बिलासपुर,एजेंसी। छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने बिलासपुर में कहा कि हम टीएस सिंहदेव को एक दिन का मुख्यमंत्री बना देंगे। अगर वो चाहें तो साय की कुर्सी पर बैठाकर उनकी यह इच्छा हम पूरी कर देंगे। हम सीएम बनाकर उनका सम्मान कर देंगे, क्योंकि कांग्रेस में तो उनका कुछ होना नहीं है।
दरअसल, पूर्व डिप्टी CM टीएस सिंहदेव ने कहा था कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सामूहिक नेतृत्व के साथ चुनाव लड़ेगी। साथ ही कहा कि मैं कभी नहीं कहूंगा कि मुझे मुख्यमंत्री नहीं बनना है। ऐसा कौन कहेगा कि मैं मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहता। बिलासपुर में शुक्रवार को सिंहदेव ने ये बयान दिया था, जिस पर चंद्राकर ने तंज कसा है।
सिंहदेव ने क्या-क्या कहा था ?
दरअसल, छत्तीसगढ़ कांग्रेस में संगठन सृजन अभियान चल रहा है। कांग्रेस के प्रभारी और केंद्रीय पर्यवेक्षक जिलाध्यक्षों की नियुक्तियां हो रही हैं। कार्यकर्ताओं से रायशुमारी कर रहे हैं। इसी को लेकर टीएस सिंहदेव शुक्रवार को बिलासपुर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने CM बनने की इच्छा जताई थी।
सिंहदेव ने कहा था कि आने वाले 2028 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सामूहिक नेतृत्व के साथ चुनाव लड़ेगी। ऐसा राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी कह चुके हैं। वहीं मुख्यमंत्री बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पहले भी मेरा नाम सीएम के लिए चला।
ढाई-ढाई साल के सीएम के मुद्दे पर मीडिया ने लगातार मुझे बनाए रखा। बाकी, पार्टी का निर्णय अंतिम रहता है। मैं कभी नहीं कहूंगा कि मुझे सीएम नहीं बनना है। उन्होंने कहा कि किसी भी चुनाव में किसी के चेहरे पर चुनाव लड़ना अपवाद होता है। ज्यादातर 90% चुनाव सामूहिक नेतृत्व से ही लड़ा जाता है।
अजय चंद्राकर बोले- कांग्रेस में उनका कुछ होना नहीं है
सिंहदेव के बयान पर बिलासपुर में विधायक अजय चंद्राकर ने तंज कसते कहा कि हम CM बनाकर सिंहदेव का सम्मान कर देंगे, क्योंकि कांग्रेस में तो उनका कुछ होना नहीं है। किसी को भी कोई हसरत लेकर ऊपर नहीं जाना चाहिए। इसी दुनिया में उसे पूरा कर लेना चाहिए। उनको गांधी परिवार ने धोखा दिया।
राजनीतिक लाभ लेने के लिए समाज को बांट रहे
इसके अलावा बिलासपुर में सिंहदेव ने CJI पर जूता फेंकने के सवाल पर कहा था कि देश में राजनीतिक लाभ लेने के लिए समाज को बांटने का काम किया जा रहा है और वातावरण को दूषित किया जा रहा है। किसी समाज या जाति से सीमित मामला हो ये नहीं हो सकता।
सिंहदेव ने कहा कि सर्वोच्च संवैधानिक स्थान पर जो व्यक्ति बैठा है उसका अनादर करेंगे तो संपूर्ण संवैधानिक व्यवस्था का आप अनादर करते हैं। दुर्भाग्य से देश की राजनीति धर्म और जाति की हो गई है। जैसे ही यह मामला आया, सनातन की बात आ गई जिसके बाद दूसरे पक्ष ने अनुसूचित जाति की बात ले आई।
उन्होंने कहा कि देश की संविधान और संवैधानिक पद की गरिमा को सामने नहीं लाई गई। जिस तरह की घटना है क्रिया की प्रतिक्रिया हो रही है, यह ठीक नहीं है।
कांग्रेस कमेटी का संगठन सृजन अभियान में शामिल होने टीएस सिंहदेव बिलासपुर पहुंचे थे।
बहुसंख्यक हिंदू भाजपाई नहीं हो सकते
सिंहदेव ने कहा कि वोट की राजनीति के लिए समाज को विभाजित करना चाहते हैं। वोट के लिए बहुसंख्यक हिंदुओं को भाजपाई माना जा रहा है, लेकिन ऐसा नहीं है। सारे हिंदू भाजपाई कैसे होंगे। मैं भी तो हिंदू हूं, पैदा हुआ कांग्रेस में और मरूंगा भी कांग्रेस में।
कोरबा। पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने 25 दिसम्बर गुरूवार को क्रिसमस डे के मौके पर कोरबा सहित प्रदेशवासियों को प्रभु ईसा मसीह जयंती पर्व की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी है।
