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छत्तीसगढ़

4 साल से कोमा में है 16 साल की भावना:छत्तीसगढ़ में परिजनों ने इलाज में लगाई जमा-पूंजी; अब भी 20 लाख की जरूरत

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मुंगेली,एजेंसी। मुंगेली जिले में 16 साल की बेटी के इलाज के लिए माता-पिता ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है। दिमाग की नस संबंधी गंभीर बीमारी से लड़की 4 सालों से कोमा में है। परिजनों ने बेटी के इलाज में अपनी सारी जमा पूंजी लगा दी, लेकिन स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हुआ।

डॉक्टरों का कहना है कि छत्तीसगढ़ में बेटी का इलाज नहीं हो सकता है। उन्होंने तमिलनाडु के वेल्लूर ले जाने की सलाह दी है। आर्थिक तंगी से बेबस परिवार हैसियत के अनुसार बेटी के इलाज के लिए हर संभव कोशिश कर चुका है, लेकिन अब भी करीब 20 लाख रुपए की जरूरत है।

8 दिसंबर 2020 को बिगड़ी तबीयत

मुंगेली जिले के एक छोटे से गांव केसतरा में राजेश यादव का परिवार निवास करता है। राजेश मजदूरी करते हैं। उनके 2 बेटे और एक बेटी है। 4 साल पहले इकलौती बेटी भावना ऐसे बीमार पड़ी की अभी तक उसकी तबीयत नहीं सुधरी। 8 दिसंबर 2020 के बाद से भावना आज तक कोमा में है।

भावना की हालत में कोई सुधार नहीं

माता-पिता बेटी की सेवा में लगे हुए हैं। पाइप के माध्यम से भोजन दिया जा रहा है। भावना के इलाज के लिए कुछ जरूरी मशीन है, वो परिजनों ने खरीदी है। भावना 6वीं कक्षा की छात्रा थी, जब उसकी तबीयत खराब हुई। परिजनों ने मुंगेली से लेकर रायपुर तक इलाज करवाकर लाखों रुपए लगाए, लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं हो सका।

परिजनों ने लगाई शासन-प्रशासन से मदद की गुहार।

परिजनों ने लगाई शासन-प्रशासन से मदद की गुहार।

इन्फेक्शन की वजह से दिमाग की नस में सूजन

BMO डॉ ज्वाला प्रसाद कौशिक ने भावना के बीमारी को लेकर बताया कि इन्फेक्शन की वजह से उनके दिमाग की नस में सूजन है, जिसके चलते पैरालिसिस की समस्या है। BMO का यह भी कहना है कि परिजनों ने बताया कि भावना को पहले कुत्ते ने काटा था, जिस वजह से भी उसकी तबीयत बिगड़ने की आशंका है।

डॉक्टरों ने वेल्लूर ले जाने की दी सलाह

भावना के माता-पिता बताते हैं कि, भगवान का कोई चमत्कार हो इसके लिए कई मंदिरों में मत्था टेका। विशेषज्ञ डॉक्टरों ने बच्ची को तमिलनाडु के वेल्लूर ले जाने की सलाह दी है, लेकिन आर्थिक स्थिति खराब होने है। राजेश कहते हैं कि इलाज में 15-20 लाख रुपए का खर्च है, लेकिन अब उनके पास कोई पैसा नहीं बचा है।

8 दिसंबर 2020 को भावना की तबीयत बिगड़ी थी।

8 दिसंबर 2020 को भावना की तबीयत बिगड़ी थी।

कलेक्टर ने दिया मदद का आश्वासन

भावना के माता-पिता ने शासन-प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। वहीं कलेक्टर ने मामले में संज्ञान लेकर स्वास्थ्य विभाग के CMHO डॉ. देवेंद्र पैकरा को भावना के उपचार के लिए हर संभव मदद के निर्देश दिए। जिसके बाद BMO डॉ ज्वाला प्रसाद कौशिक ने भावना यादव के घर जाकर उनका हालचाल जाना और उनके बीमारी और चल रहे उपचार को लेकर परिजनों से चर्चा की।

सामाजिक संस्था ने की आर्थिक मदद

मुंगेली की एक निजी संस्था प्रयास ने पीड़ित परिवार को 31 हजार रुपए की आर्थिक सहायता की है। साथ ही उन्होंने अपील की है कि लोग इस परिवार की मदद के लिए आगे हैं। वहीं परिवार ने भी बेटी के इलाज के लिए मदद मांगी है।

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कोरबा

जिले में उत्साहपूर्वक मनाया गया योग दिवस

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सभी नगरीय निकायों, जनपदों, ग्राम पंचायतों में किया गया योगाभ्यास
कोरबा। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जिले में सभी नगरीय निकायों, विकासखण्डों, जनपद स्तरों एवं ग्राम पंचायतों में भी सामूहिक योग प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित किए गए। जहां स्थानीय जनप्रतिनिधि अधिकारी कर्मचारी एवं आम नागरिकों ने योगाभ्यास कर योग को अपने दिनचर्या में अपनाने का संकल्प लिया।


