रायगढ़,एजेंसी। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में एक शिक्षक शराब के नशे में टुन्न होकर स्कूल पहुंच गया और वहां गाली-गलौज करते हुए हंगामा करने लगा। स्कूल के स्टाफ ने हंगामा कर रहे टीचर का वीडियो बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
घटना के बाद स्कूल के प्राचार्य ने इसकी शिकायत लैलूंगा थाने में की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जानकारी के अनुसार, नशे में धुत टीचर का नाम महेश राम सिदार है, जो लैलूंगा ब्लॉक के लारीपाली गांव के स्वामी आत्मानंद स्कूल में व्याख्याता एलबी के पद पर पोस्टेड है। वायरल वीडियो में हंगामा कर रहे शिक्षक को प्राचार्य जब समझा रहे थे तो वे जोर-जोर से चिल्लाले लगा। शिक्षक ने कहा, बोलने का अधिकार नहीं है मेरेको। भगवान ने दिया है, ईश्वर ने दिया है।
शराब के नशे में शिक्षक ने स्कूल में छात्राओं के सामने किया गाली-गलौज
स्टाफ की सूचना पर पहुंची डायल 112 की टीम
स्कूल में हंगामा करते शिक्षक को पुलिस ने थाने पहुंचाया
क्या है पूरा मामला
दरअसल, घटना गुरुवार की है। जानकारी के अनुसार, स्वामी आत्मानंद स्कूल में जब सुबह की क्लास चल रही थी, तभी वहां शिक्षक महेश राम सिदार सुबह करीब साढ़े 10 बजे शराब के नशे में स्कूल पहुंचा। उन्होंने अटेंडेंस रजिस्टर में सिग्नेचर किया और फिर वहां से चला गया।
इसके बाद दोपहर करीब 2 बजे जब कक्षा नौवीं का 5वां पीरियड चल रहा था, तब महेश राम फिर से स्कूल आ गया और दूसरे टीचर की क्लास में घुसकर बच्चों को डांटने लगा।
जब इस बात की जानकारी प्राचार्य को मिली, तो वे तुरंत कक्षा में पहुंचे और उन्हें बाहर जाने को कहा। लेकिन नशे में धुत महेश राम गुस्सा हो गया और प्राचार्य समेत अन्य स्टाफ से उलझने लगा। उन्होंने गाली-गलौज करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। कई बार समझाने की कोशिश की गई, लेकिन वे नहीं माने।
स्कूल में बच्चों के सामने चीखते-चिल्लाते हुए शिक्षक
डायल 112 को दी गई सूचना, पुलिस ले गई शिक्षक को थाने
जब स्कूल में हंगामा बढ़ गया, तो स्टाफ ने डायल 112 पर कॉल कर पुलिस को जानकारी दी। सूचना मिलते ही डायल 112 की टीम स्कूल पहुंची और नशे में हंगामा कर रहे टीचर महेश राम को अपने साथ थाने ले गई।
कुछ देर बाद स्कूल के प्राचार्य ने इस घटना की जानकारी शिक्षा विभाग को दी और लैलूंगा थाने में भी इसकी सूचना दी।
पहले भी कर चुके हैं हंगामा
थाने में दी गई लिखित शिकायत में बताया गया है कि यह पहली बार नहीं है जब शिक्षक महेश राम ने शराब के नशे में हंगामा किया हो। इससे पहले भी वे शराब के नशे में हंगामा कर चुके हैं।
बताया जा रहा है कि नशे में होने पर वे छात्रों और स्कूल स्टाफ के साथ गलत व्यवहार करते हैं और माहौल खराब करते हैं।
शराब के नशे में धुत्त शिक्षक को कई बार समझाइश दिया गया
किसी की समझाने पर भी नहीं माने शिक्षक
स्कूल के प्राचार्य बलराम प्रसाद नायक ने बताया कि शिक्षक महेश राम को शराब के नशे में देखकर उनसे कहा गया कि वे कक्षा से बाहर रहें। लेकिन वे नहीं माने और हंगामा करने लगे।
अन्य स्टाफ ने भी कई बार उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन इसके बाद भी वे नहीं माने। हालात को देखते हुए थाने में सूचना दी गई।
मामले की जांच जारी
लैलूंगा थाना प्रभारी रोहित बंजारे ने बताया कि लारीपाली स्कूल में शिक्षक द्वारा शराब के नशे में हंगामा करने की लिखित शिकायत मिली है। इस शिकायत के आधार पर मामले की जांच की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
कोरबा। पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने 25 दिसम्बर गुरूवार को क्रिसमस डे के मौके पर कोरबा सहित प्रदेशवासियों को प्रभु ईसा मसीह जयंती पर्व की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी है।
