Connect with us

छत्तीसगढ़

एसईसीएल ने सेवानिवृत कर्मियों के लिए शुरू की पोस्ट रिटायरमेंट बेनेफिट (पीआरबी) सेल

Published

on

कंपनी की इस पहल से सेवानिवृत कर्मियों को एक ही जगह पर होंगी सभी सुविधाएं उपलब्ध

बिलासपुर। साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) ने सेवानिवृत कर्मियों के हितों का ध्यान रखते हुए पोस्ट रिटायरमेंट बेनेफिट (पीआरबी) सेल की शुरूआत की है। यह पहल एसईसीएल की अपने सेवानिवृत्त कर्मचारियों के कल्याण और सुविधा को सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।

पीआरबी सेल, एकल खिड़की के रूप में कार्य करते हुए, सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करते हुए, विभिन्न सेवानिवृत्ति के बाद की सेवाओं को एक छत के नीचे प्रदान करेगा जिससे उन्हें पेंशन, भविष्य निधि, चिकित्सा सुविधाओं और अन्य लाभों के लिए विभिन्न विभागों में दौड़-भाग करने के मुक्ति मिलेगी।

इससे पहले सेवानिवृत कर्मियों को पोस्ट रिटायरमेंट सेवाओं के लिए विभिन्न विभागों जैसे कार्मिक, वित्त, चिकित्सा आदि विभागों से संपर्क करना पड़ता था जिससे उन्हें असुविधा का सामना करना पड़ता था एवं लाभ मिलने में देरी भी होती थी। इस सेल के शुरू होने से सेवानिवृत्त कर्मचारी अपनी सेवानिवृत्ति के बाद के सभी लाभों और सेवाओं को आसनी से प्राप्त कर पाएंगे।

सेल में कार्मिक, वित्त और चिकित्सा सहित प्रमुख विभागों के अधिकारियों की तैनाती की गए है जिससे सेवानिवृत्त कर्मियों को जल्द से जल्द लाभ मिलना सुनिश्चित हो पाएगा।
पीआरबी सेल के प्रमुख लाभों में शामिल हैं:

  • सभी सेवाओं के लिए एकल खिड़की: पीआरबी सेल सेवानिवृत्त लोगों के लिए एकल खिड़की के रूप में कार्य करेगा, जहाँ वे अब जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और मुद्दों का समाधान कर सकते हैं।
  • सुव्यवस्थित प्रक्रियाएँ: सेवानिवृत्ति के बाद की सभी लाभ सेवाएँ एक ही छत के नीचे उपलब्ध हैं, जिससे सेवानिवृत्त लोगों को कई विभागों के साथ समन्वय करने की आवश्यकता नहीं रह गई है।
  • त्वरित समाधान: समर्पित कर्मचारी तेजी से प्रतिक्रिया समय और बेहतर सेवा वितरण सुनिश्चित करते हैं।

इस अवसर पर एसईसीएल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक डॉ. प्रेम सागर मिश्रा ने कहा, “पीआरबी सेल का शुभारंभ हमारे सेवानिवृत्त कर्मचारियों के कल्याण के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह उनके अमूल्य योगदान को स्वीकार करने और सेवानिवृत्ति के बाद परेशानी मुक्त अनुभव सुनिश्चित करने की दिशा में एक कदम है।

निदेशक (कार्मिक), बिरंची दास, ने कहा” पीआरबी सेल हमारे हितधारकों और लोगों के साथ बेहतर संचार और समन्वय प्राप्त करने के लिए एसईसीएल में कुछ महीने पहले शुरू किए गए हमारे ‘मिशन संबंध’ को मजबूत करेगा-

Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

कोरबा

पूर्व मंत्री अग्रवाल ने दी कोरबा सहित प्रदेशवासियों को क्रिसमस की बधाई

Published

on

कोरबा। पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने 25 दिसम्बर गुरूवार को क्रिसमस डे के मौके पर कोरबा सहित प्रदेशवासियों को प्रभु ईसा मसीह जयंती पर्व की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी है।

पूर्व मंत्री श्री अग्रवाल ने अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि प्रभु यीशु मसीह ने समाज को प्रेम, करूणा, क्षमा एवं समानता का संदेश दिया है। उन्हो´ने गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा करने एवं आपसी भाईचारा के साथ रहने की सीख दी है। प्रभु यीशु के संदेश हमेशा समाज के लिए प्रेरक एवं अनुकरणीय रहेंगे। 

