सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में और बेहतर होगी स्वास्थ्य सुविधाएं,प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के पास बनाये जाएंगे आवास,18 पीएचसी में आवास के लिए लगभग नौ करोड़ रूपए प्राक्कलन तैयार
कोरबा । आवास नहीं होने की बात कहकर सुदूरवर्ती क्षेत्रों के अस्पतालों में समय पर उपस्थित नहीं होने वाले और लंबी दूरी से आना जाना करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों का यह बहाना आने वाले समय में नहीं चलेगा। जिला प्रशासन द्वारा जिले की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में भवनविहीन विद्यालयों के लिए भवन स्वीकृत करने तथा शिक्षकों की व्यवस्था किए जाने के बाद अब स्वास्थ्य सुविधाओं पर फोकस किया जा रहा है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर कलेक्टर अजीत वसंत ने जिले के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर बनाने की दिशा में कदम उठाया है। उन्होंने दूरस्थ क्षेत्रों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में आवास बनाने की स्वीकृति प्रदान की है। प्रारंभिक चरण में कुल 18 स्िानों पर आवास निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई है। इसके लिए लगभग नौ करोड़ की राशि का स्टीमेट तैयार किया गया है। जल्दी ही आवास निर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ की जायेगी। आवास बनने के पश्चात प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में सेवा देने वाले चिकित्सकीय कर्मियों को आवास की समस्या से नहीं जूझना पड़ेगा। कलेक्टर अजीत वसंत ने कोरबा जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए विगत कई महीनों से विभागीय समीक्षा की। उनके समक्ष प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में पदस्थ चिकित्सकों सहित अन्य के लिए आवास व्यवस्था नहीं होने की बात सामने आने पर उन्होंने आरईएस और लोक निर्माण विभाग के माध्यम से प्राक्कलन तैयार कराएं। पीडब्ल्यूडी द्वारा प्रति आवास 48.71 लाख रूपये की लागत से प्राथमिक स्वास्थ्य केद्र लाफा, सपलवा, कोरबी, सिरमिना, लालपुर और माचाडोली का प्राक्कलन तैयार किया गया है। इसी तरह ग्रामीण सेवा यांत्रिकी सेवा संभाग द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भैसमा में आवासीय निर्माण हेतु 49.90 लाख की रूपये का प्राक्कलन तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुदमुरा, तिलकेजा, कोरकोमा, करतला ब्लॉक के चिकनीपाली, सरगबुंदिया, कटघोरा ब्लॉक के चाकाबुड़ा, पाली विकासखण्ड के चैतमा, पोड़ी उपरोड़ा क्षेत्र के तुमान, कटोरीनगोई, पिपरिया, महोरा में प्रति आवास 49.41 लाख रूपये का प्राक्कलन तैयार किया गया है। आवास का निर्माण जिला खनिज संस्थान न्यास के माध्यम से किया जाएगा। सीएमएचओ डॉ एस एन केशरी ने बताया कि चिकित्सक सहित अन्य स्टॉफ के ठहरने के लिए आवास की व्यवस्था की जा रही है। उल्लेखनीय है कि जिले के जिन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में आवास निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई है, उसमें से अधिकांश दूरस्थ क्षेत्र के पीएचसी है। स्वास्थ्य केंद्र के नजदीक ही आवास उपलब्ध होने पर चिकित्सकों को वहां निवास करने में कोई समस्या नहीं आयेगी, वहीं चिकित्सकों के निवास करने से अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाएं और भी बेहतर बनेगी।
पसान, मोरगा और श्यांग में एंबुलेंस की सुविधा
जिले के पोड़ी उपरोड़ा ब्लॉक में स्थित मोरगा और पसान तथा कोरबा ब्लॉक के श्यांग शहर मुख्यालय से काफी दूर और सीमावर्ती क्षेत्रों में आते हैं। इन क्षेत्रों में लंबे समय से स्वास्थ्य केंद्र में आपात स्थिति से निपटने के लिए एम्बुलेंस की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। कलेक्टर वंसत द्वारा इन स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण किया गया था। इस दौरान ग्रामीणों सहित स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों ने गंभीर मरीजों को रिफर करने के लिए एम्बुलेंस की आवश्यकता बताई थी। कलेक्टर ने इस संबध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एस एन केशरी को निर्देश भी दिए थे। पसान, मोरगा और श्यांग के पीएचसी में एम्बुलेंस प्रदान कर दी गई है। अब आपात स्थिति में गंभीर मरीज को सुविधायुक्त स्वास्थ्य केंद्र में रिफर किया जा सकता है।
