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कोरबा

वरिष्ठ भाजपा नेता दुष्यंत शर्मा कोरबा लोकसभा उम्मीदवार के लिए प्रबल दावेदार

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कोरबा। कटघोरा विधानसभा क्षेत्र के वरिष्ठ भाजपा नेता एवं हरदीबाजार मंडल भाजपा के पूर्व अध्यक्ष दुष्यंत शर्मा ने भी कोरबा लोकसभा चुनाव के लिए अपनी प्रबल दावेदारी पेश करते हुए कहा है कि यदि भाजपा यह जिम्मेदारी देती है तो वे जिम्मेदारी के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। श्री शर्मा ने कहा कि इस बार भाजपा छत्तीसगढ़ की सभी 11 सीटें जितेगी। पूरे देश में मोदी की गारंटी चल रही है।

उन्होंने कहा कि भाजपा का कार्यकाल सुशासन का रहता है और जीरो टारलेंंस के तहत राज्य पोषित केन्द्रीय योजनाओं एवं प्रादेशिक योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन होता है और इसका लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचता है। तात्कालीन कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में केन्द्र पोषित योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन न होने के कारण गरीबों को 18 लाख पीएम आवास नहीं मिल पाया और 5 साल तक 18 लाख परिवारों को पीएम आवास से वंचित रखा गया ।

प्रदेश में विष्णु सरकार के आने के बाद केन्द्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन प्रारंभ हो गया है और सभी वर्ग के लोगों के लिए समृद्धि के द्वारा खुल रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरबा लोकसभा क्षेत्र की 8 विधानसभा सीटों में से 6 सीट भाजपा के पास है और ऊपर से मोदी की गारंटी। इस तरह कोरबा लोकसभा क्षेत्र को भाजपा इस बार एक लाख से भी ज्यादा वोटों से जीतेगी।

कटघोरा जीताने में अहम भूमिका

बोईदा निवासी वरिष्ठ भाजपा नेता दुष्यंत शर्मा के पास एक मजबूत टीम है और वे स्वयं भाजपा के ईमानदार सिपाही हैं। बीते विधानसभा चुनाव में जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद पटेल को प्रदेश संगठन ने भाजपा की टिकिट दी थी, इसके बाद रणनीति के तहत चुनाव लड़ा गया। प्रेमचंद पटेल के साथ दुष्यंत शर्मा एक साथ भाजपा की राजनीति करते हुए जनसेवा कर रहे हैं। दुष्यंत शर्मा ने पिछले विधानसभा चुनाव में कटघोरा प्रत्याशी प्रेमचंद पटेल का चुनाव अभिकर्ता के रूप में काम किया और कटघोरा को जिताने में अपना अहम योगदान देकर प्रेमचंद पटेल को विधायक बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाई। श्री शर्मा एक जाना पहचाना नाम है और यदि पार्टी उन्हें लोकसभा चुनाव के रण में उतारती है तो भाजपा की जीत सुनिश्चित मानी जा रही है।

विरासत में मिली राजनीति

दुष्यंत शर्मा के पिता स्व. श्री राधेश्याम शर्मा बचपन से ही जनसंघ से जुड़े रहे और स्वयं सेवक के रूप में काफी काम किया। 6 माह पूर्व राधेश्याम शर्मा जनसेवा करते-करते इस दुनिया से अलविदा हो गए, लेकिन उनके कार्यों को क्षेत्रवासी आज भी याद करते हैं। जनसंघ से लेकर जनता पार्टी और भारतीय जनता पार्टी में स्व. श्री शर्मा ने बिना पद लोलुपता के एक ईमानदार कार्यकर्ता के रूप में अपनी सेवाएं दी। प्रदेश के कई दिग्गज मंत्रियों, पूर्व मंत्रियों के कोरबा आगमन पर जब कटघोरा विधानसभा क्षेत्र का दौरा होता था, तो स्व. श्री शर्मा को जरूर याद करते और उनके निवास स्थान भी पहुंचते। सबको साथ लेकर चलने वाले स्व. श्री राधेश्याम शर्मा को अपना आदर्श पिता के रूप में दुष्यंत शर्मा ने भी उनसे प्रेरणा लेकर राजनीति में आये और विश्व की सबसे बड़ी पार्टी का सदस्य होने पर वे गर्व महसूस करते हैं। दुष्यंत शर्मा अपने पिता से प्रेरणा लेकर राजनीति को सेवा का बड़ा प्लेटफार्म बनाया और जितना संभव होता है, लोगों की सेवा में अपनी दिनचर्या बिताते हैं।

