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कोरबा

छत्तीसगढ़ में बढ़ते महिला अपराध के विरोध में कांग्रेस का मौन प्रदर्शन

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कोरबा। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर जिला कांग्रेस कमेटी कोरबा के तत्वावधान में आज जिला कांग्रेस कार्यालय के समक्ष मौन प्रदर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सपना चौहान ने कहा कि प्रदेश में आये दिन महिलाओं के साथ अत्याचार व गैंगरेप की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं और प्रदेश की भाजपा सरकार मूकदर्शक बनी हुई है। इस लचर कानून व्यवस्था से महिलाएं अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रही हैं।
महिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती कुसुम द्विवेदी ने कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार को स्थापित हुए 9 माह हुए हंै। इस 9 माह में प्रदेश में महिलाओं के प्रति 3 हजार से भी अधिक अपराध हुए हैं, जिसमें 600 से अधिक मामला बलात्कार की घटना है, जो बेहद दुर्भाग्यजनक है। सरकार को इन मामलों को गंभीरता से लेकर कार्यवाही करना चाहिए, लेकिन सरकार इन अपराधियों को बचाने का काम कर रही है।
सभापति श्याम संदर सोनी ने कहा कि कांग्रेस प्रदेश भर में बहन-बेटियों की रक्षा के लिए सडक़ की लड़ाई लडेंग़े, आंदोलन करने के लिए हर हमेशा तैयार हैं और सरकार को महिलाओं की सुरक्षा के लिये मजबूर करेंगे।
इस मौके पर मुख्य रूप से मुकेश राठौर, नारायण कुर्रे, गजानंद प्रसाद साहू, दुष्यंत शर्मा, राजेन्द्र सिंह ठाकुर, संतोष राठौर कृपाराम साहू, सुकसागर निर्मलकर, रवि खुंटे, आबिद अख्तर, त्रिवेणी मिरी, सीमा उपाध्याय, गोरेलाल यादव, गिरधारी बरेठ, गीता गभेल, गौरी चौहान, शकीला बेगम, पंचराम आदित्य आदि उपस्थित थे।

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कोरबा

शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सिमगा में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी बाजपेयी की जयंती को सुशासन दिवस के रूप में मनाया गया

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कोरबा। जिले के दूरस्थ वनाँचल स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सिमगा, विकासखण्ड-पोड़ीउपरोड़ा में 25 दिसम्बर 2025 को पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी बाजपेयी जी की जयंती सुशासन दिवस के अवसर पर विद्यार्थियों के मध्य विविध कार्यक्रम एवं परिचर्चा आयोजित की गई।


इस अवसर पर संस्था के प्राचार्य सतीश प्रकाश सिंह ने विद्यार्थियों को पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी बाजपेयी जी के जीवन के विभिन्न पहलुओं के बारें में बताते हुए उनके आदर्शो को आत्मसात कर राष्ट्र और समाज के हित में कार्य करने को प्रेरित किये।

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कोरबा

वैकल्पिक रोजगार और बढ़ी हुई मुआवजा राशि की मांग को लेकर 26 दिसंबर को गेवरा खदान बंद और कार्यालय घेराव करेंगे भू विस्थापित

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गेवरा प्रबंधन के बार बार झूठे आश्वाशन से अक्रोशित हैं भू विस्थापित

कोरबा/गेवरा। पोंडी बाहनपाठ एवंं अमगांव के विस्थापितों ने एसईसीएल गेवरा प्रबंधन को ज्ञापन सौंपकर खदान में होने वाले कामों में वैकल्पिक रोजगार के साथ बढ़ी हुई मुआवजा राशि प्रदान करने की मांग कई बार भू विस्थापितों ने किया, लेकिन हर बार झूठा आश्वाशन और वादाखिलाफी से परेशान भू विस्थापितों ने गेवरा प्रबंधन और जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर समस्याओं का समाधान नहीं होने पर 26 दिसंबर को गेवरा खदान बंद और कार्यालय घेराव की चेतावनी दी है।

ग्राम पोंडी के भू विस्थापित मनोज राठौर ने बताया कि नरईबोध,भठोरा,भिलाई बाजार, रलिया,पोंडी, बाहनपाठ एवंं अमगांव का अधिसूचना प्रकाशन धारा 9 सभी ग्रामों का एक समान है। नरईबोध,भठोरा,भिलाई बाजार एवं रलिया के भू विस्थापितों को कंपनी सेक्रेटरी के स्वीकृत मिनट्स 326 वा निदेशक बोर्ड मीटिंग के पत्र क्र. 2310 दिनांक 8.8.2022 के अनुसार बढ़ी हुई मुआवजा राशि का भुगतान किया गया है जबकि पोंडी, बाहनपाठ एवंं अमगांव के भू विस्थापितों को उक्त मिनट्स के अनुसार बढ़ी हुई मुआवजा राशि के भुगतान से वंचित किया गया है और एसईसीएल ने हम विस्थापितों को कहा था की छोटे खातेदार जिनके परिवार को स्थाई रोजगार नहीं मिल रहा है उन्हें खदान में होने वाले वैकल्पिक कार्यों में रोजगार प्रदान किया जाएगा, लेकिन हमारे गांव के अधिग्रहण के चौदह वर्ष बाद भी प्रबंधन ने रोजगार देने का वायदा पूरा नहीं किया है।

