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कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 अहमदाबाद में होंगे:कार्यकारी बोर्ड की सिफारिश, 2010 में भारत को पहली बार मेजबानी मिली थी

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नई दिल्ली,एजेंसी। कॉमनवेल्थ गेम्स स्पोर्ट्स कार्यकारी बोर्ड ने अहमदाबाद को 2030 कॉमनवेल्थ गेम्स (CWG) की मेजबानी के लिए नॉमिनेट किया है। 26 नवंबर को ग्लासगो में होने वाली राष्ट्रमंडल खेल की बैठक में इस पर अंतिम फैसला लिया जाएगा।

भारत को मेजबानी के लिए नाइजीरिया से चुनौती मिल रही थी। लेकिन कॉमनवेल्थ गेम्स ने नाइजीरिया को 2034 के राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी के लिए सहयोग देगी।

कॉमनवेल्थ गेम्स स्पोर्ट्स ने अपने प्रेस रिलीज में कहा, राष्ट्रमंडल खेल की कार्यकारी बोर्ड ने आज पुष्टि की है कि वे कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 में होने वाले खेलों के लिए अहमदाबाद, भारत को प्रस्तावित मेजबान शहर के रूप में सिफारिश करेगी।

भारत ने अब तक एक बार 2010 में नई दिल्ली में राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी की है।

भारत 2010 में दिल्ली में कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन कर चुका है।

भारत 2010 में दिल्ली में कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन कर चुका है।

भारत के लिए गर्व का दिन- अमित शाह गृह मंत्री अमित शाह ने कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी पर लिखा, भारत के लिए यह बहुत गर्व और खुशी का दिन है। कॉमनवेल्थ एसोसिएशन द्वारा अहमदाबाद में कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 की मेजबानी का अधिकार भारत को देने पर देश के सभी नागरिकों को हार्दिक बधाई।

अमित शाह की कॉमनवेल्थ गेम्स के ऊपर X पोस्ट।

अमित शाह की कॉमनवेल्थ गेम्स के ऊपर X पोस्ट।

2030 में कॉमनवेल्थ गेम्स 100वीं एनिवर्सरी होगी

कॉमनवेल्थ गेम्स हर चार साल में होता है। पहला कॉमनवेल्थ गेम्स 1930 में हैमिल्टन, कनाडा में आयोजित किया गया था। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने सबसे ज्यादा 5 बार राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी की है। 2030 में कॉमनवेल्थ गेम्स की 100वीं एनिवर्सरी भी होगी

29 अगस्त को भारत ने बोली लगाई थी

भारत ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 की मेजबानी के लिए इसी साल 29 अगस्त को लंदन में बोली लगाई थी। उस समय गुजरात सरकार के खेल मंत्री हर्ष सांघवी ने इस प्रस्ताव को कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स के सामने पेश किया था। उन्होंने कहा, अहमदाबाद कॉम्पैक्ट सिटी मॉडल पर गेम्स की मेजबानी करेगा, यानी खेल स्थलों, ट्रेनिंग सुविधाओं और खिलाड़ियों की रहने की व्यवस्था सब एक-दूसरे के नजदीक होगी। इससे खिलाड़ियों, अधिकारियों और दर्शकों को बेहतर अनुभव मिलेगा।

बोली लगाने के दो दिन से पहले 27 अगस्त को केंद्रीय कैबिनेट ने कॉमनवेल्थ बिडिंग प्रपोजल को मंजूरी दी थी। इससे पहले 14 अगस्त को भारतीय ओलिंपिक एसोसिएशन (IOA) ने इसे मंजूरी

पिछले साल 2036 ओलिंपिक के लिए दावेदारी की थी

CWG के अलावा, भारत 2036 के ओलिंपिक गेम्स की मेजबानी की तैयारी भी कर रहा है। पिछले साल नवंबर में भारत ने ओलिंपिक गेम्स-2036 की मेजबानी हासिल करने के लिए दावेदारी पेश की थी।

2032 तक के ओलिंपिक मेजबान तय हो चुके हैं। 2032 की मेजबानी ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन शहर को दी गई है। जबकि 2028 के ओलिंपिक लॉस एंजिलिस में होने हैं।

2 एशियन गेम्स भी करा चुका है भारत

भारत अब तक 3 मल्टी स्पोर्ट्स गेम्स की मेजबानी कर चुका है। इनमें 2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स, 1982 और 1951 के एशियन गेम्स शामिल हैं।

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ओलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा लेफ्टिनेंट कर्नल बने:रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने दी उपाधि, थल सेना प्रमुख भी रहे मौजूद

