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कोरबा

बालको ने टीबी रोग के रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए चलाया जागरूकता अभियान

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बालकोनगर। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने टीबी रोग नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम महिला आरोग्य समिति (मास) और ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समिति (वीएचएसएनसी) के सदस्यों के बीच जागरूकता को बढ़ाने के लिए किया गया। डॉ. जी.एस. जात्रा नोडल अधिकारी टीबी/एचआईवी कार्यक्रम, कोरबा के नेतृत्व में प्रशिक्षण दिया गया। कंपनी द्वारा आयोजित कार्यक्रम के दो बैचों में 100 से अधिक सदस्यों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।

कार्यक्रम का उद्देश्य मास और वीएचएसएनसी सदस्यों को अपने-अपने क्षेत्र में टीबी रोग नियंत्रण और रोकथाम को लेकर उनकी भूमिका और जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक करना। कार्यक्रम की मदद से मास और वीएचएसएनसी सदस्यों की क्षमता बढ़ाने के साथ सदस्यों द्वारा एक कार्य योजना विकसित करना जिससे टीबी रोग की चुनौतियों का सामना किया जा सके। कंपनी ने टीबी जागरूकता अभियान के तहत स्थानीय स्वास्थ्य निकाय (मास और वीएचएसएनसी) के 45 फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं के रूप में तैयार किया। टीबी मुक्त भविष्य के लिए टीबी जागरूकता, पहचान, कारण, संपर्क ट्रेसिंग और परीक्षण में सुधार आदि के बारे में 600 से अधिक सामुदायिक सदस्यों को जागरूक किया गया।

टीबी से पीडि़त व्यक्तियों के उपचार और स्वास्थ्य सुधार में उचित पोषण महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। एक संतुलित आहार प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने, समग्र स्वास्थ्य में सुधार करने और टीबी दवाओं की प्रभावशीलता को बढ़ाने में मदद करता है। पोषणयुक्त आहार सुनिश्चित करने के लिए कंपनी ने जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से निक्षय मित्र पहल को लागू किया। इसके अंतर्गत कंपनी ने 56 गांवों के 22 टीबी रोगियों के आहार के लिए 6 महीने तक कर्मचारियों की स्वयंसेवा के माध्यम से वित्तीय सहायता दी गई। सहायता प्राप्त 90 प्रतिशत लोगों के स्वास्थ्य में सुधार हुआ तथा उपचाराधीन बाकी रोगियों के ठीक होने की संभावना सकारात्मक है।

बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक राजेश कुमार ने कहा कि कंपनी अपने संयंत्र के आसपास के समुदायों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं तक आसान पहुंच सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस कार्यक्रम से समुदाय में टीबी रोग की पहचान कर उनका करने में आसानी होगी। समुदाय के स्वास्थ्य देखभाल को सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है। हमारा लक्ष्य इस क्षेत्र में चिकित्सा सेवाओं को बढ़ाना है और इसके साथ दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाले लोगों और समुदाय के कमजोर वर्गों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना है।

डॉ. जी.एस. जात्रा नोडल अधिकारी ने बालको मितान भवन में आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि मास और वीएचएसएनसी के सदस्य समुदाय में टीबी रोग नियंत्रण और रोकथाम पर चर्चा करके जागरूकता बढ़ाने का कार्य करें। प्रशिक्षण में मिली जानकारी से सदस्य समुदाय में टीबी रोग पर फैली भ्रांतियों को दूर करने का काम करें। इस तरह के कार्यक्रम कंपनी द्वारा समुदाय के स्वास्थ्य एवं भलाई की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

बीते वित्तवर्ष 600 से अधिक सामुदायिक सदस्यों को टीबी रोग की समस्या के बारे में जागरूक किया। बालको की आरोग्य परियोजना स्वास्थ्य देखभाल और समुदाय की सेवा करने पर केंद्रित है। आरोग्य परियोजना के उपचारात्मक सेवाओं के माध्यम से वित्तीय वर्ष 2024 में लगभग 49000 व्यक्तियों को स्वास्थ्य लाभ मिला है। कंपनी समुदायों के लिए स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं को बढ़ाने के उद्देश्य से विभिन्न सामाजिक कल्याणकारी परियोजनाओं में सक्रिय रूप से शामिल रहा है। कंपनी हर 15 दिनों में दो मोबाइल स्वास्थ्य वैन भी संचालित करती है। ग्रामीण स्वास्थ्य पोस्ट, एचआईवी, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य और कुपोषण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर अभियानों के माध्यम से समुदायों के लिए गुणवत्तापूर्ण प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करती है।

