Connect with us

छत्तीसगढ़

सीएम साय बोले- अनुसूचित जनजाति की सबसे ज्यादा चिंता हमारी सरकार करती है, जनता से किया हर वादा निभाएंगे

Published

on

आदिवासी समाज के नवनिर्वाचित विधायकों का सम्मान

रायपुर (एजेंसी)। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आदिवासी समाज के नवनिर्वाचित विधायकों के सम्मान समारोह में शामिल हुए। इसका आयोजन अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ ने किया था। इस दौरान सीएम साय ने कहा कि सबका साथ, सबका विकास का संकल्प लेकर मोदी की गारंटी में छत्तीसगढ़ की जनता से जो भी वादा हमने किया है, उसे पूरा करने की जवाबदारी हमारी है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने ही महतारी वंदन योजना के अंतर्गत प्रतिवर्ष माताओं-बहनों को 12 हजार रुपए देने की घोषणा की है। किसानों के हित में 3100 रुपए प्रति क्विंटल में धान खरीदी की घोषणा सहित प्रत्येक वर्ग के हित में घोषणाएं की है।

18 लाख हितग्राहियों को आवास देने का निर्णय

उन्होंने कहा कि हमने वादा किया था कि गरीबों को आवास मुहैया कराएंगे, हमने इसे पूरा किया। हमने 13 दिसम्बर को शपथ ग्रहण किया और 14 दिसंबर को सबसे पहले कैबिनेट में 18 लाख हितग्राहियों को आवास देने का निर्णय लिया।

समाज को मनखे मनखे एक समान का संदेश

साय ने कहा कि आज 18 दिसंबर का दिन है। आप सभी को बाबा गुरु घासीदास जयंती की हार्दिक बधाई। परमपूज्य बाबा गुरु घासीदास जी ने समाज को मनखे मनखे एक समान का संदेश देकर हम सभी को नया रास्ता दिखाया। आज हमारे समाज के लिए सौभाग्य की बात है कि जिस छत्तीसगढ़ में करीब 32 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति की आबादी है। जहां सबकी अपेक्षा थी कि आदिवासी मुख्यमंत्री बने, हमारे आदिवासी समाज की इस उम्मीद को देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरा किया है।

राष्ट्रपति के पद पर आदिवासी समाज की द्रोपदी मुर्मू विराजमान

साय ने कहा कि आज हमारे प्रधानमंत्री के कारण पूरी दुनिया में हमारे देश का डंका बज रहा है। आज देश के सर्वोच्च महामहिम राष्ट्रपति के पद पर हमारे आदिवासी समाज की द्रोपदी मुर्मू विराजमान है। छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण हमारे पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी ने किया, ताकि यहां के अनुसूचित जनजाति के लोगों का समुचित सामाजिक और आर्थिक विकास हो सके। साय ने कहा कि अनुसूचित जनजाति का विकास हो सके इसलिए उन्होंने भारत सरकार में पहली बार आदिम जाति कल्याण विभाग का गठन भी किया। अनुसूचित जनजाति समुदाय की सबसे ज्यादा चिंता हमारी सरकार करती है।

कार्यक्रम में ये लोग रहे मौजूद

इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, विधायक केदार कश्यप, विधायक कवासी लखमा सहित आदिवासी समुदाय के अन्य विधायक और अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ के प्रांताध्यक्ष आरएन ध्रुव सहित आदिवासी समुदाय के अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ में 100 करोड़ की GST चोरी

Published

on

5 राज्यों में 170 से ज्यादा बोगस फर्म बनाकर फर्जीवाड़ा, 1.64 करोड़ कैश, सोने के बिस्किट जब्त

रायपुर,एजेंसी। छत्तीसगढ़ राज्य GST विभाग ने 100 करोड़ की GST चोरी का भंडाफोड़ किया है। जांच में सामने आया कि 170 से ज्यादा बोगस फर्म बनाकर फर्जीवाड़ा किया गया। मास्टरमाइंड के घर से 1.64 करोड़ रुपए कैश और 400 ग्राम सोने के 4 बिस्किट मिले हैं।

