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कोरबा

कटघोरा वनविभाग के खिलाफ ग्रामीणों का आक्रोश भडक़ा: दर्जन भर गांव के लोगों ने चोटिया चौक में किया प्रदर्शन

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कोरबा/ कटघोरा। कटघोरा वनमंडल अंतर्गत कई गांवों में हाथियों के आतंक से ग्रामीण परेशान हो गए हैं और 18 सितंबर को दर्जन भर गांव के सैकड़ों ग्रामीण चोटिया चौक में धरना प्रदर्शन कर वन विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। ग्रामीणों ने वन विभाग कटघोरा के अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की और कहा कि हाथियों का आतंक जारी है और वन विभाग के अधिकारी सो रहे हैं। कई वक्ताओं ने अधिकारियों को बेलगाम भी कहा और कहा कि हाथी के नाम पर भ्रष्टाचार हो रहा है। ग्रामीणों का आक्रोश सातवें आसमान में था।
किसानों ने बारी-बारी से हाथियों से हो रहे नुकसान को लेकर मंच पर अपनी बातें रखी और वन विभाग के अधिकारियों पर हाथियों का उत्पात रोकने में नाकाम होने का आरोप लगाया। किसानों ने कहा केंदई, एतमा नगर, पसान, जटगा क्षेत्र में हाथियों का आतंक बेलगाम हो चुका है और जन तथा धन की हानि हो रही है। एक साल से अधिक समय बीत गया, लेकिन वन विभाग के अधिकारी हाथियों को खदेडऩे में नाकाम साबित हो रहे हैं और इसका खामियाजा किसानों एवं भोले-भाले ग्रामीणों को उठाना पड़ रहा है।
किसानों ने वन विभाग के अधिकारियों पर आरोप लगाया कि अधिकारियों की नाकामी के कारण हाथी ग्रामीणों को मार रहे हैं और अधिकारी सिर्फ औपचारिकता निभा रहे हैं।
आठ सूत्रीय मांग: 15 दिन का समय मांगा अधिकारियों ने
5 घंटा धरना प्रदर्शन के बाद तहसीलदार एवं वन विभाग के अधिकारी धरना स्थल पहुंचे और ग्रामीणों से बात की। धरना स्थल पहुंचे अधिकारियों को ग्रामीणों ने खरीखोटी सुनायी और कहा कि क्या? अधिकारी लोगों की जान वापस ला सकते हैं। जितनी फसल बर्बाद होती है उसकी भरपायी कौन करेगा? मुआवजा के रूप में 10 प्रतिशत भी विभाग के अधिकारी नहीं देते। ऐसी हालत रही तो हमें भूखों मरना पड़ेगा। मुआवजा राशि बढ़ाने की मांग सहित आठ मांगों को लेकर किसान अड़े रहे और कहा कि तत्काल निर्णय होना चाहिए, नहीं तो हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा। प्रशासन ने 15 दिन का समय मांगा है।
तो करेंगे चक्काजाम!
ग्रामीणों ने कहा कि वन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से ग्रामीणों के सब्र का बांध टूट चुका है। 15 दिन में हमारी मांगेें पूरी नहीं होती है तो हम चक्काजाम करने पर मजबूर हो जाएंगे।

हाथी जमकर उत्पात मचा रहे हैं। हाथियों ने कई किसानों की फसलों को रौंद दिया। इसके बाद गांव में दाखिल हो गए। ग्रामीणों ने उन्हें भगाने की कोशिश की, लेकिन कामयाब नहीं हो सके। इसके बाद वन विभाग के खिलाफ ग्रामीणों ने NH-130बी पर प्रदर्शन और नारेबाजी की

ग्रामीणों की मांग है कि वन्य जीवों से हो रहे नुकसान की मुआवजा राशि को बढ़ाया जाए। बताया जा रहा है कि एक साथ 48 हाथियों का दल है। उनकी चिंघाड़ आसपास के गांवों तक सुनाई दे रही है। इसके चलते ग्रामीण दहशत में हैं। हाथियों का दल बड़काबहरा गांव के पास जंगल और खेतों में विचरण कर रहा है।