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पानीपत,एजेंसी। ओलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा टेरिटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल (मानद) बन गए हैं। बुधवार को दिल्ली में अलंकरण समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने उन्हें उपाधि दी। इस दौरान उनकी मां सरोज देवी, पिता सतीश चोपड़ा, चाचा भीम चोपड़ा और पत्नी हिमानी मोर भी मौजूद रहीं।

हरियाणा में पानीपत के रहने वाले नीरज चोपड़ा 26 अगस्त 2016 को सेना में नायब सूबेदार के पद पर भर्ती हुए थे। 2021 में उन्हें सूबेदार बनाया गया। टोक्यो ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीतने के बाद उन्हें सेना द्वारा परम विशिष्ट सेवा मेडल प्रदान किया गया। 2022 में नीरज को सूबेदार मेजर के पद पर पदोन्नति मिली।

अलंकरण समारोह की तस्वीरें…

समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और थल सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी के साथ नीरज चोपड़ा।

समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और थल सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी के साथ नीरज चोपड़ा।

नीरज चोपड़ा को लेफ्टिनेंट कर्नल की उपाधि देते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी।

नीरज चोपड़ा को लेफ्टिनेंट कर्नल की उपाधि देते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी।

समारोह के फोटो सेशन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी के साथ नीरज, उनकी पत्नी हिमानी, मां सरोज देवी, पिता सतीश चोपड़ा और चाचा भीम चोपड़ा।

समारोह के फोटो सेशन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी के साथ नीरज, उनकी पत्नी हिमानी, मां सरोज देवी, पिता सतीश चोपड़ा और चाचा भीम चोपड़ा।

14 मई को टेरिटोरियल आर्मी में दी गई थी उपाधि

भारतीय सेना ने 14 मई को नीरज चोपड़ा को टेरिटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद उपाधि दी थी। नीरज को यह सम्मान खेल में असाधारण योगदान और राष्ट्र के प्रति उनकी कमिटमेंट के लिए दिया गया था। राजपत्र के मुताबिक यह नियुक्ति 16 अप्रैल से प्रभावी हुई थी।

लगातार दो ओलिंपिक मेडल जीत चुके हैं नीरज

नीरज चोपड़ा दुनिया के नंबर-2 जेवलिन थ्रोअर हैं। वे भारत की ओर से लगातार दो ओलिंपिक गेम्स में मेडल जीत चुके हैं।

नीरज ने पेरिस ओलिंपिक में सिल्वर और टोक्यो ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीता था। इसके अलावा, वर्ल्ड चैंपियनशिप, एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स जैसे वर्ल्ड क्लास टूर्नामेंट में भारत को गोल्ड मेडल दिला चुके हैं।

2018 में उन्हें अर्जुन पुरस्कार, 2021 में खेल रत्न पुरस्कार और 2022 में पद्मश्री अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है।

16 मई 2025 को क्रॉस किया था 90 प्लस का मार्क

भारत के स्टार जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने दोहा डायमंड लीग में 90.23 मीटर भाला फेंककर करियर का बेस्ट थ्रो किया था। उन्होंने पहले प्रयास में 88.44 मीटर स्कोर किया, जबकि दूसरा थ्रो अमान्य रहा। फिर नीरज ने तीसरे प्रयास में 90.23 का थ्रो किया।

इससे पहले उनका बेस्ट थ्रो 89.94 मीटर था, जो उन्होंने 2022 डायमंड लीग में हासिल किया था। हालांकि, नीरज दोहा डायमंड लीग में दूसरे स्थान पर रहे थे। जर्मनी के जूलियन वेबर 91.06 मीटर के थ्रो के साथ पहले और ग्रेनेडा के पीटर्स एंडरसन 85.64 मीटर के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे।

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युवराज सिंह ED ऑफिस पहुंचे:सट्‌टेबाजी एप प्रमोशन केस में हो रही पूछताछ, बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद को भी समन

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जालंधर,एजेंसी। पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह आज दोपहर 12:15 बजे दिल्ली के ED ऑफिस पहुंचे। जहां उनसे अधिकारी ऑनलाइन बेटिंग एप (1xBet) के प्रमोशन मामले में पूछताछ कर रहे हैं। कुछ दिन पहले युवराज सिंह को जांच एजेंसी ने दिल्ली स्थित दफ्तर में पेश होने के लिए समन भेजा था।