इस मामले का मास्टरमाइंड मोहम्मद फरहान सोरठिया है। फरहान खुद को GST सलाहकार बताकर लंबे समय से कारोबार चला रहा था। फिलहाल, आरोपी फरहान फरार है। उसके नेटवर्क से जुड़े कई दस्तावेज जब्त किए गए हैं। आरोपी ने पंजाब, असम, मणिपुर और ओडिशा में भी फर्जी रजिस्ट्रेशन किए थे।

मास्टरमाइंड मोहम्मद फरहान सोरठिया को जीएसटी विभाग ने हिरासत में लिया है।

मास्टरमाइंड मोहम्मद फरहान सोरठिया को जीएसटी विभाग ने हिरासत में लिया है।

क्या है पूरा मामला

राज्य जीएसटी की बीआईयू टीम ने एक महीने से मामले की निगरानी रख रही थी। फरहान के दफ्तर पर 12 सितंबर को छापा मारा गया। यहां से 172 फर्मों का पंजीयन और बोगस बिलिंग के दस्तावेज मिले। फरहान ने अपने 5 स्टाफ को फर्जी पंजीयन, ई-वे बिल और जीएसटी रिटर्न दाखिल करने का जिम्मा दे रखा था।

जांच में यह भी पाया गया कि फर्मों के नाम पर किरायानामा, सहमति पत्र और एफिडेविट जैसे कागजात फर्जी तरीके से तैयार किए गए थे।

मास्टरमाइंड के घर से 1.64 करोड़ रुपए कैश और 400 ग्राम सोने के चार बिस्किट जब्त किए गए हैं।

मास्टरमाइंड के घर से 1.64 करोड़ रुपए कैश और 400 ग्राम सोने के चार बिस्किट जब्त किए गए हैं।

822 करोड़ रुपए के ई-वे बिल जनरेट किए गए

जांच के मुताबिक सिर्फ 26 फर्मों से ही 822 करोड़ रुपए के ई-वे बिल जनरेट किए गए, जबकि रिटर्न में महज 106 करोड़ का टर्नओवर दिखाया गया। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, केवल इन फर्मों से ही राज्य को 100 करोड़ रुपए से ज्यादा के जीएसटी का नुकसान हुआ है।

दस्तावेजों से यह भी खुलासा हुआ कि फर्जी पंजीयन न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पंजाब, असम, मणिपुर और ओडिशा तक किए गए थे। इन फर्मों के माध्यम से बोगस सप्लाई बिल और ई-वे बिल जारी किए जा रहे थे।

1.64 करोड़ रुपए कैश, सोने के बिस्किट बरामद

जांच एजेंसी को सूचना मिली थी कि, फरहान ने कुछ अहम दस्तावेज अपने चाचा मोहम्मद अब्दुल लतीफ सोरठिया के घर छुपाए हैं। इस पर 17 सितंबर को वहां तलाशी ली गई। अधिकारियों को 1.64 करोड़ रुपए कैश और 400 ग्राम सोने के 4 बिस्किट बरामद हुए, जिन्हें जब्त कर आयकर विभाग को सूचना दी गई है।

जीएसटी विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस फर्जीवाड़े में शामिल सभी लोगों पर शिकंजा कसा जाएगा।

जीएसटी विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस फर्जीवाड़े में शामिल सभी लोगों पर शिकंजा कसा जाएगा।

ब्रोकर, स्क्रैप डीलर और कंपनियां जांच के दायरे में

राज्य जीएसटी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस घोटाले में कई ब्रोकर, स्क्रैप डीलर और इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ उठाने वाली कंपनियां भी जांच के दायरे में हैं। विभाग फिलहाल बोगस लेन-देन और फर्जी बिलिंग से हुए जीएसटी फ्रॉड की पूरी गणना कर रहा है। अधिकारियों का कहना है कि आगे की कानूनी कार्रवाई तेजी से की जाएगी। इसमें शामिल सभी लोगों पर शिकंजा कसा जाएगा।