हाथियों का दल फसलों को नुकसान पहुंचा रहा है।

हाथियों का दल फसलों को नुकसान पहुंचा रहा है।

ग्रामीणों ने हाथियों को खदेड़ने की कोशिश की

पूरा जंगल हाथियों के चिंघाड़ से गूंज रहा है। हाथियों की चिंघाड़ सुनकर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे और उन्हें खदेड़ने की कोशिश की। हाथियों के मौजूदगी की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची और निगरानी में लगी हुई है।

हाथियों के नजदीक नहीं जाने की सलाह

आसपास के गांव में मुनादी कर लोगों को हाथियों के नजदीक नहीं जाने की सलाह दी जा रही है। बावजूद इसके ग्रामीण हाथियों के पास जाकर उनकी फोटो खींचने के साथ ही वीडियो भी बना रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि हाथियों को खदेड़ने वन विभाग का प्रयास नाकाफी है।

मुआवजे की राशि बढ़ाने की मांग।

मुआवजे की राशि बढ़ाने की मांग।

हाथी प्रभावित गांवों में कोई व्यवस्था नहीं

पूर्व जनपद सदस्य वीरेंद्र मरकाम ने बताया कि धान फसल का नुकसान करने पर कम मुआवजा दिया जा रहा है। प्रभावित गांवों में कोई व्यवस्था नहीं है। प्रशासन अभी तक समस्या को लेकर गंभीर नहीं हुआ, उन्होंने बताया कि हाथी कभी भी हमला कर देते हैं। लेमरू ऐलिफेंट रिजर्व के नाम पर मात्र खानापूर्ति की जारी है। प्रदर्शन करना उनकी मजबूरी है।

कोरबा में 48 हाथियों के दल में मचाया उत्पात का VIDEO - Dainik Bhaskar

कोरबा में 48 हाथियों के दल में मचाया उत्पात का VIDEO

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कोरबा

वनविभाग आई एक्शन मोड में, बांकीमोंगरा क्षेत्र मे विभाग ने चलाया बुलडोजर, देखते रहे बेजाकब्जा धारी,,,।

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संवाददाता साबीर अंसारी

बांकीमोंगरा:– थाना बांकीमोंगरा क्षेत्र अंतर्गत वन विभाग का बांस बाड़ी जो इंदिरा नगर में है, जहां काफी लंबे अर्शे से वन विभाग ने अपना जोन (डिपो) बना रक्खा है, जहां के बेखौफ स्थानीय लोगों के द्वारा जोन के ठीक बाजू से 10 मीटर के दूरी से ही वन भूमि को कब्जा कर मकान निर्माण किया हुआ था जिनको पहले भी कई बार नोटिस दिया जा चुका था पर कोई कार्यवाही नहीं की गई थी। कार्यवाही न होने के वजह से कब्जाधारी लोगों को कोई डर ही नहीं था और अभी वर्तमान में उनके द्वारा बिना किसी डर के धड़ल्ले से वन भूमि में निर्माण का कार्य किया जा रहा था जो लगभग वन भूमि के अंदर 100 मीटर तक घुस कब्जा कर लिए थे,,,।

इस बढ़ते कब्जे को देख वन विभाग के द्वारा 8 कब्जाधारियों को चिन्हित कर दिनांक 29/05/25 को शॉर्ट नोटिस दिया गया,,, जिसमें 4 लोगों ने कब्जा भूमि पर पक्का मकान निर्माण करा लिया था और चार लोग बाड़ी बनाए हुए थे, और इस बार भी लोग नोटिस को नजरअंदाज करते हुए अपना कब्जा बरकरार रखा जिसके बाद दिनांक 04/06/25 को वन विभाग का अमला सुबह सुबह पूरे विभाग के दल बल के साथ बुलडोजर लेकर बांस बाड़ी के पीछे पंहुचा, और चिन्हित लोगों के बेजा कब्ज़ा को तोडना शुरू कर दिया, बेजाकब्जा धारियों ने विरोध करने की कोशिश की पर नाकाम रहे और वन अमला अपना काम करता रहा।

