Connect with us

देश

iPhone 16 Pro खरीदने का है सुनहरा मौका हुआ 10000 रुपये सस्ता, मिल रहे कई और ऑफर

Published

on

नई दिल्ली,एजेंसी। इस साल एप्पल की नई iPhone 17 सीरीज लॉन्च होने वाली है, और उससे पहले iPhone 16 सीरीज के स्मार्टफोन को कम कीमत में खरीदने का शानदार मौका मिल रहा है। अगर आप iPhone 16 Pro लेने की सोच रहे हैं, तो आपको इस पर 10,000 रुपये तक का डिस्काउंट मिल सकता है। इसके अलावा बैंक ऑफर्स और एक्सचेंज डील के तहत यह और भी सस्ती कीमत में मिल सकता है। अब सवाल यह है कि यह ऑफर कहां और कैसे मिलेगा? आइए जानते हैं विस्तार से।

iPhone 16 Pro पर छूट पाने के लिए आपको फ्लिपकार्ट से खरीदारी करनी होगी। फ्लिपकार्ट पर Apple iPhone 16 Pro का 128GB वेरिएंट 8% की छूट के साथ उपलब्ध है। फोन की वास्तविक कीमत 1,19,900 रुपये है, लेकिन छूट के बाद इसे मात्र 1,09,900 रुपये में खरीदा जा सकता है। यानी कुल मिलाकर 10,000 रुपये की बचत हो रही है।

iPhone 16 Pro Key Specs
डिस्प्ले- 6.3 इंच सुपर रेटिना एक्सडीआर
रियर कैमरा- 48MP + 48MP + 12MP
फ्रंट कैमरा- 12MP
प्रोसेसर- A18 प्रो चिप, 6 कोर प्रोसेसर

Apple iPhone 16 Pro Bank Offers
iPhone 16 Pro को बैंक ऑफर्स के जरिए और भी कम कीमत में खरीदा जा सकता है। ग्राहक UPI पेमेंट से लेकर डेबिट और क्रेडिट कार्ड के जरिए भुगतान करके अतिरिक्त छूट का लाभ उठा सकते हैं।

Flipkart Axis Bank के क्रेडिट कार्ड पर अनलिमिटेड कैशबैक की सुविधा मिल रही है। वहीं, अगर आप Non-EMI ट्रांजैक्शन करते हैं तो आपको 2,000 रुपये की अतिरिक्त छूट भी मिल सकती है। इसके अलावा, सभी प्रमुख बैंक कार्ड्स पर 3,000 रुपये तक का डिस्काउंट पाने का मौका भी मिल रहा है।

iPhone 16 Pro Exchange Offer
एप्पल iPhone 16 Pro को एक्सचेंज ऑफर के तहत भी कम कीमत में खरीदा जा सकता है। फ्लिपकार्ट पर यह स्मार्टफोन 48,150 रुपये तक के एक्सचेंज डिस्काउंट के साथ उपलब्ध है।

अगर आप एक चुनिंदा मॉडल का स्मार्टफोन एक्सचेंज करते हैं, तो आपको अतिरिक्त 3,000 रुपये की और छूट मिल सकती है। हालांकि, इस छूट का लाभ उठाने के लिए जरूरी है कि आपके पुराने फोन की हालत अच्छी हो और वह लेटेस्ट मॉडल में शामिल हो।

Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

देश

संसदीय समिति ने दालों, तिलहनों का आयात बढ़ने पर चिंता जताई, सरकार ने कहा बढ़ रहा है उत्पादन

Published

on

नई दिल्ली,एजेंसी। सरकार ने एक संसदीय समिति को बताया कि पिछले 10 वर्षों में दालों और खाद्य तेलों का घरेलू उत्पादन एक दशक पहले की तुलना में अधिक गति से बढ़ा है। दूसरी ओर सांसदों ने मांग को पूरा करने के लिए आयात पर भारत की निर्भरता पर चिंता जताई है। कृषि, पशुपालन और खाद्य प्रसंस्करण संबंधी संसद की स्थायी समिति के समक्ष प्रस्तुतीकरण में कहा गया कि 2023-24 में 156.6 लाख टन का आयात, खाद्य तेलों की घरेलू मांग का 56 प्रतिशत है।

