कोरबा | दादरखुर्द ग्राम विकास समिति द्वारा कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर दादरखुर्द को अलग वार्ड बनाने की मांग की गई है। साथ ही वार्ड परिसीमन कार्य में लगे अधिकारियों, कर्मचारियों को मौका स्थल में जाकर चर्तुसीमा तैयार करते समय स्थानीय जनप्रतिनिधि व गांव के मुखिया की उपस्थिति अनिवार्य करने कहा गया है। समिति ने ज्ञापन में कहा है कि नगर निगम कोरबा के संपूर्ण वार्डों का परिसीमन होना है।
इस कार्य में संबंधित कर्मचारियों द्वारा स्थल निरीक्षण किए बिना ही निगम के नक्शे में ही चर्तुसीमा तैयार कर वार्ड का विभाजन कर दिया जाता है जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण ग्राम दादरखुर्द है जो कि अविभाजित मध्यप्रदेश के समय से ही राजस्व ग्राम है। वर्तमान में नगर निगम कोरबा द्वारा हमारे गांव के नाम को ही विलोपित करते हुए सम्पूर्ण गांव के बस्ती के अंदर ही दो भागों में बांटकर वार्ड 30 व वार्ड 31 कर दिया गया है। इसका परिणाम यह है कि वार्ड का संपूर्ण विकास बाधित हो गया है। पहले ही एक गांव, एक बस्ती, एक मोहल्ले को दो भागों में बांटने का खामियाजा 15 वर्षों से हमारा ग्राम भुगत रहा है।
गांव को दो हिस्सों में बांटने के साथ-साथ नगर निगम कोरबा द्वारा ग्राम दादरखुर्द को दो जोन कोसाबाड़ी व निहारिका जोन में भी बांट दिया गया है। इतना पुराना राजस्व ग्राम होने के बावजूद भी नगर निगम की लापरवाही के कारण गांव के नाम को निगम क्षेत्र से विलोपित कर दिया गया है। इस संबंध में कई बार आवेदन दिया गया है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। परेशानियों को देखते हुए वर्तमान में होने वाले परिसीमन में दादरखुर्द को एक अलग वार्ड बनाना चाहिए।
मातनहेल परिवार का आयोजन, 12 अप्रैल को हनुमान प्रकटोत्सव
कोरबा (दिव्य आकाश)। कोरबा ब्लाक के सुदूर वनांचल क्षेत्र बताती में धूमधाम से हनुमान जयंती मनाया जाएगा। 12 अप्रैल को हनुमान प्रकटोत्सव पूरे जिले भर में धूमधाम से मनाया जाएगा। इसी कड़ी में मातनहेल परिवार द्वारा ग्राम बताती के बताती बगीचा परिसर में स्थित हनुमान मंदिर प्रांगढ़ में हनुमान जयंती भव्य रूप से मनायी जाएगी और सुबह 11 बजे से विशाल भंडारे का आयोजन किया गया है। राजबीर प्रसाद अग्रवाल, राजकुमार अग्रवाल एवं भगवानदास ने इस धार्मिक आयोजन में शामिल होने सभी से अपील की है।
कोरबा/गेवरा। कोयला मंत्री के सामने भू विस्थापित एवं रोजगार विरोधी नीतियों को बनाने वाले अधिकारियों को काले झंडे दिखाने से पहले पुलिस ने रोक लिया और गेवरा स्थित सीनियर रिक्रियेशन क्लब में प्रदर्शनकारियों को नजरबंद कर दिया गया है।
सीनियर रिक्रेशन क्लब में सभी प्रदर्शन करने वालों को रोक कर रखा गया है पुलिस प्रशासन ने कोयला मंत्री से मिलकर बात रखने का आश्वाशन दिया है। छत्तीसगढ़ किसान सभा और भूविस्थापित रोजगार एकता संघ के नेतृत्व में कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी के गेवरा आगमन पर एसईसीएल के सीएमडी,बोर्ड मेंबरों के दौरे का जबरदस्त विरोध करने की तैयारी कर रहे सभी प्रदर्शनकारियों को सीनियर रिक्रेशन क्लब में रखा गया है।
पुलिस प्रशासन ने मांगों को रखने और ज्ञापन सौंपने के लिए समय प्रदान करने का आश्वासन दिया है। किसान सभा के नेता प्रशांत झा, भू विस्थापित संघ के नेता रेशम यादव,दामोदर श्याम,जय कौशिक,सुमेन्द्र सिंह,रघु यादव समेत बड़ी संख्या में भू विस्थापितों को पुलिस ने रोक दिया और प्रदर्शनकारी कोयला मंत्री एवं अधिकारियों को काला झंडा नहीं दिखा पाए।
0 कोरबा पहुंचने पर सीएमडी सहित अधिकारियों ने किया स्वागत कोरबा/ गेवरा। केन्द्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी एसईसीएल की गेवरा खदान पहुंचे और व्यू प्वाइंट से खनन गतिविधियों का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों से खनन गतिविधियों की जानकारी ली और अधिक से अधिक उत्खनन और परिवहन पर जोर देने अधिकारियों को निर्देशित किया।
इसके पूर्व गेवरा पहुंचने पर सीएमडी हरीश दुहन सहित एसईसीएल के अधिकारियों ने श्री रेड्डी का स्वागत किया। इस अवसर पर भाजपा नेताओं ने भी श्री रेड्डी का भव्य स्वागत किया। कामगारों से किया सीधा संवाद
गेवरा खदान पहुंचने के बाद कोयला मंत्री सबसे पहले कामगारों से मिले और उनसे सीधा संवाद किया और समस्याओं के बारे में जानकारी ली। व्यू प्वाइंट पहुंचने पर वे कामगारों को सम्मानित भी किया। उसके बाद शोवेल-शावेल आपरेटरों से मिले और उनके साथ केबिन में बैठकर मशीन का संचालन देखा और समझा। सस्टेनेबल माइनिंग पर जोर
कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी ने सर्फेस माइनर का आपरेशन देखा और सस्टेनेबल माइनिंग पर जोर दिया। उन्होंने कोयला उत्खनन, लोडिंग एवं परिवहन बढ़ाने के निर्देश दिए। ज्ञातव्य हो कि बीते वित्तीय सत्र में एसईसीएल ने अपना लक्ष्य हासिल नहीं कर पाया और एसईसीएल गेवरा खदान के विस्तार के लिए भू अधिग्रहण की प्रक्रिया में तेजी ना आने के कारण एसईसीएल गेवरा खदान में प्रोडक्शन प्रभावित हुआ है और भू विस्थापितों का आक्रोश प्रबंधन को झेलना पड़ रहा है। कोयला मंत्री के आगमन के पूर्व सीएमडी हरीश दुहन मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से भी मिले और भू अधिग्रहण प्रक्रिया को आगे बढ़ाने सहयोग कर चर्चा भी की।
लक्ष्य हासिल न होने के कारण कोयला मंत्री ने इसे संज्ञान में लिया और स्वयं खदान का निरीक्षण करने और अधिकारियों-कामगारों में जोश भरने दीपका पहुंचे और गेवरा खदान के व्यू प्वाइंट में पहुंचकर प्रोडक्शन बढ़ाने पर जोर दिया।
एसईसीएल के सुरक्षा अधिकारियों ने कोयला मंत्री किशन रेड्डी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया