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राधिका मर्डर केस, एक्सपर्ट्स ने जांच पर सवाल उठाए:बोले- पुलिस आरोपी के बयान में ही उलझी, कोर्ट में मुकर गया तो क्या करेंगे

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गुरुग्राम,एजेंसी। हरियाणा में गुरुग्राम के हाई प्रोफाइल टेनिस प्लेयर राधिका यादव मर्डर केस में आरोपी पिता के स्टेटमेंट पर टिकी पुलिस की थ्योरी पर सवाल खड़े हाे रहे हैं। क्रिमिनल लॉयर, रिटायर्ड पुलिस अधिकारियों और कानून के जानकारों का मानना है कि पुलिस को बाकी एंगल पर भी काम करना चाहिए।

इस केस के बारे में अधिकतर एक्सपर्ट ने सीधे तौर पर पुलिस की इन्वेस्टिगेशन को एकतरफा बताया और कहा कि पुलिस को दिए आरोपी के बयान कोर्ट में ज्यादा मायने नहीं रखते। वह कोर्ट में मुकर गया तो पुलिस क्या करेगी? कोर्ट सबूत और गवाहों के आधार पर डिसीजन लेता है।

इस तरह के फैमिली मर्डर केस में अगर एक ही थ्योरी पर पुलिस चैप्टर बंद कर देती है तो क्रिमिनल को फायदा मिलने की संभावना बढ़ जाती है। राधिका की हत्या ने न केवल सामाजिक और पारिवारिक स्तर पर हलचल मचाई है, बल्कि कानूनी दृष्टिकोण से भी यह मामला जटिल और विवादास्पद बन सकता है।

बता दें कि 10 जुलाई को गुरुग्राम में टेनिस प्लेयर राधिका यादव की उसके पिता दीपक यादव ने 4 गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। पिता ने पुलिस को बताया कि वह बेटी की कमाई खाने के लोगों के तानों से परेशान था। बेटी ने उसकी एकेडमी बंद करने की बात नहीं मानी, इसलिए उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी के इसी बयान के बाद अपनी कार्रवाई को सीमित कर रखा है।

आरोपी दीपक यादव इस समय 14 दिन की न्यायिक हिरासत में है। -फाइल फोटो

आरोपी दीपक यादव इस समय 14 दिन की न्यायिक हिरासत में है। -फाइल फोटो

गुरुग्राम की टेनिस प्लेयर राधिका यादव, जिसका 10 जुलाई को पिता ने गोलियां मारकर कत्ल किया।- फाइल फोटो

गुरुग्राम की टेनिस प्लेयर राधिका यादव, जिसका 10 जुलाई को पिता ने गोलियां मारकर कत्ल किया।- फाइल फोटो

पुलिस की जांच पर कानून के जानकारों ने क्या-क्या सवाल उठाए…

सीनियर एडवोकेट बोले- आरोपी के बयान को आधार बनाना खतरनाक

इस मामले पर पुलिस की जांच को लेकर सुप्रीम कोर्ट के सीनियर एडवोकेट अजय पाल का कहना है कि किसी भी मर्डर केस की जांच में आरोपी के बयान को प्राथमिक आधार बनाना खतरनाक है।

इस मामले में गहन और वैज्ञानिक जांच की जरूरत है, जिसमें फोरेंसिक सबूत, गवाहों के बयान और डिजिटल सबूतों का विश्लेषण शामिल हो। केवल आरोपी के बयान पर निर्भर रहना कानूनी प्रक्रिया की गंभीर चूक है।

उन्होंने कहा कि गुरुग्राम के एक स्कूल के स्टूडेंट्स मर्डर केस में ऐसा हो चुका है, जब पुलिस ने एक ही थ्योरी पर काम करते हुए गलत व्यक्ति को पकड़ लिया था। अगर पुलिस की जांच में खामियां रहती हैं, तो यह बचाव पक्ष के लिए मजबूत आधार हो सकता है।

उदाहरण के लिए, अगर क्राइम सीन से सबूत ठीक से एकत्र नहीं किए गए या चेन ऑफ कस्टडी में गड़बड़ी हुई, तो यह कोर्ट में साक्ष्यों की स्वीकार्यता को प्रभावित कर सकता है।

