छत्तीसगढ़
गृहमंत्री बोले-2047 तक होगी साइबर-एक्सपर्ट की भर्ती:सुनील सोनी ने कहा-16,000 केस,लोग सुसाइड कर रहे, बिजली-बिल पर स्थगन प्रस्ताव अस्वीकार्य, नेता प्रतिपक्ष ने कहा-धन्यवाद
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Divya Akashरायपुर,एजेंसी। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन सदन में गहमा-गहमी देखने को मिला। इस दौरान प्रदेश में बढ़ते साइबर क्राइम पर बीजेपी 5 विधायकों ने सरकार को जमकर घेरा। इस दौरान गृहमंत्री विजय शर्मा ने मजाकिया अंदाज में कहा कि जब सब खत्म हो जाएगा तो 2047 तक साइबर क्राइम रोकने एक्सपर्ट की भर्ती कर लेंगे, कोई टेंशन नहीं है।
सदन में विधायक सुनील सोनी ने कहा कि प्रदेश में लगातार साइबर ठगी के मामले सामने आ रहे हैं। हजारों लोग ठगी के शिकार हो रहे हैं, लेकिन अब तक साइबर एक्सपर्ट्स की नियुक्ति नहीं हुई। लोग सुसाइड कर रहे हैं। स्थिति भयावह है।
इसके अलावा सदन में छत्तीसगढ़ में बिजली बिल में बढ़ोतरी के खिलाफ विपक्ष ने स्थगन प्रस्ताव लाया था, जिसे विधानसभा अध्यक्ष ने अस्वीकार्य किया। इस पर नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने आभार जताया। सत्तापक्ष ने मेज थपथपाई। स्थगन प्रस्ताव अस्वीकार्य होने के बाद भी विपक्ष ने नहीं किया हंगामा।

