नई दिल्ली,एजेंसी। एअर इंडिया ने अपने ग्राउंड हैंडलिंग वेंचर AISATS के 4 कर्मचारियों को इस्तीफा देने के लिए कहा है। ये कार्रवाई इनकी एक पार्टी का वीडियो वायरल होने के बाद की गई। इन कर्मचारियों ने अहमदाबाद प्लेन हादसे के 8 दिन बाद यह पार्टी की थी।
एअर इंडिया ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, ‘अहमदाबाद प्लेन हादसे की दुखद घटना से प्रभावित परिवारों के साथ हम पूरी संवेदना के साथ खड़े हैं। वायरल वीडियो में कर्मचारियों का व्यवहार है, वह हमारी कंपनी की पॉलिसी के खिलाफ है। हमने जिम्मेदार लोगों पर सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की है।’
वायरल वीडियो AISATS के गुरुग्राम ऑफिस का बताया जा रहा है। दावा है कि यहां 20 जून को पार्टी की गई थी।
अब इस पूरे मामले को समझिए
मीडिया रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दावा किया जा रहा है कि एअर इंडिया के स्टाफ ने 20 जून AISATS के गुरुग्राम ऑफिस में पार्टी की थी।
ये खबर वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने इन कर्मचारियों को निंदा की। कहा कि एयर इंडिया के प्लेन क्रैश के बाद कोई कैसे जश्न मना सकता है। यूजर एअर इंडिया की संवेदनशीलता पर सवाल उठा रहे थे। इस दौरान एयरलाइन को भी ट्रोल किया गया।
अहमदाबाद से लंदन जा रही फ्लाइट AI 171 टेकऑफ के कुछ ही देर बाद एक मेडिकल हॉस्टल की इमारत से टकरा गई थी। इसमें 270 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें 241 यात्री और क्रू मेंबर शामिल थे। एक यात्री इस हादसे में जिंदा बचा है।
फ्लाइट नंबर AI 171 ने 12 जून को दोपहर 1.38 बजे उड़ान भरी और 1.40 बजे हादसा हो गया। उस समय प्लेन 200 फीट की ऊंचाई पर था।
हादसे के बाद DGCA ने एअर इंडिया के 3 अफसरों को हटाया
DGCA ने 21 जून को एअर इंडिया को 3 अफसरों को हटाने का आदेश दिया था। इनमें डिविजिनल वाइस प्रेसिडेंट चूड़ा सिंह, क्रू शेड्यूलिंग करने वाली चीफ मैनेजर पिंकी मित्तल और क्रू शेड्यूलिंग की प्लॉनिंग से जुड़ी पायल अरोड़ा शामिल थे।
तीनों अफसरों के खिलाफ यह कार्रवाई एविएशन सेफ्टी प्रोटोकॉल के गंभीर उल्लंघन को लेकर की गई। DGCA ने एअर इंडिया को तत्काल प्रभाव से इन्हें क्रू शेड्यूलिंग और रोस्टरिंग से जुड़े रोल से हटाने का आदेश दिया था।
अहमदाबाद प्लेन हादसे में जान गंवाने वाले 251 मृतकों की डीएनए से पहचान हो चुकी है। 245 मृतकों के शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए हैं।
प्लेन क्रैश में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का भी निधन हुआ था
एअर इंडिया की उड़ान संख्या AI 171 अहमदाबाद से लंदन जा रही थी। इसमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक समेत कुल 230 यात्री सवार थे। इनमें 103 पुरुष, 114 महिलाएं, 11 बच्चे और 2 नवजात शामिल हैं। बाकी 12 क्रू मेंबर्स थे। हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का भी निधन हो गया है।
पायलट ने मेडे कॉल किया था
फ्लाइटरडार24 के मुताबिक, विमान का आखिरी सिग्नल 190 मीटर (625 फीट) की ऊंचाई पर मिला, जो उड़ान भरने के तुरंत बाद था। भारत के सिविल एविएशन रेगुलेटर DGCA ने बताया कि विमान ने 12 जून की दोपहर 1:39 बजे रनवे 23 से उड़ान भरी थी। उड़ान भरने के बाद विमान ने एयर ट्रैफिक कंट्रोलर को मेडे कॉल (इमरजेंसी मैसेज) भेजा, लेकिन इसके बाद कोई जवाब नहीं मिला।
DGCA के अनुसार, विमान में दो पायलट और 10 केबिन क्रू सहित कुल 242 लोग सवार थे। पायलट के पास 8,200 घंटे और को-पायलट के पास 1,100 घंटे की उड़ान का अनुभव था।
लखनऊ,एजेंसी। पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को लखनऊ में राष्ट्र प्रेरणा स्थल का उद्घाटन किया। यहां उन्होंने जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पं. दीनदयाल उपाध्याय और अटल बिहारी वाजपेयी की मूर्तियों का अनावरण करके पुष्पांजलि अर्पित की।
पीएम मोदी ने कहा- हमारी सरकार ने आर्टिकल 370 की दीवार गिराई। पहले एक परिवार की मूर्तियां लगती थीं, आज हर विभूति को सम्मान मिल रहा है। आजादी के बाद सभी उपलब्धियां एक ही परिवार के नाम होती थीं। भाजपा ने हर किसी के योगदान को सम्मान दिया।
