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कोरबा

छह साल में डेढ़ बिलियन टन कोयला उत्पादन पर फोकस

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कोरबा । कोयला आधारित बिजली संयंत्रों के विस्तार से नई इकाइयों के लगने पर कोयले की खपत बढ़ जाएगी। यही कारण है कि अगले 6 साल में कोयला मंत्रालय ने डेढ़ बिलियन टन कोयला उत्पादन पर फोकस किया है। कोयले की गैर जरूरी आयात को कम करने और भविष्य की मांग घरेलू उत्पादन से पूरा करने का है। ताकि बिजली बनाने की लागत में नियंत्रण रखा जा सके और उपभोक्ताओं को बिजली मिल सके।

छत्तीसगढ़ में उत्पादन कंपनी के एचटीपीपी कोरबा पश्चिम संयंत्र के दूसरे चरण का विस्तार होगा। यहां 660 मेगावाट की दो यूनिट लगेगी। पर्यावरण मंजूरी नहीं मिलने के कारण संयंत्र विस्तार से पावर प्लांट लगाने का टेंडर नहीं हो पाया है। हालांकि, प्लांट स्थापना का कार्य केन्द्र सरकार के 100 दिन के स्टार्टअप एजेंडे में है, इससे सितंबर तक टेंडर की प्रकिया को पूरा कर प्लांट स्थापना का कार्यादेश जारी होने की उम्मीद है। इसकी प्रक्रिया को आगे बढ़ाने पर्यावरण मंजूरी मिलने की देरी है। इधर, मड़वा पावर प्लांट के विस्तार से 660 मेगावाट की एक इकाई लगाने का है।

बोर्ड ऑफ डायरेक्टर (बीओडी) की बैठक में प्रस्ताव रखे जाने के बाद अन्य जरूरी प्रक्रिया को पूरा कर रहे हैं। दरअसल, केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) ने भविष्य में देश में बिजली की मांग व थर्मल पावर प्लांटों के विस्तार से उत्पादन योजना की स्टडी की है। अभी 70 फीसदी से ज्यादा बिजली की आपूर्ति कोयला आधारित थर्मल पॉवर प्लांट से होती है। संयंत्र विस्तार से नई बिजली इकाइयां लगने के बाद उत्पादन में आने से कोयले की खपत बढ़ेगी। वित्त वर्ष 2023-24 में 1233.86 मिलियन टन देश में अब तक का सर्वाधिक कोयले की मांग रही। जबकि इस अवधि में कोयला उत्पादन 997.26 मिलियन टन रहा। वित्त वर्ष 2022-23 का देश में कोयले की मांग 1115.04 मिलियन टन रहा। जबकि इस अवधि में कोयले का उत्पादन 893.19 मिलियन टन रहा। अब कोयले की अधिकांश मांग घरेलू उत्पादन से होता है। कोयला उत्पादन में 11.65 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है।

2030 तक 100 मिलियन टन कोयले का गैसीकरण होगा कोयला ऊर्जा का प्रमुख स्त्रोत बना रहेगा, क्योंकि अब कोयले के गैसीकरण से सिन गैस उत्पादन की भी तैयारी है। साल 2030 तक 100 मिलियन टन कोयले का गैसीकरण किया जाना है। ऐसे में पावर प्लांटों को कोयले की निरंतर सप्लाई को ध्यान में रखते हुए कोयला मंत्रालय ने 2029-30 तक डेढ़ बिलियन टन कोयला उत्पादन फोकस करते हुए रोडमैप तैयार किया है। इसमें 10वें दौर में करतला, कोटमेर के नार्थ व साऊथ कोल ब्लॉक समेत देश के 61 कोल ब्लॉकों की नीलामी भी शामिल है।

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कोरबा

जनजातीय विकास के लिए  तिलकेजा क्लस्टर में आयोजित हुआ जागरूकता सह लाभ संतृप्ति शिविर

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धरती आबा ग्राम उत्कर्ष अभियान
कोरबा । विकासखण्ड कोरबा अंतर्गत तिलकेजा क्लस्टर में आज भारत भवन, तिलकेजा में एक दिवसीय जागरूकता सह लाभ संतृप्ति शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में ग्राम बगबुड़ा, भैसमा, चीतापाली, ढोंगदरहा, कुकरीचोली, कुदरी, मसान, कुरूडीह, सराईडीह, पहंदा, भेलवाटार, सकदुकला एवं तिलकेजा के सैकड़ों ग्रामीणों ने भाग लिया।