छत्तीसगढ़ विधानसभा में साइबर क्राइम पर बीजेपी विधायक और गृहमंत्री में जमकर बहस हुई।
AI पर ज्यादा विश्वास नहीं करें। हम सही आंकड़े दे रहे
जवाब में गृहमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि साइबर अपराध के 1301 आपराधिक प्रकरण दर्ज हुए हैं। AI पर ज्यादा विश्वास नहीं करें। हम सही आंकड़े दे रहे हैं। साइबर थाने की बात नहीं, बल्कि साइबर सेल की बात हर जिले में हुई थी। एनसीआरबी का डेटा 2022 के बाद आया ही नहीं, फिर नई जानकारी कैसी आएगी?
इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल और गृहमंत्री विजय शर्मा के विभागों से जुड़े सवाल पूछे गए। इस दौरान पीएम आवास योजना, मनरेगा, बंद पड़ी जांच मशीनें और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन को लेकर भी सवाल-जवाब हुए।
एआई पर ज्यादा विश्वास नहीं करें। हम सही आंकड़े दे रहे
सुनील सोनी के सवाल पर गृहमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि साइबर अपराध के 1301 आपराधिक प्रकरण दर्ज हुए हैं। एआई पर ज्यादा विश्वास नहीं करें। हम सही आंकड़े दे रहे हैं। साइबर थाने की बात नहीं, बल्कि साइबर सेल की बात हर जिले में हुई थी। एनसीआरबी का डेटा 2022 के बाद आया ही नहीं, फिर नई जानकारी कैसी आएगी?
सुनील सोनी ने उठाया नया सवाल
सवाल: जनवरी 2024 से जून 2025 तक कितने ठगी के आरोपियों को जेल भेजा गया?
गृहमंत्री का जवाब: बैंक संबंधित ठगी में तीन प्रकरण दर्ज हुए हैं, जिनमें सात आरोपियों को जेल भेजा गया है।
इस पर गृहमंत्री का जवाब- पैसे की वापसी कोर्ट की प्रक्रिया से होकर गुजरती है। IG स्तर के अधिकारी की नियुक्ति पहले ही की जा चुकी है।
- बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने गृहमंत्री विजय शर्मा से पूछा कि साइबर क्राइम रोकने कितने कमांडो तैयार किए गए हैं? नियुक्ति कितने की हुई? विशेषज्ञों की भर्ती कब होगी?
- इस पर गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि जब सब खत्म हो जाएगा तो 2027 तक भर्ती कर लेंगे, कोई टेंशन नहीं।
शेषराज हरवंश ने पूछा मेकाहारा में बंद पड़ी मशीनों पर सवाल
इस दौरान कांग्रेस विधायक शेषराज हरवंश ने मेकाहारा में बंद पड़ी जांच की मशीनों की मरम्मत का मुद्दा उठाया। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल से पूछा कि मशीनों में से कई मशीन एक संख्या में थे, जो वर्षों से ऐसी ही पड़ी है। मशीनों की खरीदी क्यों नहीं हो रही और खरीदी की प्रक्रिया क्या है?
- इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि 161 मशीन स्थापित हैं, 50 मशीनें बंद हैं। अभी 70 करोड़ की खरीदी कर रहे हैं। 11 मशीनों का सुधार कार्य चल रहा है।
- कांग्रेस विधायक शेषराज हरवंश ने पूछा कि कैंसर की जांच करने वाले मशीन क्यों नहीं है ?
- इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि वो जांच मशीन की श्रेणी में नहीं इलाज की श्रेणी में आता है। यह मशीन विदेश से आता है, लेकिन हम उस मशीन को चालू भी करेंगे।
- विधायक शेषराज ने पूछा कि यह मशीन पिछले 9 साल पहले आपके ही कार्यकाल में खरीदी गई थी। 9 साल पहले खरीदी गई मशीन अभी तक चालू क्यों नहीं कर पाए हैं ?
- स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि पूर्व स्वास्थ्य मंत्री के नेतृत्व में एक अच्छे सोच के साथ मशीन की खरीदी की गई थी, कुछ कारणों की वजह से अगर चालू नहीं कर पाए तो अभी करवा रहे हैं, लेकिन 5 साल आपकी भी सरकार थी।
- वहीं बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि मैंने पिछले 5 साल में भी यह कहा है और बार-बार की वह मशीन अगर चालू होगी तो उससे कई लोगों का इलाज किया जा सकता है। कोई अनियमितता होगी तो उसकी भी जांच करा सकते हैं।
वहीं मेकाहारा अस्पताल में बाउंसर वसीम बाबू ने मारपीट की थी इस पर कार्रवाई को लेकर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी ने आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में ऐसी स्थितियों का कोई स्थान नहीं है। ऐसा कोई मामला है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ऐसे लोगों पर विभागीय कार्रवाई और पुलिस कार्रवाई की जाएगी।
कांग्रेस विधायकों ने लाया ध्यानाकर्षण प्रस्ताव
किसानों को कृषि यंत्र वितरण में लागू चौम्प्स व्यवस्था में अनियमितता पर कांग्रेस विधायक इंद्र साव, द्वारिकाधीश यादव और चातुरी नंद ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाया।
इस पर कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने जबाव में कहा कि मामले की शिकायत पर 4 सदस्यीय जांच कमेटी जांच कर रही है। विभागीय जांच रिपोर्ट के बाद तकनीकी पहलुओं की जांच जारी है। जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
इस दौरान विपक्ष ने विभागीय प्राथमिक जांच रिपोर्ट पर कार्रवाई की मांग की। इस पर मंत्री ने जबाव में बताया कि तकनीकी जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
अब जानिए 15 जुलाई को क्या-क्या हुआ ?
15 जुलाई को छत्तीसगढ़ विधानसभा जमकर हंगामा हुआ। प्रश्नकाल के दौरान जल जीवन मिशन की प्रगति पर विपक्ष और सरकार के बीच तीखी बहस हुई। जल जीवन मिशन के सवाल पर जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया।
विपक्ष ने सरकार पर गलत आंकड़े पेश करने और योजना में गड़बड़ी के आरोप लगाए। वहीं सरकार ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए। पूर्व सीएम भूपेश बघेल के सवाल पर डिप्टी सीएम और विभागीय मंत्री अरुण साव ने बताया कि 7 महीने में 10 लाख नल कनेक्शन दिए गए।
इस पर भूपेश बघेल ने कहा कि डबल इंजन की सरकार में सिर्फ 3 हजार 500 करोड़ जल जीवन मिशन योजना पर खर्च हुए। सिर्फ 57 प्रतिशत का लक्ष्य हासिल हुआ है। इसके जवाब में डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा कि आपने समय पर काम किया होता तो ये हालात नहीं बनते, आपकी सरकार ने बगैर पानी के नल टोटी लगाए।

