Connect with us

कोरबा

भारतमाला प्रोजेक्ट…11 जिलों में भ्रष्टाचार की जांच करेगी EOW:किसानों की जमीन अधिग्रहण और मुआवजे में धांधली की शिकायत; इनमें कई अफसरों के नाम

Published

on

रायपुर, एजेंसी। भारतमाला प्रोजेक्ट में जमीन अधिग्रहण और मुआवजे में घोटाले की जांच EOW करेगी। छत्तीसगढ़ के 11 जिलों में भू-अर्जन की प्रक्रिया में अनियमितताएं पाए जाने के बाद जांच का दायरा बढ़ाया गया है।

राजस्व आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव अविनाश चंपावत ने सभी संभाग कमिश्नर को लेटर लिखा है। 15 दिन में इसकी रिपोर्ट मांगी गई है। जिन जिलों से भारत माला प्रोजेक्ट होकर गुजर रहा है, उन सभी जिलों में मुआवजा और अधिग्रहण की जांच होगी।

रायपुर से विशाखापट्टनम तक हाईवे बनना है इसमें जमीन मुआवजे को लेकर गड़बड़ी की बात सामने आई है।

रायपुर से विशाखापट्टनम तक हाईवे बनना है इसमें जमीन मुआवजे को लेकर गड़बड़ी की बात सामने आई है।

पहले जानिए क्या है भारतमाला परियोजना?

भारतमाला परियोजना एक राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना हैं जो भारत सरकार की है। इसके तहत नए राजमार्ग के अलावा उन परियोजनाओं को भी पूरा किया जाएगा जो अब तक अधूरे हैं। इसी के तहत रायपुर से विशाखापट्टनम तक करीब 463 किमी लंबी नई फोरलेन सड़क बनाई जा रही है।

राजस्व आपदा प्रबंधन विभाग ने पत्र जारी किया है।

राजस्व आपदा प्रबंधन विभाग ने पत्र जारी किया है।

अब जानिए घोटाले को लेकर क्या है शिकायत?

रायपुर से विशाखापट्टनम 463 किमी सड़क बन रही है इसमें छत्तीसगढ़ में 124 किमी सड़क 3 कंपनियां बना रही हैं। यह सड़क नवा रायपुर से भी होकर गुजरेगी। इसलिए यहां सड़क के लिए किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया गया। जमीन अधिग्रहण के बाद मुआवजे का घोटाला सामने आया है।

छत्तीसगढ़ के अवर सचिव को 8 अगस्त 2022 को धमतरी निवासी शिकायतकर्ता कृष्ण कुमार साहू और हेमंत देवांगन ने शिकायत की थी। बताया गया कि, अधिग्रहित की गई जमीन का मुआवजा बांटने के नाम पर अधिकारियों ने पैसों का बंदरबांट किया। उनकी जमीन का खसरा बदल दिया गया। पूर्व खसरे पर उस राशि का भुगतान दिख रहा है।

एसडीएम, नायब तहसीलदार और पटवारी से इसकी शिकायत की है, लेकिन वो समाधान नहीं कर रहे हैं। इन अफसरों ने दस्तावेजों में हेर-फेर कर भू-माफियाओं की मदद से शासन के पैसों का दुरुपयोग किया है।

अधिग्रहण नियम क्या है?

अधिग्रहण नियमों के अनुसार, गांवों में 500 वर्गमीटर से कम जमीन है तो उसका मुआवजा ज्यादा मिलता है। जमीन 500 वर्गमीटर से ज्यादा है तो पैसा कम मिलता है। उदाहरण के तौर पर एक एकड़ जमीन का मुआवजा 20 लाख होगा। इसे टुकडों में बांटकर 500 वर्गमीटर से कम कर दिया जाए तो मुआवजा 1 करोड़ हो जाएगा।