पोंडी, बाहनपाठ एवंं अमगांव के भू विस्थापितों ने गेवरा महाप्रबंधक के साथ जिला प्रशासन से भी समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर ज्ञापन दिया है साथ ही समस्याओं का समाधान नहीं होने पर 26 दिसंबर को गेवरा खदान बंद और कार्यालय घेराव की सूचना सभी को पहले ही दी गई लेकिन कोई सकारात्मक पहल होता नहीं दिख रहा है, इस लिए आंदोलन के सिवा और कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा है।

जनपद सदस्य नेहा राजेंद्र सिंह तंवर ने कहा कि अब समस्याओं का समाधान किए बगैर खदान विस्तार का काम नहीं होने देंगे। अधिग्रहण के समय प्रबंधन केवल झूठे वादे करता है और खदान विस्तार होते ही भू विस्थापितों को मिलने वाले अधिकार से वंचित कर दिया जाता है इसलिए पहले समस्याओं का समाधान हो फिर खदान विस्तार की बात होगी।

घेराव जनपद सदस्य नेहा राजेन्द्र सिंह तंवर, भूस्थापित मनोज राठौर,चेतन दास,सूरज कंवर,राम गोपाल, फिरतू यादव, भरत केवट,भैयाराम केवट, एवं ग्राम पोंडी,बाहनपाठ एवंं अमगांव के भू विस्थापितों के नेतृत्व में किया जायेगा।

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कोरबा

प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के तहत अब प्रत्येक माह की 07 तारीख को मनाया जाएगा ‘आवास दिवस’

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जिले की सभी ग्राम पंचायतों में होगा आवास दिवस का आयोजन

कोरबा। राज्य कार्यालय से प्राप्त निर्देशों के अनुपालन में प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के प्रभावी क्रियान्वयन, स्वीकृत आवासों के निर्माण को निर्धारित समय-सीमा में पूर्ण कराने तथा ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक जनजागरूकता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत कोरबा दिनेश कुमार नाग के द्वारा आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।

जारी निर्देशों के अनुसार जिले की प्रत्येक ग्राम पंचायत में अब प्रत्येक माह की 07 तारीख को चावल महोत्सव एवं महात्मा गांधी नरेगा के रोजगार दिवस के साथ-साथ प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण अंतर्गत “आवास दिवस” का आयोजन अनिवार्य रूप से किया जाएगा।

आवास दिवस के अवसर पर ग्राम पंचायत स्तर पर हितग्राहियों की सूची का वाचन किया जाएगा। साथ ही 90 दिवस अथवा निर्धारित समय से पूर्व आवास निर्माण पूर्ण करने वाले हितग्राहियों का सम्मान, लंबित किश्तों का त्वरित भुगतान, मनरेगा मजदूरी भुगतान की समीक्षा, आवास निर्माण में आ रही समस्याओं का तत्काल निराकरण तथा निर्माण सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।

इसके अतिरिक्त पीएमएवाई-ग्रामीण के अंतर्गत स्वीकृत आवासों को प्राथमिकता के साथ पूर्ण कराने, पंचायत पदाधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को योजना के प्रावधानों की विस्तृत जानकारी देने तथा विभिन्न विभागों के साथ अभिसरण की संभावनाओं पर भी चर्चा की जाएगी। लाभार्थियों की समस्याओं के शीघ्र समाधान हेतु टोल-फ्री नंबर 1800-233-1290 के व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश भी दिए गए हैं।

सीईओ ने बताया कि आवास दिवस को एक सतत अभियान के रूप में संचालित किया जाएगा, जिसके अंतर्गत मासिक बैठकों के माध्यम से लाभार्थियों को स्थानीय निर्माण सामग्री के उपयोग, प्रशिक्षित राजमिस्त्री की सहायता से गुणवत्तापूर्ण आवास निर्माण, 20 से 25 वर्ग मीटर के मानक आवास डिजाइन तथा अन्य तकनीकी पहलुओं की जानकारी प्रदान की जाएगी। साथ ही निर्माण कार्यों की प्रगति की नियमित समीक्षा कर समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित किया जाएगा।

इस पहल का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में आवास निर्माण को गति प्रदान करना, लाभार्थियों की सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करना तथा प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के माध्यम से उन्हें आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाना है।

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