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छत्तीसगढ़

अनवर ढेबर के रिश्तेदार के घर ED की रेड:गरियाबंद में तड़के 10 गाड़ियों में पहुंचे अफसर; रायपुर में चावल कारोबारी के घर दबिश

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गरियाबंद,एजेंसी। गरियाबंद जिले के मैनपुर में ED ने कारोबारी इकबाल मेमन के घर छापा मारा है। टीम आज (बुधवार) सुबह 6 बजे 10 से ज्यादा गाड़ियों में कारोबारी के घर पहुंची। टीम घर में प्रॉपर्टी से जुड़े दस्तावेज खंगाल रही है। इकबाल मेमन छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले के आरोपी अनवर ढेबर का रिश्तेदार (मौसा) बताया जा रहा है। वहीं रायपुर के मौदहापारा में चावल कारोबारी रफीक मेमन के घर भी दबिश दी गई है।

गरियाबांद के जाड़ापदर में बनाए जा रहे राइस मिल को लेकर कुछ दिन पहले ग्रामीणों ने विरोध जताया था। ये मिल इकबाल के बेटे गुलाम द्वारा बनाई जा रही थी। विवाद बढ़ने के बाद ग्रामीणों ने ED के पास पहुंचकर एक लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। ग्रामीणों ने शराब सिंडिकेट के पैसे का इन्वेस्टमेंट करने आरोप लगाया है।

रायपुर में चावल कारोबारी रफीक मेमन के घर भी कार्रवाई चल रही है।

रायपुर में चावल कारोबारी रफीक मेमन के घर भी कार्रवाई चल रही है।

ग्रामीणों ने राइस मिल का किया था विरोध। इस संबंध में ग्रामीणों ने ED को लिखित शिकायत दर्ज कराई थी।

ग्रामीणों ने राइस मिल का किया था विरोध। इस संबंध में ग्रामीणों ने ED को लिखित शिकायत दर्ज कराई थी।

मैनपुर में 2 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति खरीदी

आवेदन में आरोप था कि बेरोजगार गुलाम मेमन ने पिछले एक डेढ़ साल में मैनपुर में 2 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति खरीदी है। शिकायत में गुलाम को शराब घोटाले के आरोपी अनवर ढेबर का मौसेरा भाई बताया गया था। इसी शिकायत की पुष्टि के बाद आज ED की टीम ने कार्रवाई शुरू की है।

रायपुर के मौदहापारा स्थित रफीक मेमन के घर पर सुबह से ईडी की टीम दबिश देकर दस्तावेजों की जांच कर रही है।

रायपुर के मौदहापारा स्थित रफीक मेमन के घर पर सुबह से ईडी की टीम दबिश देकर दस्तावेजों की जांच कर रही है।

जाड़ापदर में बनाए जा रहे राइस मिल को लेकर ग्रामीणों ने विरोध जताया था। यह मिल इकबाल के बेटे गुलाम द्वारा बनाई जा रही थी।

जाड़ापदर में बनाए जा रहे राइस मिल को लेकर ग्रामीणों ने विरोध जताया था। यह मिल इकबाल के बेटे गुलाम द्वारा बनाई जा रही थी।

लोग बोले- शराब सिंडिकेट के पैसे का इन्वेस्टमेंट

गरियाबंद में अनवर ढेबर के कारोबारी रिश्तेदार इकबाल मेमन पर यहां के लोगों ने शराब सिंडिकेट के पैसे का इन्वेस्टमेंट करने का आरोप लगाया है, इसी शिकायत के आधार पर ईडी की टीम ने दबिश दी है।

अब शराब घोटाले को समझिए

अनवर, त्रिपाठी और टुटेजा घोटाले के मास्टर माइंड

ED के मुताबिक अनवर ढेबर ने IAS रहे अनिल टुटेजा के साथ मिलकर शराब सिंडिकेट चलाकर 2 हजार करोड़ का घोटाला किया गया। दोनों ने मिलकर पूरे घोटाले की साजिश रची। अनिल टुटेजा के प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए अनवर आबकारी विभाग में अपने पसंदीदा अधिकारियों को नियुक्त करता था। इस तरह वह वास्तविक रूप से आबकारी विभाग का मंत्री बन गया था।

2019 से 2022 तक चला भ्रष्टाचार

ED की जांच में पता चला है कि, शराब घोटाले में भ्रष्टाचार 2019 से 2022 के बीच चला है, जिसमें कई तरीकों से भ्रष्टाचार किया गया था।