इन 11 जिलों में होगी जांच

  1. रायपुर
  2. धमतरी
  3. कांकेर
  4. कोंडागांव
  5. कोरबा
  6. रायगढ़
  7. जशपुर
  8. राजनांदगांव
  9. दुर्ग
  10. बिलासपुर
  11. जांजगीर-चांपा
  12. EOW ने मांगी पिछली जांच रिपोर्ट
    रायपुर जिले में जांच के बाद प्रदेश के 11 जिलों में गड़बड़ी सामने आई है। अधिकारियों की तरफ से फर्जी नामांतरण, बंटवारा और अधिक मुआवजा बांटने की शिकायत है। इस गड़बड़ी को गंभीरता से लेकर राजस्व विभाग ने जांच का दायरा बढ़ाया।
    भारत माला प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार की जांच EOW को सौंपने का फैसला कैबिनेट में लिया गया था। अब इस पूरे मामले में EOW के अधिकारी जांच में जुट गए हैं। वहीं, राजस्व विभाग से पूर्व में की गई जांच की रिपोर्ट मांगी है। इस मामले में EOW घोटाले में शामिल अधिकारियों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है।
    सीबीआई से भी की गई शिकायत
    स्वामी बिल्ड प्राइवेट लिमिटेड के संचालक नरेंद्र पारख ने बताया कि, अभनपुर के उरला गांव नहर के पास उनकी 88 डिसमिल जमीन है। इसमें 39 डिसमिल जमीन का अधिग्रहण एनएचएआई ने किया है। भुगतान पत्रक में 1.36 करोड़ का मुआवजा बना। लेकिन इनकी जमीन का मुआवजा किसी हृदय लाल गिलहरे के नाम पर कर दिया गया।
    उसने बैंक से पूरा पैसा निकालकर खाता बंद कर दिया है। उन्होंने इसकी शिकायत सीबीआई में की गई है। अमित पाण्डेय ने बताया कि, उनके पास 1.80 लाख स्क्वायर फीट जमीन थी। उन्हें 29 करोड़ मुआवजा मिलना था, लेकिन 17 करोड़ ही मिले। बाकी 12 करोड़ कहां गए उन्हें पता नहीं।



  13. ननकी राम कंवर ने पिछले साल पीएम मोदी को पत्र लिखकर शिकायत की थी।
    ननकी राम कंवर ने पिछले साल पीएम मोदी को पत्र लिखकर शिकायत की थी।
    पूर्व गृहमंत्री ने लिखी थी पीएम को चिट्‌ठी
    मुआवजा घोटाले में रिव नाम के व्यक्ति की मुख्य भूमिका बताई जा रही है। इसकी शिकायत बीजेपी नेता ननकीराम कंवर ने पत्र लिखकर 28 नवंबर 2024 को पीएम मोदी से की थी।
    चिट्‌ठी में मुआवजा घोटाले में शामिल अफसरों का नाम लिखा था और प्रोजेक्ट की जानकारी भू-माफियाओं को लीक करने की बात भी लिखी थी। इसमें जिन अफसरों का नाम लिखा हुआ था, उनमें से कई अफसर अभी भी जांच के दायरे के बाहर है।
  14. कई अफसर जांच के दायरे में

Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

कोरबा

भूख हड़ताल पर बैठे सचिव की मौत:धरनास्थल पर आया हार्ट अटैक, अस्पताल में तोड़ा दम, शासकीयकरण की कर रहे मांग

Published

on

कोरबा। कोरबा जिले की जनपद पंचायत पाली में पदस्थ सचिव राजकुमार कश्यप की अनशन में बैठने के दौरान हार्ट अटैक से मौत हो गई। इस घटना के बाद सचिवों में जमकर शासन-प्रशासन के खिलाफ आक्रोश है। शासकीयकरण की मांग को लेकर सचिव अब अनशन पर बैठ गये हैं और शासन के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है, जबकि सचिवों का कहना है कि भाजपा ने चुनावी घोषणा पत्र में मोदी की गारंटी के तहत सचिवों का शासकीयकरण का वादा किया था। शासन द्वारा ध्यान नहीं दिये जाने के बाद सचिव पहले हड़ताल पर थे और इसके बाद अनशन प्रारंभ कर दी। जनपद पंचायत पाली परिसर में अनशन पर बैठे सचिवों के साथ राजकुमार कश्यप भी अनशन पर थे, तभी उनकी तबियत बिगड़ी और अचानक मौत भी हो गई।