युवराज सिंह के अलावा एक्ट्रेस अन्वेशी जैन से भी पूछताछ हो रही है।

युवराज सिंह से पहले ED शिखर धवन, रॉबिन उथप्पा, सुरेश रैना और हरभजन सिंह से पहले ही पूछताछ कर चुकी है। बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद को भी 24 सितंबर को पेश होने का समन भेजा गया है।

ED का कहना है कि जांच जारी है और सभी पहलुओं को परखा जा रहा है। फिलहाल युवराज सिंह की पूछताछ से मिली जानकारी को आगे की जांच में शामिल किया जाएगा।

युवराज सिंह ने ये तस्वीर 2022 में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X शेयर की थी।

युवराज सिंह ने ये तस्वीर 2022 में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X शेयर की थी।

करोड़ों की ठगी और टैक्स चोरी की जांच

यह जांच अवैध बेटिंग एप्स से जुड़ी है। कंपनी पर आरोप है कि उसने लोगों और निवेशकों से करोड़ों रुपए की ठगी की है या बड़े पैमाने पर टैक्स की चोरी की है।

कंपनी का दावा है कि 1xBet एक वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त बुकी है, जो पिछले 18 सालों से बेटिंग इंडस्ट्री में है। इसके ग्राहक हजारों खेल आयोजनों पर दांव लगा सकते हैं। कंपनी की वेबसाइट और एप 70 भाषाओं में उपलब्ध हैं। 1xBet चांस बेस्ड गेम्स एप है।

सरकार ने बेटिंग एप पर बैन लगाया

फैंटेसी स्पोर्ट्स जैसे ड्रीम-11, रमी, पोकर वगैरह सब ऑनलाइन बेटिंग एप बैन हो गए हैं। यह फैसला भारत सरकार के हाल ही में पास किए गए ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025 के बाद लिया गया है। इस बिल के तहत ऑनलाइन बेटिंग एप पर पूरी तरह पाबंदी है।

2017 में सुप्रीम कोर्ट ने ड्रीम-11 जैसे फैंटेसी खेलों को स्किल्स का खेल बताया था। हालांकि बेटिंग एप कभी भी भारत में लीगल नहीं थे।

ऑनलाइन बेटिंग एप से आर्थिक नुकसान हो रहा

सरकार का कहना है कि ऑनलाइन बेटिंग एप की वजह से लोगों को मानसिक और आर्थिक नुकसान हो रहा है। कुछ लोग गेमिंग की लत में इतना डूब गए कि अपनी जिंदगी की बचत तक हार गए और कुछ मामलों में तो आत्महत्या की खबरें भी सामने आईं।

इसके अलावा मनी लॉन्ड्रिंग और नेशनल सिक्योरिटी को लेकर भी चिंताएं हैं। सरकार इसे रोकने के लिए सख्त कदम उठाना चाहती है।

मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद के मानसून सत्र में कहा था, “ऑनलाइन मनी गेम्स से समाज में एक बड़ी समस्या पैदा हो रही है। इनसे नशा बढ़ रहा है, परिवारों की बचत खत्म हो रही है।

अनुमान है कि करीब 45 करोड़ लोग इससे प्रभावित हैं और मिडिल-क्लास परिवारों के 20,000 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।” उन्होंने यह भी बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे गेमिंग डिसऑर्डर के रूप में मान्यता दी है।

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मंधाना फास्टेस्ट वनडे सेंचुरी लगाने वाली भारतीय बनीं:50 गेंद पर शतक पूरा, ऑस्ट्रेलिया ने 413 रन का टारगेट दिया, मूनी ने 138 बनाए

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नई दिल्ली,एजेंसी। स्मृति मंधाना ने वनडे क्रिकेट इतिहास में भारत से सबसे तेज सेंचुरी लगा दी है। नई दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में शनिवार को उन्होंने महज 50 गेंद पर शतक लगाया। विमेंस वनडे में उन्होंने खुद के ही 70 बॉल पर सेंचुरी के रिकॉर्ड को सुधारा। यह विमेंस वनडे में ओवरऑल दूसरा सबसे तेज शतक रहा। ऑस्ट्रेलिया की मेग लैनिंग 45 गेंद पर सेंचुरी लगा चुकी हैं।

इंडिया विमेंस फिलहाल ऑस्ट्रेलिया के सामने 413 रन के टारगेट का पीछा कर रही है। टीम ने 20 ओवर के बाद 2 विकेट खोकर 206 रन बना लिए हैं। प्रतिका रावल और हरलीन देओल के विकेट के बाद हरमनप्रीत कौर और स्मृति मंधाना ने भारत को संभाल लिया।

