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खेल

मनु भाकर, गुकेश, हरमनप्रीत और प्रवीण को खेल रत्न:34 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार, 5 कोच को द्रोणाचार्य अवॉर्ड मिलेगा

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नई दिल्ली ,एजेंसी। अवॉर्ड 2024 का ऐलान गुरुवार को खेल मंत्रालय ने किया। ओलिंपिक में डबल मेडल जीतने वालीं शूटर मनु भाकर, वर्ल्ड चेस चैंपियन डी गुकेश, हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह और पैरा एथलीट प्लेयर प्रवीण कुमार को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।

इनके अलावा 5 कोच को द्रोणाचार्य अवॉर्ड मिलेगा, इनमें 2 लाइफ टाइम अचीवमेंट के लिए हैं। 34 प्लेयर्स को अर्जुन पुरस्कार दिया जाएगा, इनमें 2 लाइफ टाइम अचीवमेंट के लिए हैं। 17 जनवरी को राष्ट्रपति भवन में अवॉर्ड सेरेमनी होगी।

प्रिंट मीडिया ने खबर पब्लिश की थी, जिसमें ओलिंपिक मेडलिस्ट हॉकी कैप्टन हरमनप्रीत को खेल रत्न समेत अर्जुन और द्रोणाचार्य अवॉर्ड पाने वाले प्लेयर्स का नाम जारी किया था।

मनु ने पेरिस ओलिंपिक में डबल मेडल जीते थे

मनु भाकर ने अगस्त-सितंबर में पेरिस ओलिंपिक गेम्स में डबल ओलिंपिक मेडल जीते थे। वे 10 मीटर एयर पिस्टल इंडीविजुअल और मिक्स्ड डबल्स में तीसरे स्थान पर रहीं। उनके दो मेडल के दम पर भारत ने पेरिस ओलिंपिक में कुल 6 मेडल जीते थे।

18 साल के गुकेश शतरंज के नए वर्ल्ड चैंपियन, सबसे कम उम्र में खिताब जीता

18 साल के भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने सिंगापुर में 11 दिसंबर को वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप का खिताब जीता था। उन्होंने चीन के डिफेंडिंग चैंपियन डिंग लिरेन को 7.5-6.5 से फाइनल में हराया।इतनी कम उम्र में खिताब जीतने वाले गुकेश दुनिया के पहले प्लेयर बने हैं। इससे पहले 1985 में रूस के गैरी कैस्परोव ने 22 साल की उम्र में यह खिताब जीता था।

हरमनप्रीत की कप्तानी में भारत ने पेरिस ओलिंपिक में ब्रॉन्ज जीता

हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी में भारतीय हॉकी टीम ने पेरिस ओलिंपिक 2024 में ब्रॉन्ज और एशियन गेम्स 2022 में गोल्ड मेडल जीता था। वहीं, हरमनप्रीत तीन बार FIH अवार्ड्स में प्लेयर ऑफ द ईयर का खिताब जीते हैं।

प्रवीण ने ऊंची कूद में रिकॉर्ड के साथ पैरालिंपिक गोल्ड जीता था

प्रवीण कुमार ने पेरिस पैरालिंपिक 2024 में पुरुषों की ऊंची कूद में एशियाई रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीतकर सबको चौंका दिया था। टोक्यो पैरालिंपिक में रजत पदक जीतने वाले प्रवीण ने T64 स्पर्धा में अपने करियर का बेहतरीन प्रदर्शन किया और 2.08 मीटर की ऊंचाई लांघकर इतिहास में नाम दर्ज कराया।

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कोरबा

24वीं राष्ट्रीय वनवासी क्रीड़ा प्रतियोगिता : जनजातीय खिलाड़ियों का आना शुरू,गाजे-बाजे के साथ हुआ भव्य स्वागत

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अण्डमान-निकोबार और मणिपुर से रायपुर पहुॅंचें खिलाड़ी