मानसून सत्र के दूसरे दिन प्रश्नकाल में पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने जल जीवन मिशन का मुद्दा उठाया।
सबसे पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और विधायक किरण सिंहदेव ने प्रश्नकाल में बस्तर संभाग में उद्योगों से मिले सीएसआर मद की राशि का मामला उठाया। विस्तार से पढ़िए प्रश्नकाल में क्या-क्या हुआ…
किरण सिंहदेव- सीएसआर मद से 21 करोड़ की राशि की जानकारी आई है। इसमें 7 करोड़ 44 करोड़ की राशि किस मद में खर्च हुई? किन-किन कामों में खर्च हुई है?
उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन- विस्तृत उत्तर दिया गया है कि किन-किन मदों में खर्च हुआ है।
किरण सिंहदेव- पिछले दो सालों में कोई राशि नहीं दी गई है, इस मद से कलेक्टर की ओर से बस्तर जिले में। मेरी ओर से अनुमोदित विकास कार्यों पर भी सहमति नहीं दी गई है। प्रावधानित राशि में भी कटौती की गई है।
उद्योग मंत्री- सदस्य का एक प्रस्ताव स्वीकृत हुआ है, 17 काम स्वीकृत होना बाकी है, आगे और काम स्वीकृत करेंगे।
नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत- सीएसआर मद का कितना प्रतिशत देना जरूरी है?
उद्योग मंत्री- तीन साल के अनुपात में 2 प्रतिशत की राशि आय का सीएसआर मद में खर्च किया जाता है।
डॉ चरणदास महंत- अभी सीएसआर मद में कितना दिया जा रहा है और भूपेश बघेल सरकार में कितना दिया जाता था, इसकी जांच करवा लें।
प्रश्नकाल में इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जल जीवन मिशन का मामला उठाया।

अरुण साव ने बताया कि- 31 लाख 16 हजार 398 घरों में नल से पानी दिया जा रहा है।
भूपेश बघेल- साल 2022-23, 23-24 और 24-25 में कितनी राशि खर्च हुई? लक्ष्य के विरुद्ध कितने घरों में पानी पहुंच पाया? कई जिलों में कम राशि खर्च की गई। वहीं कई जिलों में दूसरे जिलों के मुकाबले बहुत कम घरों में पानी पहुंचा है।
विभागीय मंत्री अरुण साव- अब तक साल 2022-23 से 15 हजार 45 करोड़ मतलब 57 प्रतिशत राशि खर्च हुई है। 31 लाख 16 हजार 398 घरों में नल से पानी दे रहे हैं। 3 हजार 836 गांवों में पूरी तरह नल से पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। राशि का भुगतान काम के प्रोग्रेस के मुताबिक किया जाता है। इसलिए अलग-अलग जिलों में अलग-अलग स्थिति है। 49 लाख से ज्यादा घरों में नल कनेक्शन के जरिए पानी पहुंचाना है। देरी से काम शुरू हुआ।
भूपेश बघेल- डबल इंजन की सरकार में सिर्फ 3 हजार 500 करोड़ रुपए योजना पर खर्च हुए। सिर्फ 57 प्रतिशत का लक्ष्य हासिल हुआ है।
अरुण साव- साल 2023 के आखिर तक 36 लाख परिवारों तक नल का कनेक्शन दिखाया गया, सिर्फ आंकड़े दिखाने के लिए ये किया गया। हमने जो वेरिफिकेशन किया तो पता चला कि सिर्फ 21 लाख घरों में पानी जा रहा था, बाकी 15 लाख में सिर्फ नल लगाया गया था। आपने समय पर काम किया होता तो ये हालात नहीं बनते, आपकी सरकार ने बगैर पानी के नल टोटी लगाए।
भूपेश बघेल- 21 लाख घरों में हमने पानी दिया, अब तक 31 लाख घरों में पानी पहुंच रहा कह रहे हैं, मतलब करीब 2 साल में डबल इंजन की सरकार ने सिर्फ 10 लाख घरों में नल से पानी दिया। ये भी सही है या आंकड़ेबाजी है?

सरकार पर गलत आंकड़े पेश करने का आरोप लगाते हुए विपक्ष ने हंगामा कर दिया।
नल से पानी नहीं मिलने के मसले पर सदन में विपक्ष ने हंगामा कर दिया। पक्ष-विपक्ष के बीच तीखी नोक-झोंक हुई। विपक्षी विधायकों ने आंकड़े को झूठा बताया। विधायकों ने कहा कि कई जिलों में पानी नहीं मिल रहा है।
नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत- 20 महीने की सरकार में सिर्फ 7 प्रतिशत काम हुआ है, जबकि हमने अपनी सरकार के दौरान करीब 74 प्रतिशत काम किया है। फिर ज्यादा काम किसने किया?
अरुण साव- हमने 10 लाख नल कनेक्शन पानी के साथ दिया।
भूपेश बघेल- 7 महीने में कितने नल कनेक्शन दिए और कितनी राशि खर्च की।
अरुण साव- 10 लाख नल कनेक्शन दिया।
विपक्ष के विधायकों ने गलत जानकारी देने की बात कही। इस दौरान विपक्ष और मंत्रियों के बीच बहस होने लगी। प्रश्नकाल की कार्यवाही के दौरान हंगामे पर स्पीकर डॉ रमन ने पक्ष और विपक्ष के सदस्यों को टोका।

हंगामे के दौरान स्पीकर डॉ रमन सिंह पक्ष और विपक्ष के सदस्यों को शांत कराते हुए।
विपक्ष के विधायकों का सदन से वॉकआउट
उन्होंने कहा कि आसंदी की मर्यादा का ध्यान रखें। प्रश्नकाल में हंगामा करना उचित नहीं है। पूरा देश छत्तीसगढ़ की कार्यवाही को देखता है। सदन की मर्यादाओं का पालन हम सभी को करना होगा। इसके बाद जवाब से असंतुष्ट विपक्ष के विधायकों ने सदन से वॉक आउट कर दिया।
18 जुलाई तक चलेगा चलेगा मानसून सत्र
यह मानसून सत्र 18 जुलाई तक चलेगा। मानसून सत्र के पहले ही दिन 14 जुलाई को सत्ता पक्ष के विधायक के सवाल पर राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा घिर गए थे। मामला पटवारी से राजस्व निरीक्षक की विभागीय परीक्षा में अनियमितता से जुड़ा था।
भाजपा के विधायक राजेश मूणत ने सवाल पूछा कि अब तक इस मामले में एफआईआर क्यों नहीं कराई गई? इस पर मंत्री टंकराम वर्मा ने जवाब दिया कि अभी ईओडब्ल्यू जांच कर रही है।

सत्र के पहले दिन की कार्रवाई में राजस्व विभाग से जुड़ा मुद्दा सदन में उठा था।
पहले दिन भी विपक्ष का वॉकआउट
इसी बीच विपक्ष ने भी वर्तमान सरकार का मुद्दा बताते हुए मामले की सीबीआई जांच की मांग कर दी। तब मंत्री ने कहा कि ईओडब्ल्यू जांच कर रही है। अगले सत्र से पहले कार्रवाई हो जाएगी।
मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष सदन से वॉकआउट कर गया। इधर, भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय में भर्ती में रोस्टर का पालन नहीं करने का मुद्दा उठाया।
इस पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बताया कि 10 विभागों में से 8 विभागों में नियुक्ति प्रक्रिया पूरी हो चुकी हैं। अभी जांच चल रही है।
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छत्तीसगढ़
गार्ड ऑफ ऑनर के साथ विनोद शुक्ल को अंतिम विदाई:बेटे ने दी मुखाग्नि, सीएम ने कांधा दिया, अंतिम यात्रा में विश्वास भी शामिल हुए
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11 hours agoon
December 24, 2025By
Divya Akashरायपुर,एजेंसी। छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध कवि, कथाकार और उपन्यासकार विनोद कुमार शुक्ल का 88 वर्ष की आयु में मंगलवार शाम निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार रायपुर के मारवाड़ी श्मशान घाट में हुआ। बेटे शाश्वत ने उन्हें मुखाग्नि दी, जबकि मुख्यमंत्री साय ने पार्थिव शरीर को कांधा दिया। अंतिम यात्रा में कुमार विश्वास भी शामिल हुए। गार्ड ऑफ ऑनर के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई।
बता दें कि शुक्ल को एक महीने पहले ही भारत के सर्वोच्च साहित्यिक सम्मान ज्ञानपीठ पुरस्कार से नवाजा गया था। वे पिछले कुछ महीनों से बीमार चल रहे थे और उनका इलाज एम्स रायपुर में चल रहा था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी विनोद कुमार शुक्ल के निधन पर दुख जताया और कहा कि ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित प्रख्यात लेखक विनोद कुमार शुक्ल जी का निधन अत्यंत दुःखद है। हिन्दी साहित्य में उनके अमूल्य योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।
शुक्ल की अंतिम विदाई की तस्वीरें …

विनोद कुमार शुक्ल पंचतत्व में विलीन हुए। रायपुर के मारवाड़ी श्मशान घाट में अंतिम संस्कार।

अंतिम संस्कार की रस्में निभाकर बेटे शाश्वत गोपाल ने मुखाग्नि दी।

गार्ड ऑफ ऑनर के साथ विनोद कुमार शुक्ल को अंतिम विदाई दी गई।

सीएम साय ने भी विनोद कुमार शुक्ल के पार्थिव देह को कांधा दिया।

शुक्ल के अंतिम यात्रा में मशहूर कवि कुमार विश्वास भी शामिल हुए।
छत्तीसगढ़
लॉरेंस-बिश्नोई से जुड़े गैंगस्टर मयंक को रायपुर लाई पुलिस:4 दिन की रिमांड मिली,झारखंड की जेल में बंद था, कारोबारी पर फायरिंग का है आरोपी
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11 hours agoon
December 24, 2025By
Divya Akashरायपुर,एजेंसी। झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर मयंक सिंह को लेकर छत्तीसगढ़ पुलिस रायपुर पहुंची। गैंगस्टर को झारखंड से रायपुर लाने के दौरान दोनों राज्यों के 15 अधिकारी साथ रहे। मयंक सिंह को पुलिस ने रायपुर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने मयंक को 4 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। 27 दिसंबर को मयंक सिंह को दोबारा कोर्ट में पेश किया जाएगा।
बता दें कि 23 दिसंबर की रात 10 बजे गैंगस्टर मयंक को लेकर पुलिस झारखंड से निकली थी, जो 14 घंटे बाद रायपुर पहुंची। कोर्ट ने गैंगस्टर के खिलाफ प्रोडक्शन वारंट जारी किया है। मयंक सिंह अमन साव गैंग का सदस्य है। इसके साथ ही उसके लॉरेंस बिश्नोई से भी संबंध है।
मयंक पर रायपुर के कोयला कंस्ट्रक्शन कारोबारी प्रहलाद राय और पीआर ग्रुप के संचालक के कार्यालय पर गोली चलवाने का आरोप है। फिलहाल, वह झारखंड की जेल में बंद था, जहां दर्ज मामलों के चलते उसे न्यायिक हिरासत में रखा गया था। छत्तीसगढ़ पुलिस की नजर भी उस पर बनी हुई थी। क्योंकि राज्य में भी मयंक के खिलाफ कई गंभीर अपराध दर्ज हैं।

झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर मयंक सिंह को लेकर रायपुर पहुंची पुलिस।

गैंगस्टर मयंक सिंह को रायपुर पुलिस ने कोर्ट में पेश किया।

जुलाई 2024 पीआर ग्रुप के ऑफिस में आरोपियों ने गोली चलाई थी।
कारोबारी के दफ्तर पर चलाई थी गोली
जुलाई 2024 में रायपुर के कोयला कंस्ट्रक्शन कारोबारी प्रहलाद राय और पीआर ग्रुप के संचालक के कार्यालय पर गोली चली थी। इसका CCTV भी सामने आया था। बाइक सवार आरोपी ने 2 बार फायरिंग की थी, जिसमें एक हवा में और दूसरी गोली कार पर की गई थी। आरोप है कि मयंक सिंह ने यह गोली चलवाई थी, वह इस घटना का मुख्य आरोपी है।

गैंगस्टर मयंक सिंह।
लॉरेंस बिश्नोई से है संबंध
मयंक सिंह को गैंगस्टर अमन साव का करीबी माना जाता रहा है, जबकि चर्चा ये भी है कि वह लॉरेंस बिश्नोई के बचपन का दोस्त है। हाल ही में उसे इंटरपोल की मदद से अजरबैजान से प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया है।
झारखंड का यह पहला मामला है, जिसमें किसी गैंगस्टर को विदेश से प्रत्यर्पण कर देश वापस लाया गया हो। रांची एयरपोर्ट से जेल तक उसे बख्तरबंद वाहन में कड़ी सुरक्षा के बीच ले जाया गया था।
45 से अधिक केस है दर्ज
पुलिस के अनुसार, मयंक सिंह पर हत्या, रंगदारी, धमकी, फायरिंग और आपराधिक साजिश जैसे करीब 45 से अधिक छोटे-बड़े मामले दर्ज हैं। वह लंबे समय तक विदेश में रहकर अपने नेटवर्क का संचालन कर रहा था।
जानकारी ये भी है कि मयंक सिंह ने उद्योगपतियों, कारोबारियों और नेताओं से भी रंगदारी मांगी थी। राजस्थान में एक कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री से रंगदारी भी वह मांग चुका है। अमन साव गैंग से उसके गहरे संबंध रहे हैं। अमन साव का पहले ही एनकाउंटर हो चुका है, ऐसे में मयंक सिंह को पुलिस इस नेटवर्क की अहम कड़ी मान रही है।
डंकी रुट से गया था विदेश
पुलिस अधिकारियों के अनुसार मयंक सिंह डंकी रूट के जरिए विदेश पहुंचा था। पहले सिंगापुर, फिर ईरान, मेक्सिको होते हुए अमेरिका तक गया और वहीं से गैंग का संचालन करता रहा। अब उसके प्रत्यर्पण के बाद पुलिस उससे अमन साव और लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े कई अहम राज उगलवाने की तैयारी में है।

पुलिस गैंग के कई लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
मीडिया को ई-मेल करके बताया था टारगेट
16 जून 2024 को छत्तीसगढ़-झारखंड के कोल और कंस्ट्रक्शन कारोबारियों को मारने आए आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद मयंक सिंह ने छत्तीसगढ़ की मीडिया को एक धमकी भरा ई-मेल भेजा है। इसमें उसने गिरफ्तारी को षड्यंत्र बताया था। साथ ही रंगदारी मांगने की बात से इनकार करते हुए ईगो हर्ट करने की बात कही थी।
वहीं मेल में बदला लेने की धमकी दी गई थी। गैंगस्टर ने कहा था कि, कारोबारियों के परिवार से एक आदमी कम करेंगे। मेल को लेकर रायपुर SSP ने जांच कराने की बात कही थी।
छत्तीसगढ़
मॉब लिंचिंग केस…30 लाख मुआवजा देगी केरल सरकार:मजदूर को बांग्लादेशी बताकर भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला था, छत्तीसगढ़ में 5 लाख की मदद
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11 hours agoon
December 24, 2025By
Divya Akashरायपुर,एजेंसी। छत्तीसगढ़ के प्रवासी मजदूर राम नारायण (40) को केरल में भीड़ ने 17 दिसंबर को बांग्लादेशी समझकर पीट-पीटकर मार डाला था। जिसे लेकर परिवार ने 25 लाख रुपए मुआवजा मांगा था। केरल सरकार ने कैबिनेट मीटिंग में पीड़ित परिवार को 30 लाख रुपए की आर्थिक मदद देने का फैसला किया है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ सरकार ने 5 लाख मुआवजा देने की बात कही है।
इस मामले में अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस का मानना है कि महिलाओं समेत करीब 15 आरोपी हैं। आशंका है कि बाकी संदिग्ध कथित तौर पर शुरुआती जांच में चूक के कारण राज्य छोड़कर भाग गए हैं। वहीं, बुधवार सुबह छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले में पैतृक गांव में राम नारायण बघेल का अंतिम संस्कार कर दिया गया है।
कांग्रेस ने दोषियों पर सख्त कार्रवाई और मृतक के परिवार को एक करोड़ रुपए मुआवजा देने की मांग की थी। इसके अलावा, केरल के मंत्री एमबी राजेश ने कहा था कि 4 आरोपी RSS परिवार के कार्यकर्ता हैं। मजदूर पूरे देश में संघ परिवार की तरफ से फैलाई गई नफरत की राजनीति का शिकार हुआ है।