अजय पाल ने कहा कि भारतीय साक्ष्य अधिनियम की धारा 24 इस मामले के बीच में आएगी। अगर अभियुक्त कहता है कि उसने हत्या नहीं की और ऐसा कोई बयान नहीं दिया, तो उसे फायदा पहुंच सकता है।

यानी यह घोड़े के आगे गाड़ी जोड़ने जैसा है, न कि घोड़े के पीछे गाड़ी जोड़ने जैसा। यह बेहद मुश्किल है कि एक प्रगतिशील और आर्थिक रूप से संपन्न व्यक्ति ने लोगों के ताने सुनकर अपनी बेटी को मार दिया हो।

हाईकोर्ट के सीनियर एडवोकेट ने कहा- मुझे जांच की निष्पक्षता पर संदेह

वहीं, हाईकोर्ट के सीनियर एडवोकेट अजय चौधरी कहते हैं- राधिका मर्डर केस में पुलिस की प्रक्रिया और जांच की निष्पक्षता पर मुझे संदेह है। पुलिस अपनी प्रारंभिक जांच को ही अंतिम मान रही है। आरोपी दीपक यादव ने जो दावा किया कि वह गांववालों के तानों से तंग आ चुके थे। यह बात किसी के भी गले नहीं उतर रही।

एडवोकेट अजय चौधरी ने कहा- पुलिस ने काफी लोगों से पूछताछ की है, लेकिन जांच का दायरा मुख्य रूप से दीपक के बयान तक सीमित रहा है। क्या यह हत्या पारिवारिक विवाद, आर्थिक लेन-देन या किसी अन्य गहरे कारण से हुई? पुलिस को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई भी संभावना छूटे नहीं।

रिटायर इंस्पेक्टर ने मृतक के दोस्तों और करीबियों से बात करने पर जोर दिया

राष्ट्रपति से अवॉर्ड पा चुके एक रिटायर्ड इंस्पेक्टर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि राधिका मर्डर केस में जब पुलिस के पास आरोपी, हथियार और वजह आ जाती है और केस फैमिली के अंदर का है तो अमूमन पुलिस अपनी जांच का दायरा सीमित कर देती है।

हालांकि, पुलिस के पास राधिका के मोबाइल, सोशल मीडिया अकाउंट्स और उनके निजी संबंधों की जांच का ऑप्शन है। क्योंकि यह संभव है कि कुछ डिजिटल सबूत मिटाए गए हों।

उन्होंने कहा- क्या पुलिस ने क्राइम सीन को ठीक से सुरक्षित किया? क्या फोरेंसिक साक्ष्यों का सही विश्लेषण किया गया? इन सवालों के जवाब जरूरी हैं। अगर क्राइम सीन को तुरंत सुरक्षित नहीं किया गया, तो महत्वपूर्ण सबूत नष्ट हो सकते हैं।

मां के बयान, राधिका की बेस्ट फ्रेंड का दावा करने वाली लड़की, राधिका और दीपक के संपर्क में रहने वाले व्यक्ति, आदि से पुलिस को बात करनी चाहिए।

टेनिस प्लेयर राधिका यादव की फाइल फोट

टेनिस प्लेयर राधिका यादव की फाइल फोट

क्रिमिनल लॉयर बोले- इकबालिया बयान आरोप साबित नहीं करता

केस को शुरू से फॉलो कर रहे गुरुग्राम के सीनियर क्रिमिनल लॉयर मनीष शांडिल्य का कहना है- मैं पहले दिन से इस मामले को देख रहा हूं। चार्जशीट दाखिल होने तक पुलिस हर एंगल से जांच कर सकती है और करनी भी चाहिए। क्योंकि यह पुलिस का अधिकार क्षेत्र है।

इकबालिया बयान किसी भी आरोप को साबित नहीं करता। जांच एजेंसी हर दृष्टिकोण से जांच कर सकती है, ताकि अदालत में जुर्म साबित करने में कोई संदेह न रह जाए।

उन्होंने कहा कि इस मामले में कोई चश्मदीद गवाह सामने नहीं आया है, जिसने आरोपी को गोली चलाते हुए देखा हो। जांच एजेंसी को इस केस को कड़ी से कड़ी जोड़कर अदालत में साबित करना होगा, जिसमें गन और बुलेट की रिकवरी, फिंगर प्रिंट्स, एफएसएल रिपोर्ट, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट अहम पहलू होंगे।

