचाया है और एक बाउंड्रीवॉल भी तोड़ दी है। हाथी की मौजूदगी से ग्रामीण भयभीत हैं। वन विभाग की टीमें 24 घंटे निगरानी कर रही हैं और गांवों में जाकर लोगों को जागरूक कर रही हैं।

मूवमेंट के आधार पर ग्रामीणों को सतर्क कर रहा विभाग

कटघोरा वन मंडल में 53 से अधिक हाथी हैं। यहां अकेला घूम रहे एक दंतैल हाथी ने ग्राम अमाटिकरा के मोहल्ले में त्रिभुवन रावत के मकान को क्षतिग्रस्त कर दिया। त्रिभुवन रावत अपने परिवार के साथ दूसरे कमरे में छिपकर रहे। इससे पहले भी इस हाथी ने फुलसर और कोरबी में मकानों को नुकसान पहुंचाया था।

कोरबा के एसडीओ एस.के. सोनी ने बताया कि हाथियों की लगातार निगरानी की जा रही है और उनके मूवमेंट के आधार पर ग्रामीणों को सतर्क किया जा रहा है। ग्रामीणों के अनुसार, हाथियों के आने के बाद से उन्हें रातभर जागना पड़ रहा है और कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शाम होते ही ग्रामीण अपने घरों में लौट जाते हैं।

वन विभाग की टीम हाथी प्रभावित क्षेत्रों में 24 घंटे गश्त कर रही है और हाथियों पर नजर रख रही है। ग्रामीणों को हाथियों के पास जाने और गांव से जंगल की ओर जाने से भी रोका जा रहा है।

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