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कोरबा

कनकी में लगभग 05 एकड़ शासकीय भूमि को कराया गया कब्जा मुक्त

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शासकीय भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने जिला प्रशासन सतत् प्रयासरत्

अतिक्रमण के संबंध में जनचौपाल में हुई थी शिकायत

कोरबा । शासकीय भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने हेतु जिला प्रशासन द्वारा सतत कार्य किया जा रहा है। राजस्व विभाग द्वारा कनकी में लगभग 5 एकड़ शासकीय भूमि को कब्जा मुक्त कराया गया है। विगत कलेक्टर जनचौपाल में कोरबा विकासखण्ड के कनकी ग्राम पंचायत के ग्रामीणों द्वारा शासकीय जमीन पर अवैध कब्जा के सम्बंध में शिकायत की गई थी। कलेक्टर अजीत वसंत ने ग्रामीणों की शिकायत को गम्भीरता से लेते हुए तहसीलदार बरपाली को उक्त प्रकरण की जमीनी स्तर पर जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे।
कलेक्टर के निर्देश के परिपालन में तहसीलदार बरपाली द्वारा प्रकरण की पूर्ण जांच कर शासकीय भूमि पर ग्रामीण के अवैध कब्जे को हटाने की कार्यवाही की गई। तहसीलदार द्वारा प्रकरण दर्ज कर न्यायालय में सुनवाई की गई, जिसमें अनावेदक नूतन राजवाडे़ द्वारा शासकीय भूमि पर अवैध कब्जे की शिकायत सही पाई गई। तहसीलदार बरपाली ने छत्तीसगढ़ भू-राजस्व संहिता 1959 की धारा 248 में निहित प्रावधान के तहत अनावेदक  द्वारा लगभग 05 एकड़ शासकीय भूमि में किए गए कब्जे पर बेदखली की कार्यवाही करने एवं भूमि से अतिक्रमण को हटाने का आदेश पारित किया। जिसमें ग्राम कनकी के पटवारी हल्का नंबर 03 पर स्थित शासकीय घास मद की भूमि खसरा नंबर 1238/1 रकबा 0.288 हेक्टेयर व खसरा 1344/1 रकबा 6.844 हेक्टेयर के अंतर्गत 1.081 हेक्टेयर व 0.170 हेक्टेयर कुल 1.251 हेक्टेयर,  इसी प्रकार शासकीय बड़े झाड़ के जंगल मद की भूमि खसरा नंबर 1344/3 रकबा 0.809 हेक्टेयर व खसरा नंबर 1345/1 रकबा 1.157 में से 0.134 हेक्टेयर व 0.069 हेक्टेयर, कुल 0.203 हेक्टेयर एवं खसरा नं. 1609 रकबा 14.165 हेक्टेयर अंतर्गत 0.152 हेक्टेयर सहित लगभग 05 एकड़ शासकीय भूमि पर सब्जी बाड़ी लगाकर किए गए अतिक्रमण पर बेदखली की कार्यवाही करते हुए भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया गया है।

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कोरबा

धरती आबा उत्कर्ष अभियान अंतर्गत सपलवा क्लस्टर में आयोजित हुआ जागरूकता सह लाभ संतृप्ति शिविर

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कोरबा । जनपद पंचायत पाली के सपलवा क्लस्टर में धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के अंतर्गत मंगलवार को जागरूकता सह लाभ संतृप्ति शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर क्लस्टर अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायतों के सरपंच, उपसरपंच सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे। शिविर का उद्देश्य जनजातीय समुदाय को शासन की योजनाओं से जोड़ते हुए उन्हें त्वरित लाभ पहुंचाना है।


शिविर में पंचायत, उद्यानिकी, कृषि, पशुपालन, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, मत्स्य विभाग आदि के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भाग लेकर ग्रामीणों को विभागीय योजनाओं की जानकारी दी और मौके पर ही समस्याओं का समाधान सुनिश्चित किया।