इनके अलावा सीसीटीवी फुटेज और मृतक के मोबाइल भी खंगाले जाने चाहिए। कड़ी जोड़ना इसलिए भी जरूरी है कि कहीं इसमें किसी और की कोई भूमिका तो नहीं है।

मनीष शांडिल्य ने कहा कि राधिका की मां मंजू यादव की चुप्पी को कोर्ट में उनके खिलाफ नहीं माना जा सकता, क्योंकि यह उनका संवैधानिक अधिकार है। लेकिन, यह जांच को और जटिल बनाता है, क्योंकि वह एक महत्वपूर्ण गवाह हो सकती हैं।

दीपक यादव के दोस्त ने कहा- ताने सुनकर कोई गोली नहीं मार सकता

सेक्टर 57 रेजिडेंस वेलफेयर एसोसिएशन (RWA) के प्रेजिडेंट और दीपक यादव के दोस्त पवन यादव का कहना है कि वह दीपक को काफी समय से जानते हैं, लेकिन उन्हें नहीं लगता कि हत्या की जो वजह दीपक ने पुलिस को बताई है, वह सच है।

उन्होंने कहा- जो व्यक्ति अपनी बेटी से इतना प्यार करता हो और अपना सारा जीवन उसी के करियर के लिए लगा दे, वह केवल ताने सुनकर बेटी को 4 गोलियां नहीं मार सकता।

अब जानिए, मामले में पुलिस ने क्या किया…

आरोपी पिता ताने वाले बयान पर कायम

पुलिस के मुताबिक, राधिका की हत्या को लेकर इंस्टाग्राम रील से लेकर उसके वीडियो सॉन्ग जैसी कई थ्योरी भले ही चल रही हों, लेकिन पुलिस आरोपी पिता दीपक बेटी की कमाई खाने के ताने और टेनिस की ट्रेनिंग बंद न किए जाने से नाराजगी के बयान पर कायम है।

पिता ने पुलिस से कहा कि वह पिछले 15 दिन से काफी परेशान था। कहीं भी जाते हुए उसे लगता था कि अगर 2 आदमी भी बात करते दिखते हैं, तो वे उसके बारे में ही बात कर रहे हैं। इसी वजह से परेशान होकर उसने यह कदम उठाया। राधिका ने गांव वालों की बातों को नजरअंदाज करने के लिए कहा था, लेकिन यह बात वह समझ नहीं पाया।

पुलिस प्रवक्ता का दावा- जांच सही दिशा में हुई

इस मामले में पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार का कहना है कि पुलिस अपनी जांच को लेकर संतुष्ट है। रिमांड के दौरान एसएचओ और जांच से जुड़े अधिकारियों ने हर तरीके से पूछताछ कर ली।

उन्होंने कहा- आरोपी अपने बयान पर है। इसलिए दूसरे एंगल पर जांच करने का मतलब नहीं बनता। हां, अगर कोई शिकायत आती है या फिर कुछ नया तथ्य सामने आता है तो पुलिस जांच करेगी। फिलहाल, राधिका और आरोपी दीपक का मोबाइल जांच के लिए भेजा गया है।

पुलिस ने लोगों से पूछा- किसने ताने मारे

इस मामले में छानबीन के दौरान पुलिस ने प्रमुख लोगों को थाने में बुलाया। उनसे तानों के बारे में पूछा गया तो सभी ने कहा कि दीपक को किसी ने ताना नहीं मारा। वह आर्थिक रूप से संपन्न है, जिसकी मासिक आय 15-17 लाख रुपए थी। पुलिस निष्पक्ष जांच करे, क्योंकि उन्हें लगता है कि दीपक कुछ छिपा रहा है।

इस पर थाना प्रभारी विनोद ने कहा कि गांव वाले चाहें तो ताना मारने वाले व्यक्ति का नाम बता सकते हैं, या फिर किसी तरह की कोई कंप्लेंट दे सकते हैं। जब राधिका के पिता प्रारंभिक जांच में ही अपना जुर्म कबूल कर चुके हैं, तो किसी और एंगल पर जांच भटकाना सही नहीं है।