शिविर का उद्देश्य ग्रामीण एवं विशेषकर जनजातीय समुदाय को विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देना एवं स्थल पर ही लाभ दिलाना है। शिविर में विभिन्न योजनाओं के तहत 20 आधार कार्ड, 88 राशन कार्ड,18 मनरेगा जॉब कार्ड, 40 पेंशन योजनाओं हेतु आवेदन, 38 जाति प्रमाण पत्र,5 उज्ज्वला गैस कनेक्शन के आवेदन प्राप्त किए गए तथा ग्रामीणों को लाभान्वित किया गया। इसके अतिरिक्त, शिविर स्थल पर ही स्वास्थ्य विभाग के द्वारा निःशुल्क स्वास्थ्य जांच की सुविधा भी प्रदान की गई, जिससे अनेक ग्रामीणों ने लाभ उठाया।
कार्यक्रम में जनपद सदस्य तिलकेजा किशन कोसले, तिलकेजा सरपंच श्रीमती तेरस कंवर, उपसरपंच श्रीमती पदमा कौशिक,मसान सरपंच श्रीमती गणेशी कंवर,पहंदा सरपंच श्रीमती संगीता सिंह कंवर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती कौशाम्बी गबेल’एवं विकास विस्तार अधिकारी श्रीमती महेश्वरी साव सहित सभी विभागों के अधिकारी-कर्मचारी और बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे।


अभियान का मुख्य उद्देश्य जनजातीय समुदाय को मुख्य धारा से जोड़ना, उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाना और उन्हें सामाजिक व आर्थिक रूप से सशक्त करना है। इस पहल के माध्यम से ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का सीधा, पारदर्शी एवं प्रभावी लाभ मिल रहा है, जिससे उनमें जागरूकता और आत्मनिर्भरता की भावना विकसित हो रही है।

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कोरबा

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर जिला स्तरीय कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री लखन लाल देवांगन होंगे शामिल

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देवी अहिल्याबाई कन्वेन्शन हॉल में जिला स्तरीय सामूहिक योग कार्यक्रम होगा आयोजित

कलेक्टर ने जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों सहित जिलेवासियों को योगाभ्यास में शामिल होने का किया आग्रह

कोरबा। 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून के अवसर पर कोरबा नगरीय क्षेत्र के रिसदी रोड स्थित लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर कन्वेन्शन हॉल में आयोजित जिला स्तरीय सामूहिक योग कार्यक्रम में छत्तीसगढ़  शासन के वाणिज्य, उद्योग व श्रम  मंत्री लखन लाल देवांगन मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में सांसद लोकसभा क्षेत्र कोरबा श्रीमती ज्योत्सना चरण दास महंत, विधायक कटघोरा प्रेमचंद पटेल, विधायक रामपुर फूलसिंह राठिया, विधायक पाली-तानाखार तुलेश्वर सिंह मरकाम, महापौर नगर निगम कोरबा श्रीमती संजू देवी राजपूत,  जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ पवन कुमार सिंह, उपाध्यक्ष जिला पंचायत कोरबा श्रीमती निकिता मुकेश जायसवाल,  सभापति नगर निगम कोरबा नूतन सिंह ठाकुर  शामिल होंगे। यह सामूहिक योग कार्यक्रम सुबह 7 बजे से 8 बजे तक होगा। कलेक्टर अजीत वसंत ने योग दिवस के सफल आयोजन के लिए समाज कल्याण विभाग सहित विभिन्न विभागों को दायित्व सौंपे है। कलेक्टर ने सभी विभाग प्रमुखों को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर प्रातः 7 बजे कार्यक्रम स्थल  पहुंचकर योग अभ्यास में शामिल होने हेतु निर्देशित किया है। साथ ही अपने अधीनस्थ अधिकारी-कर्मचारियों की भी योगाभ्यास कार्यक्रम में उपस्थिति सुनिश्चित कराने की बात कही है। उन्होंने जिले के समस्त ग्राम पंचायतों तथा नगरीय निकायों में भी योग कार्यक्रम कराने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने स्वस्थ जीवन के लिए योगाभ्यास अपनाने तथा योग दिवस पर सभी जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों सहित जिले वासियों से योगाभ्यास में शामिल होने अपील की है।

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कोरबा

प्रतिबंधित अवधी में मत्स्याखेट न करें

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कोरबा । कुसमुंदा विकासनगर समीप अहिरन नदी में अवैध मत्स्याखेट की रोकथाम हेतु सहायक संचालक मछली पालन द्वारा 19 जून को औचक निरीक्षण किया गया और स्थल पर उपस्थित लोगों को बंद ऋतु में मत्स्याखेट पर प्रतिबंध के संबंध में जानकारी देकर चेतावनी दिया गया कि प्रतिबंधित अवधि में मत्स्याखेट न करें। मत्स्याखेट करते पाये जाने पर सख्त कार्यवाही की जायेगी।

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