शिविर में 4 किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड वितरित किए गए। 5 ग्रामीणों को जाति प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 34 राशन कार्ड वितरित किए गए। 31 परिवारों को वन अधिकार पत्र सौंपे गए। इसके अतिरिक्त, शिविर में अनुसूचित जनजाति परिवारों को विभिन्न सरकारी योजनाओं का प्रत्यक्ष लाभ प्रदान कर उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान किया गया।

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कोरबा

“सांप डसे तो झाड-फूक में समय न गवाएं, शीघ्र अस्पताल पहुंचे”

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कोरबा । कोरबा जिला वनांचल क्षेत्र होने के कारण, बरसात का मौसम शुरू होते ही वातावरण में नमी और उमस बढने तथा वर्षा का पानी जब उनके बिलों में भर जाने के कारण अपने भोजन की तालाश में जहरीले कीट, सांप बिच्छु अपने व तथा सुरक्षित स्थान की तलाश में अक्सर बाहर आ जाते हैं तथा भोजन की खोज में घरों में घुस जाते हैं और लोगों को काटने का खतरा बढ़ जाता है।  जिससे सर्पदंश की घटनाएँ बढ़ जाती हैं । सर्पदंश से अधिकांश व्यक्तियों की आकस्मिक मृत्यु हो जाती है।  ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्र में ग्रामीण सर्पदंश के मामले में चिकित्सा विज्ञान पर विश्वास नहीं रखते है तथा बैगा गुनिया से झाड-फूक कराते हैं एवं अंधविश्वास व अज्ञानता के कारण असमय कालकवलित हो जाते हैं।
     मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एस.एन.केशरी ने जानकारी देते हुए बताया कि झाड़-फूक से किसी भी सर्पदंश से पीड़ित व्यक्ति की जान नही बचाई जा सकती है।  अंधविश्वास के कारण ग्रामीण संर्पदंश के मामलों में झाड-फूक में समय नष्ट कर मरणासन्न स्थिति में पीड़ितों को चिकित्सालय लाया जाता है, जिससे एैसे प्रकरणों में जीवन बचाने में चिकित्सक भी असफल रहते हैं।
     उन्होंने बताया कि जिले के ग्रामीण क्षेत्र में सर्पदंश के प्रकरणों में बचाव हेतु जनसामान्य में जागरूकता लाने हेतु विभागिय स्तर पर सभी अधिकारियों /कर्मचारियों को नागरिकों को व्यापक स्वास्थ्य शिक्षा देने व सजग रहने की हिदयत दी गई है। वर्तमान स्थिती में जिला चिकित्सालय सहित विकासखण्ड मुख्यालय स्थित सामु.स्वास्थ्य केन्द्रों में सर्पदंश के प्रकरणों का निःशुल्क ईलाज हेतु पर्याप्त मात्रा मे दवाईयां (एण्टी स्नेक वेनम )उपलब्ध है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने सर्पदंश के अप्रत्याशित प्रकरणों में कमी लाने व बचाव के सारगर्भित उपायों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि -अगर आप घर से बाहर जा रहे हैं और उस क्षेत्र में पर्याप्त रोशनी नहीं है, तो अपने साथ टार्च अवश्य रखें तथा जूते अवश्य पहनें। घरों में समुचित प्रकाश की व्यवस्था बनाए रखें। घरों में कूड़े करकट का ढेर लगाकर न रखें। शयन कक्ष में भोजन सामग्री , धान आदि न रखें, ताकि चूहे का आना कम हो। आपके पड़ोस या आस-पास के इलाके में सांप के काटने की स्थिति में घबराएं नही, घबराने से हृदय गति बढ़ सकती है और सर्पदंश के शिकार व्यक्ति के लिए यह घातक साबित हो सकता है, क्योंकि इससे विष तेजी से पूरे शरीर में फैल सकता है। सर्पदंश वाली जगह के उपरी हिस्से को कपड़ा या रस्सी से न बांधे। अधिकांश परिस्थितयों में बेहद हानिकारक हो सकती है। सांप के काटने वाली जगह पर कुछ भी बॉधने से उपचार के लिए हटाये जाने पर विष का तेजी से असर हो सकता है। सर्पदंश से प्रभावित अंग को हिलाए डुलाएं नहीं । हिलाने -डुलाने से शरीर के अन्य अंगों में जहर तेजी से फैल सकता है। सर्पदंश से पीड़ित व्यक्ति को काटने वाली जगह के आसपास काटे और जलाएं नहीं। झोलाछाप चिकित्सक या झाड़-फूक के पास न जावें। सांप के काटने का एकमात्र इलाज अस्पताल में दिए जाने वाले एंटीवेनम के माध्यम से होता है। सर्पदंश पश्चात नजदीकी सामु.स्वास्थ्य केन्द्र अथवा जिला चिकित्सालय में बिना विलंब किए चिकित्सक से परीक्षण व उनके सलाह के अनुसार तत्काल उपचार करावें।.
     कलेक्टर अजीत वसंत व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एस.एन.केशरी ने जिले के सभी नागरिकों से आग्रह किया है कि वे सर्पदंश के मामले में तत्परतापूर्वक नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में नि-शुल्क उपचार प्राप्त करें, जिससे सर्पदंश से असामयिक मृत्यु की रोकथाम हो सके । साथ ही एैसे आपात स्थितियों पर क्षेत्र के आर.एच.ओ. या मितानिन से संपर्क कर सर्पदंश से पीड़ित व्यक्ति को तत्काल समीपस्थ अस्पताल पहूँचाये।

