क्षेत्रीय महाप्रबन्धकों व विभागाध्यक्षों के साथ की बैठक
कोरबा/बिलासपुर। वेस्टर्न कोल्$फील्ड्स नागपुर के सीएमडी जय प्रकाश द्विवेदी को एसईसीएल सीएमडी का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है । इस संबंध में आदेश कोयला मंत्रालय द्वारा जारी किया गया । वे नियमित सीएमडी के आने तक सीएमडी एसईसीएल बने रहेंगे । जे पी द्विवेदी ने आज मुख्यालय बिलासपुर पहुंचकर पदभार ग्रहण कर लिया । मुख्यालय आगमन पर निदेशक मण्डल, सीवीओ एवं विभागाध्यक्षों ने उनका स्वागत किया तथा सुरक्षा टुकड़ी द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया।
उन्होंने आज मुख्यालय में एरिया जनरल मैनेजर्स व विभागाध्यक्षों की बैठक ली ।
पढ़ें जे पी द्विवेदी सर के बारे में-
जय प्रकाश द्विवेदी वर्तमान में डब्ल्यूसीएल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक के रूप में कार्यरत हैं। इससे पहले, वे डबल्यूसीएल के निदेशक (तकनीकी) के रूप में कार्यरत थे। इसके अलावा, वे सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड के बोर्ड में भारत सरकार के नामित निदेशक के रूप में भी पद संभाल रहे हैं।
श्री द्विवेदी को कोयला उद्योग में 3 दशकों से अधिक का अनुभव है जिसमें कोल इंडिया लिमिटेड की विभिन्न सहायक कंपनियों में मेगा लेवल ओपनकास्ट के साथ-साथ भूमिगत कोयला खदानों के संचालन का कार्यानुभव शामिल है।
उन्होंने आईआईटी-बीएचयू, वाराणसी से खनन इंजीनियरिंग में स्नातक पूरा करने के बाद 1986 में एक खनन इंजीनियर के रूप में कोल इंडिया लिमिटेड में अपना करियर शुरू किया। उन्होंने एसईसीएल में 28 साल, ईसीएल में 4 साल और एनसीएल में 3 साल तक विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएँ दी हैं।
उन्होंने 1999 में मार्केटिंग मैनेजमेंट में पीजी डिप्लोमा पूरा किया और देश-विदेश में आयोजित विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लिया है जैसे – रूस में स्वचालन प्रणाली पर उन्नत प्रबंधन प्रशिक्षण, चीन और फ्रांस में उभरते वैश्विक वातावरण में विकास-उन्मुख नेतृत्व, दक्षिण अफ्रीका में निरंतर खनिक प्रौद्योगिकी के कार्यान्वयन में और टोरंटो, कनाडा में विश्व के प्रमुख खनिज अन्वेषण और खनन सम्मेलन में भाग लिया है।
उन्हें सभी प्रकार की कोयला खनन प्रौद्योगिकियों, ओपनकास्ट और भूमिगत खदानों में लॉन्गवॉल माइनिंग, कंटीन्यूअस माइनर्स जैसी आधुनिक तकनीकों के साथ-साथ पारंपरिक भूमिगत खदानों में कैविंग और स्टोइंग विधियों का व्यापक अनुभव है।
उन्होंने ईसीएल की झांझरा भूमिगत खदानों में कंटीन्यूअस माइनर्स (सीएम) की शुरूआत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके प्रयासों को विभिन्न मंचों से सम्मानित किया गया है और उन्हें इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स द्वारा सर्वश्रेष्ठ इंजीनियर पुरस्कार और सीआईएल द्वारा सर्वश्रेष्ठ क्षेत्र महाप्रबंधक-व्यक्तिगत उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
कोरबा,एजेंसी। कोरबा जिले में एक्स बॉयफ्रेंड ने अपनी एक्स गर्लफ्रेंड के सीने में चाकू मारा है। सिविल लाइन के डिंगापुर रिक्शा पारा में शनिवार (7 जून) को पीड़िता और उसकी मां पूर्व प्रेमी राहुल सारथी (19 साल) के घर उसे समझाने गए थे कि वह उनकी बेटी से दूर रहे, तभी उसने मारपीट की। इसी बीच बचाव करने आई मां को भी चोट लगी है।
मामला रामपुर थाना क्षेत्र का है। राहुल का लड़की के घर आना-जाना था। वह छोटी-छोटी बातों पर टोकता और शक के चलते मारपीट करता था। परेशान होकर रिलेशनशिप के 1 साल बाद लड़की ने उससे ब्रेकअप कर लिया। इसके बाद भी राहुल ने उसका पीछा नहीं छोड़ा। पीड़िता का कहना है कि, लड़के ने जेल से छूटने के बाद भी मारने की धमकी दी है।
नाबालिग के सीने में टांके लगे है।
आरोपी राहुल सारथी ने ये फोटो अपने इंस्टाग्राम पेज पर डाली है।
नाबालिग लड़की ने क्या कहा?