एक नजर राजनीतिक पृष्ठ भूमि पर

दुष्यंत शर्मा एक कर्मठ और ईमानदार भाजपा कार्यकर्ता के रूप में 22 साल पूर्व राजनीति में अपना पग बढ़ाया। वे एक कार्यकर्ता के रूप में काम करते हुए अपनी पहचान बनायी और नवनिर्वाचित विधायक प्रेमचंद पटेल के साथ काम करते हुए हरदीबाजार मंडल में कार्यकारिणी सदस्य, मंडल महामंत्री और उसके बाद मंडल अध्यक्ष का दायित्व निभाते हुए क्षेत्र में संगठन को मजबूती देने में अपना योगदान देते रहे। अभी प्रदेश कार्य समिति में बतौर सदस्य अपनी सेवाएं देते हुए भाजपा की राजनीति को आगे बढ़ा रहे हैं। दुष्यंत शर्मा के पिता स्व. श्री राधेश्याम शर्मा जनसंघ से जुड़े होने के कारण उनके रग-रग में भाजपा समाई हुई है और धरती मां की सेवा का संकल्प लेकर आगे बढ़ रहे हैं, उनकी राजनीति में जनसेवा और मां भारती की सेवा कूट-कूट कर भरी हुई है।

अटल-मोदी-रमन आदर्श

दुष्यंत शर्मा ने अपने पिता के बाद पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी को अपना आदर्श मानते हंै। उन्होंने बताया कि भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी का कार्यकाल स्वर्णिम युग के रूप में जाना जाता है। इसके बाद सबसे तेजस्वी-ओजस्वी और भारत माता के सच्चे सपूत के रूप में देश को नई ऊंचाई प्रदान करने के लिए नरेंद्र दामोदर मोदी प्रधानमंत्री के रूप में आये और इन 10 सालों में मोदी जी ने देश की तस्वीर और तकदीर दोनों बदलने के लिए रात-दिन एक कर मां भारती की सेवा में लगे हुए हैं। श्री मोदी के कार्यकाल को देखें तो भारत सिरमौर बनने के लिए आतुर हैं। कश्मीर में धारा 370 और अनुच्छेद 35 ए को हटाना कोई मामूली बात नहीं था। उन्होंने ऐसी रणनीति बनायी कि कहीं भी हिंसा नाम की चीज नहीं हुई और जम्मूकश्मीर में एक संविधान-एक विधान को स्थापित किया। आज जम्मूकश्मीर में समृद्धि दिख रही है और युवा मुख्यधारा से जुड़कर देश के विकास में अपना योगदान निभा रहे है । जम्मू कश्मीर में शांति कायम हुई है और आतंकवाद का खात्मा हो रहा है। प्रदेश में डॉ. रमन सिंह को दुष्यंत शर्मा अपना आदर्श मानते हुए कहते हैं कि डॉ. रमन सिंह में कुछ तो बात है, जिनके नेतृत्व में भाजपा ने 15 साल छत्तीसगढ़ में अखंडराज किया और गरीब प्रदेश को विकासशील बनाया। अब विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रदेश में फिर से सुशासन आया है और सुशासन से छत्तीसगढ़ विकसित राज्य की श्रेणी में आएगा।

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कोरबा

ईद-उल-अजहा (बकराईद) त्योहार के लिए बाकी मोगरा थाना में संपन्न हुई शांति समिति का बैठक

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संवाददाता साबीर अंसारी

कोरबा/बाकी मोगरा :– प्रदेश के आठ साथ पूरे भारत देश में कल दिनांक 07/09/25 दिन शनिवार को मनाई जाएगी ईद–उल–अजहा। मुस्लिम समाज के प्रमुख त्योहारो में से एक बकराईद (ईद–उल–अजहा) शुमार होता है, त्योहार को शांति पूर्ण और शांति व्यवस्था के लिए कोरबा जिले के बांकीमोंगरा थाना परिसर में शांति समिति की बैठक सम्पन्न की गई, बांकीमोंगरा थाना प्रभारी तेज कुमार यादव द्वारा मुस्लिम समाज के प्रमुखों की बैठक में बुलाकर बकरीद त्योहार को शांति, भाईचारे और सौहार्दपूर्ण तरिके से मनाने की अपील की गई।शाही मुमताज मस्जिद मदरसा जामे गौसिया कमेटी बांकीमोंगरा के पदाधिकारियों ने बकरीद त्योहार को शांति, भाईचारे और सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाने के लिए चर्चा करते हुए बताया कि शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए समाज में बैठक भी किया जा चुका है, और बताया कि कल सुबह 08:00 बजे ईदगाह इंदिरानगर बाकी मोगरा में नमाज पढ़ी जाएगी जो लगभग 09:00 बजे तक नमाज का समापन हो जाएगा। बैठक में मुख्य रूप से शाही मुमताज मस्जिद मदरसा जामे गौसिया कमेटी बांकीमोंगरा के सदर – मेराज खान, खजांची – साबीर अंसारी, खुसूसी मेंबर मकसूद कुरैशी, फिरोज गांधी, मेराज कुरैशी,, और ईदगाह जामे गौसिया कमेटी के सचिव शेखू खान, पप्पू खान उपस्थित रहे ।