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कोरबा

धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान अंतर्गत गोढ़ी, चोरभट्ठी, पोटापानी और पोंडीकला में जागरूकता सह लाभ संतृप्ति शिविर का आयोजन कल

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कोरबा । धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान अंतर्गत 18 जून को विकासखंड कोरबा के ग्राम गोढ़ी कलस्टर में सम्मिलित ग्राम बेंदरकोना, डुमरडीह, भुलसीडीह, बुंदेली, गोढ़ी, गोड़मा, केसला, करमंदी, आंछीमार, करूमौहा, केराकछार, दरगा, मौहार, केरवा, ढेंगुरडीह, नकटीखार, पण्डरीपानी, पतरापाली, टेवानारा और ग्राम ठाकुरखेता के लिए हाईस्कूल गोढ़ी में जागरूकता सह लाभ संतृप्ति शिविर का आयोजन किया गया है। इसी तरह विकासखंड करतला के ग्राम चोरभट्ठी कलस्टर में सम्मिलित ग्राम चोरभट्ठी, कछार, कलगामार, तराईमार, चांपा, मदवानी और चारमार के लिये ग्राम चोरभट्ठी, विकासखंड पाली के ग्राम पोटापानी कलस्टर में सम्मिलित ग्राम पोटापानी, डूमरकछार, अलगीडांड, बगधरीडांड, माखनपुर, बनबांधा और मादन के लिए ग्राम पोटापानी और विकासखंड पोंड़ीउपरोड़ा के ग्राम पोंड़ीकला कलस्टर में सम्मिलित ग्राम पनगंवा, समलाई, पिपरिया, पोंड़ीकला, धौंरामुड़ा, पुटीपखना, बीजाडांड, सेन्हा, बेलहिया, सिर्री के लिए ग्राम पोंड़ीकला में जागरूकता सह लाभ संतृप्ति शिविर आयोजित किया जायेगा। शिविर के माध्यम से ग्रामीणों को आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, जनधन खाता, राशन कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, पीएम किसान सम्मान निधि, पीएम मातृत्व वंदना योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, व्यक्तिगत वन अधिकार पत्र, उज्जवला योजना आदि सेवाओं के प्रदाय हेतु कार्यवाही की जायेगी। इसके साथ ही लोगों को सिकलसेल बीमारी तथा उससे संबंधित जांच हेतु जागरूक किया जायेगा।

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