कोरबा में हड़ताल पर बैठे सचिव की तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। सचिव की मौत का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है। बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार को चुनावी वादों की याद दिलाने सचिव क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे थे, जिसमें शासकीयकरण प्रमुख मांग है।

जानकारी के मुताबिक सचिव की अचानक बिगड़ गई। आनन-फानन में उन्हें विनायक हॉस्पिटल लेकर गए, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मृतक राजकुमार कश्यप कुटेलामुंडा में सचिव के पद पर पदस्थ थे। वे उड़ता गांव के रहने वाले थे, जहां उनकी पत्नी और बच्चे हैं। घटना की सूचना मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे, जिनका रो-रो कर बुरा हाल है। वहीं सचिवों में आक्रोश है।

Continue Reading

कोरबा

नहर में गिरी पिकअप….अब तक तीन शव बरामद:दो की तलाश जारी; सक्ती से कोरबा छठी कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे 25 लोग

Published

on

कोरबा ।जिले में रविवार को तेज रफ्तार पिकअप पलटकर नहर में गिर गई। इस दौरान नहर के तेज बहाव में 2 बच्चे और 3 महिलाएं बह गई। हादसे के 24 घंटे बाद अब तक दो महिला और एक बच्ची के शव बरामद किए जा चुके हैं। जबकि दो लोग अब भी लापता हैं। पुलिस और जिला प्रशासन की टीम लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई है। यह मामला उरगा थाना क्षेत्र के मड़वारानी जर्वे का है।

मिली जानकारी के मुताबिक, पिकअप वाहन में लगभग 20 से 25 लोग सवार होकर सक्ती जिले के ग्राम रेडा से कोरबा में एक पारिवारिक छठी कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे थे। इसी दौरान तेज रफ्तार पिकअप अनियंत्रित होकर पलट गई और नहर में जा गिरी।

रेस्क्यू में जुटी गोताखोरों की टीम

रेस्क्यू में जुटी गोताखोरों की टीम

अब तक तीन के शव बरामद, दो की तलाश जारी

हादसे के बाद बाकी लोग तैरकर बाहर निकल आए, जबकि पांच लोग लापता हो गए थे। इनमें से तीन के शव बरामद कर लिए गए हैं, बाकी दो लोगों की तलाश जारी है।

दुर्घटना के बाद रविवार से ही राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया था। रविवार को इतवारी बाई कंवर (50) का शव बरामद किया गया। रेस्क्यू टीम देर रात तक अभियान चलाने के बाद कोरबा लौट गई। सोमवार को फिर से नहर किनारे नगरदा के पास तलाश शुरू की गई।

जेसीबी की मदद से पिकअप को नहर से निकाला गया।

जेसीबी की मदद से पिकअप को नहर से निकाला गया।

आज दो और शव बरामद

सुबह कुछ ही घंटों में गोताखोरों को दो और शव मिले। गोताखोरों ने पहले सात वर्षीय तान्या उर्फ खुशी साहू का शव बरामद किया। वहीं दोपहर में मानमती कंवर (55) का शव घटनास्थल से करीब 12 किलोमीटर दूर मिला। घटनास्थल पर पीड़ित परिवार के सदस्य सुबह से ही मौजूद थे, जिनका रो-रोकर बुरा हाल है। सोमवार की सुबह से नहर किनारे बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद हैं।

हादसे के बाद एम्बुलेंस मौके पर पहुंची।

हादसे के बाद एम्बुलेंस मौके पर पहुंची।

रेस्क्यू में जुटी गोताखोरों की टीम

घटना के बाद कोरबा एसपी सिद्धार्थ तिवारी, सीएसपी भूषण एक्का सहित पुलिस के आला अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं। नगर सेवा के गोताखोरों की टीम रेस्क्यू में जुटी है। वहीं, संबंधित सिंचाई विभाग को नहर में पानी कम करने के आदेश दिए गए हैं। इसके बाद से पानी कम हो गया है।