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रोजगार की मांग पर भूविस्थापित किसानों द्वारा खदान बंदी के बाद 3 महिला समेत 4 भू विस्थापित गिरफ्तार : माकपा और किसान सभा ने की निंदा, रिहा करने की मांग, दी आंदोलन तेज करने की चेतावनी

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शनिवार को एसईसीएल के सीएमडी का फूंकेंगे पुतला

संवाददाता साबीर अंसारी

कोरबा:– छत्तीसगढ़ किसान सभा,माकपा और भू विस्थापित संगठनों ने कहा कि एसईसीएल में अपनी जमीन जाने के बाद लगातार रोजगार की मांग कर रहे भू विस्थापित किसानों के शांतिपूर्ण आंदोलन पर एसईसीएल और प्रशासन के दमनात्मक रवैये को स्वीकार नहीं किया जाएगा। कुसमुंडा खदान में शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे सरिता कौशिक,गोमति केवट,मीना कंवर,लंबोदर श्याम को गिरफ्तार किया गया है उन्हे तत्काल रिहा करने की मांग करते हुए शनिवार को एसईसीएल के दमनकारी सीएमडी हरीश दुहान का पुतला फूकने का एलान किया है।उल्लेखनीय है कि कुसमुंडा खदान क्षेत्र के कई गांवों की जमीन को 1978 से लेकर 2004 के मध्य कोयला खनन के लिए अधिग्रहित किया गया है, लेकिन तब से अब तक विस्थापित ग्रामीणों को न रोजगार दिया गया है, न पुनर्वास। ऐसे प्रभावितों की संख्या 1000 से भी अधिक है और वे लंबे समय से रोजगार के लिए आंदोलनरत है, जबकि एसईसीएल प्रबंधन उन्हें रोजगार देने में आनाकानी कर रहा है। अप्रैल महीने में भी प्रशांत झा सहित 13 भू विस्थापितों के खिलाफ एसईसीएल प्रबंधन द्वारा दंगा फैलाने जैसे मामले में एफआईआर दर्ज कराई थी।आंदोलनकारी रोजगार और पुनर्वास से जुड़े अपने अधिकारों के लिए अंतिम सांस तक लड़ेंगे और दमन की किसी भी कार्यवाही से डरने वाले नहीं है। इसके पहले भी वे लाठी और जेल का सामना कर चुके हैं।मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव प्रशांत झा ने इन गिरफ्तारियों की निंदा करते हुए भू विस्थापितों को रिहा करने की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि एसईसीएल और प्रशासन की संवेदनहीनता के कारण ही विस्थापित बेरोजगारों का आंदोलन इतने चरम पर पहुंचा है, जिसे प्रबंधन उचित पहलकदमी करके टाल सकता था। उन्होंने कहा कि एसईसीएल प्रबंधन ने समस्या को हल करने का कई बार वादा किया लेकिन इस दिशा में उसने कोई ठोस कार्य नहीं किया। माकपा नेता प्रशांत झा ने आरोप लगाया की जब से एसईसीएल के नए सीएमडी हरीश दुहान बैठे है तब से एसईसीएल आंदोलन को दबाने के लिए दमन की नीति पर काम कर रहा है।उसने पूरे कोल फील्ड में आंदोलनकारियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज करवाए है और आंदोलनकारियों को जेल भेज कर डराने की कोशिश कर रहे हैं।कुसमुंडा में कल आंदोलनकारी महिला की गिरफ्तारी इसी दमन की अगली कड़ी है। माकपा,किसान सभा और भू विस्थापित संगठन इसका जवाब आंदोलन को और तेज करके देगा।जल्द भू विस्थापितों को एकजुट कर बड़े आंदोलन की तैयारी की जाएगी रोजगार और पुनर्वास के लिए अंतिम सांस तक लड़ेंगे।छत्तीसगढ़ किसान सभा के अध्यक्ष जवाहर सिंह कंवर, दीपक साहू, सुमेंद्र सिंह कंवर ने आंदोलन कर रहे भू विस्थापितों पर लादे गए फर्जी मुकदमों को वापस लेने की मांग करते हुए उन्हों ने कहा कि भू विस्थापितों के शिनाख्ती के आधार पर फर्जी नियुक्तियां को रद्द कर वास्तविक और पात्र लोगों को रोजगार दिया जाए, अन्यथा पीड़ित को मुआवजा सहित उनकी जमीन वापस की जानी चाहिये। उन्होंने कहा कि भूविस्थापितों का शांतिपूर्ण आंदोलन जारी रहेगा और एसईसीएल प्रबंधन को सभी भू विस्थापितों को रोजगार देना ही होगा।भू विस्थापित रोजगार एकता संघ के रेशम यादव,दामोदर श्याम,रघु यादव,जय कौशिक ने कहा कि भू विस्थापित अपने अधिकार की मांग कर रहे थे और उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज कर आंदोलन को दबाने की कोशिश कर रहे हैं भू विस्थापित संगठन ने गिरफ्तार भू विस्थापितों को जल्द रिहा किया जाए नहीं तो और उग्र आंदोलन किया जाएगा।एसईसीएल प्रबंधन के किसान विरोधी दमनात्मक रवैये के खिलाफ छत्तीसगढ़ किसान सभा ने पूरे कोल फील्ड में किसानों और भू विस्थापितों का संयुक्त आंदोलन खड़ा करने की घोषणा की है।उन्होंने कहा है कि अपने सामाजिक उत्तरदायित्यों का पालन करने के लिए एसईसीएल को आंदोलन के जरिए मजबूर किया जायेगा।