  • पार्ट A – छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कार्पोरेशन लिमिटेड़ (शराब की खरीद और बिक्री के लिए राज्य का निकाय) की ओर से शराब की प्रत्येक पेटी के लिए डिस्टिलर्स से रिश्वत ली गई थी। इस पार्ट में CSMCL के MD अरुणपति त्रिपाठी को अपने पसंद के डिस्टिलर की शराब को परमिट करना था। जो रिश्वत-कमीशन कोअ लेकर सिंडिकेट का हिस्सा हो गए थे।
  • पार्ट B – सरकारी शराब दुकान के जरिए बेहिसाब कच्ची और देशी अवैध शराब की बिक्री की गई। यह बिक्री नकली होलोग्राम से हुई। जिससे राज्य के खजाने में एक भी रुपए नहीं पहुंचा और बिक्री की सारी राशि सिंडिकेट ने जेब में डाल ली।
  • पार्ट C- कार्टेल बनाने और बाजार में निश्चित हिस्सेदारी रखने की अनुमति देने के लिए डिस्टिलर्स से रिश्वत ली गई। और एफएल 10ए लाइसेंस धारक जो विदेशी शराब उपलब्ध कराते थे उनसे भी कमीशन लिया गया।
शराब घोटाले के आरोप में कारोबारी अनवर ढेबर और आबकारी विभाग के विशेष सचिव रहेअरुणपति त्रिपाठी दोनों जेल में बंद हैं।

शराब घोटाले के आरोप में कारोबारी अनवर ढेबर और आबकारी विभाग के विशेष सचिव रहेअरुणपति त्रिपाठी दोनों जेल में बंद हैं।

2100 करोड़ रुपए सिंडिकेट के पैसे में गए

ED ने बताया कि छत्तीसगढ़ शराब घोटाले के कारण राज्य के खजाने को भारी नुकसान हुआ है। शराब सिंडिकेट के जेबों में 2100 करोड़ रुपए से अधिक की अवैध आय भरी गई। एपी त्रिपाठी और अनवर ढेबर की गिरफ्तारी से पहले रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा, कारोबारी अरविंद सिंह और त्रिलोक सिंह ढिल्लो को भी ED ने गिरफ्तार किया था। ये सभी जेल में हैं।

गौरतलब है कि शराब घोटाले की चल रही जांच में ED ने पहले ही 18 चल और 161 अचल संपत्तियों को जब्त कर लिया है, जिनकी कीमत करीब 205 करोड़ 49 लाख रुपए है।

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कोरबा

विभिन्न मांगों को लेकर 24 दिसंबर को सीजीएम कार्यालय गेवरा में तालाबंदी करेंगे भूविस्थापित

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रीना अजय जायसवाल करेंगे नेतृत्व: कल तैयारी बैठक
कोरबा/गेवरा। 24 दिसंबर को कांग्रेस नेता एवं जिला पंचायत कोरबा के उपाध्यक्ष श्रीमती रीना अजय जायसवाल के नेतृत्व में भू विस्थापित बेरोजगार युवक सीजीएम कार्यालय एसईसीएल गेवरा में तालाबंदी करेंगे। एसईसीएल गेवरा खदान प्रभावित ग्राम भिलाई बाजार, बरभांठा, मुडिय़ानार, सलोरा, पंडरीपानी, नरईबोध, उमेंदी भांठा, केसला आदि ग्रामों में धारा 4 का प्रकाशन कर अधिग्रहण किया जाना है। आगामी दिनों में हजारों एकड़ जमीन से कोयला उत्खनन होगा। वर्तमान में बड़ी-बड़ी कंपनिया गेवरा खदान में नियोजित हैद्व जिसमें हजारों की संख्या में अन्य राज्य और अन्य जिलों से मजदूरों को मंगाकर काम कराया जा रहा है और स्थानीय भू विस्थापित युवक रोजगार मांगने के लिए दर-दर की ठोंकरे खा रहे हैं। भू विस्थापितों ने बताया इन ग्रामों से 100 युवकों को भी रोजगार इन कंपनियों ने नहीं दी है और क्षेत्र में एसईसीएल के खिलाफ जमकर आक्रोश है।
रीना अजय जायसवाल करेंगी नेतृत्व
24 दिसंबर को तालाबंदी करने की योजना भू विस्थापित युवकों ने बनायी है, जिसका नेतृत्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती रीना अजय जायसवाल करेंगी।
कल तैयारी बैठक

24 दिसंबर को होने वाली तालाबंदी में भू विस्थापित कल रणनीति तैयार करेंगे। इस बैठक में आधा दर्जन गांव के युवक एवं ग्रामीण शामिल होंगे और अजय जायसवाल के नेतृत्व में रणनीति तैयार की जाएगी।
इस तालाबंदी आंदोलन को कई संगठनों ने अपना समर्थन दिया है और तालाबंदी आंदोलन को सफल बनाने युवकों ने कमर कस ली है। एसईसीएल प्रबंधन की आंख खुलते तक भू विस्थापित युवक आंदोलन करते रहेंगे।