Continue Reading

छत्तीसगढ़

साय कैबिनेट के नए मंत्रियों को जिलों का प्रभार:खुशवंत साहेब को सक्ती,गजेंद्र को राजनांदगांव, राजेश को जीपीएम, विजय शर्मा को 3 जिलों की जिम्मेदारी

Published

on

रायपुर,एजेंसी। छत्तीसगढ़ में साय कैबिनेट विस्तार के बाद अब मंत्रियों के प्रभार जिलों का बंटवारा कर दिया गया है। सरकार ने नए मंत्रियों को उनकी जिम्मेदारी सौंपते हुए आदेश जारी किया हैं। इसके तहत प्रदेश के कई महत्वपूर्ण जिलों का प्रभार बदल गया है। राजनीतिक और प्रशासनिक महकमे में इस फेरबदल को लेकर चर्चा तेज है।

जारी आदेश के मुताबिक, उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा को बस्तर जिले का प्रभारी मंत्री बनाया गया है। बस्तर नक्सल प्रभावित इलाका होने के कारण यहां विशेष ध्यान देने की जरूरत है। सरकार को उम्मीद है कि विजय शर्मा की निगरानी में जिले में विकास और सुरक्षा से जुड़ी योजनाओं को रफ्तार मिलेगी।

डिप्टी सीएम विजय शर्मा।

डिप्टी सीएम विजय शर्मा।

गजेंद्र यादव को राजनांदगांव का प्रभार

वहीं, कैबिनेट मंत्री गजेंद्र यादव को राजनांदगांव जिले का प्रभार सौंपा गया है। राजनांदगांव राजनीतिक रूप से अहम जिला माना जाता है। मंत्री यादव यहां विकास कार्यों के साथ ही प्रशासनिक गतिविधियों पर नजर रखेंगे।

राजेश अग्रवाल को गौरेला-पेंड्रा- मरवाही (जीपीएम) जिले का प्रभारी मंत्री नियुक्त किया गया है। जीपीएम अपेक्षाकृत नया जिला है। यहां बुनियादी ढांचे के विकास पर सरकार का फोकस है। राजेश अग्रवाल से उम्मीद है कि वे जिले में स्वास्थ्य और शिक्षा से जुड़ी योजनाओं को मजबूती देंगे।

मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े को बलरामपुर-रामानुजगंज की जिम्मेदारी दी गई है। सूत्रों के मुताबिक आने वाले दिनों में अन्य मंत्रियों के जिलों के प्रभार में भी फेरबदल संभव है। प्रभारी मंत्रियों को महीने में कम से कम एक बार अपने जिले का दौरा करने और योजनाओं की समीक्षा करने के निर्देश दिए गए हैं।

मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े को बलरामपुर-रामानुजगंज की जिम्मेदारी दी गई है।

मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े को बलरामपुर-रामानुजगंज की जिम्मेदारी दी गई है।

आदेश की कॉपी…

Continue Reading

छत्तीसगढ़

मंत्री श्यामबिहारी बोले- हड़ताल खत्म करें नहीं तो होंगे बर्खास्त

Published

on

कहा-सोमवार से शुरू होगी नई भर्ती, अल्टीमेटम के बाद काम पर लौटने लगे NHM कर्मचारी

रायपुर,एजेंसी। छत्तीसगढ़ में नियमितीकरण समेत 10 मांगों को लेकर NHM संविदा कर्मचारी एक महीने से हड़ताल पर हैं। सरकार ने 16 सितंबर तक सभी कर्मचारियों को काम पर लौटने का फाइनल अल्टीमेटम दिया था। लेकिन कर्मचारियों ने हड़ताल जारी रखी।

प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने कहा कि शुक्रवार शाम 5 बजे तक कर्मचारी अपनी स्ट्राइक खत्म करें। नहीं तो सभी को बर्खास्त कर दिया जाएगा। एक दो दिन में नई भर्ती शुरू कर दी जाएगी। मंत्री ने कहा कि कर्मियों की मांग पर कमेटी बन चुकी है।