वह अक्सर घर आकर गाली-गलौच और मारपीट करता था। उसका कहना है कि तू किसी और कि नहीं हो सकती न होने दूंगा क्योंकि तेरे चक्कर में मोहल्ले और घर में बदनाम हो चुका हूं इसलिए तु मेरे को छोड़कर नहीं जा सकती।
आगे नाबालिग ने बताया कि, मेरे चेहरे पर वो पहले भी मारा है। आंख के ऊपर टांके आए थे, इस बार फिर मारा है तो सीने में टांके आए है। राहुल कुछ काम नहीं करता था। अभी भी वह धमकी दिया है कि जेल से निकल के फिर मारुंगा। वह धमकी देता था कि वह किसी और की नहीं हो सकती। राहुल के पिता स्वास्थ्य विभाग में सरकारी नौकरी करते हैं।
बता दें कि पीड़िता के शरीर पर पहले से भी कई चोटों के निशान हैं। परिजनों की शिकायत के बाद थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने जांच की बात कही है।
कोरबा,एजेंसी। कोरबा जिले में एक कॉलेज छात्रा ने रायपुर-कोरबा मेमू ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी। 7 जून की सुबह श्वेता रात्रे (22 साल) का शव ट्रैक पर मिला। घटना उरगा थाना क्षेत्र के पहंदा समपार फाटक से 500 मीटर दूर की है।
श्वेता पहंदा की रहने वाली थी। कॉलेज में पढ़ाई कर रही थी और पढ़ने-लिखने में होशियार थी। वह घर के कामकाज में भी मदद करती थी। शुक्रवार रात को उसने परिवार के लिए खाना बनाया और खिलाने के बाद अपने कमरे में चली गई।
श्वेता के पिता प्रेम लाल रात्रे किसान हैं। श्वेता उनकी इकलौती बेटी थी और एक बेटा भी है। परिवार को नहीं पता कि श्वेता ने यह कदम क्यों उठाया।
ट्रेन गुजरने के बाद ग्रामीणों ने शव देखा
स्थानीय लोगों के मुताबिक, सुबह जब रायपुर-कोरबा मेमू ट्रेन पहंदा से गुजरी, उसके कुछ देर बाद ग्रामीणों को ट्रैक पर शव मिला। स्टेशन मास्टर को सूचना दी गई। इसके बाद रेलवे आरपीएफ और उरगा थाना पुलिस मौके पर पहुंची।
सुसाइड के कारणों के जांच में जुटी पुलिस
कोरबा सीएसपी भूषण एक्का ने बताया कि मामले की जांच जारी है। पुलिस श्वेता का मोबाइल फोन जब्त कर आत्महत्या के कारणों की जांच कर रही है। उरगा थाना पुलिस ने अभी तक परिजनों का बयान दर्ज नहीं किया है।
कोरबा . 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पर्यावरण संरक्षण गतिविधि कोरबा द्वारा पोड़ीबहार तालाब, किन्नर समाज कब्रिस्तान मुडापार और तक्षशिला बौद्ध विहार कोरबा के पास वृहत वृक्षारोपण किया गया. कोरबा जिला संयोजक कैप्टन मुकेश अधलखा द्वारा पेड़ों का जीवन मे महत्व की जानकारी दी गयी. इसलिए अवसर पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के विभाग सह संयोजक शैलेन्द्र नामदेव, भारत स्काउट गाइड कोरबा के कार्यकर्त्ता, किन्नर समाज के मालती एवं अन्य सदस्य, बसंत वैष्णव, श्रीमती अधलखा, शारदा नामदेव एवं कार्यकर्त्ता उपस्थित रहे.