33 प्रांतों से 800 से अधिक जनजातीय खिलाड़ी प्रतियोगिता में होंगे शामिल

रायपुर । छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में होने जा रही 24वीं राष्ट्रीय वनवासी क्रीड़ा प्रतियोगिता के लिए जनजातीय खिलाड़ियों का रायपुर पहुॅचना शुरू हो गया है। आज दूरस्थ अण्डमान-निकोबार द्वीप और उत्तर पूर्वी राज्य मणिपुर से खिलाड़ी रायपुर पहुँचें। अण्डमान-निकोबार से 20 सदस्यीय दल और मणिपुर से 28 खिलाडियों का रायपुर पहुंॅचने पर गाजे-बाजे के साथ भव्य स्वागत किया गया। शबरी कन्या आश्रम परिसर में सभी खिलाड़ियों, कोच और प्रबंधकों का तिलक लगाकर पुष्प गुच्छों के साथ रायपुर में स्वागत किया गया। अण्डमान-निकोबार से आये खिलाड़ियों में विशेष पिछड़ी जनजाति ग्रेट अण्डमानी की 2 सदस्य जुरोल और पिगरी भी शामिल है। मणिपुर के खिलाड़ियों ने रायपुर पहॅुंचने पर किए गए स्वागत के प्रति खुशी जाहिर की। अण्डमान-निकोबार के खिलाड़ियों ने प्रतियोगिता के लिए की गई व्यवस्थाओं की भी तारीफ की। सभी खिलाड़ी इस प्रतियोगिता के उत्साह से भरे नजर आएं। आने वाले दो दिनों में अन्य प्रदेशों से भी तीरंदाजी और फुटबॉल के जनजातीय खिलाड़ी रायपुर पहॅुंचेंगे। खिलाड़ियों का स्वागत अमर बंसल, सचिव स्वागत समिति, डॉ अनुराग जैन सचिव वनवासी विकास समिति, उमेश कच्छप, अध्यक्ष वनवासी विकास समिती  छत्तीसगढ़,  प्रवीण ढोलके क्षेत्रीय संगठन मंत्री , सुभाष बड़ोले क्षेत्रीय सह संगठन मंत्री,  राम नाथ कश्यप प्रान्त संगठन मंत्री, रवि गोयल, गोपाल बियानी, श्रीमती माधवी जोशी ने किया ।

अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम से संम्बद्ध संस्था वनवासी विकास समिति छत्तीसगढ़ द्वारा आयोजित की जा रही 24वीं राष्ट्रीय वनवासी क्रीड़ा प्रतियोगिता 27 से 31 दिसम्बर तक राजधानी रायपुर में होगी। प्रतियोगिता में वनवासी कल्याण आश्रम के कार्यक्षेत्र अनुसार 33 प्रांतों के आठ सौ से अधिक जनजातीय बालक-बालिकाएं भाग लेंगे। प्रतियोगिता में फुटबॉल और तीरंदाजी की प्रतिस्पर्धायें होंगी। फुटबॉल की प्रतिस्पर्धाएं कोटा स्टेडियम और पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय मैदान पर होंगी। इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए सभी तैयारियां तेजी से की जा रही हैं। 

वनवासी विकास समिति के प्रचार-प्रसार प्रभाग के प्रभारी राजीव शर्मा ने आज यहां बताया कि देशभर में जनजातीय खेल प्रतिभाओं को राष्ट्रीय मंच प्रदान करने और उन्हें पहचान कर भविष्य के राष्ट्रीय खिलाड़ी तैयार करने के उद्देश्य से यह प्रतियोगिता आयोजित की जाती है। इस बार 24वीं प्रतियोगिता राजधानी रायपुर में हो रही है। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता में अण्डमान निकोबार से लेकर दिल्ली, पंजाब तक के लगभग 33 प्रांतों से जनजातीय खिलाड़ी शामिल होंगे। तीरंदाजी की प्रतियोगिता जूनियर और सब जूनियर वर्ग में बालक-बालिकाओं के लिए होगी। फुटबॉल प्रतियोगिता में जूनियर सब जूनियर वर्ग में जनजातीय बालक अपने खेल का जौहर दिखाएंगे। 

श्री शर्मा ने बताया कि विभिन्न प्रांतों से प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए रायपुर आने वाले जनजातीय खिलाड़ियों के आवास और भोजन की व्यवस्था वनवासी विकास समिति द्वारा की जा रही है। रोहणीपुरम स्थित शबरी कन्या आश्रम परिसर में बालिकाओं को रखा जाएगा। सरस्वती शिशु मंदिर और सरस्वती शिक्षा संस्थान परिसरों में बालकों के आवास की व्यवस्था रहेगी। सभी के लिए शबरी कल्याण आश्रम परिसर में नास्तें और भोजन की व्यवस्था की गई है। आवास स्थल से खेल मैदान तक आने-जाने के लिए खिलाड़ियों को वाहन व्यवस्था भी उपलब्ध कराई जाएगी। प्रतियोगिता में विजेताओं को मेडल और ट्रॉफी के साथ प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।