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छत्तीसगढ़

बछड़े को कुचला तो गायों ने दौड़ाकर कार को रोका:रायगढ़ में 200 मीटर तक घसीटने पर बछड़े का पैर टूटा, CCTV में कैद

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रायगढ़,एजेंसी। रायगढ़ जिले में कार सवार सलीम अंसारी ने बछड़े को कुचल दिया। करीब 200 मीटर तक घसीटते ले गया। इस दौरान बछड़े की मां और बाकी गायें कार के पीछे दौड़ी और सामने जाकर घेर लिया। वारदात CCTV कैमरे में कैद हो गई है। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है।

जानकारी के मुताबिक, शनिवार दोपहर स्टेशन चौक के पास एक बछड़ा खड़ा था, तभी कार क्रमांक CG-08 के 0677 ने उसे टक्कर मार दी। बछड़े का पैर टूट गया है। कई जगहों पर चोटें आई है। हादसे का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।

स्टेशन चौक रोड से सुभाष चौक के करीब तक गाय के झुंड ने कार चालक को दौड़ाकर रोका।

स्टेशन चौक रोड से सुभाष चौक के करीब तक गाय के झुंड ने कार चालक को दौड़ाकर रोका।

सलीम अंसारी चला रहा था कार

बताया जा रहा है कि कार सलीम अंसारी नाम का युवक चला रहा था। इस दौरान उसने कार नहीं रोकी, बल्कि उसे घसीटते हुए सुभाष चौक की ओर ले जाने लगा। यह देख अन्य गायें कार के चारों ओर भागने लगीं, जिसके कारण उसे कार रोकनी पड़ी।

विश्व हिंदू परिषद और गौ सेवकों ने आसपास के लोगों के साथ मिलकर इलाज किया।

विश्व हिंदू परिषद और गौ सेवकों ने आसपास के लोगों के साथ मिलकर इलाज किया।

घायल बछड़े का किया गया इलाज

इस दौरान लोगों ने गाड़ी को एक तरफ से उठाकर किसी तरह बछड़े को बाहर निकाला। उसके पेट में चोटें आई हैं और एक पैर टूट गया है। विश्व हिंदू परिषद और गौ सेवकों ने आसपास के लोगों के साथ मिलकर हनुमान मंदिर के पास बछड़े का इलाज किया।

लोगों ने गाड़ी को एक तरफ से उठाकर किसी तरह बछड़े को बाहर निकाला।

लोगों ने गाड़ी को एक तरफ से उठाकर किसी तरह बछड़े को बाहर निकाला।

थाना में की गई शिकायत

गौ-सेवकों ने बछडे़ की देखभाल और उसके इलाज के लिए उसे भगवती गौशाला में छोड़ दिया है, जहां उनके पीछे-पीछे बछड़े की मां के साथ बाकी गायें भी पहुंच गए। मामले में विश्व हिंदू परिषद ने कार ड्राइवर के खिलाफ कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई है।

मामले में अपराध कायम हुआ

सीएसपी अभिनव उपाध्याय ने बताया कि, गाय के बछड़े के घायल होने के बाद इसकी शिकायत कोतवाली थाने में की गई है, जिसमें आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। जांच के बाद जो भी वैधानिक कार्रवाई होगी, वो की जाएगी।

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छत्तीसगढ़

हेल्थ सेक्रेटरी बनाए गए कटारिया…बंसल बने CM सेक्रेटरी

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रायपुर,एजेंसी। प्रतिनियुक्ति से लौटे IAS अमित कटारिया को स्वास्थ्य विभाग का स्वास्थ्य सचिव बनाया गया है। वहीं IAS मुकेश बंसल को मुख्यमंत्री के सचिव का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने छुट्टी के दिन यानी रविवार को मंत्रालय से आदेश जारी किया है।

दरअसल, कटारिया को लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और चिकित्सा शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। कटारिया वही IAS है, जो PM मोदी से काला चश्मा लगाकर मिले थे, जिसके बाद जमकर बवाल हुआ था। उन्हें नोटिस भी थमाया गया था। इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी नेता को ‘गेट आउट’ भी कहा था।

देखिए आदेश…

अमित कटारिया को मिली जिम्मेदारी

अमित कटारिया को अस्थाई तौर पर लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और चिकित्सा शिक्षा विभाग में सचिव के तौर पर पदस्थ किया गया है। उनके पदभार ग्रहण करने के साथ ही IAS मनोज कुमार पिंगुआ लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और चिकित्सा शिक्षा विभाग में अपर मुख्य सचिव के अतिरिक्त पदभार से मुक्त हो जाएंगे।

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