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छत्तीसगढ़

ड्राइवर को झपकी आने से कार पेड़ से टकराई

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3 लोगों को आई गंभीर चोटें, बिहार से मंदिर दर्शन कर मनेंद्रगढ़ लौट रहे थे

मनेंद्रगढ़/बरबसपुर (एजेंसी) । एमसीबी जिले के अंबिकापुर-कटनी मुख्य मार्ग पर बरबसपुर के पास महाराजपुर में सोमवार सुबह एक अर्टिगा कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पेड़ से टकरा गई। हादसे में कार सवार सात लोगों में से 3 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे का कारण ड्राइवर को झपकी आना बताया जा रहा है। घटना पुलिस चौकी नागपुर क्षेत्र की है। जानकारी के मुताबिक मनेंद्रगढ़ के पिपरिया से 7 लोग मंदिर दर्शन के लिए कार बुक कर बिहार के गया जिले गए थे। वहां से वे मारूती अर्टिगा कार क्रमांक सीजी 15 सीयू 2036 में सवार होकर लौट रहे थे। सोमवार तड़के करीब 4 बजे तेज रफ्तार अर्टिगा कार बरबसपुर स्थित टोल प्लाज़ा से डेढ़ किलोमीटर आगे महराजपुर के पास अनियंत्रित हुई और सड़क किनारे पेड़ से जा टकराई। पेड़ में टकराने से पहले ड्राइवर ने ब्रेक लगाया, इसलिए रफ्तार कम हो गई। वरना बड़ा हादसा हो सकता था। तीन लोगों को आई गंभीर चोटें हादसे में कार का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। सूचना पर मौके पर पहुंची नागपुर पुलिस ने 7 घायलों को मनेंद्रगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा। हिमांशु रवि (17 वर्ष), सुशीला (37 वर्ष) और बिन्दुमती (32 वर्ष) को हड्डियों में गंभीर चोटें आई हैं। जिन्हें बैकुंठपुर अस्पताल रेफर किया गया है। 0झपकी आने से हादसा0 अर्टिगा कार के चालक ने पुलिस को बताया कि उसे झपकी आ जाने के कारण हादसा हुआ है। जहां घटना हुई वहां से पिपरिया मात्र 20 किलोमीटर दूर है। दुर्घटनाग्रस्त कार झारखंड के अजय कुमार दीवान की बताई गई है। सरगुजा में बोलेरो सड़क से उतरी वहीं नेशनल हाइवे 43 में सरगुजा जिले के रघुनाथपुर चौकी क्षेत्र के कोट मोड़ के पास सोमवार को एक और हादसा हो गया। तेज रफ्तार बोलेरो अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे करीब 20 फुट गड्ढे में नीचे उतर गई। बोलेरो चालक के साथ अन्य सवारों को हादसे में मामूली चोटें आई हैं। घायलों को स्थानीय लोगों की मदद से बाहर निकाल लिया गया।

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कोरबा

कलेक्टर एवं एसपी ने जिले में कानून व्यवस्था की ली समीक्षा बैठक

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कानून व्यवस्था बनाए रखने अधिकारियों को सजगता व सतर्कता से कार्य करने के दिए निर्देश

संवेदनशील क्षेत्रों पर विशेष निगरानी रखने व लोक शांति भंग करने वालों पर कड़ी कार्यवाही करने किया निर्देशित

कोरबा। जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने के संबंध में कलेक्टर अजीत वसंत एवं पुलिस अधीक्षक श्री सिद्धार्थ तिवारी ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में राजस्व एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों की संयुक्त बैठक ली। सभी अधिकारियों को
शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने लिए प्रभावी कदम उठाने हेतु निर्देशित किया।

कलेक्टर श्री वसंत ने संवेदनशील क्षेत्रो पर विशेष ध्यान रखने एवं लोक शांति भंग करने वालों पर कड़ी निगरानी बनाए रखने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने सभी अधिकारियों को सजगता एवं सतर्कता के साथ कार्य करने के निर्देश दिए।
राजस्व एवं पुलिस विभाग के सभी अधिकारियों को आपसी समन्वय से कार्य करने एवं संवेदनशील क्षेत्रों में संयुक्त रूप से सघन पेट्रोलिंग करने हेतु निर्देशित किया।
कलेक्टर ने सभी एसडीएम तहसीलदार, एसडीओपी, थाना प्रभारियों को अपने निचले अमले को पूरी तरह सक्रिय रखने एवं सूचना तंत्र को मजबूत बनाने के लिए कहा। जिससे किसी भी समस्या का स्थानीय स्तर पर ही निराकरण किया जा सके।

बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री तिवारी ने सभी अधिकारियों को शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए मुश्तैदी से कार्य करने के निर्देश दिए। सूचना तंत्र को सक्रिय रखने एवं आपसी समन्वय से कार्य करने के लिए कहा। एसपी ने कानून व्यवस्था को प्रभावित करने वाली असामाजिक गतिविधियों पर विशेष ध्यान देने एवं इस प्रकार की एक्टिविटी में संलिप्त रहने वाले व्यक्तियों पर गम्भीरता से कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया।

इस दौरान उपस्थित राजस्व एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों को प्राकतिक आपदा से हुए आकस्मिक मौत अंतर्गत आरबीसी 6-4 के तहत दी जाने वाली राहत राशि एवं हिट एंड रन के मामले में अज्ञात वाहन से होने वाले मृत्यु के प्राप्त आवेदनों को भी शीघ्रता से निराकृत करने के निर्देश दिए। जिससे पीड़ित परिवारों को राहत पहुँचाया जा सके।
इस अवसर पर प्रभारी निगमायुक्त, अपर कलेक्टर मनोज बंजारे,एडिशनल एसपी सभी एसडीएम, एसडीओपी, तहसीलदार , थाना प्रभारी सहित राजस्व एवं पुलिस विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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कोरबा

रोजगार दिवस में मोर गांव मोर पानी अभियान की दी गई जानकारी

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ग्राम पंचायतों में मनाया गया रोजगार दिवस

श्रमिकों को बताई मनरेगा की विशेषताएं

कोरबा। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत ग्राम पंचायतों में शनिवार को जागरूकता गतिविधि के रूप में रोजगार दिवस मनाया गया. रोजगार दिवस में श्रमिकों को 06 मई से 15 जून तक जिले में चलाए जा रहे जल सरंक्षण अभियान ,मोर गांव मोर पानी के विषय में जानकारी दी गई। श्रमिकों को बताया गया कि जल सरंक्षण एवं जल संचयन के लिए मोर गांव मोर पानी अभियान के तहत जल संवर्धन संरचनाएं सिंचाई कूप निर्माण, सोखता पिट, रेन वाटर हार्वेस्टिंग आदि बनाई जावे। इसके साथ ही मनरेगा के तहत लंबित मजदूरी भुगतान और उसके समाधान की जानकारी दी गई। श्रमिकों को मनरेगा के तहत प्राप्त अधिकारों और मनरेगा की विशेषताओ की जानकारी दी गई.


दिनेश कुमार नाग मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के द्वारा सभी जनपद पंचायतों के सीईओ एवं कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा को निर्देशित किया गया है कि प्रत्येक माह की 07 तारीख को जागरूकता गतिविधि के रूप में ग्राम पंचायतों में रोजगार दिवस आयोजित किये जाए, जिसके परिपालन में आज ग्राम पंचायतों में रोजगार दिवस मनाया गया. रोजगार दिवस में ग्रामीणों,पंजीकृत श्रमिकों को महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के तहत प्राप्त अधिकारों और हकदारियों की भी जानकारी दी गई. रोजगार दिवस में तकनीकी सहायक एवं रोजगार सहायकों ने ग्रामीणों,श्रमिकों को जन मनरेगा ऐप,सिक्योर में कार्य स्वीकृति के, एक पेड़ मां के नाम 2.0 अभियान के महत्व के विषय में भी बताया।मनरेगा के तहत श्रमिकों को प्राप्त अधिकार- जॉब कार्ड का अधिकार,वर्ष में100 दिन के काम की मांग का अधिकार,मजदूरी भुगतान का अधिकार,कार्यों के सामाजिक अंकेक्षण करने का अधिकार, आदि के विषय में जानकारी दे कर जागरूक किया गया. ग्राम पंचायत महोरा, गिधौरी, नोनबिर्रा, जूनवानी, डोडातराई, दादरकला, नकिया, सरभोका, पोड़ी खुर्द, रतिजा बतरा, पंडरीपानी, देवपहरी, नवागांव कला,देवरी,छुरीखुर्द,मुड़ाली, डोंगरी, चाकाबूढ़ा, विरदा,कसईपाली, रामपुर खोडरी , अमलडिहा, सोलवा, मसान,कोथारी, सिरी, कुम्हारीसानी, सलोरा क, कोडगार रतिजा आदि ग्राम पंचायतों में रोजगार दिवस मनाया गया. रोजगार दिवस में स्थानीय जन प्रतिनिधि,मनरेगा के पंजीकृत श्रमिक,सहित ग्रामीण उपस्थित थे।

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छत्तीसगढ़

अमित जोगी बोले- BJP वाले प्रतिमा पॉलिटिक्स मत कीजिए

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एक महीने में प्रतिमा पुर्नस्थापित नहीं हुई, तो क्रेन से सीएम-हाउस लाकर मुख्यमंत्री से कराऊंगा अनावरण

रायपुर,एजेंसी। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में अजीत जोगी की प्रतिमा हटाने के विरोध में जेसीसी-जे के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने रायपुर स्थित अपने आवास में प्रेस कांफ्रेंस की। उन्होंने प्रतिकात्मक विरोध स्वरूप हाइड्रा क्रेन में पोस्टर लगाकर मीडिया से चर्चा की।

अमित जोगी ने कहा कि, मैं भाजपा के सम्माननीय लोगों से भी अपील करता हूं कि ये “प्रतिमा पॉलिटिक्स” मत कीजिए। कुछ मुद्दे पॉलिटिक्स से नहीं एथिक्स से हल किए जाते हैं। अगर जोगी जी की प्रतिमा एक महीने के अंदर ज्योतिपुर चौक पर पुर्नस्थापित नहीं की गई, तो बड़ा आंदोलन होगा।

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही क्षेत्र के लोग जोगी जी की उसी प्रतिमा को क्रेन में रायपुर मुख्यमंत्री निवास में लाएंगे और मुख्यमंत्री से आग्रह करेंगे की अब आप प्रतिमा का अनावरण कर दीजिए, क्योंकि आप ही ने तो हम लोगों से कहा था कि, आप गौरेला आएंगे और प्रतिमा का अनावरण करेंगे।

अमित जोगी ने कहा कि एक महीने में अजीत जोगी की प्रतिमा स्थापित नहीं की गई तो इसी क्रेन में अपने पिता की प्रतिमा मुख्यमंत्री निवास में बाहर लाऊंगा और सीएम से लोकापर्ण का आग्रह करुंगा।

अमित जोगी ने कहा कि एक महीने में अजीत जोगी की प्रतिमा स्थापित नहीं की गई तो इसी क्रेन में अपने पिता की प्रतिमा मुख्यमंत्री निवास में बाहर लाऊंगा और सीएम से लोकापर्ण का आग्रह करुंगा।

2 हफ्ते बाद भी एक्शन नहीं लिया गया

अमित जोगी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर क्रेन से लटकते हुए एक CCTV फुटेज का पोस्टर दिखाया। जिसमें दिख रहे क्रेन की ओर इशारा करते हुए अमित जोगी ने बताया कि, इसी क्रेन से मूर्ति उखाड़ा गया। फुटेज में प्रतिमा भी क्रेन के सामने दिख रही है।

अमित ने कहा कि, 25 मई की रात मानसिक दिवालियापन से ग्रसित कुछ लोगों ने पहले शराब पी, फिर ज्योति चौक पर लगे प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री अजित जोगी की प्रतिमा उखाड़कर फेंक दी। 2 हफ्ते होने के बावजूद भी इस मामले में अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया गया। न जोगी जी की प्रतिमा ज्योतिपुर चौक गौरेला में पुर्नस्थापित हो पाई और न ही दोषी पकड़े गए।

ये अपराधी निडर होकर खुल्ले घूम रहे हैं। पुलिस-प्रशासन को छोड़कर पूरी दुनिया को दिख रहा हैं। पिछले हफ़्ते स्वास्थ्य मंत्री के साथ पेंड्रा गेस्ट हाउस में बैठकर यह अपराधी चाय पी रहे थे।

अमित जोगी बोले- अजीत जोगी की प्रतिमा को उखाड़कर फेंकने वाले दोषियों को सरकार का संरक्षण।