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कोरबा

68वीं राष्ट्रीय शालेय नेटबॉल बालक बालिका क्रीड़ा प्रतियोगिता का हुआ शुभारंभ,28 दिसम्बर तक इंदिरा स्टेडियम में प्रतियोगिता का होगा आयोजन

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राष्ट्रीय स्तर के खेल आयोजन से एकता की भावना होती है विकसित: लखन लाल देवांगन’

कोरबा। 68 वीं राष्ट्रीय शालेय नेटबॉल बालक बालिका क्रीड़ा प्रतियोगिता 2024-25 का आज कोरबा नगरीय क्षेत्र के प्रियदर्शिनी इंदिरा स्टेडियम में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम और आकर्षक मार्चपास्ट के साथ शुभारंभ किया गया। मुख्य अतिथि लखनलाल देवांगन, वाणिज्य, उद्योग और श्रम मंत्री छत्तीसगढ़ शासन द्वारा पाँच दिवसीय आयोजन का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन और ध्वजातोलन पश्चात औपचारिक घोषणा कर किया गया।

 कैबिनेट मंत्री श्री देवांगन ने कहा कि खेल जीवन का अभिन्न हिस्सा है। यह व्यक्ति के शारिरिक और मानसिक विकास में सहायक होता है। साथ ही सफलता की राह में आगे बढ़ते हुए एक मुकाम हासिल की जा सकती है। मंत्री श्री देवांगन ने कहा कि स्कूल में पढ़ाई के साथ खेलकूद में शामिल होकर और अच्छे खेल का प्रदर्शन कर अपना नाम रोशन किया जा सकता है। इस हेतु आप सभी खेल के साथ साथ हर क्षेत्र में आगे बढ़े एवं अपने माता पिता, स्कूल, शिक्षक क्षेत्र देश प्रदेश का नाम गौरवान्वित करें।

 मंत्री श्री देवांगन ने खिलाडिय़ों को प्रेरित करते हुए कहा कि कोरबा जिले में राष्ट्रीय स्तर क्रीड़ा प्रतियोगिता का आयोजन होना बड़े ही गौरव की बात है। राष्ट्रीय स्तर के खेल आयोजन से एकता की भावना विकसित होती है। आज सुशासन दिवस के अवसर पर यहां अलग अलग राज्यों के 1400 से अधिक प्रतिभावान खिलाड़ी खेल में हिस्सा लेने आए है। यह एक ऐसा माध्यम है जहाँ खिलाडिय़ों को अपनी प्रतिभा को सामने लाने के साथ ही आगे बढऩे का अवसर मिलता है। इस तरह के आयोजन से खिलाडिय़ों को अलग-अलग राज्यों के संस्कृति और भाषा-बोलियों को  जानने, सीखने समझने का भी मौका मिलता है। आपसी भाई चारा का विकास होता है। उन्होंने कहा कि खेल में हार जीत लगी रहती है, हारने वाले खिलाडिय़ों को निराश होने की आवश्यकता नही है। बल्कि अपने खेल में सुधार कर बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रयास करना चाहिए। उन्होंने सभी खिलाडिय़ों का मनोबल बढ़ाते हुए उत्कृष्ट खेल प्रदर्शन करने के किए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम में अपर कलेक्टर मनोज बंजारे ने कहा कि छात्र जीवन में खेल और पढ़ाई का विशेष महत्व होता है। उन्होंने सभी खिलाडिय़ों को जीत-हार की भावना से परे होकर अच्छे खेल प्रदर्शन करने की शुभकामनाएं दी। शुभारंभ कार्यक्रम को अन्य अतिथियों ने भी सम्बोधित किया। स्वागत भाषण जिला शिक्षा अधिकारी टी पी उपाध्याय ने दिया।

कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी भूमिका देवांगन ने सभी खिलडिय़ों को खिलाड़ी भावना से खेलने और हारने पर निराश न होते हुए आगे बढऩे और परिश्रम कर पुन: अच्छे प्रदर्शन से सफलता अर्जित करने की संकल्प दिलाया।

इस अवसर पर नगर निगम के महापौर राजकिषोर प्रसाद, सभापति श्याम सुंदर सोनी, नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल, डॉ राजीव सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि, विभागीय अधिकारी, खेल प्रशिक्षक उपस्थित थे।

18 राज्य व 5 शैक्षणिक अनुसंधान परिसर के खिलाड़ी ले रहे हिस्सा

 28 दिसम्बर तक आयोजित होने वाले इस क्रीड़ा प्रतियोगिता में नेटबॉल बालक-बालिका 14 एवं 19 वर्ष के अंतर्गत 18 राज्य व 5 शैक्षणिक अनुसंधान परिसर के 1400 से अधिक खिलाड़ी हिस्सा ले रहे है। जिसके अंतर्गत आंध्रप्रदेश, बिहार, चंडीगढ़, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, केरल, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान , तमिलनाडु, तेलांगना सहित विद्याभारती और सीबीएसई और मेजबान छत्तीसगढ़ की टीम शामिल हो रही है। आज उदघाटन अवसर पर सभी टीमों ने आकर्षक मार्चपास्ट निकाली। इस दौरान जिले के स्कूली छात्र छात्राओ द्वारा मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति भी दी गई।

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खेल

ओलिंपिक मेडलिस्ट मनु को मिल सकता है खेल रत्न:खेल मंत्रालय खुद नॉमिनेट करने की तैयारी में, राइफल एसोसिएशन की गलती से विवाद

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नई दिल्ली,एजेंसी। पेरिस ओलिंपिक्स में 2 ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली शूटर मनु भाकर को सरकार मेजर ध्यान चंद खेल रत्न अवॉर्ड दे सकती है। खेल पुरस्कारों के लिए शॉर्ट लिस्ट किए गए खिलाड़ियों में मनु भाकर का नाम नहीं था।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI) ने मनु भाकर का नाम खेल रत्न के लिए नहीं भेजा था, लेकिन इस पर विवाद के बाद अब एसोसिएशन नॉमिनेशन के लिए खुद खेल मंत्रालय के पास पहुंची है। खेल मंत्रालय भी अब खुद मनु के नॉमिनेशन की तैयारी कर रहा है।

मंत्रालय आर्टिकल 5.1 और 5.2 के तहत मनु को नॉमिनेट कर सकता है। नियम में कहा गया है कि अगर खिलाड़ी खेल रत्न के लिए दी गई गाइडलाइंस को पूरा करता हो तो वो खुद ही अपना नाम अवॉर्ड के लिए भेज सकता है। इसके अलावा मंत्रालय के पास भी ऐसे 2 नाम भेजने के अधिकार होते हैं।

खेल मंत्रालय के एक सूत्र ने कहा- ‘अभी नाम तय नहीं हुए हैं और एक हफ्ते में पुरस्कारों का खुलासा हो सकता है। खेल मंत्री एक या दो दिन में इस पर फैसला लेंगे। फाइनल लिस्ट में मनु का नाम होने की पूरी संभावना है।’

एक दिन पहले मनु भाकर के पिता रामकिशन भाकर ने कहा था कि खेल रत्न अवॉर्ड के लिए मनु की उपेक्षा की गई है। उनके इस बयान के बाद नेशनल स्पोर्ट्स अवॉर्ड की नॉमिनेशन लिस्ट विवादों आ गई। पहले इस सूची में मनु भाकर का नाम नहीं था।

मनु के पिता ने नाराजगी जताई थी कुछ दिन पहले मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि खेल रत्न की नॉमिनेशन लिस्ट में मनु भाकर का नाम नहीं है। इस पर मनु भाकर के पिता ने नाराजगी जाहिर की।

मनु के पिता ने कहा कि मनु ने अवॉर्ड के लिए आवेदन किया था, लेकिन उसे नजरअंदाज किया गया। भारत में ओलिंपिक खेलों की अहमियत नहीं है। देश के लिए खेलने और पदक जीतने का क्या फायदा, जब सम्मान के लिए हाथ फैलाना पड़े। वे पिछले दो तीन साल से लगातार सारे पुरस्कारों के लिए आवेदन कर रही है और मैं इसका गवाह हूं। इसमें खेल रत्न, पद्मश्री और पद्म भूषण सम्मान शामिल है। इसके बाद खेल मंत्रालय बैकफुट पर आ गया।

मनु ने पेरिस ओलिंपिक में डबल मेडल जीते थे

मनु भाकर ने अगस्त-सितंबर महीने में आयोजित पेरिस ओलिंपिक गेम्स में डबल ओलिंपिक मेडल जीते थे। वे 10 मीटर एयर पिस्टल इंडीविजुअल और मिक्स्ड डबल्स में तीसरे स्थान पर रहीं। उनके दो मेडल के दम पर भारत ने पेरिस ओलिंपिक में कुल 6 मेडल जीते थे।

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