ऑस्ट्रेलिया ने पहले बैटिंग करते हुए 47.5 ओवर में 412 रन बना दिए। बेथ मूनी ने नहज 57 गेंद पर शतक लगाया। वहीं जॉर्जिया वोल ने 81 और एलिस पेरी ने 68 रन की पारी खेली। भारत से अरुंधत्ति रेड्डी ने 3 विकेट लिए। रेणुका ठाकुर और दीप्ति शर्मा ने 2-2 विकेट लिए।

मंधाना ने विराट कोहली का रिकॉर्ड तोड़ा

वनडे क्रिकेट में मेंस और विमेंस दोनों वर्ग में स्मृति मंधाना ने भारत से फास्टेस्ट सेंचुरी का रिकॉर्ड अपने नाम किया। उन्होंने मेंस टीम के विराट कोहली का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही 2013 में 52 गेंद पर शतक लगाया था।

स्मृति मंधाना ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में लगातार दूसरी सेंचुरी लगाई।

स्मृति मंधाना ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में लगातार दूसरी सेंचुरी लगाई।

भारत के खिलाफ पहली बार 400 रन बने

विमेंस क्रिकेट में भारत के खिलाफ पहली बार ही किसी टीम ने वनडे में 400 रन बनाए। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने ही भारत के खिलाफ 371 रन बनाए थे। ऑस्ट्रेलिया ने अपने बेस्ट स्कोर की बराबरी भी की, टीम ने 1997 के वर्ल्ड कप में डेनमार्क के खिलाफ भी 412 रन ही बनाए थे।

वोल ने 81, पेरी ने 68 रन बनाए

दिल्ली में ऑस्ट्रेलिया विमेंस ने टॉस जीतकर बैटिंग चुनी। कप्तान एलिसा हीली ने महज 18 गेंद पर 30 रन बना दिए। वे 5वें ओवर में आउट हुईं। उनके बाद जॉर्जिया वोल और एलिस पेरी ने सेंचुरी पार्टनरशिप की और टीम को 150 तक पहुंचा दिया।

वोल 68 बॉल पर 81 रन बनाकर आउट हुईं। उन्होंने अपनी पारी में 14 चौके लगाए। पेरी ने फिर नंबर-4 पर उतरीं बेथ मूनी के साथ पारी संभाली। दोनों के बीच भी सेंचुरी पार्टनरशिप हुईं, पेरी 68 रन बनाकर आउट हुईं। पेरी ने 7 चौके और 2 छक्के लगाए।

जॉर्जिया वोल ने 14 चौके लगाकर 81 रन बनाए।

जॉर्जिया वोल ने 14 चौके लगाकर 81 रन बनाए।

मूनी ने 57 गेंद पर शतक लगाया

मूनी ने तेजी से बैटिंग की और महज 57 गेंद पर शतक लगा दिया। यह विमेंस वनडे में तीसरी सबसे तेज सेंचुरी की बराबरी रही। उनसे पहले ऑस्ट्रेलिया की ही कैरेन रोल्टन ने 2000 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ भी 57 गेंद पर ही शतक लगाया था। फास्टेस्ट सेंचुरी का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया की ही पूर्व कप्तान मेग लैनिंग के नाम है। जिन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ महज 45 गेंद पर शतक लगा दिया था। मंधाना ने इसी मुकाबले में सेकेंड फास्टेस्ट सेंचुरी का रिकॉर्ड बनाया।

बेथ मूनी ने विमेंस वनडे में दूसरा सबसे तेज शतक लगाया।

बेथ मूनी ने विमेंस वनडे में दूसरा सबसे तेज शतक लगाया।

आखिर में बिखर गई ऑस्ट्रेलिया विमेंस

मूनी ने एश्ले गार्डनर के साथ फिफ्टी पार्टनरशिप की और टीम को 300 के पार पहुंचाया। गार्डनर ने 24 गेंद पर 39 रन बनाए। उनके बाद ताहलिया मैक्ग्रा 14 ही रन बना सकीं। मूनी भी 75 गेंद पर 138 रन बनाकर आउट हुईं। वे 45वें ओवर में छठे विकेट के रूप में पवेलियन लौटीं। उनके बाद टीम ने 33 रन बनाने में ही आखिरी 4 विकेट गंवा दिए।

ऑस्ट्रेलिया विमेंस ने 47.5 ओवर में 412 रन बनाकर 10 विकेट भी गंवा दिए। भारत के लिए अरुंधत्ति रेड्डी ने 86 रन देकर 3 विकेट लिए। दीप्ति शर्मा और रेणुका ठाकुर को 2-2 विकेट मिले। क्रांति गौड़ और स्नेह राणा के हाथ 1-1 सफलता लगी। राधा यादव ने 4 ओवर में 48 रन दिए, लेकिन वे कोई विकेट नहीं ले सकीं।