कोरबा। न्याय तक पहुंच सुनिश्चित करने एवं बंदियों के मौलिक अधिकारों की रक्षा के उद्देश्य से संतोष शर्मा, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश तथा अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की अध्यक्षता में जिला जेल कोरबा का सघन निरीक्षण किया गया। इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य जेल में निरूद्ध कैदियों की स्थिति, उन्हें उपलब्ध करायी जा रही मूलभूत सुविधाओं की गुणवत्ता तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से दी जा रही सेवाओं की प्रभावशीलता का मूल्यांकन करना था। निरीक्षण के दौरान बोर्ड सदस्यों ने जेल परिसर के विभिन्न हिस्सों का बारीकी से अवलोकन किया। उसमें कौदियों के बैरक, रसोईघर, स्वास्थ्य केन्द्र, स्वच्छता व्यवस्था तथा अन्य सामान्य उपयोग के स्थान शामिल रहे। अधिकारियों ने कौदियों से प्रत्यक्ष संवाद कर उसी समस्याओं आवश्यकताओं एवं दैनिक दिनचर्या की जानकारी प्राप्त की। भोजन की गुणवत्ता, पोषण मानकों, चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता, दवाईयों एवं चिकित्सकों की उपस्थिति, शिक्षा कर्यक्रमों जैसी गतिविधियों का भी आकलन किया गया। जेल लीगल एड क्लीनिक की कार्यप्रणाली की भी जांच की गयी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कैदियों को समय पर और सरल रूप से कानूनी सहायता प्राप्त हो रही है। इस अवसर पर प्रधान जिला न्यायाधीश संतोष शर्मा के अध्यक्षता में जेल अधीक्षक को निर्देशित किया कि कैदियों के लिए स्वच्छ वातावरण, पौष्टिक भोजन, नियमित स्वास्थय परीक्षण एवं आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं बिना किसी व्यवधान के सुनिश्चित की जाए। वहींं निरीक्षण के दौरान 17 महिला एवं 189 पुरूष बंदी जेल में रहे। इस संयुक्त निरीक्षण में सुश्री मयुरा गुप्ता, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, कु. त्राप्ति कु. ग्रेसी – न्यायिक मजिस्टेट, प्रथम श्रेणी, ओमप्रकाश यादव- अपर कलेक्टर कोरबा, नीतिश िसह ठाकुर- अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, विजय लक्ष्मी- लोक निर्माण विभाग, सी.के. सिंह, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, तामेश्वर उपाध्याय- जिला शिक्षा अधिकारी, दिपेश भारती रोजगार अधिकारी, विनय कुमार उद्योग अधिकारी, मुकेश कुमार वेलफेयर अधिकारी एवं समाज कल्याण विभाग से उपसंचालक हरीश सक्सेना उपस्थित रहे।
कोरबा। कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला कोरबा के द्वारा जिला खनिज न्यास मद अंतर्गत 102 महतारी एक्सप्रेस एम्बुलेंस हेतु इमरजेन्सी मेडिकल टेक्नीशियन ;ईएमटी के 14 पदों हेतु पात्र/अपात्र सूची प्रकाशन कर दिनांक 28.11.2025 को सायं पांच बजे तक दावा आपत्ति आमंत्रित की गई थी। कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, कोरबा से प्राप्त जानकारी अनुसार दावा आपत्ति निराकरण पश्चात् दावा अपत्ति निराकरण सूची एवं अंनंतिम मेरिट सूची कार्यालयीन सूचना पटल पर चस्पा तथा कोरबा जिले के शासकीय वेबसाईट www.korba.gov.in मे सर्व संबंधितों के अवलोकनार्थ एवं दावा आपत्ति हेतु अपलोड़ कर दिया गया है। अनंतिम मेरिट सूची के समस्त कॉलमों का उम्मीद्वारों द्वारा सूक्ष्म अवलोकन कर दावा आपत्ति कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला कोरबा में 31 दिसंबर 2025 समय 5ः00 बजे तक मय आवश्यक दस्तावेज सहित प्रस्तुत कर सकते हैं।
स्कूल कॉलेजों में विद्यार्थियों को सम्मिलित कर विविध गतिविधियां होंगी आयोजित
कोरबा। भारत सरकार द्वारा 26 दिसम्बर को दसवें सिक्ख गुरु गोविन्द सिंह के पुत्रों साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह के शहादत को राष्ट्रीय दिवस घोषित करते हुए 26 दिसम्बर को वीर बाल दिवस के रुप में मनाने का निर्णय लिया गया है। उक्त शहादत दिवस के अवसर पर जिला स्तर पर विद्यालयों/महाविद्यालयों में विविध गतिविधियों का आयोजन करने के निर्देश दिए गए है। स्कूल -कॉलेज के विद्यार्थियों को सम्मिलित करते हुए बाबा जोरावर सिंह व बाबा फतेह सिंह के शहादत की स्मृति में भाषण प्रतियोगिता सहित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।