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कोरबा

धरती आबा उत्कर्ष अभियान अंतर्गत सपलवा क्लस्टर में आयोजित हुआ जागरूकता सह लाभ संतृप्ति शिविर

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कोरबा । जनपद पंचायत पाली के सपलवा क्लस्टर में धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के अंतर्गत मंगलवार को जागरूकता सह लाभ संतृप्ति शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर क्लस्टर अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायतों के सरपंच, उपसरपंच सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे। शिविर का उद्देश्य जनजातीय समुदाय को शासन की योजनाओं से जोड़ते हुए उन्हें त्वरित लाभ पहुंचाना है।


शिविर में पंचायत, उद्यानिकी, कृषि, पशुपालन, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, मत्स्य विभाग आदि के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भाग लेकर ग्रामीणों को विभागीय योजनाओं की जानकारी दी और मौके पर ही समस्याओं का समाधान सुनिश्चित किया।


शिविर में 4 किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड वितरित किए गए। 5 ग्रामीणों को जाति प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 34 राशन कार्ड वितरित किए गए। 31 परिवारों को वन अधिकार पत्र सौंपे गए। इसके अतिरिक्त, शिविर में अनुसूचित जनजाति परिवारों को विभिन्न सरकारी योजनाओं का प्रत्यक्ष लाभ प्रदान कर उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान किया गया।

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कोरबा

“सांप डसे तो झाड-फूक में समय न गवाएं, शीघ्र अस्पताल पहुंचे”

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कोरबा । कोरबा जिला वनांचल क्षेत्र होने के कारण, बरसात का मौसम शुरू होते ही वातावरण में नमी और उमस बढने तथा वर्षा का पानी जब उनके बिलों में भर जाने के कारण अपने भोजन की तालाश में जहरीले कीट, सांप बिच्छु अपने व तथा सुरक्षित स्थान की तलाश में अक्सर बाहर आ जाते हैं तथा भोजन की खोज में घरों में घुस जाते हैं और लोगों को काटने का खतरा बढ़ जाता है।  जिससे सर्पदंश की घटनाएँ बढ़ जाती हैं । सर्पदंश से अधिकांश व्यक्तियों की आकस्मिक मृत्यु हो जाती है।  ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्र में ग्रामीण सर्पदंश के मामले में चिकित्सा विज्ञान पर विश्वास नहीं रखते है तथा बैगा गुनिया से झाड-फूक कराते हैं एवं अंधविश्वास व अज्ञानता के कारण असमय कालकवलित हो जाते हैं।
     मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एस.एन.केशरी ने जानकारी देते हुए बताया कि झाड़-फूक से किसी भी सर्पदंश से पीड़ित व्यक्ति की जान नही बचाई जा सकती है।  अंधविश्वास के कारण ग्रामीण संर्पदंश के मामलों में झाड-फूक में समय नष्ट कर मरणासन्न स्थिति में पीड़ितों को चिकित्सालय लाया जाता है, जिससे एैसे प्रकरणों में जीवन बचाने में चिकित्सक भी असफल रहते हैं।
     उन्होंने बताया कि जिले के ग्रामीण क्षेत्र में सर्पदंश के प्रकरणों में बचाव हेतु जनसामान्य में जागरूकता लाने हेतु विभागिय स्तर पर सभी अधिकारियों /कर्मचारियों को नागरिकों को व्यापक स्वास्थ्य शिक्षा देने व सजग रहने की हिदयत दी गई है। वर्तमान स्थिती में जिला चिकित्सालय सहित विकासखण्ड मुख्यालय स्थित सामु.स्वास्थ्य केन्द्रों में सर्पदंश के प्रकरणों का निःशुल्क ईलाज हेतु पर्याप्त मात्रा मे दवाईयां (एण्टी स्नेक वेनम )उपलब्ध है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने सर्पदंश के अप्रत्याशित प्रकरणों में कमी लाने व बचाव के सारगर्भित उपायों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि -अगर आप घर से बाहर जा रहे हैं और उस क्षेत्र में पर्याप्त रोशनी नहीं है, तो अपने साथ टार्च अवश्य रखें तथा जूते अवश्य पहनें। घरों में समुचित प्रकाश की व्यवस्था बनाए रखें। घरों में कूड़े करकट का ढेर लगाकर न रखें। शयन कक्ष में भोजन सामग्री , धान आदि न रखें, ताकि चूहे का आना कम हो। आपके पड़ोस या आस-पास के इलाके में सांप के काटने की स्थिति में घबराएं नही, घबराने से हृदय गति बढ़ सकती है और सर्पदंश के शिकार व्यक्ति के लिए यह घातक साबित हो सकता है, क्योंकि इससे विष तेजी से पूरे शरीर में फैल सकता है। सर्पदंश वाली जगह के उपरी हिस्से को कपड़ा या रस्सी से न बांधे। अधिकांश परिस्थितयों में बेहद हानिकारक हो सकती है। सांप के काटने वाली जगह पर कुछ भी बॉधने से उपचार के लिए हटाये जाने पर विष का तेजी से असर हो सकता है। सर्पदंश से प्रभावित अंग को हिलाए डुलाएं नहीं । हिलाने -डुलाने से शरीर के अन्य अंगों में जहर तेजी से फैल सकता है। सर्पदंश से पीड़ित व्यक्ति को काटने वाली जगह के आसपास काटे और जलाएं नहीं। झोलाछाप चिकित्सक या झाड़-फूक के पास न जावें। सांप के काटने का एकमात्र इलाज अस्पताल में दिए जाने वाले एंटीवेनम के माध्यम से होता है। सर्पदंश पश्चात नजदीकी सामु.स्वास्थ्य केन्द्र अथवा जिला चिकित्सालय में बिना विलंब किए चिकित्सक से परीक्षण व उनके सलाह के अनुसार तत्काल उपचार करावें।.
     कलेक्टर अजीत वसंत व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एस.एन.केशरी ने जिले के सभी नागरिकों से आग्रह किया है कि वे सर्पदंश के मामले में तत्परतापूर्वक नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में नि-शुल्क उपचार प्राप्त करें, जिससे सर्पदंश से असामयिक मृत्यु की रोकथाम हो सके । साथ ही एैसे आपात स्थितियों पर क्षेत्र के आर.एच.ओ. या मितानिन से संपर्क कर सर्पदंश से पीड़ित व्यक्ति को तत्काल समीपस्थ अस्पताल पहूँचाये।

