कोरबा। न्यायिक प्रक्रियाओं को सरल, त्वरित व जन-हितैषी बनाने मध्यस्थता राष्ट्र के लिए अभियान के क्रियान्वयन करने के लिए को न केवल एक वैकल्पिक विवाद निपटान प्रणाली बल्कि न्याय को सुलभ व प्रभावी बनाने का सशक्त माध्यम माध्यम बनाये जाने हेतु एवं पक्षकारों को संतोषजनक समाधान प्राप्त हो सके तथा सभी न्यायालय को अधिक से अधिक मामलों को मध्यस्थता के लिए चिन्हांकित करने, रेफरल प्रक्रिया को व्यवस्थित रूप से लागू करने तथा साथ ही मध्यस्थता निगरानी समिति को समयबद्ध तरीके से प्रतिवेदन भेजने एवं मध्यस्थता राष्ट्र के लिए एक अभियान 01 जुलाई से शुरू किया गया है उसे 07 अक्टूबर तक चलाया जाना है उक्त अभियान में तालुका न्यायालय, जिला न्यायालय व उच्च न्यायालय स्तर पर लंबित मामलों को मध्यस्थता के माध्यम से निराकृत किये जाने हेतु 90 दिवसीय समय सीमा निर्धारित किया गया है। इस अभियान को लेकर प्रधान जिला न्यायाधीश व अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोरबा ने दिनांक 07.07.2025 को बैठक ली। उन्होंने समस्त न्यायिक एवं मध्यस्थता अधिकारी को अधिक से अधिक प्रकरण के निराकरण किये जाने के संबंध में दिशा निर्देश दिए कि मध्यस्थता अभियान के तहत प्रक्षकारो को निर्धारित समय सीमा में नोटिस तामिली करेंगेे साथ ही एसओपी में दिए गये दिशा निर्देशों के अनुसार मेडिएशन फाॅर द नेशन अभियान का व्यापक प्रचार-प्रसार किये जाने हेतु ग्राम कोटवार के सहयोग से जानकारी प्रदान करने के संबंध में चर्चा किया गया। उक्त बैठक में जिला न्यायालय कोरबा से संबंधित समस्त न्यायाधीशगण एवं बाह्य न्यायालयों के समस्त न्यायाधीशगण वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थित रहे।
कोरबा। पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने 25 दिसम्बर गुरूवार को क्रिसमस डे के मौके पर कोरबा सहित प्रदेशवासियों को प्रभु ईसा मसीह जयंती पर्व की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी है।
पूर्व मंत्री श्री अग्रवाल ने अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि प्रभु यीशु मसीह ने समाज को प्रेम, करूणा, क्षमा एवं समानता का संदेश दिया है। उन्हो´ने गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा करने एवं आपसी भाईचारा के साथ रहने की सीख दी है। प्रभु यीशु के संदेश हमेशा समाज के लिए प्रेरक एवं अनुकरणीय रहेंगे।
4.76 करोड़ की अनुमानित लागत से 116 मीटर लंबे और 7.8 मीटर चौड़े पुल की होगी संरचनात्मक मरम्मत
कोरबा। राष्ट्रीय राजमार्ग-130 के कटघोरा-शिवनगर खंड के अंतर्गत गुरसियाँ में स्थित तान नदी पुल के मरम्मत एवं रखरखाव के लिए निविदा प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। लगभग चार करोड़ 76 लाख रुपए की अनुमानित लागत से 116 मीटर लंबे और 7.8 मीटर चौड़े पुल की संरचनात्मक मरम्मत की जाएगी। पुल पर पूर्ण क्षमता के साथ शीघ्र यातायात सुचारु करने के लिए मरम्मत के कार्य को दो महीने में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा यात्रियों की सुरक्षा और सुगम आवागमन को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखते हुए तत्परता से सड़कों और पुलों की मरम्मत सुनिश्चित की जा रही है। तान नदी पुल की स्थिति और यातायात के दबाव को देखते हुए इसे आकस्मिक मरम्मत एवं रखरखाव (Emergent Work) की श्रेणी में रखा गया था। इसके लिए प्राप्त निविदाओं को आज खोल दिया गया है। तकनीकी और वित्तीय मूल्यांकन के बाद जल्दी ही चयनित एजेंसी को कार्यादेश जारी कर दिया जाएगा।
कोरबा। कोरबा में धर्मांतरण के विरोध में बुलाए गए बंद के आह्वान पर शहर के मुख्य चौक-चौराहों पर दुकानें बंद रहीं। निहारिका घंटाघर, सुभाष चौक, कोसाबाड़ी और टीपी नगर जैसे प्रमुख क्षेत्रों में हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने दुकानें बंद कराईं। सुबह खुली कई दुकानों को निवेदन कर बंद कराया गया।
यह बंद कांकेर के आमाबेड़ा में धर्मांतरण के विरोध में हुई हिंसा के खिलाफ सर्व समाज के आह्वान पर बुलाया गया था। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए बंद के दौरान पुलिस और सुरक्षा बलों को तैनात किया गया था।
सक्रिय दिखा हिंदू संगठन
कोरबा में हिंदू संगठन से जुड़े महिला और पुरुष कार्यकर्ता सक्रिय दिखे। सीतामढ़ी चौक से लेकर शहर के कई हिस्सों में खुली दुकानों को बंद करने का अनुरोध किया गया। लाउडस्पीकर के माध्यम से भी दुकानदारों से बंद का समर्थन करने की अपील की गई।
विभिन्न हिंदू संगठन अलग-अलग गुटों में काम कर रहे थे। एक गुट सीतामढ़ी से कोरबा शहर तक दुकानें बंद करा रहा था, जबकि दूसरा निहारिका घंटाघर से कोसाबाड़ी चौक तक सक्रिय था।
छत्तीसगढ़ बंद का कोरबा में भी समर्थन
हिंदू संगठन से जुड़े अजय विश्वकर्मा ने बताया कि बस्तर में ईसाई समुदाय और हिंदू आदिवासियों के बीच हुआ विवाद एक दुखद घटना है। उन्होंने आदिवासी भाइयों पर हुए हमले को गलत बताया। इसी के विरोध में पूरे छत्तीसगढ़ में बंद का आह्वान किया गया है, जिसका कोरबा में भी समर्थन किया जा रहा है।
विश्वकर्मा ने यह भी कहा कि कोरबा में भी धर्म परिवर्तन के मामले बढ़ रहे हैं। रूमगड़ा, कटघोरा, करतला क्षेत्रों के अलावा कोरबा शहर में भी ऐसे मामले सामने आए हैं, जिससे कई बार विवाद की स्थिति बनी है। पुलिस ने ऐसे मामलों में कई बार केस भी दर्ज किए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रलोभन और झूठ बोलकर लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है, जिससे कोरबा में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।
सर्व हिंदू समाज द्वारा चलाए जा रहे इस आंदोलन के तहत, खुले दुकानदारों से पूछा जा रहा था कि क्या वे धर्म परिवर्तन का समर्थन करते हैं। उनसे कहा गया कि यदि वे समर्थन नहीं करते, तो अपनी दुकानें बंद रखें।