मां बोली- मुझे हत्या की वजह नहीं पता

पिता के ताने के दावे के बावजूद मां मंजू यादव ने पुलिस को कहा कि उसे नहीं पता कि पति ने बेटी की गोलियां मारकर हत्या क्यों की। मां ने यह भी कहा कि उनकी बेटी का चरित्र बिल्कुल ठीक था।

पति को बेटी से क्या नाराजगी थी, इसके बारे में भी उन्हें कुछ नहीं पता। जिस वक्त गोलियां मारी गईं, वह तबीयत खराब होने की वजह से अलग कमरे में लेटी हुई थीं। पुलिस भी मौके के हालात और अब तक की जांच के बाद मां को आरोपों के दायरे से बाहर रख रही है।

क्या बेस्ट फ्रेंड हिमांशिका से पूछताछ करेगी पुलिस?

इस सवाल के जवाब में सेक्टर 56 थाने के एसएचओ और जांच अधिकारी विनोद का कहना है कि अभी हिमांशिका को जांच में शामिल नहीं किया गया है, लेकिन अगर हिमांशिका के पास इस मामले से संबंधित कोई साक्ष्य या सबूत हैं तो वह खुद पुलिस के सामने पेश करें। अगर उसके पास कोई सबूत है तो जल्द ही उसको जांच में शामिल करके पूछताछ की जाएगी।

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कोरबा

नितेश कुमार स्मृति क्रिकेट टूर्नामेंट में पुलिस लाईन विजेता और सकरेली रनरअप

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खेल प्रतियोगिताओं से शारीरिक विकास के साथ बढ़ती है एकता और सद्भाव- डॉ. पवन सिंह


कोरबा/मड़वारानी। नितेश कुमार मेमोरियल टूर्नामेंट का आज फायनल रोमांचक मैच नितेश कुमार मेमोरियल लायंस पब्लिक स्कूल खरहरकुड़ा के विशाल खेल मैदान में खेला गया। मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. पवन सिंह, विशिष्ट अतिथि संजय राठौर, विद्यालय के चेयरमेन लायन राजकुमार अग्रवाल सहित अतिथियों, ग्रामीणों, अभिभावकों एवं विद्यालय के बच्चों ने फायनल मैच देखा। एक पखवाड़े से चल रही क्रिकेट टूर्नामेंट का आज समापन हो गया और इस रोमांचक मुकाबले में पुलिस लाईन ने फायनल मैच अपने नाम कर लिया।


फायनल मैच पुलिस लाईन और सकरेली के बीच खेला गया, जिसमें सकरेली ने टॉस जीतकर पहले फिल्डिंग करने का फैसला किया। 10 ओवर के इस मैच में पुलिस लाईन ने 156 रन बनाए और केवल 4 विकेट खोए। पुलिस लाईन टीम के बेट्समेन संजय ने शानदार 59 रनों की पारी खेली और पुलिस लाईन टीम को विजयश्री दिलाने में अहम भूमिका निभाई। संजय को मेन ऑफ द मैच का खिताब दिया गया। पुलिस लाईन टीम को विजेता का आवर्ड दिया गया। सकरेली टीम 6 विकेट खो कर 72 रन ही बना पाई।


24 दिसम्बर को नितेश कुमार मेमोरियल लायंस पब्लिक स्कूल खरहरकुड़ा में आयोजित वार्षिकोत्सव एवं सम्मान समारोह में विजेता टीम पुलिस लाईन को 11 हजार नकद पुरस्कार एवं रनरअप सकरेली टीम को 5100 का नकद पुरस्कार से नवाजा जाएगा।