मोदी ने ये भी कहा कि आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा दिल्ली के कर्तव्य पथ है। अंडमान में नेताजी ने जहां पर तिरंगा फहराया, वहां उनकी प्रतिमा है। कोई नहीं भूल सकता है कि अंबेडकर की विरासत को मिटाने का प्रयास किया गया। दिल्ली के शाही परिवार ने इसे मिटाने का प्रयास किया। यहां सपा ने भी ऐसा किया, लेकिन भाजपा ने इसे मिटने नहीं दिया।
प्रेरणा स्थल पर 65-65 फीट ऊंची दीनदयाल उपाध्याय, श्यामा प्रसाद मुखर्जी और अटल बिहारी वाजपेयी की मूर्तियां लगाई गई हैं। हर एक प्रतिमा 42 टन वजनी है। प्रेरणा स्थल 65 एकड़ क्षेत्र में 230 करोड़ रुपए की लागत से बना है। साल 2022 में इसका निर्माण शुरू हुआ था।
प्रेरणा स्थल में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय और अटल बिहारी वाजपेयी की 65-65 फीट ऊंची मूर्तियां लगाई गई हैं।
पीएम मोदी की बड़ी बातें-
लखनऊ की धमक पूरे विश्व में है। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता में ब्रह्मोस मिसाइल का बहुत बड़ा योगदान है। इस मिसाइल का निर्माण लखनऊ में हो रहा है।
दिल्ली के एक शाही परिवार ने बाबा साहब आंबेडकर का जिक्र इसलिए नहीं किया कि कहीं उनके महत्व में कमी न आ जाए। प्रदेश में यही काम सपा ने किया।
कांग्रेस ने बीजेपी को अछूत बनाए रखा, लेकिन बीजेपी के संस्कार सभी का सम्मान करना सिखाते हैं। हमारी सरकार ने प्रणव मुखर्जी को भारत रत्न दिया, मुलायम सिंह को भी सम्मानित किया।
करनाल,एजेंसी। ओलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा की शादी के बाद आज गुरुवार को रिसेप्शन रखा गया है। कार्यक्रम करनाल शहर के द ईडन जन्नत हॉल में आयोजित है। दोपहर तक मेहमान होटल पहुंच गए। इसके बाद नीरज और उनकी पत्नी हिमानी ने हाथ में हाथ डालकर एंट्री ली।
नीरज-हिमानी के रिसेप्शन में एंट्री का पहला वीडियो भी सामने आया है। नीरज चोपड़ा ने जहां इंडो-वेस्टर्न ड्रेस पहनी है, वहीं हिमानी ने मैरून कलर का डिजाइनर लहंगा-चोली पहनी है। नीरज ने अपनी अपर पॉकेट पर मरून पॉकेज स्क्वेयर से मैच किया है। इस दौरान नीरज-हिमानी की वेडिंग शूट भी दिखाई गई। स्टेज पर खड़े नीरज-हिमानी एक-दूसरे का हाथ पकड़ एक-दूसरे में खोए नजर आए। दोनों आपस में शादी के पलों के बारे में भी बात करते दिखे।
बता दें कि नीरज चोपड़ा ने सोनीपत की रहने वाली टेनिस प्लेयर हिमानी मोर से 16 जनवरी 2025 को शादी की थी। आयोजन की पूरी जिम्मेदारी मुंबई की एक विशेष टीम ने ली है। द ईडन जन्नत हाल के प्रबंधन को अभी तक यह जानकारी नहीं दी गई थी कि कि कौन-कौन से वीआईपी गेस्ट पहुंचेंगे।
हालांकि, नीरज चोपड़ा और हिमानी मोर ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सहित अन्य बड़े नेताओं से मुलाकात कर उन्हें व्यक्तिगत रूप से रिसेप्शन पार्टी का न्योता दिया था। इस मुलाकात के बाद से ही कार्यक्रम को लेकर चर्चाएं और तेज हो गई थी।
अभी तक रोहतक सांसद दीपेंद्र हुड्डा और हरियाणवी कलाकार रेनू दूहन ने रिसेप्शन में शिरकत करने की फोटो अपने सोशल मीडिया अकाउंट शेयर की है।
गुपचुप हुई थी शादी, अब भव्य आयोजन
पानीपत के खंडरा गांव के रहने वाले नीरज चोपड़ा ने सोनीपत की रहने वाली टेनिस प्लेयर हिमानी मोर से 16 जनवरी 2025 को शादी की थी। यह शादी हिमाचल प्रदेश के सोलन स्थित एक रिसॉर्ट में बेहद सादगी और गुपचुप तरीके से संपन्न हुई थी। शादी के दौरान केवल परिवार के करीबी सदस्य और दोस्त ही मौजूद थे।
नीरज चोपड़ा ने कहा था कि ट्रेनिंग शेड्यूल और प्रतियोगिता सीजन शुरू होने वाला था। ऐसे में बड़े स्तर पर आयोजन करना संभव नहीं हो पाया। अब वे सभी से मिलकर खुशी साझा करेंगे।
नई दिल्ली,एजेंसी। भारतीय सेना के जवानों को पांच साल बाद सोशल मीडिया एप्स के इस्तेमाल की परमिशन मिल गई है। हालांकि कुछ शर्तें लागू रहेंगी। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, नई गाइडलाइन के तहत जवान इंस्टाग्राम पर रील, फोटो और वीडियो देख सकेंगे, लेकिन लाइक, कमेंट करने की अनुमति नहीं है।
वॉट्सएप, टेलीग्राम जैसे एप्स पर गैर-गोपनीय जानकारी शेयर कर सकेंगे। इसके अलावा यूट्यूब और X का इस्तेमाल केवल जानकारी के लिए किया जा सकेगा। वहीं, लिंक्डइन, स्काइप और सिग्नल एप के लिए भी नई गाइडलाइन जारी की गई है।
सरकार ने 2020 में संवेदनशील सूचनाएं लीक होने की आशंका के चलते जवानों और अधिकारियों को 89 एप हटाने का आदेश दिया था। इसमें फेसबुक, इंस्टाग्राम, टिकटॉक, जूम और पबजी शामिल थे। इन एप के जरिए उस वक्त हनीट्रैप के कई मामले सामने आए थे।