जायसवाल ने कहा कि हमने आश्वासन दिया है कि एक उपसमिति भी बनाई जाएगी। जिसमें NHM कर्मियों के लीडर्स को शामिल किया जाएगा। उनसे सुझाव लिए जाएंगे।

सरकार के अल्टीमेटम के बाद रायपुर के 1,475 NHM कर्मी आज रिज्वॉइन करेंगे। उन्होंने कहा कि ग्रेड पे और अनुकंपा नियुक्ति पर सरकार ने 3 महीने का वक्त मांगा है। 3 महीने में कार्रवाई आगे नहीं बढ़ी तो फिर स्ट्राइक करेंगे।

स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने कहा कि मांगों को लेकर कमेटी बनाई गई है। सभी कर्मचारी काम पर लौटें।

स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने कहा कि मांगों को लेकर कमेटी बनाई गई है। सभी कर्मचारी काम पर लौटें।

सरगुजा में 430 कर्मचारी काम पर लौटे

सरगुजा में 430 कर्मचारियों ने आज शाम पांच बजे तक ड्यूटी ज्वाइन कर लिया है। 118 आंदोलनकारी सीएचओ संघ के हैं, जिन्होंने फिलहाल ज्वॉइन नहीं किया है। सीएचओ संघ का कहना है कि वे प्रदेश संघ से चर्चा के बाद आज ही ज्वाइन कर लेंगे।

सरगुजा में कुल 548 कर्मचारियों को हड़ताल में जाने के कारण बर्खास्त करने का नोटिस दिया गया था। सीएमएचओ पीएस मार्को ने बताया कि अधिकांश कर्मी ड्यूटी में आ गए हैं।

इसके अलावा बलरामपुर जिले में सभी 401 कर्मियों ने आज शाम ड्यूटी ज्वॉइन कर लिया है। बलरामपुर सीएमएचओ डॉ. बसंत सिंह ने कहा कि सभी कर्मी काम पर लौट आए हैं। किसी को बर्खास्त नहीं किया जा रहा है।

रायपुर में किया था जेल भरो आंदोलन

इससे पहले बिलासपुर, दुर्ग और रायपुर 3 संभाग के 10 हजार कर्मचारियों ने गुरुवार को नया रायपुर में जेल भरो आंदोलन किया था। प्रशासन ने राजेश्वर मैदान को लगभग डेढ़ घंटे तक एक प्रतीकात्मक जेल के तौर पर बदल दिया था। डेढ़ घंटे तक इस प्रतीकात्मक जेल में यह कर्मचारी बंद रहे। इसके बाद हर कर्मचारी का नाम और हस्ताक्षर लिए गए और उन्हें छोड़ दिया गया।

NHM संविदा कर्मचारियों की हड़ताल का आज 33वां दिन है। इधर सरकार ने एक्शन लेते हुए 17 सितंबर को सूरजपुर जिले में 594 कर्मचारियों की सेवा खत्म कर दी है। इससे पहले यानी 16 सितंबर को बलौदाबाजार और कोरबा में 200 कर्मचारी को नौकरी से निकाला दिया गया। बलौदाबाजार के 160 और कोरबा के लगभग 21 कर्मचारियों को एक मुश्त नौकरी से निकाला गया था।

बिलासपुर, दुर्ग और रायपुर 3 संभाग के 10 हजार कर्मचारी तूता धरना स्थल पहुंचे।

बिलासपुर, दुर्ग और रायपुर 3 संभाग के 10 हजार कर्मचारी तूता धरना स्थल पहुंचे।

गुरुवार को रायपुर पहुंचे कर्मचारियों ने जेल भरो आंदोलन किया था।

गुरुवार को रायपुर पहुंचे कर्मचारियों ने जेल भरो आंदोलन किया था।

हर कर्मचारी का नाम और हस्ताक्षर लिए गए और उन्हें छोड़ दिया गया।

हर कर्मचारी का नाम और हस्ताक्षर लिए गए और उन्हें छोड़ दिया गया।

Continue Reading
Advertisement

Trending