नितेश कुमार स्मृति क्रिकेट स्पर्धा के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे जिला पंचायत कोरबा के अध्यक्ष डॉ. पवन सिंह ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि खेल को खेल भावना से ही खेलना चाहिए। हार-जीत लगी रहती है। विजेता टीम को बधाई और रनरअप को अपना प्रयास लगातार जारी रखना चाहिए और कमियों को ढूंढ कर और मेहनत करें, ताकि आगामी खेलों में और बेहतर प्रदर्शन करे और विजयश्री हासिल करे। डॉ. पवन सिंह सहित अतिथियों ने सभी खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया। डॉ. पवन सहित अन्य अतिथियों ने विद्यालय का भी निरीक्षण किया और विद्यालय की गतिविधियों से परिचित हुए। विद्यालय में आवश्यक संसाधनों, विद्यार्थियों की गतिविधियों को देखकर काफी प्रभावित हुए और विद्यालय के प्राध्यापकों सहित प्रबंधन की जमकर प्रशंसा की और कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में इस तरह का विद्यालय जिले के लिए गौरव की बात है। विद्यालय के चेयरमेन पीएमजेएफ लायन राजकुमार अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि खेल स्पर्धाओं से जहां शारीरिक क्षमता का विकास होता है, वहीं सद्भाव और एकता को बल मिलता है। कार्यक्रम में भाजपा नेता विष्णु यादव, विवेक मारकंडेय, लायन दर्शन अग्रवाल, लायन मनोज गुप्ता आदि भी उपस्थित थे। सभी ने मैच का आनंद लिया।
कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन प्राचार्य श्रीमती शोमा सोनी ने किया।

विज्ञान प्रदर्शनी में दिखी विद्यार्थियों की प्रतिभा
आनंद मेला में स्वादिष्ट व्यंजनों का भी उठाया लुफ्त


23 दिसम्बर को एनकेएम लायंस पब्लिक स्कूल खरहरकुड़ा विद्यालय प्रांगण में विज्ञान प्रदर्शनी एवं आनंद मेला का आयोजन किया गया। विज्ञान प्रदर्शनी में बच्चों की वैज्ञानिक प्रतिभा दिखी। बच्चों की विज्ञान प्रदर्शनी का निरीक्षण डॉ. पवन सहित अन्य अतिथियों ने किया और बच्चों की प्रतिभा देखकर काफी प्रभावित हुए। आनंद मेला में बच्चों द्वारा तैयार किया गया स्वादिष्ट व्यंजनों का अतिथियों, गणमान्य नागरिकों, विद्यालय प्रबंधन के सदस्य, अध्यापकगण एवं बच्चों ने लुफ्त उठाया।

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कोरबा

एनकेएम लायंस पब्लिक स्कूल खरहरकुड़ा (मड़वारानी) में कल आनंद मेला एवं खेल प्रतियोगिता का समापनविज्ञान प्रदर्शनी का भी आयोजन

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जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. पवन होंगे मुख्य अतिथि
कोरबा/मड़वारानी।
कोरबा जिले का सर्वोत्कृष्ट सीबीएसई अंग्रेजी माध्यम का विद्यालय नितेश कुमार मेमोरियल लायंस पब्लिक स्कूल खरहरकुड़ा में कल 23 दिसम्बर को आनंद मेला एवं विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। स्व. नितेश कुमार स्मृति क्रिकेट टूर्नामेंट का फायनल मैच के साथ खेल प्रतियोगिता भी सम्पन्न होगी। उक्ताशय की जानकारी देते हुए कार्यक्रम संयोजक एवं विद्यालय के चेयरमेन पीएमजेएफ लायन डॉ. राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि 23 दिसम्बर 2025 दिन मंगलवार को प्रात: 10 बजे से पखवाड़े भर से चल रहा स्व. नितेश कुमार स्मृति क्रिकेट टूर्नामेंट का फायनल मैच के साथ खेल प्रतियोगिता का समापन भी होगा।
डॉ. पवन होंगे मुख्य अतिथि
जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. पवन सिंह सभी कार्यक्रमों में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। गेस्ट ऑफ आर्नर के रूप में जिला शिक्षा अधिकारी टी पी उपाध्याय शामिल होंगे। विशिष्ट अतिथि के रूप में सहायक परियोजना अधिकारी-समग्र शिक्षा विभाग कोरबा कृष्ण गोपाल भारद्वाज भी उपस्थित होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य श्रीमती शोमा सोनी करेंगे। कार्यक्रम संयोजक लायन डॉ. राजकुमार अग्रवाल ने पूरी तैयारी की समीक्षा की।