राम नारायण बघेल, जिनकी पीट-पीट कर हत्या कर दी गई।

मजदूर को हाथ मुक्कों से मारने का यह वीडियो वायरल हुआ था।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, 17 दिसंबर को अट्टापल्लम इलाके में स्थानीय लोगों ने छत्तीसगढ़ के सक्ती निवासी राम नारायण बघेल (31) को चोरी के शक में पकड़ा। उसकी बेरहमी से पिटाई की। पुलिस के मुताबिक राम नारायण नशे की हालत में थे, लेकिन उनके पास से चोरी का कोई सबूत नहीं मिला था।
पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर हितेश शंकर ने बताया था कि, शरीर का कोई भी हिस्सा बिना चोट के नहीं था। राम नारायण के शरीर पर 80 से ज्यादा चोटों के निशान थे। सिर पर गंभीर चोटों के साथ खून ज्यादा बह गया, जिससे राम नारायण की मौत हो गई।
केरल पुलिस के मुताबिक मजदूर के शरीर पर चोट के बहुत ज्यादा निशान थे। दर्द से उसकी मौत हुई है। मारपीट से मजदूर की छाती से खून भी बह रहा था। शरीर में कई घाव बन गए थे। वालैयार थाने में अपराध मामला दर्ज किया गया है।

रामनारायण बघेल (40) की डेडबॉडी बुधवार को छत्तीसगढ़ लाई गई।
परिवार को नहीं दी गई थी मौत की जानकारी
राम नारायण के चचेरे भाई शशिकांत बघेल ने बताया था कि परिवार को उनकी मौत की जानकारी नहीं दी गई थी। पुलिस ने सिर्फ यह कहा कि राम नारायण थाने में हैं और तुरंत पहुंचने को कहा। बाद में पता चला कि उनकी मौत हो चुकी है। राम नारायण के 2 बेटे हैं, जिनकी उम्र 8 और 10 साल है।
मृतक के परिजनों ने केरल सरकार सरकार से मुआवजा देने, दोषियों को कड़ी सजा दिलाने और रामनारायण के शव को उसके पैतृक गांव तक पहुंचाने की मांग की थी। जिसके बाद छत्तीसगढ़ सरकार ने पीड़ित परिवारों को 5 लाख आर्थिक सहायता देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री विष्णु देवसाय ने कहा था कि परिजनों को तत्काल केरल भेजने की व्यवस्था की गई है। मजदूर का शव आज हवाई जहाज से छत्तीसगढ़ लाया गया।

मजदूर की हत्या के बाद परिजनों ने न्याय की मांग की है।
सोशल एक्टिविस्ट जब्बार बोले- यह मॉब लिंचिंग है
वहीं सोशल एक्टिविस्ट जब्बार ने आरोप लगाया कि बांग्लादेशी घुसपैठिया बताकर पीटा गया। यह मॉब लिंचिंग है। पुलिस ने शुरू में बिना ठीक से जांच किए शव को वापस भेजने की कोशिश की। राम नारायण को सांप्रदायिक और नफरत भरी बातें कहकर निशाना बनाया गया। परिवार को सही मुआवजा मिलना चाहिए।

वालैयार पुलिस ने आधार कार्ड से पहचान के बाद परिजनों को सूचना दी थी।
मानवाधिकार आयोग ने लिया संज्ञान
इस घटना पर राज्य मानवाधिकार आयोग ने स्वतः संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। आयोग ने पलक्कड़ जिला पुलिस प्रमुख से 3 सप्ताह के भीतर डिटेल में रिपोर्ट मांगी है। साथ ही आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

मजदूर की हत्या के आरोप में इन आरोपियों को किया गिरफ्तार।
पुलिस ने 7 आरोपियों को अरेस्ट किया
वालैयार पुलिस ने 18 दिसंबर को वारदात में शामिल 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनमें मुरली, प्रसाद, अनु, बिपिन और आनंदन शामिल हैं। ये सभी अट्टापल्लम गांव के निवासी हैं। इसके बाद 2 आरोपियों को और गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि राम नारायण का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था।

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