सूत्रों ने कहा कि कृषि मंत्रालय ने 20 जून की बैठक में इस क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के लिए किए जा रहे कार्यों पर जोर दिया और कहा कि 2014-15 और 2024-25 के बीच तिलहन उत्पादन में 55 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। तीसरे अग्रिम अनुमान में पिछले वित्त वर्ष में तिलहन उत्पादन 426.09 लाख टन होने का अनुमान है। इस तरह 2004-05 और 2014-15 के बीच 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। 

सूत्रों ने कहा कि देश पाम तेल की मांग को पूरा करने के लिए लगभग पूरी तरह से आयात पर निर्भर है। कुछ सांसदों ने अपेक्षाकृत सस्ते खाद्य तेल से जुड़े स्वास्थ्य संबंधी खतरों का जिक्र किया। मंत्रालय ने कहा कि खाद्य तेल आयात पर भारत की भारी निर्भरता से सालाना 80,000 करोड़ रुपये से अधिक का भार पड़ रहा है। 

Continue Reading

देश

पेंशनधारकों के लिए खुशखबरी! हर महीने मिलेगी अब ज्यादा रकम

Published

on

पटना,एजेंसी। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के बुजुर्गों, दिव्यांगों और विधवा महिलाओं के लिए बड़ी सौगात दी है। सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के अंतर्गत मिलने वाली मासिक पेंशन राशि को ₹400 से बढ़ाकर ₹1,100 प्रति माह कर दिया गया है। यह बढ़ी हुई राशि जुलाई 2025 से हर महीने की 10 तारीख को लाभार्थियों के खातों में भेजी जाएगी।

मुख्यमंत्री ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर जानकारी देते हुए कहा कि इस फैसले से 1 करोड़ 9 लाख 69 हजार 255 लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा, “बुजुर्ग हमारे समाज का कीमती हिस्सा हैं और उनका सम्मानजनक जीवन सुनिश्चित करना हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।”

पंचायती राज प्रतिनिधियों के भत्ते में बढ़ोतरी

मुख्यमंत्री ने पंचायती राज प्रतिनिधियों के भत्तों में भी इजाफा करने का ऐलान किया:

  • जिला परिषद अध्यक्ष: ₹20,000 → ₹30,000 प्रति माह
  • उपाध्यक्ष: ₹10,000 → ₹20,000 प्रति माह
  • मुखिया: ₹5,000 → ₹7,500 प्रति माह

इसके अलावा, मनरेगा योजनाओं में मुखिया को अब ₹10 लाख तक की योजना को स्वीकृत करने का अधिकार दिया गया है, जो पहले ₹5 लाख तक सीमित था।

चुनावी माहौल में बड़ा राजनीतिक संदेश

इस घोषणा को आगामी विधानसभा चुनावों से पहले राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। जेडीयू-बीजेपी गठबंधन एक बार फिर सरकार बनाने की कोशिश में है, जबकि इंडिया गठबंधन भी अपने अभियान को आक्रामक रूप दे रहा है।

नीतीश सरकार की यह घोषणा न केवल सामाजिक सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक कदम है, बल्कि ग्रामीण सशक्तिकरण और पंचायती व्यवस्था को मजबूती देने का भी संकेत देती है।
 

Continue Reading

देश

चीन-पाक और बांग्लादेश मिलकर पका रहे भारत के खिलाफ खिचड़ी ! कुनमिंग में हुई ऐतिहासिक बैठक