इंडिया विमेंस ने 13 गेंद पहले ही ऑस्ट्रेलिया को ऑलआउट कर दिया।

इंडिया विमेंस ने 13 गेंद पहले ही ऑस्ट्रेलिया को ऑलआउट कर दिया।

ऑस्ट्रेलिया ने अपने बेस्ट स्कोर की बराबरी की

ऑस्ट्रेलिया विमेंस ने वनडे में दूसरी बार ही 400 रन का आंकड़ा पार किया। टीम 1997 में डेनमार्क के खिलाफ भी 412 रन ही बना चुकी हैं। विमेंस क्रिकेट में न्यूजीलैंड ने 4 और भारत ने 1 बार 400 से ज्यादा रन बनाए हैं। टॉप-3 स्कोर न्यूजीलैंड के नाम हैं। टीम ने 2018 में आयरलैंड के खिलाफ 491 रन बनाए थे, यह हाईएस्ट स्कोर है।

इंडिया विमेंस का बेस्ट स्कोर 435 रन है, भारत ने भी आयरलैंड के खिलाफ ही यह स्कोर बनाया था। आयरलैंड के खिलाफ विमेंस वनडे में सबसे ज्यादा 4 बार 400 से ज्यादा रन बने हैं। पाकिस्तान, भारत और डेनमार्क के खिलाफ 1-1 बार यह रिकॉर्ड बना।

ऑस्ट्रेलिया विमेंस ने दूसरी बार ही विमेंस वनडे में 400 रन का आंकड़ा पार किया।

ऑस्ट्रेलिया विमेंस ने दूसरी बार ही विमेंस वनडे में 400 रन का आंकड़ा पार किया।

मंधाना ने भारत के लिए फास्टेस्ट वनडे फिफ्टी लगाई

413 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी इंडिया विमेंस को स्मृति मंधाना और प्रतिका रावल ने तेज शुरुआत दिलाई। दोनों ने 3.3 ओवर में 32 रन की पार्टरनशिप कर ली। प्रतिका 10 रन बनाकर आउट हुईं। मंधाना ने फिर हरलीन देओल के साथ फिफ्टी पार्टनरशिप कर स्कोर 80 के पार पहुंचा दिया। हरलीन 11 रन बनाकर आउट हुईं।

मंधाना ने तेजी से खेलना जारी रखा और महज 23 गेंद पर फिफ्टी लगा दी। यह भारत के लिए वनडे में सबसे कम गेंदों पर अर्धशतक का रिकॉर्ड है। मंधाना ने ऋचा घोष का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ 2021 में 26 गेंद पर फिफ्टी लगा दी थी। इंटरनेशनल में यह रिकॉर्ड वेस्टइंडीज की डिएंड्रा डॉटिन के नाम है। जिन्होंने महज 20 गेंद पर श्रीलंका के खिलाफ फिफ्टी लगा रखी है।

शुरुआती 10 ओवर में भारत ने 2 विकेट खोकर 96 रन बनाए। यह पहले पावरप्ले में इंडिया विमेंस का हाईएस्ट स्कोर है। इससे पहले इसी साल टीम ने आयरलैंड के खिलाफ पावरप्ले-1 में 90 रन बनाए थे। मंधाना ने कप्तान हरमनप्रीत कौर के साथ पारी को संभाला।

कैंसर अवेयरनेस के लिए पिंक जर्सी पहनकर उतरी इंडिया विमेंस

इंडिया विमेंस टीम ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस के लिए आज पिंक कलर की जर्सी पहनकर खेलने उतरी। भारतीय क्रिकेट में पहली बार ही किसी भी वर्ग की टीम ने कैंसर अवेयरनेस के लिए इंटरनेशनल लेवल पर अलग जर्सी पहनी।

ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस के लिए इंडिया विमेंस टीम पिंक जर्सी पहनकर खेलने उतरी।

ब्रेस्ट कैंसर अवेयरनेस के लिए इंडिया विमेंस टीम पिंक जर्सी पहनकर खेलने उतरी।

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच फिलहाल वनडे सीरीज 1-1 से बराबर है। ऑस्ट्रेलिया विमेंस ने अब तीसरे मैच में 412 रन बनाकर भारत के सामने वर्ल्ड कप से पहले बड़ा टारगेट रख दिया।

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