बेजा कब्जा हटाने के बाद विभाग द्वारा स्थानीय लोगों को कड़ी शब्दों में हिदायत दी गई कि वन भूमि के दायरे अंदर जो भी कब्जा करेगा उन सब पर कार्यवाही की जाएगी,,।

जानकारी के अनुसार इसी क्षेत्र में जल्द ही एक बार फिर हो सकती है कार्यवाही।

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कोरबा

कांगे्रस का संविधान बचाओ आंदोलन : वक्ताओं ने कहा – संविधान बदलने भाजपा की साजिश कभी सफल नहीं होगी

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कोरबा। भाजपा की नफरत में डूबी बयानबाजी, भारत के सामाजिक ताने – बाने के लिए एक गंभीर खतरा है। इस नफरत का एकमात्र विकल्प हमारे सविंधान में निहित संदेश है । यह एक ऐसा विचार है, जो भारत के नागरिकों को परस्पर सम्मान, प्रेम और सबके सम्मिलित उत्थान के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता के आधार पर एकबद्ध करता है ।


उक्त कथन सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत ने कोरबा सुभाष चौक पर आयोजित विधानसभा स्तरीय सविंधान बचाओ आंदोलन की आमसभा में अपने उद्बोधन में व्यक्त किया। सांसद महंत ने आगे कहा कि भारत में दो विचारधाराएं है, एक जो सविंधान की रक्षा करती है तथा समानता और एकता की बात करती है और दूसरी विचारधारा सविंधान खतम करने वालों की है ।


पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि हम सविंधान की रक्षा करते रहेंगे । यह सविंधान डॉ.अंबेडकर जी, महात्मा गांधी जी और देश के हर नागरिक का सविंधान है, इसलिए हम सबको इसकी रक्षा करनी चाहिए। किसी भी हालात में हमें, हमारे सविंधान को नष्ट नहीं होने देंगे। कार्यक्रम के प्रारंभ में डॉ.भीमराव अंबेडकर के तैल्यचित्र एवं नेताजी सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा के समक्ष पुष्पांजली अर्पित कर उन्हें नमन किया गया ।
जिला कांग्रेस शहर अध्यक्ष नत्थुलाल यादव ने कहा कि भाजपा भारत में धर्म, भाषा और जाति के नाम पर नफरत फैलाने का काम रही है । कांग्रेस इस नफरत का खिलाफत करते रहेगी ।


जिला कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष मनोज चौहान ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा से भारत को एकजूट रखने की कोशिश की है। श्रीमती इंदिरा गांधी और राजीव गांधी देश को एकजूट रखने के लिए अंतिम सांस तक कार्य करते रहे और शहीद हुए।


पूर्व महापौर राजकिशोर प्रसाद ने कहा कि देश की संपत्ति को केन्द्र सरकार द्वारा लगातार बेची जा रही है । रेल्वे स्टेशनों पर वेटिंग हॉल में प्रति घण्टे के दर से किराया देना पड़ रहा है ।
प्रदेश कांग्रेस सचिव विकास सिंह ने कहा कि देश और प्रदेश में जो सरकार चल रही है, वह सविंधान को तोडऩे और बदलने का असफल प्रयास कर रही है। उनका यह प्रयास कभी भी सफल नहीं होगा ।
श्याम सुंदर सोनी ने कहा कि जिस तरह से केन्द्र सरकार की भाजपा सरकार सविंधान के साथ छेड़छाड़ कर रही है, वह चिंता का विषय है। सविंधान से हम सबको अधिकार मिले हैं। केन्द्र सरकार तमाम जांच एजेंसी को अपना एजेंट बनाकर विपक्ष को परेशान करने में लगी है। यह विषय भी सविंधान के नियमों के विरूद्ध है
कार्यक्रम में दुलेश्वरी सिदार, सूरज महंत, रेखा त्रिपाठी, उपनेता प्रतिपक्ष डॉ.रामगोपाल कुर्रे, सांसद प्रतिनिधि मोहन प्रधान, सुरेश सहगल, सपना चैहान, बी एन सिंह, कुसुम द्विवेदी, प्रदीप पुरायणे, राकेश पंकज, सुभाष राठौर, संतोष राठौर, सुकसागर निर्मलकर, बसंत चंद्रा, दुष्यंत शर्मा, रमेश जायसवाल, जयप्रकाश यादव, राजेन्द्र तिवारी, बद्रीकिरण, नारायण कुर्रे, अविनाश बंजारे, मस्तुल कंवर, रवि चंदेल, अनुज जायसवाल, अर्जुन सिंह, आकाश पटेल, पालुराम साहू, अश्वनी पटेल, मनक साहू, अतुल दास, गिरधारी बरेठ, रमेश वर्मा, राजेश यादव, लक्ष्मी महंत, दीपक राठौर, शशिलता पाण्डेय, राजेन्द्र ठाकुर, रामकुमार राठौर, गणेश दास, जीवन चैहान ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम का सफल संचालन नेता प्रतिपक्ष कृपाराम साहू ने किया और अंत में पार्षद मुकेश राठौर ने आभार व्यक्त किया ।

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कोरबा

X-बॉयफ्रेंड बोला- तू मुझे छोड़ नहीं सकती, फिर मारा चाकू:नाबालिग लड़की बोली- उसने जेल से छूटने के बाद भी मारने की धमकी दी

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कोरबा,एजेंसी। कोरबा जिले में एक्स बॉयफ्रेंड ने अपनी एक्स गर्लफ्रेंड के सीने में चाकू मारा है। सिविल लाइन के डिंगापुर रिक्शा पारा में शनिवार (7 जून) को पीड़िता और उसकी मां पूर्व प्रेमी राहुल सारथी (19 साल) के घर उसे समझाने गए थे कि वह उनकी बेटी से दूर रहे, तभी उसने मारपीट की। इसी बीच बचाव करने आई मां को भी चोट लगी है।

मामला रामपुर थाना क्षेत्र का है। राहुल का लड़की के घर आना-जाना था। वह छोटी-छोटी बातों पर टोकता और शक के चलते मारपीट करता था। परेशान होकर रिलेशनशिप के 1 साल बाद लड़की ने उससे ब्रेकअप कर लिया। इसके बाद भी राहुल ने उसका पीछा नहीं छोड़ा। पीड़िता का कहना है कि, लड़के ने जेल से छूटने के बाद भी मारने की धमकी दी है।

नाबालिग के सीने में टांके लगे है।

नाबालिग के सीने में टांके लगे है।

आरोपी राहुल सारथी ने ये फोटो अपने इंस्टाग्राम पेज पर डाली है।

आरोपी राहुल सारथी ने ये फोटो अपने इंस्टाग्राम पेज पर डाली है।

नाबालिग लड़की ने क्या कहा?

वह अक्सर घर आकर गाली-गलौच और मारपीट करता था। उसका कहना है कि तू किसी और कि नहीं हो सकती न होने दूंगा क्योंकि तेरे चक्कर में मोहल्ले और घर में बदनाम हो चुका हूं इसलिए तु मेरे को छोड़कर नहीं जा सकती।

आगे नाबालिग ने बताया कि, मेरे चेहरे पर वो पहले भी मारा है। आंख के ऊपर टांके आए थे, इस बार फिर मारा है तो सीने में टांके आए है। राहुल कुछ काम नहीं करता था। अभी भी वह धमकी दिया है कि जेल से निकल के फिर मारुंगा। वह धमकी देता था कि वह किसी और की नहीं हो सकती। राहुल के पिता स्वास्थ्य विभाग में सरकारी नौकरी करते हैं।

बता दें कि पीड़िता के शरीर पर पहले से भी कई चोटों के निशान हैं। परिजनों की शिकायत के बाद थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने जांच की बात कही है।

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