पूर्व मंत्री श्री अग्रवाल ने अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि प्रभु यीशु मसीह ने समाज को प्रेम, करूणा, क्षमा एवं समानता का संदेश दिया है। उन्हो´ने गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा करने एवं आपसी भाईचारा के साथ रहने की सीख दी है। प्रभु यीशु के संदेश हमेशा समाज के लिए प्रेरक एवं अनुकरणीय रहेंगे।
4.76 करोड़ की अनुमानित लागत से 116 मीटर लंबे और 7.8 मीटर चौड़े पुल की होगी संरचनात्मक मरम्मत
कोरबा। राष्ट्रीय राजमार्ग-130 के कटघोरा-शिवनगर खंड के अंतर्गत गुरसियाँ में स्थित तान नदी पुल के मरम्मत एवं रखरखाव के लिए निविदा प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। लगभग चार करोड़ 76 लाख रुपए की अनुमानित लागत से 116 मीटर लंबे और 7.8 मीटर चौड़े पुल की संरचनात्मक मरम्मत की जाएगी। पुल पर पूर्ण क्षमता के साथ शीघ्र यातायात सुचारु करने के लिए मरम्मत के कार्य को दो महीने में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा यात्रियों की सुरक्षा और सुगम आवागमन को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखते हुए तत्परता से सड़कों और पुलों की मरम्मत सुनिश्चित की जा रही है। तान नदी पुल की स्थिति और यातायात के दबाव को देखते हुए इसे आकस्मिक मरम्मत एवं रखरखाव (Emergent Work) की श्रेणी में रखा गया था। इसके लिए प्राप्त निविदाओं को आज खोल दिया गया है। तकनीकी और वित्तीय मूल्यांकन के बाद जल्दी ही चयनित एजेंसी को कार्यादेश जारी कर दिया जाएगा।
कोरबा। कोरबा में धर्मांतरण के विरोध में बुलाए गए बंद के आह्वान पर शहर के मुख्य चौक-चौराहों पर दुकानें बंद रहीं। निहारिका घंटाघर, सुभाष चौक, कोसाबाड़ी और टीपी नगर जैसे प्रमुख क्षेत्रों में हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने दुकानें बंद कराईं। सुबह खुली कई दुकानों को निवेदन कर बंद कराया गया।
यह बंद कांकेर के आमाबेड़ा में धर्मांतरण के विरोध में हुई हिंसा के खिलाफ सर्व समाज के आह्वान पर बुलाया गया था। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए बंद के दौरान पुलिस और सुरक्षा बलों को तैनात किया गया था।
सक्रिय दिखा हिंदू संगठन
कोरबा में हिंदू संगठन से जुड़े महिला और पुरुष कार्यकर्ता सक्रिय दिखे। सीतामढ़ी चौक से लेकर शहर के कई हिस्सों में खुली दुकानों को बंद करने का अनुरोध किया गया। लाउडस्पीकर के माध्यम से भी दुकानदारों से बंद का समर्थन करने की अपील की गई।
विभिन्न हिंदू संगठन अलग-अलग गुटों में काम कर रहे थे। एक गुट सीतामढ़ी से कोरबा शहर तक दुकानें बंद करा रहा था, जबकि दूसरा निहारिका घंटाघर से कोसाबाड़ी चौक तक सक्रिय था।
छत्तीसगढ़ बंद का कोरबा में भी समर्थन
हिंदू संगठन से जुड़े अजय विश्वकर्मा ने बताया कि बस्तर में ईसाई समुदाय और हिंदू आदिवासियों के बीच हुआ विवाद एक दुखद घटना है। उन्होंने आदिवासी भाइयों पर हुए हमले को गलत बताया। इसी के विरोध में पूरे छत्तीसगढ़ में बंद का आह्वान किया गया है, जिसका कोरबा में भी समर्थन किया जा रहा है।
विश्वकर्मा ने यह भी कहा कि कोरबा में भी धर्म परिवर्तन के मामले बढ़ रहे हैं। रूमगड़ा, कटघोरा, करतला क्षेत्रों के अलावा कोरबा शहर में भी ऐसे मामले सामने आए हैं, जिससे कई बार विवाद की स्थिति बनी है। पुलिस ने ऐसे मामलों में कई बार केस भी दर्ज किए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रलोभन और झूठ बोलकर लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है, जिससे कोरबा में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।
सर्व हिंदू समाज द्वारा चलाए जा रहे इस आंदोलन के तहत, खुले दुकानदारों से पूछा जा रहा था कि क्या वे धर्म परिवर्तन का समर्थन करते हैं। उनसे कहा गया कि यदि वे समर्थन नहीं करते, तो अपनी दुकानें बंद रखें।