Continue Reading

कोरबा

तान नदी पुल के आकस्मिक मरम्मत कार्य के लिए निविदा प्रक्रिया पूरी

Published

on

4.76 करोड़ की अनुमानित लागत से 116 मीटर लंबे और 7.8 मीटर चौड़े पुल की होगी संरचनात्मक मरम्मत

कोरबा। राष्ट्रीय राजमार्ग-130 के कटघोरा-शिवनगर खंड के अंतर्गत गुरसियाँ में स्थित तान नदी पुल के मरम्मत एवं रखरखाव के लिए निविदा प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। लगभग चार करोड़ 76 लाख रुपए की अनुमानित लागत से 116 मीटर लंबे और 7.8 मीटर चौड़े पुल की संरचनात्मक मरम्मत की जाएगी। पुल पर पूर्ण क्षमता के साथ शीघ्र यातायात सुचारु करने के लिए मरम्मत के कार्य को दो महीने में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है।

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा यात्रियों की सुरक्षा और सुगम आवागमन को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखते हुए तत्परता से सड़कों और पुलों की मरम्मत सुनिश्चित की जा रही है। तान नदी पुल की स्थिति और यातायात के दबाव को देखते हुए इसे आकस्मिक मरम्मत एवं रखरखाव (Emergent Work) की श्रेणी में रखा गया था। इसके लिए प्राप्त निविदाओं को आज खोल दिया गया है। तकनीकी और वित्तीय मूल्यांकन के बाद जल्दी ही चयनित एजेंसी को कार्यादेश जारी कर दिया जाएगा।

Continue Reading

कोरबा

कोरबा के मुख्य चौक-चौराहों पर दुकानें बंद:धर्मांतरण के विरोध में हिंदू संगठनों ने दुकानदारों से मांगा समर्थन, छत्तीसगढ़ बंद का दिखा असर

Published

on

कोरबा। कोरबा में धर्मांतरण के विरोध में बुलाए गए बंद के आह्वान पर शहर के मुख्य चौक-चौराहों पर दुकानें बंद रहीं। निहारिका घंटाघर, सुभाष चौक, कोसाबाड़ी और टीपी नगर जैसे प्रमुख क्षेत्रों में हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने दुकानें बंद कराईं। सुबह खुली कई दुकानों को निवेदन कर बंद कराया गया।

यह बंद कांकेर के आमाबेड़ा में धर्मांतरण के विरोध में हुई हिंसा के खिलाफ सर्व समाज के आह्वान पर बुलाया गया था। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए बंद के दौरान पुलिस और सुरक्षा बलों को तैनात किया गया था।

सक्रिय दिखा हिंदू संगठन

कोरबा में हिंदू संगठन से जुड़े महिला और पुरुष कार्यकर्ता सक्रिय दिखे। सीतामढ़ी चौक से लेकर शहर के कई हिस्सों में खुली दुकानों को बंद करने का अनुरोध किया गया। लाउडस्पीकर के माध्यम से भी दुकानदारों से बंद का समर्थन करने की अपील की गई।

विभिन्न हिंदू संगठन अलग-अलग गुटों में काम कर रहे थे। एक गुट सीतामढ़ी से कोरबा शहर तक दुकानें बंद करा रहा था, जबकि दूसरा निहारिका घंटाघर से कोसाबाड़ी चौक तक सक्रिय था।

छत्तीसगढ़ बंद का कोरबा में भी समर्थन

हिंदू संगठन से जुड़े अजय विश्वकर्मा ने बताया कि बस्तर में ईसाई समुदाय और हिंदू आदिवासियों के बीच हुआ विवाद एक दुखद घटना है। उन्होंने आदिवासी भाइयों पर हुए हमले को गलत बताया। इसी के विरोध में पूरे छत्तीसगढ़ में बंद का आह्वान किया गया है, जिसका कोरबा में भी समर्थन किया जा रहा है।

विश्वकर्मा ने यह भी कहा कि कोरबा में भी धर्म परिवर्तन के मामले बढ़ रहे हैं। रूमगड़ा, कटघोरा, करतला क्षेत्रों के अलावा कोरबा शहर में भी ऐसे मामले सामने आए हैं, जिससे कई बार विवाद की स्थिति बनी है। पुलिस ने ऐसे मामलों में कई बार केस भी दर्ज किए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रलोभन और झूठ बोलकर लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है, जिससे कोरबा में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।

सर्व हिंदू समाज द्वारा चलाए जा रहे इस आंदोलन के तहत, खुले दुकानदारों से पूछा जा रहा था कि क्या वे धर्म परिवर्तन का समर्थन करते हैं। उनसे कहा गया कि यदि वे समर्थन नहीं करते, तो अपनी दुकानें बंद रखें।

Continue Reading
Advertisement

Trending