पूर्व मंत्री श्री अग्रवाल ने अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि प्रभु यीशु मसीह ने समाज को प्रेम, करूणा, क्षमा एवं समानता का संदेश दिया है। उन्हो´ने गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा करने एवं आपसी भाईचारा के साथ रहने की सीख दी है। प्रभु यीशु के संदेश हमेशा समाज के लिए प्रेरक एवं अनुकरणीय रहेंगे।
4.76 करोड़ की अनुमानित लागत से 116 मीटर लंबे और 7.8 मीटर चौड़े पुल की होगी संरचनात्मक मरम्मत
कोरबा। राष्ट्रीय राजमार्ग-130 के कटघोरा-शिवनगर खंड के अंतर्गत गुरसियाँ में स्थित तान नदी पुल के मरम्मत एवं रखरखाव के लिए निविदा प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। लगभग चार करोड़ 76 लाख रुपए की अनुमानित लागत से 116 मीटर लंबे और 7.8 मीटर चौड़े पुल की संरचनात्मक मरम्मत की जाएगी। पुल पर पूर्ण क्षमता के साथ शीघ्र यातायात सुचारु करने के लिए मरम्मत के कार्य को दो महीने में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा यात्रियों की सुरक्षा और सुगम आवागमन को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखते हुए तत्परता से सड़कों और पुलों की मरम्मत सुनिश्चित की जा रही है। तान नदी पुल की स्थिति और यातायात के दबाव को देखते हुए इसे आकस्मिक मरम्मत एवं रखरखाव (Emergent Work) की श्रेणी में रखा गया था। इसके लिए प्राप्त निविदाओं को आज खोल दिया गया है। तकनीकी और वित्तीय मूल्यांकन के बाद जल्दी ही चयनित एजेंसी को कार्यादेश जारी कर दिया जाएगा।
कोरबा। कोरबा में धर्मांतरण के विरोध में बुलाए गए बंद के आह्वान पर शहर के मुख्य चौक-चौराहों पर दुकानें बंद रहीं। निहारिका घंटाघर, सुभाष चौक, कोसाबाड़ी और टीपी नगर जैसे प्रमुख क्षेत्रों में हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने दुकानें बंद कराईं। सुबह खुली कई दुकानों को निवेदन कर बंद कराया गया।
यह बंद कांकेर के आमाबेड़ा में धर्मांतरण के विरोध में हुई हिंसा के खिलाफ सर्व समाज के आह्वान पर बुलाया गया था। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए बंद के दौरान पुलिस और सुरक्षा बलों को तैनात किया गया था।
सक्रिय दिखा हिंदू संगठन
कोरबा में हिंदू संगठन से जुड़े महिला और पुरुष कार्यकर्ता सक्रिय दिखे। सीतामढ़ी चौक से लेकर शहर के कई हिस्सों में खुली दुकानों को बंद करने का अनुरोध किया गया। लाउडस्पीकर के माध्यम से भी दुकानदारों से बंद का समर्थन करने की अपील की गई।
विभिन्न हिंदू संगठन अलग-अलग गुटों में काम कर रहे थे। एक गुट सीतामढ़ी से कोरबा शहर तक दुकानें बंद करा रहा था, जबकि दूसरा निहारिका घंटाघर से कोसाबाड़ी चौक तक सक्रिय था।
छत्तीसगढ़ बंद का कोरबा में भी समर्थन
हिंदू संगठन से जुड़े अजय विश्वकर्मा ने बताया कि बस्तर में ईसाई समुदाय और हिंदू आदिवासियों के बीच हुआ विवाद एक दुखद घटना है। उन्होंने आदिवासी भाइयों पर हुए हमले को गलत बताया। इसी के विरोध में पूरे छत्तीसगढ़ में बंद का आह्वान किया गया है, जिसका कोरबा में भी समर्थन किया जा रहा है।
विश्वकर्मा ने यह भी कहा कि कोरबा में भी धर्म परिवर्तन के मामले बढ़ रहे हैं। रूमगड़ा, कटघोरा, करतला क्षेत्रों के अलावा कोरबा शहर में भी ऐसे मामले सामने आए हैं, जिससे कई बार विवाद की स्थिति बनी है। पुलिस ने ऐसे मामलों में कई बार केस भी दर्ज किए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रलोभन और झूठ बोलकर लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है, जिससे कोरबा में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।
सर्व हिंदू समाज द्वारा चलाए जा रहे इस आंदोलन के तहत, खुले दुकानदारों से पूछा जा रहा था कि क्या वे धर्म परिवर्तन का समर्थन करते हैं। उनसे कहा गया कि यदि वे समर्थन नहीं करते, तो अपनी दुकानें बंद रखें।