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कोरबा

बांगो बांध में पात्र मछुआरों को मिले आर्थिक कार्यों में अवसर : ज्योत्सना महंत

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0 वन अधिकार अधिनियम का मिले लाभ
0 मछुआरों की चौपाल में पहुंचीं कोरबा सांसद

कोरबा। जिले के हसदेव-बांगो बांध के नजदीक में बसे ग्राम बोड़ानाला मे हसदेव बांगो जलाशय मछुवारा संघ की चौपाल में पहुंची कोरबा लोकसभा क्षेत्र की सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत ने मछुवारों और ग्रामीणों के हक और अधिकारो की आवाज़ बुलंद करने और उनकी मांगों का पूर्ण समर्थन करते हुए कहा कि उनके साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ उनके हक की इस लड़ाई में अंतिम तक साथ देने का वायदा किया है।


बोड़ा नाला में आयोजित चौपाल को संबोधित करते हुए सांसद ज्योत्सना महंत ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को पत्र के माध्यम से अवगत कराया गया है बांगो जलाशय में मछली पालन, मत्स्याखेट और मत्स्य विक्र य के लिए बुलाए गए टेंडर को निरस्त करने और वन अधिकार अधिनियम-2006 के अंतर्गत पात्र मछुआरों को कार्य देने का अनुरोध किया है। सांसद ने कहा कि अधिनियम-2006 में स्पष्ट प्रावधान है कि वन भूमि पर स्थित जल क्षेत्र में मछली पालन, मत्स्याखेट और मछली विक्रय करने का अधिकार पात्र अजा वर्ग तथा अन्य वर्ग के वनवासियों को ही है। इस पर जरा भी कोई शंका हो तो वन अधिकार अधिनियम 2006 की धारा 3 तथा धारा 4 का अवलोकन कर लेवें। सांसद ने कहा कि दिसंबर-2007 के पश्चात हसदेव बांगो जलाशय को मछली पालने आदि के लिए ठेके पर दिया जाना वन अधिकार अधिनियम के विरुद्ध है। शासन से मांग है कि मछुआरों को निर्बाध रूप से इस पर कार्य करने दिया जाए। बोड़ा नाला में आयोजित बड़ी संख्या में उपस्थित मछुवारों और वन वासियों की बैठक में सांसद ने कहा कि बुका, हसदेव बांगो जलाशय क्षेत्र की गरीब ग्रामीण जनता के अधिकारों का हनन असंवैधानिक है। कोरबा के दूरस्थ वनांचल ग्रामों के दौरे में पहुंची सांसद ने अनेक विकास कार्यों और ग्रामीणों की समस्याओं को नजदीक से जाना और आश्वस्त किया कि इसके लिए वे शासन और प्रशासन से पहल करेंगी। ग्राम में आयोजित चौपाल में सुपुत्र सूरज महंत,जिलाध्यक्ष मनोज सिंह चौहान, प्रदेश महामंत्री प्रशांत मिश्रा, संयुक्त महासचिव व साँसद प्रतिनिधि हरीश परसाई, वरिष्ट नेता डॉ.शेख इस्तियाक, साँसद प्रतिनिधि किरण चौरसिया सहित बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित थे।

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