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खेल

केजरीवाल्स तृतीय छत्तीसगढ़ राज्य मास्टर्स रैंकिंग टेबल टेनिस प्रतियोगिता- संपन्न 

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रजनीश ओबेराय, राजेश लुनिया,  संजय लहेजा, के. रविशंकर, के.बी. सिंह (पुरुष वर्ग) तथा  दिव्या आमदे, प्रमिला ठाकुर, ईरा पंत (महिला वर्ग) विजेता बने 
रायपुर।
छत्तीसगढ़ टेबल टेनिस संघ की छत्तीसगढ़ वेटरन्स टेबल टेनिस समिति द्वारा सप्रे शाला टेबल टेनिस हाल, रायपुर में कल दिनांक 21/12/2025 को आयोजित “केजरीवाल्स तृतीयछत्तीसगढ़ राज्य मास्टर्स रैंकिंग टेबल टेनिस प्रतियोगिता 2025”  संपन्न हुयी। उक्त प्रतियोगिता  के सम्बन्ध में  प्रतियोगिता के आयोजन सचिव विनय बैसवाड़े ने जानकारी दी की प्रतियोगिता के समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह के मुख्य अतिथि रायपुर महानगर टेबल टेनिस संघ के सचिव शकील साजिद थे। कार्यक्रम  की अध्यक्षता  छत्तीसगढ़ वेटरन्स टेबल टेनिस समिति के सचिव प्रेमराज जाचक ने किया तथा विशेष अतिथि प्रतियोगिता के मुख्य प्रायोजक एवं मास्टर्स राष्ट्रीय खिलाड़ी विनय केजरीवाल एवं छत्तीसगढ़ टेबल टेनिस संघ के सचिव सार्थक शुक्ला थे। मंच पर छत्तीसगढ़ टेबल टेनिस संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं आयोजन सचिव विनय बैसवाड़े एवं मुख्य निर्णायक प्रदीप जोशी उपस्थित थे।    प्रतियोगिता  के अंतिम परिणाम निम्नानुसार है :-


पुरुष एकल (आयु वर्ग 40):-     विजेता –     रजनीश ओबेराय(दुर्ग),   उपविजेता-  निशांत क़ानूगा (रायपुर)    2-0                                                    तृतीय –    शैलेश डागा (रायपुर)  

पुरुष एकल (आयु वर्ग 50):-    विजेता –  राजेश लुनिया (रायपुर),  उपविजेता-  राजेश अग्रवाल (रायपुर)  2-1                                                 तृतीय –   राजेश शेखर शर्मा (रायपुर महानगर)       ,                                                    पुरुष एकल (आयु वर्ग 60):-   विजेता –  संजय लहेजा (बिलासपुर),  उपविजेता-   गिरिराज बागड़ी (रायपुर) 2-0                                              तृतीय –  अरविंद कुमार शर्मा (रायपुर महानगर)  

पुरुष एकल (आयु वर्ग 65):-    विजेता –   के. रविशंकर  (बिलासपुर),  उपविजेता-  अजीत बेनर्जी (रायपुर)   2-0                                                  तृतीय – एस.व्ही पेंढारकर (रायपुर महानगर)
पुरुष एकल (आयु वर्ग 70):-    विजेता –   के.बी. सिंह (रायपुर), उपविजेता-  के.वेंकट प्रसाद(बिलासपुर)   2-0                                               तृतीय – सुरजीत सेनगुप्ता (बिलासपुर) 
महिला एकल (आयु वर्ग 40):- विजेता – सुश्री दिव्या आमदे (रायपुर महानगर), उपविजेता- डा. स्वाति बांठिया (रायपुर)  2-0  तृतीय – सुश्री मोनिका दीवान (बिलासपुर) 

महिला एकल (आयु वर्ग 50):-  विजेता – सुश्री प्रमिला ठाकुर (रायपुर महानगर),  उपविजेता-  सुश्री रेणुका सुब्बा (रायपुर)  2-1 तृतीय –  सुश्री गीता पंडित (रायपुर)

महिला एकल (आयु वर्ग 65):-  विजेता –  सुश्री ईरा पंत (रायपुर),  उपविजेता-  सुश्री गौरी डे (बिलासपुर)  2-0                                                 तृतीय –  सुश्री सरबरी मोइत्रा (बिलासपुर)      

प्रतियोगिता के मुख्य निर्णायक अंतर्राष्ट्रीय अंपायर प्रदीप जोशी एवं सहायक मुख्य निर्णायक अंतर्राष्ट्रीय अंपायर  प्रवीण निरापुरे, अभिनव शर्मा थे | 

उपरोक्त जानकारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से प्रतियोगिता के आयोजन सचिव विनय बैसवाड़े ने दी।

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