Published

on

नई दिल्ली,एजेंसी। चीन ने पहली बार पाकिस्तान और बांग्लादेश  के साथ एक त्रिपक्षीय बैठक  आयोजित कर दक्षिण एशिया के कूटनीतिक संतुलन को नया मोड़ दे दिया है। यह बैठक कुनमिंग शहर (चीन के युन्नान प्रांत) में 19 जून को हुई, जिसमें तीनों देशों ने व्यापार, निवेश, स्वास्थ्य, शिक्षा, समुद्री सहयोग और क्षेत्रीय संपर्क बढ़ाने पर सहमति जताई। भारत के लिए यह घटनाक्रम सिर्फ एक औपचारिक बैठक नहीं, बल्कि एक  गंभीर कूटनीतिक संकेत है कि उसके पारंपरिक पड़ोसी अब  चीन की छतरी के नीचे आकर एक नया समीकरण बना रहे हैं। 

बैठक के बाद तीनों देशों ने विशेष कार्य समूह (Working Group)” के गठन की घोषणा की, जो आपसी सहयोग के क्षेत्रों में ठोस परियोजनाओं को मूर्त रूप देगा।बैठक में प्रमुख प्रतिनिधि रहे:

  •  चीन के उप विदेश मंत्री  सुन वेइदोंग 
  •  बांग्लादेश के कार्यवाहक विदेश सचिव रूहुल आलम सिद्दीकी 
  •  पाकिस्तान की विदेश सचिव अमना बलोच 
  •  पाकिस्तान के एशिया-प्रशांत विभाग के एडिशनल सेक्रेटरी इमरान अहमद सिद्दीकी 
  • भारत के लिए रणनीतिक संकेत
  • भारत के लिए यह गठजोड़ एक चिंताजनक रणनीतिक संकेत  है, क्योंकि बांग्लादेश पूर्वोत्तर भारत के लिए भौगोलिक जीवनरेखा है। पाकिस्तान ने नवंबर 2023 से  चटगांव बंदरगाह से अपने जहाज भेजने शुरू किए हैं, जिससे बंगाल की खाड़ी में भारत की उपस्थिति कमजोर पड़ सकती है। भारत और बांग्लादेश के रिश्ते फिलहाल अस्थिर हैं, खासकर प्रधानमंत्री शेख हसीना की विदाई के बाद।
  • बदले समीकरण, बदली दोस्ती
  • सूत्रों के अनुसार,  पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और सेना ने शेख हसीना की सत्ता से विदाई में पर्दे के पीछे से भूमिका निभाई। शेख हसीना के हटते ही चीन ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार से संपर्क तेज़ किया और अब आर्थिक, सामरिक सहयोग के ज़रिए एक नया गठजोड़ बन चुका है।चीन ने दावा किया कि यह बैठक  किसी तीसरे देश के खिलाफ नहीं है। मगर भारत इसे नेबरहुड फर्स्ट नीति पर सीधी चोट मानता है। बांग्लादेश और पाकिस्तान के साथ चीन की नज़दीकी, भारत के सुरक्षा, व्यापार और भू-राजनीतिक हितों  को कमजोर कर सकती है।
  • भारत को अब पड़ोसी देशों के साथ अपने रिश्तों की  पुनर्समीक्षा करनी होगी, विशेषकर बांग्लादेश के साथ। इस त्रिपक्षीय गठबंधन से यह स्पष्ट हो चुका है कि क्षेत्रीय प्रतिस्पर्धा अब केवल सीमाओं तक सीमित नहीं , बल्कि बंदरगाहों, समुद्रों और आर्थिक नीतियों तक पहुंच चुकी है। कुनमिंग में हुई यह त्रिपक्षीय बैठक केवल कूटनीतिक औपचारिकता नहीं, बल्कि एक नई ध्रुवीयता की शुरुआत  है। भारत को अब अपनी रणनीतिक नीति को नए सिरे से परखना होगा वरना पड़ोस की बिसात पर चीन बाज़ी मार सकता है। 

Continue Reading

Trending