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कोरबा

धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान अंतर्गत गोढ़ी, चोरभट्ठी, पोटापानी और पोंडीकला में जागरूकता सह लाभ संतृप्ति शिविर का आयोजन कल

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कोरबा । धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान अंतर्गत 18 जून को विकासखंड कोरबा के ग्राम गोढ़ी कलस्टर में सम्मिलित ग्राम बेंदरकोना, डुमरडीह, भुलसीडीह, बुंदेली, गोढ़ी, गोड़मा, केसला, करमंदी, आंछीमार, करूमौहा, केराकछार, दरगा, मौहार, केरवा, ढेंगुरडीह, नकटीखार, पण्डरीपानी, पतरापाली, टेवानारा और ग्राम ठाकुरखेता के लिए हाईस्कूल गोढ़ी में जागरूकता सह लाभ संतृप्ति शिविर का आयोजन किया गया है। इसी तरह विकासखंड करतला के ग्राम चोरभट्ठी कलस्टर में सम्मिलित ग्राम चोरभट्ठी, कछार, कलगामार, तराईमार, चांपा, मदवानी और चारमार के लिये ग्राम चोरभट्ठी, विकासखंड पाली के ग्राम पोटापानी कलस्टर में सम्मिलित ग्राम पोटापानी, डूमरकछार, अलगीडांड, बगधरीडांड, माखनपुर, बनबांधा और मादन के लिए ग्राम पोटापानी और विकासखंड पोंड़ीउपरोड़ा के ग्राम पोंड़ीकला कलस्टर में सम्मिलित ग्राम पनगंवा, समलाई, पिपरिया, पोंड़ीकला, धौंरामुड़ा, पुटीपखना, बीजाडांड, सेन्हा, बेलहिया, सिर्री के लिए ग्राम पोंड़ीकला में जागरूकता सह लाभ संतृप्ति शिविर आयोजित किया जायेगा। शिविर के माध्यम से ग्रामीणों को आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, जनधन खाता, राशन कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, पीएम किसान सम्मान निधि, पीएम मातृत्व वंदना योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, व्यक्तिगत वन अधिकार पत्र, उज्जवला योजना आदि सेवाओं के प्रदाय हेतु कार्यवाही की जायेगी। इसके साथ ही लोगों को सिकलसेल बीमारी तथा उससे संबंधित जांच हेतु जागरूक किया जायेगा।

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