वहीं कोरबा जिले के अलावा पड़ोसी जिला शक्ति,और जांजगीर-चांपा पुलिस को भी दी सूचना दी गई है, जहां नहर किनारे तलाश जारी है।

Continue Reading

कोरबा

राज्य स्तरीय क्रिकेट प्रतियोगिता के तीसरे दिन दो जबरदस्त मुकाबले: Striking Eagles Balco ने 6 विकेट से दर्ज की जीत, JB 11 ने 90 रन से Kohdiya 11 को हराया

Published

on

कोरबा। स्व. डॉ. बंशीलाल महंतो स्मृति राज्य स्तरीय रात्रिकालीन क्रिकेट प्रतियोगिता के तीसरे दिन, 13 अप्रैल 2025 को कोरबा के ओपन थिएटर, घंटाघर मैदान में दर्शकों को क्रिकेट के दो शानदार और रोमांचक मुकाबले देखने को मिले। क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह दिन रोमांच, उत्साह और खेल भावना से भरपूर रहा।

यह प्रतियोगिता स्व. डॉ. बंशीलाल स्मृति क्लब, कोरबा द्वारा आयोजित की जा रही है, जिसका उद्देश्य छत्तीसगढ़ के युवाओं को खेल के माध्यम से अपनी प्रतिभा को निखारने और मंच प्रदान करने का है।

पहला मुकाबला: Striking Eagles Balco बनाम Golden Cricket Club

पहले मुकाबले में Striking Eagles Balco और Golden Cricket Club आमने-सामने हुए। टॉस जीतकर Striking Eagles Balco ने पहले गेंदबाज़ी करने का निर्णय लिया और टीम के गेंदबाज़ों ने अनुशासित प्रदर्शन करते हुए Golden Cricket Club को सीमित स्कोर पर रोकने में सफलता पाई।

लक्ष्य का पीछा करते हुए Striking Eagles Balco की टीम ने शानदार संयम और आक्रामकता के साथ बल्लेबाज़ी करते हुए मुकाबला 6 विकेट से अपने नाम किया। इस मैच के हीरो रहे जे. बी., जिन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन कर ‘मैन ऑफ द मैच’ का खिताब जीता।

दूसरा मुकाबला: Kohdiya 11 बनाम JB 11

दूसरे मुकाबले में Kohdiya 11 और JB 11 के बीच टक्कर देखने को मिली। Kohdiya 11 ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करने का फैसला लिया। पहले बल्लेबाज़ी करते हुए JB 11 ने मात्र 10 ओवरों में धमाकेदार अंदाज़ में 155 रनों का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया।

बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी Kohdiya 11 की शुरुआत लड़खड़ाई और टीम दबाव में आकर केवल 65 रन पर ऑल आउट हो गई। इस तरह JB 11 ने यह मुकाबला 90 रनों के बड़े अंतर से जीतकर टूर्नामेंट में अपनी मज़बूत उपस्थिति दर्ज कराई।

मुख्य अतिथि और आयोजन की भव्यता

इस खेल आयोजन की गरिमा को बढ़ाते हुए मुख्य अतिथि पार्षद श्रीमती राधा महंत, विशेष अतिथि पूर्व पार्षद राजेश वैष्णव, एमपी नगर पार्षद श्रीमती वर्षा दिनेश वैष्णव, और मंडल अध्यक्ष डॉ. राजेश राठौर उपस्थित रहे। अतिथियों ने खिलाड़ियों की हौसला अफजाई की और आयोजकों को इस प्रेरणादायक पहल के लिए बधाई दी।

प्रतियोगिता की झलक

यह प्रतियोगिता 11 अप्रैल से 28 अप्रैल 2025 तक आयोजित की जा रही है, जिसमें छत्तीसगढ़ राज्य की विभिन्न प्रतिभाशाली टीमें हिस्सा ले रही हैं। प्रत्येक दिन दर्शकों को रोमांचक मुकाबलों और युवाओं की अद्भुत क्रिकेट प्रतिभा की झलक देखने को मिल रही है।

Continue Reading

Trending