अमित जोगी बोले- अजीत जोगी की प्रतिमा को उखाड़कर फेंकने वाले दोषियों को सरकार का संरक्षण।

मूर्ति हटाने वालों को अमित जोगी ने भेजी किताब

अमित जोगी ने कहा कि, मेरे पिता की मूर्ति को जिन तीन लोगों ने हटाया है। मैं उन्हें माफ करता हूं और उन्हें मैं अजीत जोगी जी की किताब को भेंट करता हूं। अमित जोगी ने कहा कि, गौरेला के चीफ म्युनिसिपल ऑफिसर नारायण साहू, विश्व हिन्दू परिषद के उपाध्यक्ष प्रदीप जायसवाल और जिसने क्रेन में मूर्ति हटाई दीपक शर्मा को किताब भेज रहा हूं।

जिन अपराधियों ने जोगी जी की प्रतिमा को उखाड़ कर फेंका है, मैं उन्हें व्यक्तिगत रूप से माफ करता हूं और उनसे आग्रह करता हूं कि “जोगी जी को पढ़ो” और उन्हें जानो। क्योंकि जो जोगी जी को जानता है, वो जोगी जी को मानता है। अमित ने कहा कि पूरे जीवन, संघर्ष का सैलाब जिनकी “आत्मा” को डिगा नहीं पाया, तुम उनकी “प्रतिमा” को उखाड़ने चले हो।

मुखर्जी की एक नहीं एक लाख मूर्ति लगाए, पर पोर्ते और जोगी का एक-एक मूर्ति भी लगा दें

अमित जोगी ने कहा कि, मैं मुख्यमंत्री और दोनों उप मुख्यमंत्रियों से पूछना चाहता हूं। आप तीनों की निजी भूमि में क्या कोई और आकर प्रतिमा लगा सकता है? किस क़ानून और किस नियम से नगर पालिका गौरेला ने जोगी परिवार के आधिपत्य की भूमि पर जोगी जी की प्रतिमा नहीं लगने दे रहे हैं ?

क्या नगर पालिका गौरेला एक अधिकारी के अहंकार पर चलेगा या संविधान और कानून के आधार पर।हम तो चाहते हैं कि, जोगी जी और मुखर्जी जी दोनों की प्रतिमा लगे, लेकिन उनकी अपनी उपयुक्त जगह पर, वैधानिक ज़मीन पर। आप मुखर्जी जी की एक नहीं एक लाख प्रतिमा लगाइए, लेकिन गौरेला में तो कम से कम पोर्ते और जोगी जी की एक-एक प्रतिमा स्थापित कीजिए।

मूर्ति हटाने वालों को अमित जोगी ने भेजी किताब।

मूर्ति हटाने वालों को अमित जोगी ने भेजी किताब।

ज्योतिपुर चौक की भूमि परिवार के स्वामित्व की

पूर्व विधायक अमित जोगी ने स्पष्ट किया कि, ज्योतिपुर चौक की भूमि उनके परिवार के स्वामित्व में है। यह जमीन 1932 में स्वर्गीय मॅजेस ने खरीदी थी। उन्होंने यहां अकाल राहत के लिए एक कुआं बनवाया था। 2020 में इस भूमि का पावर ऑफ अटॉर्नी अमेरिकी संस्था द्वारा अतुल आर्थर को दिया गया।

सोसाइटी ने जोगी की प्रतिमा स्थापित करने की दी थी अनुमति

2021 में अजीत जोगी के निधन के बाद, अतुल आर्थर और संबंधित सोसाइटी ने इस भूमि पर जोगी की प्रतिमा और उद्यान स्थापित करने की अनुमति दी थी। तत्कालीन विधायक डॉ. रेणु जोगी ने अपनी विधायक निधि से 83.5 लाख रुपए दिए थे। यह राशि चबूतरे पर अजीत जोगी की आदमकद प्रतिमा स्थापना के लिए थी।

गौरेला नगर पालिका को केवल चबूतरा और उद्यान निर्माण की जिम्मेदारी दी गई थी। अमित जोगी ने भाजपा जिला अध्यक्ष के आवेदन को गैरकानूनी बताया है। उन्होंने जिला प्रशासन से अजीत जोगी की प्रतिमा का तत्काल लोकार्पण करने की मांग की है।

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