मेडिकल कॉलेज में चिकित्सकों सहित छात्रों ने किया योगाभ्यास
स्वर्गीय बिसाहू दास महंत स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ के के सहारे के सानिध्य में अस्पताल अधीक्षक डॉ गोपाल कंवर, डिप्टी अस्पताल डॉ दुर्गा शंकर पटेल सहित अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में  योग विशेषज्ञ श्रीमती अंजू शर्मा एवं उनके दल द्वारा चिकित्सालय के अधिकारियों, चिकित्सकों, कर्मचारियों सहित छात्र-छात्राओं को योग के महत्व की जानकारी देते हुए योगाभ्यास कराया गया।

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कोरबा

कैबिनेट मंत्री देवांगन के सानिध्य  में सामूहिक योग कार्यक्रम हुआ आयोजित

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  स्वस्थ जीवनशैली का दिया संदेश

कैबिनेट मंत्री देवांगन ने आमजनों से योग को जीवन का अभिन्न अंग बनाने का किया आह्वान

योग, शरीर और मन को स्वस्थ रखने का सर्वोत्तम उपाय है – मंत्री लखन लाल देवांगन

भारतीय संस्कृति में योग का विशेष महत्व, सभी अपनाएं योगमय जीवन – कलेक्टर

कोरबा। ग्यारहवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ शासन के वाणिज्य, उद्योग व श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन के मुख्य आतिथ्य में कोरबा नगरीय क्षेत्र के लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर कन्वेन्शन हॉल  में जिला स्तरीय सामूहिक योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मंत्री श्री देवांगन ने विभिन्न मुद्राओं का योगाभ्यास कर योग से होने वाले लाभ की जानकारी दी एवं सभी से योग को अपने दैनिक जीवन मे अपनाने का आग्रह किया। इस अवसर पर  जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ पवन कुमार सिंह, सभापति नूतन सिंह ठाकुर,  कलेक्टर अजीत वसंत, पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी, वनमण्डलाधिकारी कोरबा मयंक अग्रवाल,  मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत दिनेश नाग, अपर कलेक्टर मनोज बंजारे सहित अन्य जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, अधिकारी कर्मचारी, स्कूली छात्र-छात्राएं, स्वास्थ कर्मी, स्वच्छता दीदी एवं बड़ी संख्या में नगरवासियों ने सामूहिक योग कार्यक्रम में हिस्सा लेकर स्वस्थ रहने का संदेश दिया।


मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री देवांगन ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि
शरीर व मन को स्वस्थ रखने के लिए योग ही सर्वोत्तम उपाय है। उन्होंने सभी को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की बधाई देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर योग को अंतर्राष्ट्रीय पहचान मिली है। उनके आह्वान पर भारत सहित अनेक देशों ने योग को अपनाकर इसे अपनी जीवनशैली में शामिल किया है। उन्होंने कहा कि योग हमारे प्राचीन परंपरा और संस्कृति का अटूट हिस्सा रहा है। पुराने समय में ऋषि मुनि नियमित योग साधना से अनेक बिमारियों से दूर रहते थे। इस हेतु हमें योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की 2047 विकसित भारत की अवधारणा ही है कि देश का हर क्षेत्र में विकास हो, हर व्यक्ति का जीवन सुविधा संपन्न हो, विकसित भारत की अवधारणा को साकार करने के लिए हर नागरिक को स्वस्थ होना होगा, तभी विकसित भारत का सपना पूरा होगा।


मंत्री श्री देवांगन ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी का अनुशरण करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय भी योग को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। आज राज्य के सभी 33 जिलों में विभिन्न स्तरों पर योगाभ्यास किया जा रहा है साथ ही अनेक शासकीय, निजी संस्थाओं, सामाजिक संगठनों में भी योग दिवस उत्साहपूर्वक मनाया जा रहा है। मंत्री श्री देवांगन ने आमजनों से अपने व्यस्त जीवनशैली के बीच अपने शरीर के लिए समय निकालने एवं उत्तम स्वास्थ्य के लिए योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाने का आग्रह किया।


जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ पवन सिंह ने कहा कि स्वस्थ जीवन के लिए योग बहुत जरूरी है।शारीरिक रूप से भाग दौड़ की जिंदगी में नाना प्रकार की बीमारियों से बचे रहने के लिए योग बहुत फायदेमंद है। इससे तन और मन दोनों स्वस्थ रहता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री साय के निर्देशन में पूरे देश सहित राज्य मे योग दिवस मनाया जा रहा है। योग से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती हैं एवं मनुष्य निरोग रहता है। इस हेतु सभी को अपने दिनचर्या में योग को अपनाना चाहिए।  

कलेक्टर अजीत वसंत ने सभी को योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति में योग का विशेष महत्व है। उन्होंने कहा कि योग अपने शरीर को स्वस्थ रखने का सबसे अच्छा माध्यम है। योग एक शारिरिक अभ्यास ही नहीं अपितु शरीर और मन का संतुलन बनाने का प्रयास है। इससे शारीरिक और मानसिक दक्षता में वृद्धि होती है। उन्होने सभी से प्रतिदिन योग के लिए समय निकालने एवं योगमय जीवन अपनाकर निरोग बनने का अपील किया। एसपी श्री तिवारी ने कहा कि मन और आत्मा को शरीर से जोड़ना ही योग है। इस हेतु सभी स्वस्थ जीवन के लिये प्रतिदिन योग अवश्य करें।


कार्यक्रम में योग शिक्षक रामेश्वर प्रसाद पांडे ने योग के महत्व को बताते हुए  योग को नियमित रूप से अपने जीवन मे शामिल करने प्रेरित किया। उन्होंने मंत्री श्री देवांगन  सहित सभी जनप्रतिनिधियों, अधिकारी कर्मचारियों एवं नगरवासियों को ताड़ासन,पवन मुक्तासन, हलासन, शवासन, कपाल भारती, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी,  प्राणायाम आदि का अभ्यास करवाया।

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छत्तीसगढ़

भूख हड़ताल पर बैठी तहसीलदार की पत्नी:बोली- 48 घंटे में घर नहीं मिला तो देह त्याग दूंगी; जिम्मेदार होंगे सास-ससुर और प्रशासन

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बालोद, एजेंसी। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के ग्राम झलमला के रहने वाले तहसीलदार राहुल गुप्ता की पत्नी रेणु गुप्ता अब भूख हड़ताल पर बैठ गई हैं। रेणु ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट कर कहा कि अगर 48 घंटे के भीतर उन्हें उनके ससुराल में पति के साथ नहीं रखा गया तो वह अपना देह त्याग देंगी।

उन्होंने चेतावनी दी है कि इसके लिए पूरी जिम्मेदारी उनके सास-ससुर और शासन-प्रशासन की होगी। बता दें कि वह पिछले 5 दिनों से ससुराल के बाहर बैठी हैं। 20 जून को उन्होंने सोशल मीडिया पर घोषणा की कि वह अब भोजन और पानी दोनों का त्याग कर रही हैं। वीडियो में उन्होंने साफ कहा कि अगर घर में जगह नहीं मिली, तो अपना जीवन समाप्त कर लूंगी।

रेणु का आरोप है कि शादी के बाद से ही ससुराल में उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है और अब घर में घुसने तक नहीं दिया जा रहा। उन्होंने कई बार ससुराल में रहने की कोशिश की। लेकिन हर बार सास-ससुर ने उन्हें बाहर कर दिया।

ससुराल के बाहर बैठी थी बहुएं।

ससुराल के बाहर बैठी थी बहुएं।

शादी के 50 दिन बाद अनबन शुरू

दरअसल, अंबिकापुर की रहने वाली रेणु गुप्ता और बालोद के झलमला निवासी राहुल गुप्ता की शादी नवंबर 2022 में हुई थी। यह शादी सरगुजा जिले के सीतापुर में रीति-रिवाजों के साथ हुई थी। शादी के महज 50 दिन बाद ही बहू और ससुरालवालों में अनबन शुरू हो गई।

बड़ी बहू रेणु गुप्ता ने आरोप लगाया कि ससुरालवालों ने उसे महज 50 दिन के भीतर ही घर से बाहर निकाल दिया। बुरे व्यवहार के कारण मायके में रहना पड़ा। कई बार वह ससुराल लौटी, लेकिन हर बार उसे घर से निकाल दिया गया।

तहसीलदार राहुल गुप्ता की पत्नी रेणु गुप्ता ने भूख हड़ताल की बात कही है।

तहसीलदार राहुल गुप्ता की पत्नी रेणु गुप्ता ने भूख हड़ताल की बात कही है।

कानून के दायरे में रहकर होगा समझौता – ससुराल पक्ष

फिलहाल राहुल गुप्ता दंतेवाड़ा जिले में पदस्थ हैं। प्रशासन ने पहले भी इस मामले में संज्ञान लिया था और बालोद एसडीएम सहित तहसीलदार मौके पर पहुंचे थे। लेकिन स्थिति का समाधान नहीं हो पाया।

अब भूख हड़ताल की घोषणा के बाद यह मामला और संवेदनशील हो गया है। वहीं इस मामले पर ससुराल पक्ष का कहना है कि सुलह समझौता कानून के दायरे में रहकर किया जाएगा।

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